विदेशी मुद्रा दरों ऑनलाइन

ब्रोकर फीस

ब्रोकर फीस

Welcome to the Current Affairs Section of Adda247. If you are preparing for Government Job Exams, then it is very important for you to read the Daily Current Affairs. All the important updates based on current affairs are included in this Daily Current Affairs 2022 article.

स्क्रैच से फॉरेक्स ब्रोकर कैसे बनाएं?

फ़ोरेक्ष और क्रिप्टोकरेंसी बाजार लाभ कमाने के कई अवसर पेश करते हैं। कई उद्यमी और स्टार्ट-अप तेजी से तरीकों की तलाश में हैं कि बिटकॉइन ब्रोकरेज कैसे शुरू करें या फ़ोरेक्ष ब्रोकर कैसे बनाएं। जबकि कोई भी फ़ोरेक्ष ब्रोकर व्यवसाय बना सकता है, इसके लिए धन, समय और प्रयास की आवश्यकता होती है। अपने व्यवसाय को शामिल करने के अलावा, आपको उस देश की कानूनी आवश्यकताओं से परिचित होना चाहिए जहां आप काम करेंगे।

ब्रोकरेज फर्म शुरू करने की प्रक्रिया को नेविगेट करने में आपकी मदद करने के लिए, हमने नीचे दिए गए चरणों की रूपरेखा तैयार की है।

फ़ोरेक्ष ब्रोकर कैसे बनें?

पर्याप्त स्टार्ट अप पूंजी होने के अलावा, फ़ोरेक्ष ब्रोकर बनाने के लिए आपको कई अन्य घटकों की आवश्यकता होती है। पहला है बाजार पर शोध करना और आपके द्वारा दी जाने वाली सेवाओं के दायरे का निर्धारण करना। क्या आपका प्लेटफॉर्म केवल फिएट ट्रेडिंग का समर्थन करने वाला है या क्या आप क्रिप्टोकरेंसी को भी शामिल करने की योजना बना रहे हैं? यह एक नया और गतिशील बाजार है जो कई व्यापारियों को अपनी अस्थिरता के कारण आकर्षित करता है। मार्जिन ट्रेडिंग के बारे में क्या?

आपके द्वारा चुने गए उत्पादों का दायरा आपकी ब्रोकरेज फर्म के पंजीकरण के स्थान के लिए एक निर्णायक कारक होगा। कुछ क्षेत्राधिकार ब्रोकरेज के प्रति अधिक उदार हैं। चूंकि अलग-अलग देशों में लाइसेंसिंग आवश्यकताएं अलग-अलग हैं, इसलिए आमतौर पर अपतटीय क्षेत्रों और क्रिप्टो-फॉरवर्ड देशों जैसे एस्टोनिया, साइप्रस और ब्रिटिश वर्जिन द्वीप समूह की ओर देखने की सिफारिश की जाती है।

पंजीकरण प्रक्रिया के हिस्से के रूप में, आपको कॉर्पोरेट बैंक खाते स्थापित करने और विश्वसनीय पेमेंट सेवा प्रदाता खोजने की आवश्यकता होगी। यदि आप मार्जिन ट्रेडिंग का समर्थन करने की योजना बना रहे हैं, तो आपको क्रेडिट लाइन के बारे में बैंक से बातचीत करनी होगी। कुछ बैंकों में लंबी और जटिल सत्यापन और अनुमोदन प्रक्रियाएं होती हैं। आगे की योजना बनाएं और इस प्रक्रिया के लिए पर्याप्त समय दें। आपको KYC/AML सत्यापन प्रक्रियाओं के लिए व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने की आवश्यकता हो सकती है या सभी औपचारिक मामलों में आपका प्रतिनिधित्व करने के लिए एक स्थानीय वकील को एक अनुचर पर रखने की आवश्यकता हो सकती है।

एक फ़ोरेक्ष ब्रोकर बनने और बिना किसी समस्या के मंच चलाने के लिए, आपको IT पेशेवर, लेखाकार, कानूनी और सहायक कर्मियों की एक टीम की ब्रोकर फीस आवश्यकता होगी। यह सुनिश्चित करने के लिए न्यूनतम है कि आप डेटा सुरक्षा कानूनों का अनुपालन कर रहे हैं और आप सभी तकनीकी और कानूनी मुद्दों को समय पर हल करने में सक्षम हैं। ब्रोकरेज कंपनियों को अक्सर साइबर अपराधियों द्वारा लक्षित किया जाता है क्योंकि वे बड़ी मात्रा में वित्तीय लेनदेन की प्रक्रिया और भंडारण करते हैं। इसलिए आपको अपने सॉफ़्टवेयर, वेबसाइट और भुगतान प्रसंस्करण गेटवे की सुरक्षा के लिए एक ठोस ढांचे की आवश्यकता है। भले ही शुरुआत में आपके पास भौतिक कार्यालय स्थान न हो, आपका वर्चुअल कार्यालय पूरी तरह कार्यात्मक और सुरक्षित होना चाहिए।

फ़ोरेक्ष ब्रोकर क्यों बनें?

फ़ोरेक्ष ब्रोकरेज शुरू करने से निष्क्रिय आय अर्जित करने के लिए एक नया स्थान खुल सकता है। फ़ोरेक्ष और क्रिप्टो बाजार लाभ के लिए बड़ी संभावनाओं के साथ बहुत प्रतिस्पर्धी और गतिशील हैं।

यदि आप ब्रोकरेज फर्म शुरू करने का कोई तरीका ढूंढ रहे हैं, तो एक व्हाइट लेबल पार्टनर एक बेहतर विकल्प हो सकता है जब आप अभी शुरुआत कर रहे हों। एक नई ब्रोकरेज के लिए, इसका मतलब है कम परिचालन खर्च, कानूनी आवश्यकताओं में ढील और एक तेज सेट अप प्रक्रिया। पहले महीनों में, जब आप अभी भी एक ग्राहक आधार बनाने की कोशिश कर रहे हैं, तो व्हाइट लेबल पार्टनर सभी व्यापारिक कार्यों को संभालेगा। एक बार जब आप अपना ब्रांड और ग्राहक आधार स्थापित कर लेते हैं, तो आप संचालन और लाभ पर पूर्ण नियंत्रण लेने के बारे में सोचना शुरू कर सकते हैं। एक ब्रांड और ग्राहक आधार स्थापित करने के बाद, आपके ब्रोकरेज के लिए अतिरिक्त वित्तपोषण प्राप्त करना बहुत आसान है।

एक व्हाइट लेबल ब्रोकरेज प्रदाता के साथ काम करने से खर्च कम से कम रहता है। इसका मतलब है कि आप केवल वेबसाइट और ब्रोकरेज के 'फ्रंट एंड' के लिए जिम्मेदार होंगे, व्हाइट लेबल व्यवसाय बैकएंड संचालन का ख्याल रखेगा। अलग-अलग व्हाइट लेबल प्रदाताओं की अलग-अलग फीस होती है, इसलिए आपको एक साथी चुनने से पहले तुलना और शोध करने की आवश्यकता होती है। सामान्यतया, एक व्हाइट लेबल प्रदाता के साथ साझेदारी करने पर अपने आप से ब्रोकरेज स्थापित करने की तुलना में कम ब्रोकर फीस लागत आती है।

बिना ब्रोकर लाइसेंस के चल रहा रियल एस्टेट और प्रॉपर्टी डीलिंग का कार्य

बिना ब्रोकर लाइसेंस के चल रहा रियल एस्टेट और प्रॉपर्टी डीलिंग का कार्य

छतरपुर. बिना लाइसेंस प्रॉपर्टी कारोबार करने पर कुछ वर्ष पहले प्रशासन सख्त हुआ था। लेकिन जिले में कोई कार्रवाई नहीं की गई। जिससे अभी भी प्रतिबंध के बावजूद यह धंधा जारी है। यहां पर हर चौथा व्यक्ति खुद को प्रॉपर्टी एजेंट बताकर खरीद फरोक्त में दलाली कर हिस्सेदारी ले रहा है।
जिले में हालत यह है कि राजनेता, नगर पालिका पार्षद से लेकर दुकानदार भी बिना लाइसेंस के प्रॉपर्टी के कारोबार में लगे हैं। इसके साथ ही प्रॉपर्टी के नाम पर धोखाधड़ी की घटनाएं बढ़ी हैं। निरंतर मिल रही ऐसी शिकायतों के कारण ही बीते दो वर्ष पहले प्रशान ने इस दिशा में सख्त कदम उठाए जाने का ऐलान किया था। इस दौरान बिना बिना लायसेंस के प्रॉपर्टी डीलिंग और एजेंट का काम करने वालों ने बिना लायसेंस के कार्य नहीं करने की हिदायत दी थी। लेकिन इसके बाद भी अभी तक लगातार कोई भी व्यक्ति एजेंट या ब्रोकिंग को माक कर रहा है और संपत्ति की खरीद-फरोख्त में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। शहर में सैकडों की संख्या में लोग यह कार्य कर रहे हैं और इसकी जानकारी जिले के राजस्व सहित पुलिस और प्रशासन को हैं और इसके बाद भी कार्रवाई नहीं की जा रही है।

अगर है भरोसेमंद ब्रोकर की तलाश तो जरूर पढ़िए ये ख़बर

Navodayatimes

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। रियल एस्टेट ब्रोकर एक खरीददार और विक्रेता अथवा डिवैल्पर को मिलवाने से लेकर सौदे को अमली जामा पहनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अमेरिका, इंगलैंड या दुबई जैसे विकसित बाजारों में जहां ब्रोकर पंजीकृत, प्रमाणित और लाइसैंसधारी होते हैं वहीं भारत में आज भी यह क्षेत्र असंगठित तथा अव्यवस्थित है। ऐसे में ग्राहकों के लिए भरोसेमंद ब्रोकर की तलाश करना भी आसान नहीं है।

रियल एस्टेट (रैगुलेशन एंड डिवैल्पमैंट) एक्ट को इस वर्ष लागू किया जा रहा है। इसके तहत ब्रोकर या एजैंट की भूमिका को पहचान मिलेगी और उन्हें नियामक प्राधिकरण के पास खुद को पंजीकृत भी करवाना होगा। जब तक यह कानून पूरी तरह लागू नहीं होता तब तक एक भरोसेमंद रियल एस्टेट एजैंट या ब्रोकर की तलाश करने के लिए आपको निम्र बातों का ध्यान रखना होगा।

पड़ताल पर मेहनत करें

इन दिनों इंटरनैट जैसे माध्यमों की वजह से ग्राहकों के पास जानकारी जुटाने के अनेक सुगम साधन हैं। उन्हें सुनिश्चित करना चाहिए कि सम्पत्तियों के लेन-देन के बारे में वे हमेशा सतर्क रहें और केवल ब्रोकर द्वारा दी जाने वाली जानकारी पर ही निर्भर न करें। खरीददारों को सुनिश्चित बनाना चाहिए कि वे सम्पत्ति से जुड़ी लेन-देन की सभी बारीकियों को भी अच्छे से समझ लें।

निर्माणाधीन सम्पत्तियों के खरीददारों को और भी ज्यादा सावधान रहना चाहिए। उन्हें निर्माता या डिवैल्पर की कार्यशैली पर भरोसा होने पर ही उसकी परियोजना में निवेश करना चाहिए। सलाह दी जाती है कि खरीददार केवल अच्छी प्रतिष्ठा तथा बेहतर ट्रैक रिकार्ड वाले बिल्डरों से ही सम्पत्ति खरीदें।

यह भी जरूरी है कि खरीददार खुद को जरूरी दस्तावेजों के बारे में जागरूक रखें। दो पहलुओं से यह बात और भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाती है। पहला- यह सुनिश्चित बनाया जा सकता है कि बिल्डर के पास सभी जरूरी स्वीकृतियां हैं और दूसरा इससे ब्रोकर की लेन-देन संबंधी ज्ञान व योग्यता की पड़ताल भी हो सकती है।

खरीददारों को बाजार के बारे में अपनी ओर से भी रिसर्च कर लेनी चाहिए। कोई सम्पत्ति खरीदने से पहले संबंधित इलाके में निकट भविष्य में विकास की संभावनाओं पर गौर करना चाहिए। इसके लिए उस इलाके में सड़क या रेल मार्ग से आसान सम्पर्क होना चाहिए। साथ ही सभी आवश्यक मूल सुविधाएं जैसे पानी व बिजली की अच्छी उपलब्धता के साथ-साथ शॉपिंग के लिए बाजार, बच्चों की पढ़ाई के लिए शैक्षिक संस्थान, इलाज के लिए अस्पताल तथा मनोरंजन के लिए मॉल या सिनेमा आदि भी करीब होने चाहिएं।

जरूरत तथा बजट

खरीददार को अपनी उन सभी जरूरतों के बारे में पता होना चाहिए जिसकी चाह उन्हें अपने नए घर से हो। इसके लिए परिवार में सदस्यों की संख्या तथा उनकी अलग-अलग जरूरतों पर विचार करना होगा। ब्रोकर से सम्पर्क करने से पहले इन सभी जरूरतों की सूची बनाने के ब्रोकर फीस साथ-साथ अपना बजट भी तय कर लेना चाहिए। यह इसलिए भी जरूरी है कि बजट तय करने के बाद आप अपनी क्षमता से अधिक महंगी सम्पत्तियों के लालच में नहीं फंसेंगे जिनमें आपकी जरूरत से भी ज्यादा सुविधाएं उपलब्ध हों।

याद रखें कि अतिरिक्त सुविधाएं सम्पत्ति के मूल्य में इजाफा करती हैं। इसके अलावा आपको हर महीने ज्यादा मैंटीनैंस चार्ज भी अदा करने पड़ सकते हैं। सलाह यही दी जाती है कि खरीददार अपनी जरूरतों व वित्तीय क्षमता का ध्यान से आकलन करें और उसके बाद ही फैसला लें कि उन्हें कितनी महंगी सम्पत्ति की जरूरत है और किसे वे सच में खरीद भी सकते हैं।

आमतौर पर होम लोन की मदद से खरीदी जाने वाली सम्पत्ति के बाद अदा की जाने वाली मासिक किस्त कुल आय के 35 प्रतिशत से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। यदि खरीददार कोई एक सम्पत्ति खरीद रहा है तो उसे इस पर अदा किए जाने वाले कैपिटल गेन्स टैक्स का भी ध्यान रखना होगा।

ब्रोकर के बारे में जानकारी जुटाएं

खरीददार सुनिश्चित करें कि वे ब्रोकर का चयन करने से पहले उसके बारे में कुछ जरूरी जानकारी जुटा लें। पहले उसकी सेवाएं ले चुके लोगों से उसके बारे में काफी कुछ पता चल सकता है। साथ ही इससे पहले ब्रोकर द्वारा किए गए सौदों से भी उसके कामकाज के तौर-तरीकों तथा उसकी सत्यता के बारे में अंदाजा लग जाएगा। अच्छे अनुभव वाला ब्रोकर चुनना ही अकलमंदी होगी।

फीस की बात स्पष्ट कर लें

आमतौर पर ब्रोकर कमिशन के एवज में काम करते हैं जो सम्पत्ति के कुल मूल्य का तय प्रतिशत होता है। एक खरीददार के लिए ब्रोकर की फीस के ढांचे को अच्छे से समझना होगा। भी जान लें कि वह दूसरे पक्ष से कितना कमिशन ले रहा है। इससे आप उसकी नीयत के बारे में भी पता चल जाएगा।

प्रतिष्ठित ब्रोकर की ही सेवा लें

जहां तक ब्रोकर फीस संभव हो खरीददारों को बड़े व स्थापित ब्रोकर की सेवाएं ही लेनी चाहिएं। वे अपने काम में अधिक पेशेवर होते हैं और ग्राहकों से जरूरी बातें नहीं छिपाते हैं। साथ ही वे अपने क्लाइंट को कुछ ऐसी अन्य सेवाएं भी प्रदान कर सकते हैं जो एक छोटा ब्रोकर नहीं दे सकता। कम जाने-माने ब्रोकर या एजैंट के बारे में जानने के लिए स्थानीय ब्रोकर एसोसिएशन की मदद ले सकते हैं क्योंकि अधिकतर ब्रोकर ऐसे संगठनों से जुड़े होते हैं।

Hindi News से जुड़े अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करें।हर पल अपडेट रहने के लिए NT APP डाउनलोड करें। ANDROID लिंक और iOS लिंक।

सेबी ने प्रति लेनदेन पर ब्रोकर फीस 25% घटाकर 15 रु की

सेबी ने प्रति लेनदेन पर ब्रोकर फीस 25% घटाकर 15 रु की |_40.1

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने, विभिन्न बाज़ार बिचौलियों से नियामक द्वारा ले जाने वाले शुल्क में बदलाव करने के हिस्से के रूप में, दलाल शुल्क (ब्रोकर फीस) को 25% कम कर 1 करोड़ रु पर 15 रु प्रति लेन-देन ( transaction) करने का निर्णय लिया है। इस कदम से लेन-देन की कुल लागत के कम होने की संभावना है ।

सेबी ने सभी बाज़ार बिचौलियों और कंपनियों को अपना शुल्क डिजिटल मोड में भुगतान करने का विकल्प देने का निर्णय भी लिया है। इस कदम से भुगतान गेटवे के मुद्दों के कारण विफलताओं को कम करने में मदद मिलेगी।

TOPICS:

  • RBI Tokenization Rules: क्रेड�.
  • यूको बैंक और यस .
  • यूनियन बैंक ऑफ �.
  • विजय जसुजा को स�.
  • लेह ने बैंकिंग �.
  • RBI ने डिजिटल लेन-.
  • ‘ब्रेव हार्ट्स ऑफ भारत, विगनेट्स फ्रॉम इंडियन हिस्ट्री’ पुस्तक का विमोचन
  • सामूहिक हत्याओं के जोखिम वाले देशों की सूची: भारत 8वें स्थान पर
  • ग्लोबल एविएशन सेफ्टी रैंकिंग 2022 में भारत 48वें स्थान पर
  • केनरा बैंक ने बैंकर्स बैंक ऑफ द ईयर अवार्ड जीता
  • RBI ने भारतीय बैंकों के विदेशी कारोबार के लिए ढांचा जारी किया
  • सेबी की मंजूरी के बाद IDFC Mutual Fund का नाम बदलकर Bandhan Mutual Fund किया जाएगा
  • '112' मोबाइल ऐप मे�.
  • '15 वें प्रवासी भ�.
  • '2002 गोधरा दंगों' �.
  • 'APART' के तहत राइस �.
  • 'AYUSH' को अंग्रेजी .
  • 'BHIM' ऐप यूज़र्स अ�.

Leave a comment

Cancel reply

Recent Posts

  • ‘ब्रेव हार्ट्स ऑफ भारत, विगनेट्स फ्रॉम इंडियन हिस्ट्री’ पुस्तक का विमोचन
  • सामूहिक हत्याओं के जोखिम वाले देशों की सूची: भारत 8वें स्थान पर
  • ग्लोबल एविएशन सेफ्टी रैंकिंग 2022 में भारत 48वें स्थान पर
  • केनरा बैंक ने बैंकर्स बैंक ऑफ द ईयर अवार्ड जीता
  • RBI ने भारतीय बैंकों के विदेशी कारोबार के लिए ढांचा जारी किया
  • सेबी की मंजूरी के बाद IDFC Mutual Fund का नाम बदलकर Bandhan Mutual Fund किया जाएगा
  • Noise ने विराट कोहली को बनाया नया ब्रांड एंबेसडर
  • IIFL ने भारत का पहला पैसिव टैक्स-सेविंग फंड लॉन्च किया
  • RBI और वित्तीय सेवा एजेंसी, जापान ने केंद्रीय प्रतिपक्षकारों के क्षेत्र में सहयोग पत्र का आदान-प्रदान किया
  • WMO द्वारा जारी वैश्विक जल संसाधन रिपोर्ट 2021

IMPORTANT EXAMS

Our Other Websites

Most Important Exams

  • SBI PO Preparation
  • SSC JE Preparation

Exams Preparation

  • BANKING & INSURANCE
  • TEACHING

Entrance Exams

  • GATE & ESE
  • CUET Registration

Quick Links

Test Series

सेबी ने प्रति लेनदेन पर ब्रोकर फीस 25% घटाकर 15 रु की |_60.1


Welcome to the Current Affairs Section of Adda247. If you are preparing for Government Job Exams, then it is very important for you to read the Daily Current Affairs. All the important updates based on current affairs are included in this Daily Current Affairs 2022 article.

रेटिंग: 4.22
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 570
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *