विशेषज्ञों के कुछ सुझाव

पेपर ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान

पेपर ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान
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Intraday Trading कैसे सीखें आसान तरीको से सीखें हिंदी में

Intraday Trading कैसे सीखें नमस्कार दोस्तों अगर आप भी शेयर मार्केट से जल्दी पैसा कमाना चाहते है तो आप Intraday Trading करके ही यह कर सकते है। Intraday Trading में मुनाफा काफी होता है तो इसमें loss को होने के चांस भी ज्यादा होते है इसलिए कई लोगों को तो Intraday Trading काफी अच्छी लगती है लेकिन कई लोग इससे बचने की भी सलाह देते है लेकिन अगर आप किसी भी काम को अच्छी तरह सीखने के पश्चात करते है तो आप Intraday Trading करके भी काफी अच्छा पैसा कमा सकते है।

जब भी कोई नया ट्रेडर ट्रेडिंग करना शुरू करता है तो वे ज्यादा पैसों के लालच में Intraday Trading करता है जिससे कई बार फायदा तो होता है लेकिन कई बार एक नुकसान में ही सारा फायदा चला जाता है। अगर आप भी शेयर मार्केट में आना चाहते है और Intraday Trading से पैसे कमाना चाहते है तो इससे पहले लेख को पूरा पढ़कर Intraday Trading कैसे सीखें इसके बारे में जानकारी अवश्य प्राप्त करें।

Intraday Trading क्या है ?

भारतीय शेयर बाजार सोमवार से शुक्रवार सुबह साढ़े 9 बजे से शुरू होकर साढ़े 3 बजे तक चलता है इस समय के पेपर ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान दौरान शेयर लेना और बेचने की प्रक्रिया को Intraday Trading कहते है। जैसे राम ने सुबह पेटीएम के 10 शेयर 2000 रुपए की प्राइस में लिए अब उसे यह शेयर शाम को साढ़े 3 बजे से पहले बेचने होंगे चाहे उसे कितना भी प्रॉफिट हो या लॉस हो अन्यथा ब्रोकर द्धारा अपने समय अनुसार शेयर को सेल कर दिया जाएगा।

अगर आप Intraday Trading करके पैसे कमाना चाहते है तो आपको SNR Level,Indicator और Candlestick के बारे में जानकारी अवश्य होनी चाहिए जिससे आप मार्केट की स्तिथि को पहचान कर Intraday Trading कर सकते है और अच्छा प्रॉफिट कमा सकते है। वर्तमान में Intraday Trading से वहीं व्यक्ति पैसा कमा सकता है जिसके पास नॉलेज है न की सिर्फ एक बार सीखकर मार्केट से करोड़ो कमा सकते है।

Intraday Trading कैसे सीखें ?

  • Intraday Trading सीखने के लिए आपके पास एक demate Account होना काफी जरूरी है ताकि आप हर दिन मार्केट को देख सकते है और उससे सीख सकते है।
  • आप Upstox में फ्री डीमैट अकाउंट बनाकर आप Intraday Trading करना शुरू कर सकते है इसके लिए Upstox में Demat Account कैसे बनाए लेख को जरूर पढ़ें।

ऑनलाइन Intraday Trading से सीखें ?

दोस्तों वर्तमान में डिजिटल युग है और इंटरनेट पर सभी तरह की जानकारी उपलब्ध है और जहाँ से आप आसानी से Intraday Trading करना सीख सकते है। आपको यूट्यूब पर कई Intraday Trading वीडियो मिल जाएंगे और जिसमें से सबसे अच्छी तरह और सरलता से शेयर मार्केट के बारे में जानने के लिए पेपर ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान आप प्रांजल कामरा सर के चैनल को देख सकते है जिनसे मैने भी शेयर मार्किट और Intraday Trading के बारे में काफी कुछ सीखा है

इसके अलावा Google पर कई ब्लॉग भी आपको Intraday Trading के बारे में देखने को मिलेंगे जिनके माध्यम से भी आप Intraday Trading को शुरू से सीख सकते है साथ ही कई E Book और पॉडकास्ट को सुनकर Intraday Trading करना शुरू कर सकते है।

पेपर ट्रेडिंग करके Intraday Trading सीखें ?

पेपर ट्रेडिंग Intraday Trading सीखने के लिए सबसे अच्छे तरीकों में से एक है अगर आप नए ट्रेडर है और सीधा पैसा मार्केट में लगाएंगे तो आपके लॉस होने के चांस काफी बढ़ जाएँगे इसलिए सबसे पहले पेपर ट्रेडिंग के माध्यम से Intraday Trading करना शुरू करें। आपको मार्केट खुलने पर वर्चुअल तरीके से शेयर खरीदने है जब मार्केट बंद हो जाए तो आपको सेलिंग और buying कीमत की गणना करके डेटा तैयार करना है जिसके आधार पर आप प्रॉफिट और लॉस देख सकते है

इसके पश्चात ऑन पेपर आप अपना बजट कितना भी बढ़ा सकते है जब आपके 100 में से 90 ट्रेड सही होने लगे तो आप प्रॉफिट वाले शेयर के साथ Intraday Trading की शुरुआत कर सकते है और पेपर ट्रेडिंग से जो भी अनुभव प्राप्त हुआ पेपर ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान पेपर ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान उसके माध्यम से लॉस से बचे और प्रॉफिट कमाए।

लालची न बने और धैर्य रखें

Intraday Trading से आप जरूर एक दिन में पैसे कमा सकते है लेकिन इससे पहले आपको धैर्य रखकर सीखना होगा और जब भी आप मार्केट रियल मनी लगाते है सीधा बड़े मुनाफे के बारे में नहीं सोचकर छोटे छोटे मुनाफे को अर्जित करना है। अगर आप पहले ट्रेड से ही करोड़ो को कमाने की सोचेंगे तो आप एक भी रुपया नहीं कमा पाएंगे बल्कि जो है वो भी चला जाएगा। जब आप Intraday Trading करके अनुभव हासिल कर लेंगे तो धीरे धीरे बड़ा प्रॉफिट भी हासिल कर लेंगे।

चार्ट को समझें

शेयर मार्केट में सफल होने के लिए आपको चार्ट को अच्छी तरह से समझना होगा जिससे आप indicator और candlestick को जान पाएँगे जिससे आप मार्केट की स्तिथि के बारे में पहले ही जान सकते है। आप किसी भी शेयर को लेने से पहले चार्ट देखकर उसकी स्तिथि जैसे ब्रेकआउट लेवल को देख सकते है इससे आप मार्केट की मूवमेंट को भांपकर उसमें इन्वेस्ट कर सकते है।

Overtrading करने से बचें

मैंने कई ऐसे लोगों को देखा है जो एक दिन काफी ट्रेडिंग करते है इससे लॉस होने के चांस काफी ज्यादा होता है वहीं चार्ज भी काफी ज्यादा लगता है जिससे आपको लॉस के साथ चार्ज के कारण भी काफी नुकसान झेलना पड़ सकता है। इसलिए एक दिन में एक से दो ट्रेडिंग करें जिससे आपको अतिरिक्त चार्ज भी नहीं लगेगा और प्रॉफिट होने के चांस भी काफी ज्यादा बढ़ेंगे।

निष्कर्ष

उम्मीद है दोस्तों आपको यह लेख पसंद आया होगा और आपको Intraday Trading कैसे सीखें इसके बारे में जानकारी मिली होगी। दोस्तों Intraday Trading सीखने के लिए आप शेयर मार्केट से संबधित किताबें पढ़े इससे आपको काफी नॉलेज मिलेगा जिसके पश्चात आप प्रैक्टिस के लिए डीमैट Account बनाकर अपनी ट्रेडिंग जीवन को शुरू कर सकते है। इसके अलावा भी आपके मन में Intraday Trading कैसे सीखें या और कोई सवाल है तो उसे कमेंट बॉक्स में जरूर बताए।

दोस्तों इसी तरह की महत्वपूर्ण जानकारी अब फेसबुक पर भी उपलब्ध है आपको पास में नजर आ रहे फेसबुक पेज को लाइक और फॉलो करना है और इसके साथ इंस्टग्राम आइकॉन पर क्लिक करके मेरा साथ देना ताकि ऐसी नई नई जानकारियाँ हिंदी में आप तक पहुंचाते रहुँ।

दोस्तों यह पेपर ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान लेख Airtel Payments Bank से लोन कैसे ले जाने हिंदी में अपने सभी दोस्तों और परिवार के साथ इंस्टाग्राम , व्हाट्सप्प और ट्विटर पर शेयर करें ताकि उन्हें भी सारी जानकारी हिंदी में मिल सकें।

Intraday Trading कैसे शुरू करें ?

Intraday Trading शुरू करने के लिए आपको डीमैट अकाउंट की जरूरत होगी जिसके माध्यम से आप शेयर खरीदेंगे और बेचेंगे।

डीमैट अकाउंट कैसे बनाए ?

डीमैट अकाउंट बनाने के लिए आपको Upstox App डाउनलोड करना है जिसके माध्यम से आप फ्री में डीमैट अकाउंट बना सकते और Intraday Trading कर सकते है।

ट्रेडिंग अकाउंट में लाखों रुपए के नुकसान से बचना है तो गलती से भी न भूलें इन टिप्स को

हाल के दिनों में फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और आपको इनसे बचकर रहने की जरूरत है। अगर आप थोड़ी सी भी चूक होगी तो आपको लाखों रुपए का चूना लग सकता है। आजकल शेयर मार्केट में ट्रेडिंग में सभी लोगों.

ट्रेडिंग अकाउंट में लाखों रुपए के नुकसान से बचना है तो गलती से भी न भूलें इन टिप्स को

हाल के दिनों में फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और आपको इनसे बचकर रहने की जरूरत है। अगर आप थोड़ी सी भी चूक होगी तो आपको लाखों रुपए का चूना लग सकता है। आजकल शेयर मार्केट में ट्रेडिंग में सभी लोगों की दिलचस्पी होती है और आप में से बहुत लोग शेयर बाजार में ट्रेडिंग भी करते होंगे, आपके ट्रेडिंग अकाउंट में काफी स्टॉक्स होंगे और उनकी वैल्यू भी काफी होगी। ऐसे में अगर आप सावधानी नहीं रखेंगे तो आपको लाखों रुपए का नुकसान होने की आशंका है। हम आपको बता रहे हैं, शेयर बाजार में ट्रेडिंग करते समय किन बातों को गलती से भी नहीं भूलना चाहिए-

> केवल रेजिस्टर्ड स्टॉक ब्रोकर के साथ ही व्यवहार/अनुबंध करें - जिस ब्रोकर के साथ आप लेन-देन कर रहे हों, उसके रेजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट की जाँच कर लें।

> फिक्सड/गारंटीकृत/नियमित रिटर्न/कैपिटल प्रोटेक्शन प्लान्स से सावधान रहें। ब्रोकर या उनके औथोरइज्ड व्यक्ति या उनका कोई भी प्रतिनिधि/कर्मचारी आपके इन्वेस्ट पर फिक्सड/गारंटीकृत/नियमित रिटर्न/कैपिटल प्रिजरवेसन देने के लिए औथोरइज्ड नहीं है या आपके द्वारा दिये गए पैसो पर ब्याज का भुगतान करने के लिए आपके साथ कोई लोन समझौता करने के लिए औथोरइज्ड नहीं है। कृपया ध्यान दें कि आपके खाते में इस प्रकार का कोई व्यवहार पाए जाने पर आपका दिवालिया/निष्कासित ब्रोकर संबंधी दावा निरहन कर दिया जाएगा।

> कृपया आपने 'केवाईसी' (KYC) पेपर में सभी जरूरी जानकारी खुद भरें और ब्रोकर से अपने 'केवाईसी' पेपर की नियम अनुसार साइन की हुई प्रति प्राप्त करें। उन सभी शर्तों की जांच करें जिन्हें आपने सहमति और स्वीकृति दी है।

> सुनिश्चित करें कि आपके स्टॉक ब्रोकर के पास हमेशा आपका नया और सही कांटैक्ट डिटेल हो जैसे ईमेल आईडी/मोबाइल नंबर। ईमेल और मोबाइल नंबर जरूरी है और एक्सचेंज रिकॉर्ड में अपडेट के लिए आपको अपने ब्रोकर को मोबाइल नंबर देना होगा। यदि आपको एक्सचेंज/डिपॉजिटरी से नियमित रूप से संदेश नहीं मिल रहे हैं, तो आपको स्टॉक ब्रोकर/एक्सचेंज के पास इस मामले को उठाना चाहिए।

> इलेक्ट्रॉनिक (ई-मेल) कॉन्ट्रैक्ट नोट्स/फाइनेंशियल डिटेल्स का चयन सिर्फ तभी करें जब आप खुद कंप्यूटर के जानकार हों और आपका अपना ई-मेल अकाउंट हो और आप उसे प्रतिदिन/नियमित देखते हो।

> आपके द्वारा किए गए ट्रेड के लिए एक्सचेंज से प्राप्त हुए किसी भी ईमेल/एसएमएस को अनदेखा न करें। अपने ब्रोकर से मिले कॉन्ट्रैक्ट नोट/अकाउंट के डिटेल से इसे वेरिफ़ाई करें। यदि कोई गड़बड़ी हो, तो अपने ब्रोकर को तुरंत इसके बारे में लिखित रूप से सूचित करें और यदि स्टॉक ब्रोकर जवाब नहीं देता है, तो एक्सचेंज/डिपॉजिटरी को तुरंत रिपोर्ट करें।

> आपके द्वारा निश्चित की गई अकाउंट के सेटलमेंट कि फ्रिक्वेन्सी की जांच करें। यदि आपने करेंट अकाउंट (running account) का ऑप्शन चुना है, तो कृपया कन्फ़र्म करें कि आपका ब्रोकर आपके अकाउंट का नियमित रूप से सेटलमेंट करता है और किसी भी स्थिति में 90 दिनों में एक बार ( यदि आपने 30 दिनों के सेटलमेंट का विकल्प चुना है तो 30 दिन) डिटेल्स भेजता है । कृपया ध्यान दें कि आपके ब्रोकर द्वारा डिफॉल्ट होने की स्थिति में एक्सचेंज द्वारा 90 दिनों से अधिक की अवधि के दावे एक्सैप्ट नहीं किए जाएंगे।

> डिपॉजिटरी से प्राप्त पेपर ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान जॉइंट अकाउंट की जानकारी (Consolidated Account Statement- CAS) नियमित रूप से वेरिफ़ाई करते रहें और अपने ट्रेड/लेनदेन के साथ सामंजस्य स्थापित करें।

> कन्फ़र्म करें कि पे-आउट की तारीख से 1 वर्किंग डे के भीतर आपके खाते में धनराशि/सिक्योरिटी (शेयर) का पेपर ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान पेमेंट हो गया हो। कन्फ़र्म करें कि आपको अपने ट्रेड के 24 घंटों के भीतर कॉन्ट्रैक्ट नोट मिलते हों।

> एनएसई की वेबसाइट पर ट्रेड वेरिफिकेशन की सुविधा भी उपलब्ध है जिसका उपयोग आप अपने ट्रेड के वेरिफिकेशन के लिए कर सकते हैं।

> ब्रोकर के पास अनावश्यक बैलेंस न रखें। कृपया ध्यान रहे कि ब्रोकर के दिवालिया निष्कासित होने पर उन खानों के दावे स्वीकार नहीं होंगे जिनमें 90 दिन से कोई ट्रेड ना हुआ हो।

> ब्रोकर्स को सिक्यूरिटि के ट्रांसफर को मार्जिन के रूप में स्वीकार करने की अनुमति नहीं है। मार्जिन के रूप में दी जाने वाली सिक्योरिटी ग्राहक के अकाउंट में ही रहनी चाहिए और यह ब्रोकर को गिरवी रखी जा सकती हैं। ग्राहकों को किसी भी कारण से ब्रोकर या ब्रोकर के सहयोगी या ब्रोकर के औथोरइज्ड व्यक्ति के साथ कोई सिक्यूरिटी रखने की अनुमति नहीं है। ब्रोकर केवल कस्टमर द्वारा बेची गई सिक्योरिटी के डिपोजिट करने के लिए ग्राहकों से संबंधित सिक्योरिटी ले सकता है।

> भारी मुनाफे का वादा करने वाले शेयर/सिक्योरिटी में व्यापार करने का लालच देकर ईमेल और एसएमएस भेजने वाले धोखेबाजों के झांसे में न आएं। किसी को अपना यूजर आईडी और पासवर्ड ना दें। आपके सारे शेयर या बैलेंस शून्य हो सकता है। यह भी हो सकता है कि आपके खाते में बड़ी राशि की वसूली निकल आए।

> पीओए (पावर ऑफ अटॉर्नी) देते समय सावधान रहें - सभी अधिकार जिनका स्टॉक ब्रोकर प्रयोग कर सकते हैं और समय सीमा जिसके लिए पीओए मान्य है, इसे स्पष्ट रूप से बताएँ। यह ध्यान रहे कि सेबी/एक्सचेंजों के अनुसार पीओए अनिवार्य / आवश्यक नहीं है।

> ब्रोकर द्वारा रिपोर्ट किए गए फंड और सिक्योरिटी बैलेंस के बारे में साप्ताहिक आधार पर एक्सचेंज द्वारा भेजे गए मैसेजों की जांच करें और यदि आप इसमें कोई अंतर पाते हैं, तो तुरंत एक्सचेंज को शिकायत करें।

> किसी के साथ पासवर्ड (इंटरनेट अकाउंट) शेयर न करें। ऐसा करना अपने सुरक्षित पैसे शेयर करने जैसा है।

> कृपया सेबी के रेजिस्टर्ड स्टॉक ब्रोकर के अलावा किसी औथोरइज्ड व्यक्ति या ब्रोकर के सहयोगी सहित किसी को भी ट्रेडिंग के उद्देश्य से फंड ट्रांसफर न करें।

डिस्क्लेमर- जानकारी आपको एनएसई से मिली सूचना के आधार पर है।

सोशल मीडिया पर अजनबी से दोस्ती पड़ रही भारी. सिर्फ सावधानी से तोड़ सकते हैं क्रिप्टो स्कैमर्स का तिलिस्म

क्रिप्टो करेंसी के क्षेत्र में काम करने वालों से लेकर साइबर पुलिस के आला अधिकारी इंटरनेट आधारित फ्रॉड यानी ऑनलाइन ठगी के लिए सोशल मीडिया पर बिना सोचे-समझे दोस्ती और जानकारी साझा करने को घातक बता रहे हैं। क्योंकि हैकर्स तीसरी दुनिया में बैठे हैं, इसलिए उन पर लगाम लगाना पुलिस और प्रशासन के लिए आसान नहीं है। आर्थिक गड़बड़ी करने वाले क्रिप्टो स्कैमर्स का तिलिस्म तोडऩे के लिए सावधानी ही एकमात्र तरीका है। एक्सपर्ट बता रहे हैं कि निवेशक किन बातों का ध्यान रखें कि किसी भी हैकर या स्कैमर के मकडज़ाल में नहीं फंसेंगे।

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मध्यप्रदेश साइबर सेल के एडीजी योगेश देशमुख से सीधी बात
सवाल- डिजिटल करेंसी का क्रेज बढऩे के साथ उससे जुड़े फ्रॉड का ग्राफ भी तेजी से बढ़ रहा है?
जवाब- डिजिटल करेंसी को लेकर लोगों का दृष्टिकोण बना है. ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर भी लोगों का भरोसा बढ़ा है। कोरोना काल के बाद से लोगों ने सोचा कि अब डिजिटल का ही जमाना आ है, और तेजी से निवेश करने लगे। इसको लेकर सरकारी रूल-रेगुलेशन कुछ ज्यादा नहीं हैं। इसी के साथ क्रिप्टो करेंसी के क्राइम की दुनिया में भी इस्तेमाल होने लगा है।

सवाल- किस प्रकार के फ्रॉड इन दिनों सबसे ज्यादा प्रचलित हैं?
जवाब- सोशल मीडिया के जरिए सबसे ज्यादा फ्रॉड हो रहे हैं। कोई महिला या पुरुष अज्ञात होते हैं लेकिन आप के दोस्त बन जाते हैं। फिर वो आपका भरोसा जीतकर निवेश करवाते हैं। कई फिशिंग वेबसाइट पर आपकी डिटेल भरवाते हैं। ऐसे पूरा खेला चलता रहता है। फिर जब आप सामने वाले से अपना रिटर्न मांगते हैं तब वह गायब हो जाता है। दरअसल, ऐसे शातिर फ्रॉड ऐसी वेबसाइट पर निवेश करवाते हैं जिनका कंट्रोल किसी तीसरी दुनिया में होता है।

सवाल- साइबर फ्रॉड से बचने के लिए क्या किया जाए?
जवाब- सबसे पहले आप जो भी काम कर रहे हैं, उससे जुड़े जोखिम के बारे में आपको जरूर पता होना चाहिए। कोई भी निवेश करने से पहले उसके फायदे और नुकसान दोनों को अच्छे से जान और समझ लेना चाहिए। लीगल एक्सचेंज में जब भी क्रिप्टो का ट्रांसजेक्शन करें तो उसको हमेशा वेरिफाइ करके ही करें। जो एक्सचेंज रजिस्टर्ड हैं, उन्हीं से ट्रांजेक्शन करें। अगर आप सावधानी बरतते हैं, क्रिप्टो एक्सचेंज से जुड़े नियम-कायदे पता हैं तो आपके साथ फ्रॉड होने की संभावना उतनी ही कम है।

1. फर्जी कॉल सेंटर: खुद जागरूक रहने की जरूरत है। क्रिप्टो में निवेश से पहले खुद डीवाईओआर (डू ओर ऑन रिसर्च) करें। फ्रॉड करने वाले हैकर्स दुनिया के किसी भी कोने से कॉल सेंटर से आपको रकम दोगुना से लेकर तीन गुना तक करने का झांसा देते हैं। पहली मर्तबा वो आपको पैसा दोगुना कर देंगे। बाद में वो आपसे कई गुना ज्यादा पैसा वसूल कर गायब पेपर ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान हो जाएंगे।

2. टेलीग्राम ग्रुप: टेलीग्राम इन दिनों सबसे मुफीद अड्डा है, क्योंकि वॉट्सएप ग्रुप में सदस्य को हैवी फाइलों के आदान-प्रदान में समस्या होती है। टेलीग्राम में ग्रुप में लोगों को क्रिप्टो ट्रेडिंग के टिप्स, फेक प्लेटफॉर्म में पैसा लगवाने और एडवाइज के नाम पर मोटी फीस वसूलने का खेल चलता है।

3. हैक अटैक: क्रिप्टो पर पैसा लगाने वाले कुछ लोग अपने क्रिप्टो वॉलेट की आईडी और पासवर्ड फोन या कम्प्यूटर में सेव रखते हैं। इसकी फोटो खींच कर रखते हैं। ऐसे में फोन या कप्यूटर में मालवेयर अटैक कर गोपनीयता भंग कर देता है। सारी जानकारी हैकर्स के पास चली जाती है। हैक अटैक में हैकर्स इरादतन क्रिप्टो वॉलेट में सेंध नहीं लगाता है। कम्प्यूटर या फोन का एक्सेस मिलने के बाद वो इस फ्रॉड को अंजाम देता है।

4. हनीट्रैप और सेक्सटॉर्शन का मायाजाल:
देश में हनीट्रैप और सेक्सटॉर्शन का मायाजाल तेजी से फैल रहा है। देशी और विदेशी लड़कियां विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से पहले दोस्ती करती हैं फिर भरोसा जीतकर दोगुने रिटर्न का लालच देकर बड़ी राशि का इन्वेस्टमेंट करवा क्रिप्टो करेंसी में सारा पैसा पलभर में गायब कर देती हैं।

पिछले 5 सालों से क्रिप्टो में ट्रेडिंग कर रहे गौरव तिवारी से समझिए कैसे इससे जुड़े फ्रॉड से पेपर ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान बचें
1. पेपर ट्रेडिंग से करें शुरूआत:
क्रिप्टो में ट्रेडिंग करने से पहले नए निवशकों को पेपर ट्रेडिंग करना चाहिए। इस तरह आभासी परिवेश में शेयर बाजार में ट्रेडिंग की जाती है। यदि पेपर ट्रेडिंग में मुनाफा कमा रहे हैं तो ही अपने पैसे निवेश करिए।
2. उधार या लोन लेकर न करें निवेश:
क्रिप्टो करेंसी में ज्यादा मुनाफा कमाने की सनक में उधार या लोन लेकर कभी निवेश नहीं करना चाहिए। वही पैसा निवेश करें जिसकी आपको जरूरत न हो। जो टोटल कमाई में से 10 से 20 प्रतिशत बचते हों, आप उसी पैसे को निवेश करें।
3. भ्रामक विज्ञापनों से सावधान:
आपके फोन में कई ऐसे विज्ञापन दिनभर आते होंगे जो आपके पैसे दोगुना करने का लालच देते हैं। टेलीग्राम में सैकड़ों ऐसे ग्रुप संचालित हो रहे हैं, जो आप से लालच देकर या लुभावने ऑफर देकर आईडी और पासवर्ड मांगते हैं। उनको कभी साझा न करें।
4. सोशल मीडिया में किसी से न बनाएं फाइनेंसियल रिश्ते:
सोशल मीडिया फ्रॉड का बड़ा जरिया है। इसलिए सोशल मीडिया में किसी महिला या पुरुष से फाइनेंसियल रिश्ते न बनाएं। ये सब जाल में फांसने के लिए हमदर्दी बटोरकर या लालच देकर आपको फांसते हैं।
5. सही कटेंट का करें चुनाव:
क्रिप्टो करेंसी में निवेश से पहले इसके सकारात्मक और नकारात्मक पहलू दोनों की जानकारी जुटाएं। इसको लेकर इंटरनेट से सही और सार्थक कंटेंट ढूंढ। गलत जानकारी देने वाले वीडियो और कंटेंट आपको भ्रमित कर सकते हैं।

काम की बात: फिजिकल शेयर्स को इस तरह डीमैट फॉर्म में करा लें कन्‍वर्ट, वर्ना हो सकता है बड़ा नुकसान

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How to convert physical shares into a demat: आज भी कई ऐसे इन्‍वेस्‍टर हैं, जिनके पास फिजिकल पेपर फॉर्मेट (physical shares formate) में शेयर पड़े होंगे. फिजिकल फॉर्म में पड़े इन शेयरों की वैल्‍यू तो आज भी होगी, लेकिन पेंच यह है कि इनमें ट्रेडिंग नहीं की जा सकती है. इसके लिए आपको इन शेयरों को डीमैट फॉर्म (Demat form) यानी इलेक्‍ट्रॉनिक फॉर्म में कन्‍वर्ट कराना होगा. ऐसा इसलिए क्‍योंकि, मार्केट रेग्‍युलेटर सेबी ने अप्रैल 2019 में एक सर्कुलर जारी कर साफ-साफ कहा था कि फिजिकल फॉर्मेट में पड़े शेयर तब तक ट्रांसफर या बेचे नहीं जा सकते, जब तक इन्‍हें डीमैटीरियलाइज्‍ड (Dematerialisation) फॉर्म यानी डीमेट फॉर्म में न कन्‍वर्ट करा लिया जाए. इसका मतलब साफ है कि फिजिकल शेयरों को आप शेयर बाजार में बेच या ट्रांसफर नहीं सकते हैं. इसके लिए पहले इन्‍हें आपको डीमैट में कन्‍वर्ट कराना होगा.

एल्गो ट्रेडिंग क्या है और ये कैसे काम करता है? | अल्गो ट्रेडिंग कैसे करे?

algo trading kya hai

दोस्तों आप में से बहुत से लोग ट्रेडिंग करते होंगे और ट्रेडिंग कई तरह की होती है उन्ही में से एक एल्गो ट्रेडिंग होती है पहले शेयर मार्केट में पेपर पे ट्रेडिंग होती थी डायरेक्ट शेयर को खरीदने के लिए हमें पेपर की जरुरत होती थी लेकिन फिर बाद में साल 2000 से भारत में ऑनलाइन सिस्टिम आ गयी और अब हम घर बैठे अपने मोबाइल या लैपटॉप से ट्रेडिंग करते है, लेकिन क्या आपको इसके बारे में पूरी जानकारी है कि एल्गो ट्रेडिंग क्या होती है और एल्गो ट्रेडिंग करने के फायदे क्या है अगर नही, तो आइये आज इस आर्टिकल में हम आपको एल्गो ट्रेडिंग से रिलेटेड पूरी इनफार्मेशन देते हैं.

algo trading kya hai

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Table of Contents

एल्गो ट्रेडिंग क्या होती है (What is algo Trading in Hindi)

हमारे भारत देश में शेयर मार्केट का एक लिमिटेड समय है और हर कोई शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के लिए इतना समय नहीं दे सकता है और जब ऐसे कंडीशन मे अगर आपको शेयर बाजार को बिना समय दिए ट्रेडिंग करना हो और ऐसे मे अगर कोई ऐसा प्लेटफार्म मिल जाये जिसमे बिना आपकी ट्रेडिंग के शेयर्स को आटोमेटिक (स्वचालित) रूप से ख़रीदे और बेचे तो ये कैसा रहेगा, तो ऐसी कंडीशन के लिए ही आटोमेटिक ट्रेडिंग लाई गयी है तो रोबोटिक रूप से आपके शेयर को ख़रीदे और बेचने को ही Algo Trading कहा जाता है और एल्गो ट्रेडिंग को ही आटोमेटिक ट्रेडिंग कहते है.

ये ऐसा सॉफ्टवेयर होता है जो रूल्स बेस पर होता है जिसमे पहले से ही कोडिंग की मदद से सारी चीज़े सेट की जाती है और फिर उसके माध्यम से ही एल्गो ट्रेडिंग काम करता है इसमें हमें पहले से ही हमारे रूल्स, इंस्ट्रक्शन्स या फिर लॉजिक को सेट करना होता है और फिर इसी लॉजिक पर हमारा लैपटॉप एल्गो ट्रेडिंग में काम करता है. ये रूल्स, और इंस्ट्रक्शन्स आप अपने हिसाब से सेट कर सकते है.

Example- माना आपने एल्गो ट्रेडिंग को इंस्ट्रक्शन्स दिया कि 20 days moving एवरेज को क्रॉस करने पर हमारे 100 शेयर buy हो जाये या फिर rsi 30 के नीचे जाने से 100 शेयर को सेल किया जाये और 5 % का प्रॉफिट होने पर हमारा ट्रेड exit हो जाये.

अगर आप कुछ इस तरह से अपना इंस्ट्रक्शन्स एल्गो ट्रेडिंग को देते है तो वो आपके इस इंस्ट्रक्शन्स पर काम करता है और इससे आपका समय भी बचता है और आपको अच्छा मुनाफा भी होता है, एल्गो ट्रेडिंग की ग्रोथ में भारत में ज्यादातर ट्रेडर एल्गो ट्रेडिंग का ही यूज करके ही ट्रेडिंग करते है एल्गो ट्रेडिंग बहुत ही सुरक्षित और मुनाफा देने वाली ट्रेडिंग है.

एल्गो ट्रेडिंग कैसे करे?

एल्गो ट्रेडिंग करने के लिए सबसे पहले आपके पास किसी भी ब्रोकर का एल्गो ट्रेडिंग API होना चाहिए और उसी ब्रोकर के साथ आपका डिमैट अकाउंट होना भी जरूरी होता है. ये कुछ ब्रोकर्स है जो एल्गो ट्रेडिंग API के लिए कुछ न कुछ चार्जेज भी लेते है भारत के ये बड़े ब्रोकर्स आपको एल्गो ट्रेडिंग API प्रोवाइड करते है.

जैसे- angel broking, zerodha, upstox इत्यादि, ये ब्रोकर्स आपको एल्गो ट्रेडिंग API प्रोवाइड करते है लेकिन इनके कुछ चार्जेज भी होते है जैसे कि

zerodha – 2000 महीना

upstox – 1000 महीना

और कुछ ऐसे ब्रोकर भी होते है जो आपको एल्गो ट्रेडिंग API फ्री में प्रोवाइड करते है जिसमे angel broking है जो आपको फ्री में अल्गो ट्रेडिंग API प्रोवाइड करता है और ये ब्रोकर भारत का सबसे पुराना और अच्छा ब्रोकर है.

एल्गो ट्रेडिंग करने के फायदे क्या है?

एल्गो ट्रेडिंग करने के कुछ फायदे निम्नलिखित है-

  • एल्गो ट्रेडिंग को आप अपना काम करके भी शेयर बाजार में आटोमेटिक ट्रेडिंग कर सकते है जिसमे आपके समय की बचत होती है.
  • इसमें आप एक साथ अनलिमिटेड शेयर्स को खरीद और बेच सकते है।
  • इसमें आप एक साथ शेयर मार्केट के जितने भी स्टॉक्स को चाहे ट्रैक कर सकते है.
  • इसमें हमे ट्रेडिंग करने के लिए एनालिसिस करने की कोई जरुरत नहीं होती है क्युकी एल्गो ट्रेडिंग खुद से ही 50 दिनों का डेटा एनालिसिस करके ट्रडिंग करता है.
  • नार्मल कंडीशन में लोग शेयर मार्केट के उतरते-चढ़ते भाव को देखकर इमोशनल होकर घबरा जाते है लेकिन एल्गो ट्रेडिंग हमेशा बिना इमोशन के ट्रेडिंग करता है.

एल्गो ट्रेडिंग करने के नुकसान क्या है?

एल्गो ट्रेडिंग करने के कुछ नुकसान भी है-

  • एल्गो ट्रेडिंग एक नयी और बड़ी चीज है क्योंकि आज भी ज्यादातर ट्रेडर समय कम होने के कारण सही ढंग से ट्रेड नहीं कर पाते हैं यहां पर सिर्फ 100 में से केवल 10% ट्रेडर्स ही सक्सेस हो पाते हैं और अच्छा पैसा कमा पाते हैं.
  • एल्गो ट्रेडिंग एक कम्प्यूटर आधारित ट्रेडिंग है इसमें गलतियों को इग्नोर नहीं किया पेपर ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान जा सकता है क्योंकि इसमें ज्यादातर गलतियां गणतीय आंकलन से लेकर कैलकुलेशन तक कही भी हो सकती हैं इसलिए यह शुरुआत में सभी के लिए allow नहीं है.
  • इसके allow करने के साथ ही इसे इस्तेमाल करने की पूरी जानकारी भी आपके पास होनी चाहिए जिससे ट्रेडर्स इसमें अच्छे से ट्रेड कर सकें. अभी तक इसमें केवल एक्सपर्ट ट्रेडर ही ट्रेड कर सकते थे लेकिन रिटेल ट्रेडर को इसकी अनुमति नहीं दी थी लेकिन अब इसे सभी के लिए ओपन कर दिया गया है आप भी एल्गो ट्रेडिंग करके अच्छा पैसा कमा सकते हैं.

इसे भी पढ़े?

आज आपने क्या सीखा?

हमे उम्मीद है कि हमारा ये (algo trading kya hai) आर्टिकल आपको काफी पसन्द आया होगा और आपके लिए काफी यूजफुल भी होगा क्युकी इसमे हमने आपको एल्गो ट्रेडिंग से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है.

हमारी ये (algo trading kya hai) जानकारी कैसी लगी कमेंट करके जरुर बताइयेगा और ज्यादा से ज्यादा लोगो के साथ भी जरुर शेयर कीजियेगा.

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