विशेषज्ञों के कुछ सुझाव

निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए

निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए

सावधान ! अधिक ब्याज चाहिए तो जोखिम के लिए भी रहना होगा तैयार

आप अपना पैसा कहां पर निवेश करना चाहते हैं और कितना अधिक रिस्क लेने का जोखिम उठा सकते हैं. यह एक ऐसा विषय है, जो हर जमाकर्ता के सामने आता है. वैसे आमतौर पर कुछ वर्षों पहले तक निवेशक सावधि जमा योजना को प्राथमिकता देते थे. लेकिन अब स्थितियां बदल गईं हैं. अब बाजार में कई विकल्प मौजूद हैं. वे अच्छा ब्याज भी देते हैं, लेकिन रिस्क फैक्टर से कोई इनकार नहीं कर सकता है.

हैदराबाद : कुछ वर्षों पहले तक लोग निश्चित आमदनी प्राप्त करने के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट यानी सावधि जमा को प्राथमिकता देते थे. लेकिन हाल के वर्षों में स्थितियां बदल गईं हैं. अब उसकी जगह पर ढेरों सारे नए विकल्प मौजूद हैं. विशेष रूप से, फिनटेक फर्मों के आगमन ने औसत जमाकर्ताओं के लिए निवेश के पूरे परिदृश्य ​​​​को बदल दिया है. और सबसे बड़ी बात ये है कि इन योजनाओं में सावधि जमा योजना के मुकाबले अधिक ब्याज भी मिलते हैं. वैसे, अधिक ब्याज देने वाली जमाराशियां आपके पैसे को उच्च जोखिम में भी डालती हैं.

जमाकर्ता ज्यादातर बैंकों और डाकघरों में सावधि जमा को इसलिए प्राथमिकता देते थे, क्योंकि उन्हें सुनिश्चित रिटर्न चाहिए था. आरबीआई द्वारा अनुमोदित गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) की बदौलत अब, उच्च-ब्याज दरों की पेशकश करने वाली कई वैकल्पिक योजनाएं हमारे सामने आ गई हैं. अपनी मेहनत की कमाई को ऐसी योजनाओं में निवेश करना कितना सुरक्षित है ? इनमें अपना पैसा जमा करते समय आपको कौन से सुरक्षा उपाय करने चाहिए ?

सामान्य तौर पर, निवेशक अपने निवेश और सुनिश्चित रिटर्न के लिए सुरक्षा की तलाश करते हैं. यही कारण है कि कई सुरक्षित निवेश योजनाओं जैसे बैंक और डाकघर जमा को प्राथमिकता देते हैं. वैसे, हाल में वित्तीय मामलों के बारे में एक नई जागरूकता आई है. इसलिए जमाकर्ता थोड़ा जोखिम उठा रहे हैं. नई योजनाओं की ओर रुख कर रहे हैं. हालांकि, वे सावधि जमा पर भी निर्भर रह रहे हैं. फिनटेक कंपनियां पारंपरिक सावधि जमाओं के सुरक्षित विकल्प की पेशकश करके इस प्रवृत्ति का फायदा उठा रही हैं.

आरबीआई द्वारा अनुमोदित गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (एनबीएफसी) एफडी के प्रतिस्पर्धी विकल्पों की पेशकश करने में अग्रणी हैं. ये सभी एनबीएफसी नए जमाने की फर्म हैं जो बाजार में नए अवसर तलाशने के लिए उत्सुक हैं. उदाहरण के लिए, कुछ फर्म 14-15 प्रतिशत ब्याज पर घर और कार ऋण देने के लिए आगे आती हैं. साथ ही वे अपने जमाकर्ताओं को 12-13 फीसदी ब्याज देने का वादा करते हैं. हम सभी जानते हैं कि यह अव्यवहारिक और अव्यवहारिक है. ऐसी फर्मों में, आपकी जमा राशि के लिए अधिक जोखिम होगा. यदि ये एनबीएफसी ऋण की वसूली नहीं कर सकते हैं, तो आप अपनी मूल राशि भी खो सकते हैं, उच्च ब्याज पाने की कल्पना तो छोड़ ही दें.

हमें यह महसूस करना चाहिए कि ये एनबीएफसी जमाकर्ताओं और ऋण प्राप्त करने वालों के बीच मध्यस्थता की भूमिका निभाते हैं. अगर फर्म बंद हो जाती है, तो हम अपना पैसा पूरी तरह से खो देते हैं. कर्ज किसने लिया, कितनी वसूली हो चुकी है और ब्याज का क्या हुआ, इसका ब्योरा कोई नहीं दे पाएगा. आपको बैंकों में सावधि जमा खोलने के बारे में ज्यादा जानने की जरूरत नहीं है. अगर आप अपने खुद के बैंक में जाते हैं जहां आपका खाता है तो वहां का स्टाफ आपके नाम से FD खुलवाने में मदद करेगा. एनबीएफसी के साथ स्थिति बिल्कुल अलग है. यहां पर जमा तकनीक संचालित है. ऋण प्राप्तकर्ता और फिनटेक फर्म के बीच समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे. इस जटिल प्रक्रिया को समझना थोड़ा मुश्किल है.

एनबीएफसी की मुख्य भूमिका लेनदारों और ऋण प्राप्तकर्ताओं को जोड़ने में निहित है. वे कुछ मापदंडों, विनियमों और सीमाओं के आधार पर ऋण प्राप्तकर्ताओं का चयन करेंगे. ये फर्में ऋण मंजूर करने से पहले बैंकों द्वारा आमतौर पर बरती जाने वाली कड़ी सावधानियों पर ध्यान नहीं देते हैं. ऐसे में उन्हें कर्ज वसूली में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मुश्किल हिस्सा यह है कि समझौते में ही एक खंड होगा कि यदि नियम और शर्तों के अनुसार ऋण की वसूली नहीं की जाती है, तो एनबीएफसी की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी. इसलिए, कुछ भी गलत होने पर अंतिम रूप से हारने वाला निवेशक ही होगा.

Post Office MIS Account : पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना में निवेश करने पर मिलती है 6.60% ब्याज दर प्रतिवर्ष

Post Office MIS Account : डाकघर मासिक आय योजना ( Post Office Monthly Income Scheme ) एक बचत योजना है जहां एक व्यक्ति को हर महीने अपने डाकघर ( Post Office ) खाते में एक निश्चित राशि जमा करनी होती है ! इस राशि पर एक विशिष्ट दर पर ब्याज जोड़ा जाएगा जो जमाकर्ता को हर महीने भुगतान किया जाएगा ! इंडिया पोस्ट इस मासिक आय योजना ( Monthly Income Scheme ) खाते को नियंत्रित और मॉनिटर करता है !

Post Office MIS Account

Post Office MIS Account

Post Office MIS Account

इस योजना में कम जोखिम वाला कारक है और यह एक स्थिर आय प्रदान करता है, इसलिए यह एक सुरक्षित निवेश विकल्प है ! इस योजना के लिए वर्तमान ब्याज दर 6.60% प्रति वर्ष है ! डाकघर मासिक आय योजना ( Post Office MIS Account ) में एक व्यक्ति अधिकतम 450000 रूपए निवेश ( Investment ) कर सकता है ! और न्यूनतम 1500 रुपये से शुरू कर सकता है !

इस योजना ( MIS Scheme ) में लोग अपनी बचत को निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए एकल और संयुक्त खातों के रूप में जमा कर सकते हैं ! और डाकघर ( Post Office ) आपके खाते में मासिक निश्चित ब्याज राशि जमा करता है ! यह मंथली इनकम स्कीम ( Monthly Income Scheme ) लगभग सभी सेवा व्यक्तियों और मध्यम वर्ग के लोगों के लिए बहुत उपयोगी है जो बाजार जोखिम नहीं लेना चाहते हैं ! और अपनी मेहनत की कमाई को बुनियादी दैनिक जीवन की जरूरतों पर खर्च करते हैं !

डाकघर मासिक आय योजना ( Post Office Monthly Income Scheme ) मासिक ब्याज का उपयोग दैनिक जीवन की जरूरतों के लिए किया जा सकता है ! और हमारी मूल राशि बेटी की शादी, घर बनाने, संपत्ति और संपत्ति खरीदने आदि जैसे विशेष उद्देश्यों के लिए सुरक्षित रहती है !

पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना खाते की विशेषताएं

यह योजना सुरक्षित है, इसलिए किसी व्यक्ति को अपने पैसे की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है ! मासिक आय योजना ( Monthly Income Scheme ) की परिपक्वता अवधि 5 वर्ष है, व्यक्ति परिपक्वता के बाद पैसे निकाल सकते हैं ! डाकघर ( Post Office ) के इस एमआईएस खाते में कम जोखिम शामिल है ! हर महीने ब्याज के रूप में गारंटीड रिटर्न मिलता है, साथ ही यह कर मुक्त है !

भारतीय निवासी केवल खाता ( MIS Account ) खोल सकते हैं, एनआरआई ( NRI ) पात्र नहीं हैं ! 10 वर्ष या उससे अधिक आयु के अवयस्क भी खाता खोल सकते हैं ! एकल खाताधारक के लिए अधिकतम शेष राशि 4.5 लाख, संयुक्त खाता धारक के लिए 9 लाख और नाबालिग के लिए 3 लाख है ! यदि व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो व्यक्ति के पास नामांकित व्यक्ति हो सकता है, नामित व्यक्ति धन का दावा कर सकता है !

आवश्यक दस्तावेज़

POMIS खाता ( Post Office Monthly Income Scheme Account ) खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेजों आपके पास होना अनिवार्य है ! अन्यथा डाकघर ( Post Office ) की इस योजना में आप निवेश ( Investment ) नहीं कर सकते है !

  1. पहचान प्रमाण जैसे आधार कार्ड, वोटर आईडी, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड आदि !
  2. बिजली बिल जैसे आवासीय प्रमाण,
  3. पासपोर्ट साइज फोटो
  4. मोबाइल नंबर

Post Office MIS Account : किसे निवेश करना चाहिए

जिन व्यक्तियों को इस एमआईएस ( MIS ) में निवेश करना चाहिए ! ऐसे व्यक्ति जो कोई जोखिम नहीं लेना चाहते हैं और एक स्थिर और निश्चित मासिक आय चाहते हैं ! यह योजना ( Post Office Monthly Income Scheme ) उनके लिए एकदम सही है ! यह योजना सेवानिवृत्त व्यक्ति या वरिष्ठ नागरिकों के लिए उपयुक्त है ! जो व्यक्ति मासिक आय प्राप्त करने के उद्देश्य से एक विस्तारित अवधि के लिए एकमुश्त निवेश करने के इच्छुक हैं, वे भी इस एमआईएस ( POMIS ) के लिए उपयुक्त हैं !

Monthly Income Scheme Account Opening Process

आप नीचे बताए गए चरणों में पोमिस खाता ( POMIS Account ) खोल सकते हैं ! यदि आपके पास पोस्ट ऑफिस बचत खाता ( Post Office Monthly Income Scheme ) नहीं है तो सबसे पहले एक पोस्ट ऑफिस बचत खाता खोलें ! अपने नजदीकी डाकघर ( Post Office ) से पोमिस आवेदन पत्र प्राप्त करें ! आवेदन पत्र भरें और इसे आवश्यक विवरण जैसे पहचान प्रमाण, आवासीय प्रमाण और पासपोर्ट आकार के फोटो के साथ जमा करें ! सत्यापन के लिए आपको आवश्यक मूल दस्तावेज ले जाने होंगे ! यदि आपके पास कोई नॉमिनी है तो उसका नाम, हस्ताक्षर, जन्म तिथि और मोबाइल नंबर की आवश्यकता होगी ! अंत में, नकद या चेक के माध्यम से प्रारंभिक जमा करें !

भारत बॉण्ड ईटीएफ को मंजूरी, निवेश से पहले समझें बारीकियां

देश में शुरू हुए ये ईटीएफ निवेशकों के लिए कितने सुरक्षित हैं? और निवेश करते समय किन बातों का ख्याल एक निवेशक को रखना चाहिए? इन सवालों का जबाव दिया सर्टिफाइड फाइनेंनशियल प्लानर जितेंद्र सोलंकी.

फोटो साभारः इंडिया टुडे

शुभम शंखधर

  • 04 दिसंबर 2019,
  • (अपडेटेड 04 दिसंबर 2019, 8:24 PM IST)

इक्विटी और डेट आधारित म्युचुअल फंड में अंतर को आसान भाषा में ऐसे समझा जा सकता है कि इक्विटी ईटीएफ में आपका पैसा किसी कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने में जाता है, जबकि डेट में आप उस कंपनी को उधार देते हैं. ऐसे में डेट आधारित उत्पाद इक्विटी की तुलना में ज्यादा सुरक्षित माने जाते हैं.

बुधवार को कैबिनेट ने देश के पहले कॉर्पोरेट बॉण्ड आधारित ईटीएफ ‘’भारत बॉण्ड ईटीएफ’’ को मंजूरी दे दी है. भारत बॉण्ड देश का पहला बॉण्ड ईटीएफ होगा. इससे पहले देश में केवल इक्विटी आधारित ईटीएफ ही ट्रेड होते थे. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के मुताबिक इससे सरकारी कंपनियों और संस्थाओं को फंड का अतिरिक्त स्रोत मिलेगा.

भारत बॉण्ड ईटीएफ के अंतर्गत सरकारी संस्थाओं की ओर से जारी बॉण्ड ट्रेड किए जा सकेंगे. ईटीएफ की यूनिट का मूल्य 1000 रुपए होगा, जिससे छोटे निवेशक इसमें ज्यादा से ज्यादा हिस्सेदारी ले सके. इस ईटीएफ के अंतर्गत मैच्योरिटी की दो समयावधि हैं पहली तीन वर्ष और दूसरी आठ वर्ष.

देश में शुरू हुए ये ईटीएफ निवेशकों के लिए कितने सुरक्षित हैं? और निवेश करते समय किन बातों का ख्याल एक निवेशक को रखना चाहिए? इन सवालों का जबाव दे रहे हैं सर्टिफाइड फाइनेंनशियल प्लानर जितेंद्र सोलंकी.

फाइनेंनशियल प्लानर जितेंद्र सोलंकी कहते हैं, 'इस ईटीएफ में निवेश से पहले निवेशकों को यह भलिभांति समझ लेना चाहिए कि यह बॉण्ड बाजार से जुड़ा ईटीएफ है. यह पहला ऐसा मौका होगा जब आम जनता बॉण्ड मार्केट से जुड़ सकेगी ’’ अभी देश में बॉण्ड बाजार से जुड़े उत्पाद बहुत लोकप्रिय नहीं हैं. ऐसे में भारत बॉण्ड ईटीएफ निश्चित तौर पर छोटे निवेशकों को आकर्षित कर सकता है. गोल्ड और इक्विटी आधारित ईटीएफ बाजार में पहले से कारोबार कर रहे हैं, जिससे निवेशक ईटीएफ प्रोडक्ट से परिचित हैं.

बॉण्ड ईटीएफ में कैसे रिटर्न की उम्मीद?

परम्परागत निवेश माध्यम मसलन बैंक डिपॉजिट आदि की तुलना में बॉण्ड ईटीएफ अच्छे रिटर्न दे सकते हैं. हालांकि 3 साल की परिपक्वता वाले ईटीएफ महंगाई की दर को मात दे पाएंगे यह कहना मुश्किल है. सरकारी बॉण्ड की दर ही इन ईटीएफ के रिटर्न का आधार बनेगी.

निवेश में कोई जोखिम है?

भारत बॉण्ड ईटीएफ में नवरत्न कंपनियों के ट्रिपल ए रेटिंग वाले बॉण्ड ही ट्रेड करेंगे. यानी जोखिम सीमित है. लेकिन इस उत्पाद में तरलता एक मुश्किल हो सकती है. यानी लोग जब चाहें तब उन्हें ईटीएफ बेचने में मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है या उन्हें मौजूदा बाजार भाव से नीचे बिकवाली करनी पड़ सकती है. निवेशकों को चाहिए कि निवेश से पहले बॉण्ड ईटीएफ में तरलता की स्थिती का आकलन कर लें.

10 साल की अवधि वाले बॉण्ड निवेश के लिए कैसे?

लंबी अवधि में ये बॉण्ड महंगाई को मात देकर पूंजी को सुरक्षित रख सकते हैं. 7 से 8 फीसदी तक के रिटर्न इन बॉण्ड्स में अपेक्षित हैं. 10 साल की अवधि शेयर बाजार में निवेश के लिहाज से भी बेहतर है. वहां निवेश करके इसी अवधि में अच्छे रिटर्न पाए जा सकते हैं. हालांकि वहां जोखिम ज्यादा है.

ऐसे समय में जब जमा पर ब्याज की दर नीचे जा रही है तब डेट मार्केट के रास्ते छोटे निवेशकों के लिए खोलना निवेश विकल्पों की दृष्टि से बेहतर हो सकता है. लेकिन इनके प्रति जागरुकता बढ़ाने लिए सतत प्रयास जरूरी हैं.

नौकरीपेशा लोगों के लिए बेहतर हैं निवेश के ये 4 विकल्प, होगा मोटा मुनाफा

बेस्ट सेविंग स्कीम्स

व्यक्ति हमेशा अपनी जमा पूंजी को ऐसी जगह निवेश करना चाहता है, जिसमें उनका पैसा सुरक्षित भी रहे और साथ ही एक निश्चित रिटर्न मिल सके. हम ऐसे ही कुछ विकल्पों के बारे में बता रहे हैं जहां आप अपनी बचत को निवेश कर सकते हैं.

  • News18Hindi
  • Last Updated : March 04, 2021, 05:51 IST

नई दिल्ली. अक्सर नौकरीपेशा लोगों को निवेश को लेकर कन्फ्यूजन रहती है कि वह अपने पैसों को निवेश कहां करें. कहां, कब और कैसे निवेश करना सही रहेगा? जानकारों का मानना है कि नौकरी शुरू करते ही व्यक्ति को अपने भविष्य के लिए बचत शुरू कर देनी चाहिए. सैलरी ज्यादा हो या फिर कम, कुछ न कुछ बचत तो करनी ही चाहिए. एक्सपर्ट कहते हैं कि पैसा वहां निवेश करना बेहतर होगा जहां आपको दोहरा फायदा मिले. यानी ज्यादा मुनाफा के साथ टैक्स सेविंग्स भी हो जाए. हम ऐसे ही कुछ निवेश विकल्पों के बारे में बता रहे हैं जहां आप अपनी सैलरी को निवेश कर सकते हैं.

(1) पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)- पब्लिक प्रोविडंट फंड यानी पीपीएफ लंबी अवधि का एक लोकप्रिय निवेश विकल्प है. यह सुरक्षित निवेश के साथ बेहतर ब्याज भी देता है. PPF पर ब्याज दर हमेशा 7 फीसदी से 8 फीसदी रही है. यह आर्थिक स्थिति को देखते हुए थोड़ी कम या बढ़ सकती है. वर्तमान में पीपीएफ पर ब्याज दर 7.1 फीसदी है, जो सालाना तौर पर चक्रवृद्धि है. छोटी बचत योजनाओं जैसे कि पीपीएफ पर मिलने वाले ब्याज की समीक्षा हर तिमाही सरकार की ओर से की जाती है. PPF का निवेश EEE कैटेगरी में टैक्स फ्री होता है. मिलने वाला ब्याज भी टैक्स फ्री होगा और मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम भी पूरी तरह टैक्स फ्री होगी.

(2) सोना (Gold)- सोना भी निवेश के लिए एक बेहतर विकल्प है. इसमें निवेश के कई तरीके हैं जैसे, गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF), सोने के सिक्के, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम. इसमें गोल्ड ईटीएफ और सॉवरेन गोल्ड स्कीम बेहतर है क्योंकि इसमें चोरी का कोई डर नहीं होता. एक्सपर्ट्स का मानना है कि निवेशकों को अपने निवेश का एक हिस्सा सोने में निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए भी निवेश करना चाहिए. इससे उसका पोर्टफोलिया बैलेंस्ड रहता है.

(3) इक्विटी म्यूचुअल फंड- एक्सपर्ट्स बताते हैं कि नौकरीपेशा लोगों निवेश का एक हिस्सा म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहिए. म्यूचुअल में एसआईपी के जरिए इक्विट म्यूचुअल फंड में निवेश करना बेहतर होगा. इसमें शेयर बाजार में तेजी का फायदा निवेशकों को मिलता है. यहां आप 500 रुपये से भी कम कीमत आर निवेश शुरू कर सकते हैं. ऐसे निवेशक जिन्होंने नौकरी शुरू की है वे यहां निवेश कर सकते हैं. उनके लिए यह अच्छा विकल्प है.

(4) रेकरिंग डिपॉजिट (RD)- रेकरिंग डिपॉजिट आरडी में आप थोड़ा-थोड़ा करके हर महीने निवेश कर सकते हैं. नियमित सेविंग के लिहाज से यह बेहतरब विकल्प है. अधिकांश बैंकों की रेकरिंग डिपॉजिट में निवेश की न्यूनतम सीमा 500 रुपये निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए से शुरू है. इसमें सभी की ब्याज दरें भी अलग-अलग होती हैं. SBI रेकरिंग डिपॉजिट 5 से 5.4 तक ब्याज दे रहा है.

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Post Office MIS Account : पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना में निवेश करने पर मिलती है 6.60% ब्याज दर प्रतिवर्ष

Post Office MIS Account : डाकघर मासिक आय योजना ( Post Office Monthly Income Scheme ) एक बचत योजना है जहां एक व्यक्ति को हर महीने अपने डाकघर ( Post Office ) खाते में एक निश्चित राशि जमा करनी होती है ! इस राशि पर एक विशिष्ट दर पर ब्याज जोड़ा जाएगा जो जमाकर्ता को हर महीने भुगतान किया जाएगा ! इंडिया पोस्ट इस मासिक आय योजना ( Monthly Income Scheme ) खाते को नियंत्रित और मॉनिटर करता है !

Post Office MIS Account

Post Office MIS Account

Post Office MIS Account

इस योजना में कम जोखिम वाला कारक है और यह एक स्थिर आय प्रदान करता है, इसलिए यह एक सुरक्षित निवेश विकल्प है ! इस योजना के लिए वर्तमान ब्याज दर 6.60% प्रति वर्ष है ! डाकघर मासिक आय योजना ( Post Office MIS Account ) में एक व्यक्ति अधिकतम 450000 रूपए निवेश ( Investment ) कर सकता है ! और न्यूनतम 1500 रुपये से शुरू कर सकता है !

इस योजना ( MIS Scheme ) में लोग अपनी बचत को एकल और संयुक्त खातों के रूप में जमा कर सकते हैं ! और डाकघर ( Post Office ) आपके खाते में मासिक निश्चित ब्याज राशि जमा करता है ! यह मंथली इनकम स्कीम ( Monthly Income Scheme ) लगभग सभी सेवा व्यक्तियों और मध्यम वर्ग के लोगों के लिए बहुत उपयोगी है जो बाजार जोखिम नहीं लेना चाहते हैं ! और अपनी मेहनत की कमाई को बुनियादी दैनिक जीवन की जरूरतों पर खर्च करते हैं !

डाकघर मासिक आय योजना ( Post Office Monthly Income Scheme ) मासिक ब्याज का उपयोग दैनिक जीवन की जरूरतों के लिए किया जा सकता है ! और हमारी मूल राशि बेटी की शादी, घर बनाने, संपत्ति और संपत्ति खरीदने आदि जैसे विशेष उद्देश्यों के लिए सुरक्षित रहती है !

पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना खाते की विशेषताएं

यह योजना सुरक्षित है, इसलिए किसी व्यक्ति को अपने पैसे की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है ! मासिक आय योजना ( Monthly Income Scheme ) की परिपक्वता अवधि 5 वर्ष है, व्यक्ति परिपक्वता के बाद पैसे निकाल सकते हैं ! डाकघर ( Post Office ) के इस एमआईएस खाते में कम जोखिम शामिल है ! हर महीने ब्याज के रूप में गारंटीड रिटर्न मिलता है, साथ ही यह कर मुक्त है !

भारतीय निवासी केवल खाता ( MIS Account ) खोल सकते हैं, एनआरआई ( NRI ) पात्र नहीं हैं ! 10 वर्ष या उससे अधिक आयु के अवयस्क भी खाता खोल सकते हैं ! एकल खाताधारक के लिए अधिकतम शेष राशि 4.5 लाख, संयुक्त खाता धारक के लिए 9 लाख और नाबालिग के लिए 3 लाख है ! यदि व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो व्यक्ति के पास नामांकित व्यक्ति हो सकता है, नामित व्यक्ति धन का दावा कर सकता है !

आवश्यक दस्तावेज़

POMIS खाता ( Post Office Monthly Income Scheme Account ) खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेजों आपके पास होना अनिवार्य है ! अन्यथा डाकघर ( Post Office ) की इस योजना में आप निवेश ( Investment ) नहीं कर सकते है !

  1. पहचान प्रमाण जैसे आधार कार्ड, वोटर आईडी, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड आदि !
  2. बिजली बिल जैसे आवासीय प्रमाण,
  3. पासपोर्ट साइज फोटो
  4. मोबाइल नंबर

Post Office MIS Account : किसे निवेश करना चाहिए

जिन व्यक्तियों को इस एमआईएस ( MIS ) में निवेश करना चाहिए ! ऐसे व्यक्ति जो कोई जोखिम नहीं लेना चाहते हैं और एक स्थिर और निश्चित मासिक आय चाहते हैं ! यह योजना ( Post Office Monthly Income Scheme ) उनके लिए एकदम सही है ! यह योजना सेवानिवृत्त व्यक्ति या वरिष्ठ नागरिकों के लिए उपयुक्त है ! जो व्यक्ति मासिक आय प्राप्त करने के उद्देश्य से एक विस्तारित अवधि के लिए एकमुश्त निवेश करने के इच्छुक हैं, वे भी इस एमआईएस ( POMIS ) के लिए उपयुक्त हैं !

Monthly Income Scheme Account Opening Process

आप नीचे बताए गए चरणों में पोमिस खाता ( POMIS Account ) खोल निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए सकते हैं ! यदि आपके पास पोस्ट ऑफिस बचत खाता ( Post Office Monthly Income Scheme ) नहीं है तो सबसे पहले एक पोस्ट ऑफिस बचत खाता खोलें ! अपने नजदीकी डाकघर ( Post Office ) से पोमिस आवेदन पत्र प्राप्त करें ! आवेदन पत्र भरें और इसे आवश्यक विवरण जैसे पहचान प्रमाण, आवासीय प्रमाण और पासपोर्ट आकार के फोटो के साथ जमा करें ! सत्यापन के लिए आपको आवश्यक मूल दस्तावेज ले जाने होंगे ! यदि आपके पास कोई नॉमिनी है तो उसका नाम, हस्ताक्षर, जन्म तिथि और मोबाइल नंबर की आवश्यकता होगी ! अंत में, नकद या चेक के माध्यम से प्रारंभिक जमा करें !

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