Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है

भारत में दो बड़े स्टॉक एक्सचेंज है – एक है NSE यानी National Stock Exchange और दूसरा है BSE यानी Bombay Stock Exchange. इन्ही स्टॉक एक्सचेंज में कंपनी लिस्ट होती है जिसके शेयर हम ब्रोकर की मदद से खरीदते और बेचते है।
स्टॉक कितने प्रकार के होते है?
वह स्टॉक जो हाई पीई रेशो पर ट्रेंड होते है और स्टॉक की वैल्यू तेज गति से बढ़ती है वह ग्रोथ स्टॉक होते है। ग्रोथ स्टॉक वाली कंपनी अपने शेयरधारको को डिविडेंड नही देती है क्योकी ऐसा माना जाता है कि ग्रोथ स्टॉक वाली कंपनी के पास भविष्य में अधिक अवसर होते है।
- वैल्यू स्टॉक (Value stock)
वैल्यू स्टॉक वह होते है जो लॉ पीई रेशो पर ट्रेंड होते है तथा प्राइस बुक वैल्यू भी कम होता है उन्हें वैल्यू स्टॉक कहते है। वैल्यू स्टॉक वाली कंपनी के पास भविष्य में अधिक अवसर नही होते इसलिए इन स्टॉक का डिविडेंड रेशो अधिक होता है।
- डिविडेंड स्टॉक (Dividend stock)
डिविडेंड स्टॉक जब कंपनी अपने प्रॉफिट में से अपने शेयरधारको को कुछ हिस्सा देती है उन शेयर को डिविडेंड स्टॉक कहते है। लेकिन Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है डिविडेंड केवल प्रॉफिट होने पर ही मिलता है यह आवश्यक नही है कि सभी कंपनी डिविडेंड देती है तथा प्रत्येक बार देती है डिविडेंड देना कंपनी पर निर्भर करता है।
FREE Stock Market Course Online In Hindi – स्टॉक मार्केट कोर्स
यदि आप इन्वेस्टिंग और और ट्रेडिंग सीखना चाहते हैं तो आप यहां से सीखना शुरू कर सकते हैं हमारा पूरा प्रयास रहेगा कि हम सभी चीजें आपको सरल भाषा में बताएं :
> स्टॉकमार्केटकोर्सकिसकेलिएहै ?
1. जो स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करना चाहते हैं।
2. जो ऑनलाइन पैसा कमाना पसंद करते हैं।
3. जिनके पास कैपिटल है और वह इन्वेस्टमेंट करना चाहते हैं।
4. जो रोज पैसा कमाना चाहते हैं।
> About Stock Market Course :
इस कोर्स में स्टॉक मार्किट के सभी फंडामेंटल बताये जायेंगे, हम दावा करते है की आप स्टॉक मार्किट में एक अच्छे ट्रेडर और इन्वेस्टर बन सकते है इस कोर्स में क्या शामिल है चलिए जानते है :
स्टॉक कितने प्रकार के होते हैं (How many types of stocks are there)
इस तरह की कंपनी लगातार अपने प्रॉफिट को मैनेज करने में सफल होती है इस तरह की कंपनी में Dividend स्टॉक कम होता है या नहीं होता है इस तरह की कंपनी अपने स्टॉक होल्डर को Dividend देगी या नहीं देगी यह निश्चित नहीं होता है और इस तरह के स्टॉक सबसे ज्यादा रिस्की होते हैं मतलब Growth स्टॉक में सबसे ज्यादा रिस्क होता है
2. मूल्य स्टॉक (Value stock) = वैल्यू स्टॉक में डिस्काउंट अवेलेबल होते हैं जो प्राइस उसका निश्चित होता है उसमें भी वह डिस्काउंट कर देते हैं और कभी कभी Value स्टॉप पर कंपनी अपने प्रॉफिट पर डिस्काउंट भी देती है मतलब अपने प्रॉफिट का कुछ हिस्सा अपने शेयर होल्डर को Dividend के रूप में बांट देती है उसे Value स्टॉक कहते हैं
अन्य दो प्रकार और भी है स्टॉक के
1.ब्लू चिप स्टॉक (Bluechip stock)
ब्लू चिप स्टॉक उन कंपनी के स्टॉक होते है जो अपने सेक्टर में लीडर होती है और इनकी लार्ज कैपिटल होती है। ब्लू चिप स्टॉक भरोसेमंद और Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है इन्वेस्टर की पहली पसंद होते है। क्योकि यह स्टॉक नियमित रूप से प्रॉफिट कमाने में सक्षम है। यदि ब्लू चिप स्टॉक में अधिक समय के लिए Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है निवेश किया जाए तो यह अधिक लाभकारी हो सकता है।
2.पैनी स्टॉक (Penny stock)
Penny का अर्थ है- पैसे । वह स्टॉक जिनकी वैल्यू बहुत कम (यानी 1 रुपये से 25 रुपये तक) होती है और मार्किट कैपिटल 100 करोड़ से अधिक नही होती है उन्हें पैनी स्टॉक कहते है। पैनी स्टॉक में निवेश करना सुरक्षित नही माना जाता है यह स्टॉक में बहुत जोखिम होता है।
डिलीवरी ट्रेडिंग शुल्क- delivery trading charges in Hindi :
- डिलीवरी ट्रेडिंग में सबसे पहला शुल्क GST का लगता है ये GST का शुल्क Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है 18% देना होता है वो भी ब्रोकरेज और ट्रांजेक्शन चार्ज दोनों पर देना होता है
- 1899 में भारत स्टाम्प एक्ट ने गवर्नमेंट को डिलीवरी ट्रेडिंग पर स्टाम्प शुल्क लगाया गया है
- इसमें STT (security transaction tax) लगता है जो की 0.25% खरीद और बिक्री पर लगता है इसके अलावा CTT और ट्रांजेक्शन चार्ज भी डिलीवरी ट्रेडिंग में सामिल है
- बात करे exchange transition charge की इसमें NSE और BSE कुछ चार्ज लेते है यह चार्ज आपको 0.00325% खरीद और बिक्री पर देना होता है
- ब्रोकरेज चार्ज आपको 0.2% देना ही पड़ता है कुछ ब्रोकरेज चार्ज जीरो होता है और फुल ब्रोकरेज सर्विस में 0.2% ब्रोकरेज देना ही पड़ता है
निष्कर्ष :
दोस्तों यदि आप सुरुआती ट्रेडर है और आप डिलीवरी ट्रेडिंग के बारे में जानते है तो आपके लिए ये जरुरी होगा की आप लगातार डिलीवरी ट्रेडिंग में बने रहे क्योकि डिलीवरी ट्रेडिंग एक लॉन्ग टर्म प्रोसेस है
उम्मीद करते है हमारे द्वारा Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है बताई गयी जानकारी डिलीवरी ट्रेडिंग को लेकर आपको समझ आ गयी होगी क्योकि आप सुरुआती निवेशक है तो ये बाते जानना बहुत जरुरी होता है इसके अलावा हमारे द्वारा जानकारी में कोई कमी है तो आप कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बता सकते है हम आपकी समस्या का निराकरण देने की कोशिश करेंगे |
लास्ट में ये कहना सही रहेगा की जब भी आप इन्वेस्ट करने का सोचते है उससे पहले उस ट्रेडिंग और शेयर्स की सम्पूर्ण जानकारी जुटा लेना चाहिए ताकि आप नुकशान से बच कसो हलाकि ट्रेडिंग एक येसा प्लेटफार्म है जहा आपको नुकशान भी झेंलना पड़ सकता है लेकिन उस नुकशान से कुछ न कुछ सिखने भी मिलता है |
ऑनलाइन ट्रेडिंग क्या है? | Online Trading in Hindi
इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के मदत से शेयर को खरीदने और बेचने की सुविधा को ऑनलाइन ट्रेडिंग (Online Trading in Hindi) कहा जाता है। शेयर के अलावा आप मच्यूल फंड, करेंसी,कमोडिटी और Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है अन्य वित्तीय सिक्योरिटीज को आप ऑनलाइन खरीद सकते है।
किसी भी ऑनलाइन स्टॉक ब्रोकर के साथ घर बैठे अकाउंट खुलवाकर आप ट्रेडिंग शुरू कर सकते है।
ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है? | Types of Trading in Hindi
ट्रेडिंग के मुख्य रूप से तीन प्रकार होते है।
इंट्राडे ट्रेडिंग, पोजिशनल,स्विंग ट्रेडिंग। आइए सबसे पहले जानते है इंत्राडे ट्रेडिंग क्या है?
इंट्राडे ट्रेडिंग | Intraday Trading in Hindi
बहुत से Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है लोग शेयर मार्केट में कम समय में मुनाफा कमाना चाहते है। उनके लिए इंट्राडे ट्रेडिंग अच्छा ऑप्शन हो सकता है।
एक ही दिन के अंदर शेयर खरीदकर बेचना इसी को इंट्राडे ट्रेडिंग कहता है।शेयर मार्केट सुबह 9:15 को खुलता है और 3:30 को बंद होता है। उसी समय के बीच में अगर आप शेयर खरीद कर बीच देते है तो उसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए आपको शेयर मार्केट के बारे में अच्छी जानकारी होनी चाहिए। अगर आप अच्छे से इंट्राडे ट्रेडिंग सीख गए तो आप दिन के हजारों रुपए कमा सकत है। लेकिन इसमें नुकसान होने की भी पूरी संभावना होती है। इंट्राडे ट्रेडिंग में रहने वाली जोखिमों से अज्ञात होते हुए कई बार ट्रेडर इंट्राडे ट्रेडिंग में भारी नुक्सान कर बैठते है।
ट्रेडिंग कैसे Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है सीखे | How to Learn Trading in Hindi
आपने ट्रेडिंग क्या है? ट्रेडिंग के कितने प्रकार होते है ये बाते तो जान ली आइए अब जानते जानते Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है है कि ट्रेडिंग कैसे सीखे(How to Learn Trading in Hindi)
यूटयूब एक ऐसा जरिया है जहां से आप ट्रेडिंग सीख सकते है।आपको यूट्यूब के ऊपर बहुत सारे चैनल मिलेंगे जहां से आप फ्री में ट्रेडिंग सीख सकते है। गूगल पर भी ऐसी बहुत वेबसाइट उपलब्ध है जहां से आप ट्रेडिंग के बारे में जानकारी ले सकते है।
ट्रेडिंग सीखनी के लिए आप किसी अच्छी किताब को पढ़ सकते है।दोस्तों अगर आपको किताबे पढ़ना पसंद है तो आप किताब से भी ट्रेडिंग सीख सकते हो।आप ऐसे लोगों की किताब पढ़े जिन्होंने ट्रेडिंग में सफल होकर अच्छा पैसा कमाया है।आपको इंटरनेट पर ट्रेडिंग के ऊपर बहुत सारे ई-बुक भी मिल जाएंगे जिन्हें आप अपने मोबाइल या कंप्यूटर पर पढ़ सकते है।
दोस्तों आपको शेयर मार्केट के बारे ऑनलाइन और ऑफलाइन बहुत सारे फ्री और पेड कोर्सेस मिल जाएंगे।इन कोर्सेस कि मदद से आप ट्रेडिंग सीख सकते हो।