चलती औसत का आवेदन

EPFO Latest Update
68वीं बीपीएससी 2022 अधिसूचना, पात्रता और चयन प्रक्रिया
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की ओर से 18 नवम्बर 2022 को बीपीएससी 68वीं परीक्षा अधिसूचना जारी की गयी है, आयोग द्वारा जारी परीक्षा कैलेंडर के अनुसार प्रारंभिक परीक्षा 12 फरवरी 2023 को आयोजित की जाएगी। बीपीएससी 68वीं परीक्षा को तीन चरणों में विभाजित किया गया है: प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) बिहार राज्य में सामान्य प्रशासनिक विभाग में पदों के लिए योग्य उम्मीदवारों का चयन करने के लिए प्रतिवर्ष यह परीक्षा आयोजित करता है। विभिन्न पद सामान्य प्रशासनिक विभाग के अंतर्गत आते हैं जैसे कि उपायुक्त, सहायक निदेशक, बिहार पुलिस अधीक्षक, वाणिज्य कर अधिकारी, चुनाव अधिकारी, राजस्व अधिकारी, कल्याण अधिकारी, आदि।
इस लेख के माध्यम से हम आपको वह सभी जानकारी प्रदान कर रहे हैं जो परीक्षा के लिए आवेदन करने से पहले जानना आवश्यक है, बीपीएससी पीसीएस / सीसीई के संबंध में सभी आवश्यक जानकारी प्राप्त करने के लिए आगे पढ़ें।
लगातार बढ़ती जा रही है पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स की मांग:
बता दें की Petroleum Products की मांग लगातार बढ़ती जा रही है, इसलिए इस क्षेत्र में अवसरों की कमी
नहीं. यह तेजी से विकसित होने वाला Sector है, जो Career Growth के कई अवसर प्रदान करता है. इसके
साथ, यह भी तय है कि आने वाले कई सालों में यह दुनिया की अर्थव्यवस्था का प्रमुख हिस्सा (Major Part Of The
Economy) बना रहेगा। आपको बता दें की इस फील्ड में उन लोगों के लिए करियर बनाने के बेहतरीन मौके (Best
Opportunities) हैं, जो चुनौतीपूर्ण और भरपूर कमाई वाली नौकरी की तलाश में हैं।
आपके लिए काफी अच्छा हो सकता है ये करियर ऑप्शन:
आपको बता दें की नई तकनीक और इंडस्ट्री (New Technology And Industry) में होने वाले बदलावों के
कारण इस सेक्टर में काम करने वालों को कभी बोरियत नहीं होती. अगर आपकी रूचि इस फील्ड में है, तो
Petroleum Engineering आपके लिए काफी अच्छा करियर ऑप्शन हो सकता है. यहां आकर्षक Salary और
रोजगार दोनों की गारंटी है. हालांकि, इसमें एंट्री करने और सफल होने के लिए आपके पास सही कौशल और अनुभव
यानि Skills & Experience होना चाहिए. बता दें की करियर टिप्स की कड़ी में हम Petroleum
यह भी पढ़े : Best Business Idea : आ गया शादियों का सीजन, आप भी शुरू करें यह खास बिजनेस, होगी लाखों में कमाई, जाने पूरी डिटेल्स…
Engineering Course करने से पहले आपको जो कुछ जानने की जरूरत है, उस पर चर्चा करेंगे।
सबसे पहले इस फील्ड को जानिए:
आपको बता दें की Petroleum Engineering, इंजीनियरिंग की ब्रांच है, जिसमें कच्चे तेल या प्राकृतिक
गैस प्रोडक्शन के बारे में अध्ययन किया जाता है. Petroleum Engineering ग्रेजुएट को पेट्रोलियम
इंजीनियर कहते हैं, Professional Petroleum के उत्पादन और खोज की दिशा में काम करते हैं. इस काम में
Geophysics, Petroleum Geology, Drilling, Economics और आर्टिफिशल लिफ्ट सिस्टम के ज्ञान की
आवश्यकता होती है. तेल के कुओं की ड्रिलिंग, चलती औसत का आवेदन तेल और Natural Gas को सुरक्षित व किफायती तरीके से
निकालने और प्रोसेस करने की जिम्मेदारी Petroleum Engineer की होती है। दूसरे शब्दों में, पेट्रोलियम
इंजीनियर (Petroleum Engineer) देश के पेट्रोलियम भंडार (Petroleum Reserves) का पता लगाते हैं और
कम से कम नुकसान (Least Damage) पहुंचाते हुए उसे हमारे लिए उपयोगी बनाते हैं।
पेट्रोलियम इंजीनियरिंग में एडमिशन के लिए योग्यता:
बता दें की Petroleum Engineering में एडमिशन के लिए उम्मीदवार को Science स्ट्रीम यानी Physics,
Chemistry, Maths, Biology विषय के साथ 12वीं पास होना चाहिए. इसके बाद पेट्रोलियम इंजीनियरिंग में
B.Tech, M.Tech और M.SC. की डिग्री हासिल की जा सकती है. B.E या B.Tech कोर्स में एडमिशन के लिए
एंट्रेंस टेस्ट का आयोजन होता है. एडमिशन के लिए संबंधित संस्थान द्वारा आयोजित एंट्रेंस एग्जाम या फिर
JEE जैसी परीक्षा उत्तीर्ण होना जरूरी है. Petroleum Engineering Course चार साल का होता है. हालांकि,
इसमें डिप्लोमा कोर्स भी किया जा सकता है. कुछ संस्थान 12वीं के अंकों के आधार पर भी Admission देते हैं. इस
फील्ड में M.Tech करने के लिए Chemical या पेट्रोलियम इंजीनियरिंग में बीई या बीटेक होना चाहिए।
वहीं इन कोर्सेज के अलावा Petroleum Engineering में रिसर्च करने की काफी संभावनाएं हैं।
अब Google भी करेगा छंटनी, 10 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा सकता है : रिपोर्ट
दुनिया में मंदी की सुगबुगाहट के बीच एक के बाद एक बड़ी-बड़ी कंपनियां अपने कर्मचारियों को निकाल रही हैं. अब इस लिस्ट में गूगल (Google Layoffs)का नाम भी जुड़ने जा रहा है. Google की पेरेंट कंपनी Alphabet ने 10 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की तैयारी कर ली है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, खराब प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को निकाल बाहर किया जाएगा. गूगल से पहले ट्विटर (Twitter), अमेजन (Amazon), फेसबुक (Facebook-Meta) जैसी दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनियों ने बड़ी मात्रा में कर्मचारियों की छंटनी की थी.
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द इंफॉर्मेशन की एक रिपोर्ट के अनुसार, गूगल परफॉर्मेंस इम्प्रूवमेंट और रैंकिंग प्लान योजना लागू करके लगभग 10 हजार कर्मचारियों की छंटनी करने की योजना बना रहा है. नई प्रणाली के तहत, कंपनी ने प्रबंधकों से 6 फीसदी स्टाफ को निकालने जा रही है. इस योजना के तहत गूगल के प्रबंधक कर्मचारियों की ग्रेडिंग कर उन्हें बोनस व अन्य अनुदान देने से भी रोक सकेंगे. रिपोर्ट बताती है कि नई प्रणाली के तहत उन कर्मचारियों के प्रतिशत को भी कम करती है जो उच्च ग्रेड हासिल कर सकते हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, अल्फाबेट में लगभग 1 लाख 87 हजार कर्मचारी काम कर रहे हैं. अल्फाबेट ने अभी तक रिपोर्ट पर टिप्पणी नहीं की है. इससे पहले आई रिपोर्ट में कहा गया था कि कंपनी स्टाफ को जॉब कट की दशा में नई भूमिका के लिए आवेदन करने के लिए 60 दिन का वक्त देगी.
रिपोर्ट के मुताबिक, कई दिग्गज टेक कंपनियों ने कोविड महामारी के दौरान ऑनलाइन गतिविधियों में बड़ा दांव लगाया था, ताकि महामारी के कम होने पर भी यह जारी रहे. लेकिन वैसा नहीं हुआ. ऐसे में ज्यादातर कंपनियां घाटा होने की बात कर रही हैं. गूगल की छंटनी से पहले तक इस साल बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों में करीब 1,20,000 कर्मचारियों की नौकरी जा चुकी है.
Weather Update चलती औसत का आवेदन News : इस बार सर्दी के मौसम में होगा गर्मी का अहसास, गेहूं और सरसों की फसल को हो सकता है नुकसान
Weather Update News : पूरे देश में सर्दी शुरू हो गई है। दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई
राज्यों में हल्की ठंड का असर देखा जा रहा है. लेकिन दिन में
गर्मी ने लोगों को परेशान कर रखा है। ऐसे में लोगों के मन में
यह सवाल उठ रहा है कि इस बार कितनी ठंड पड़ेगी।
इस सवाल का जवाब मौसम विभाग ने दिया है।
मौसम विभाग का कहना है कि इस बार सर्दी कुछ ज्यादा ही
गर्म रहने की उम्मीद की जा सकती है। चलती औसत का आवेदन दिसंबर से फरवरी के
बोनस के रूप में मिलते हैं कम-से-कम इतने हजार
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ( Employees Provident Fund Organisation ) लाभ हर पीएफ खाताधारक के लिए उपलब्ध है जो 20 साल की शर्त को पूरा करता है ! इनमें से जिनका औसत मूल वेतन पांच हजार रुपये तक है ! उन्हें सेवानिवृत्ति पर 30 हजार रुपये का पेंशन ( Pension ) मिलता है ! इसी तरह 5001 रुपये से 10 हजार रुपये तक के मूल वेतन वाले लोगों को सेवानिवृत्ति पर 40 हजार रुपये का बोनस दिया जाता है ! जिनका मूल वेतन 10 हजार रुपये से अधिक है उन्हें ईपीएफओ ( EPFO ) द्वारा 50 हजार रुपये का बोनस दिया जाता है !
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) ने भी पीएफ ( PF ) खाताधारक की असामयिक मृत्यु के मामले में कम से कम 2.5 लाख रुपये का बीमा कवर प्रदान करने का निर्णय लिया है ! ईडीएलआई बीमा कवर भी अब बढ़ाकर 7 लाख रुपये कर दिया गया है ! इस बदलाव से पहले न्यूनतम बीमा कवर का कोई प्रावधान नहीं था और अधिकतम कवर 6 लाख रुपये था !