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Ind vs SA: दक्षिण अफ्रीका को हराकर भारत सीरीज में 1-1 से बराबर, Ishan-Shreyas ने खेली शानदार पारी

रांची: भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन वनडे मैचों की सीरीज का दूसरा मुकाबला रांची में खेला गया। दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और भारत के सामने 279 रन का लक्ष्य रखा। टीम के कप्तान तेम्बा बावुमा इस मैच में नहीं खेले। उनके स्थान पर केशव महाराज कप्तानी कर रहे हैं। भारत की ओर से ऑलराउंडर शाहबाज अहमद को डेब्यू करने का मौका मिला है। टीम इंडिया सीरीज में बराबरी करने के लिए उतरी है। दक्षिण अफ्रीका लखनऊ में पहला वनडे जीतकर 1-0 से आगे है। उसकी नजर सीरीज में अजेय बढ़त लेने पर है।

ईशान शतक नहीं बना पाए
नंबर-3 पर बल्लेबाजी करने मैदान में उतरे ईशान किशन ने धमाकेदार प्रदर्शन किया और 84 बॉल में 93 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 4 चौके और 7 छक्के लगाए, लेकिन वह शतक नहीं बना पाए। किशन ने श्रेयस अय्यर के साथ 155 बॉल में 161 रन की साझेदारी निभाई।

South Africa’s playing XI: यानेमन मलान, क्विंटन डिकॉक (विकेटकीपर), रीजा हेंड्रिक्स, एडेन मार्करम, हेनरिच क्लासेन, डेविड मिलर, वेन पार्नेल, केशव महाराज (कप्तान), ब्योर्न फोर्च्यून, कगिसो रबाडा, एनरिच नोर्त्जे।

India’s playing XI: शिखर धवन (कप्तान), शुभमन गिल, ईशान किशन, श्रेयस अय्यर, संजू सैमसन (विकेटकीपर), वॉशिंगटन सुंदर, शाहबाज अहमद, शार्दुल ठाकुर, कुलदीप यादव, मोहम्मद सिराज, आवेश खान।

Allahabad-Indian Bank Merger : जरूरी अपडेट्स! जारी हो चुका है आपका नया IFSC कोड, ऐसे मिलेगा

इलाहाबाद बैंक का इंडियन बैंक के साथ विलय हो चुका है. 1 जुलाई, 2021 से बैंक का IFSC कोड यानी Indian Financial System Code बदल चुका है, ट्रांजैक्शन जारी रखने के लिए ग्राहकों को नया IFSC कोड अपडेट कराना होगा.

Allahabad-Indian Bank Merger : जरूरी अपडेट्स! जारी हो चुका है आपका नया IFSC कोड, ऐसे मिलेगा

Allahabad Bank का Indian Bank से 1 अप्रैल, 2020 को विलय हो चुका है.

इलाहाबाद बैंक का इंडियन बैंक के साथ विलय हो चुका है. ऐसे में अब बैंक के ग्राहकों के लिए बहुत सारी चीजें बदल गई हैं. 1 जुलाई, 2021 से बैंक का IFSC कोड यानी Indian Financial System Code बदल चुका है, ट्रांजैक्शन जारी रखने के लिए ग्राहकों को नया IFSC कोड अपडेट कराना होगा. इस विलय से ग्राहकों के लिए IFSC कोड के अलावा, मोबाइल बैंकिंग ऐप, चेक बुक और बैंक का पुराना पासबुक IFC मार्केट भी बदल चुका है.

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बता दें कि दोनों बैंकों का विलय 1 अप्रैल, 2020 को ही हो गया था. बैंक कई महीनों से नए बदलावों तो लेकर ग्राहकों को जागरूक कर रहा है, लेकिन अभी तक सभी IFC मार्केट ग्राहकों का ट्रांजिशन नहीं हो पाया है. और अब नया IFSC कोड भी लागू हो गया है. बैंक का IFSC कोड 'IDIB' से शुरू होगा.

क्या हैं नए बदलाव और कैसे अपनाना है इन्हें?

- जिन लोगों का इलाहाबाद बैंक में अकाउंट रहा है, उन्हें अब ऑनलाइन बैंकिंग के लिए इंडियन बैंक का ऐप indOASIS डाउनलोड करना पड़ेगा.

- ग्राहक इंटरनेट बैंकिंग के लिए इस लिंक http://indianbank.net.in का इस्तेमाल कर सकेंगे.

- अब बैंक का IFSC कोड 'ALLA' की बजाय 'IDIB' से शुरू होगा.

- आप या तो नए IFSC कोड के लिए अपने होम ब्रांच जाकर जानकारी मांग सकते हैं या फिर www.indianbank.in/amalgamation इस लिंक पर जाकर कोड पता कर सकते हैं.

- इसके अलावा ग्राहक अपने रजिस्टर्ड नंबर से 92688 01962 मोबाइल नंबर पर SMS कर सकते हैं और एक मैसेज के जरिए उन्हें अपना IFSC कोड पता चल जाएगा. आपको इस फॉर्मेट में मैसेज करना होगा- IFSC

- इलाहाबाद बैंक के ग्राहक 1800 425 00000‬ इस कस्टमर केयर नंबर पर कॉल करके भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.

- इंडियन बैंक के ब्रांचों पर नई चेकबुक और पासबुक मिलने लगी हैं, आप वहां जाकर अपना नया प्रति ले सकते हैं.

फंड जुटाने की तैयारी: फिनो पेमेंट बैंक और उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक लाएंगे IPO, श्रेम ग्रुप भी इनविट से जुटाएगा 600 करोड़ रुपए

इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) के जरिए कंपनियों का फंड जुटाना लगातार जारी है। 2021 में अब तक 9 कंपनियां IPO लॉन्च कर चुकी हैं। 7 मार्च को साल का 9वां IPO MTAR टेक्नोलॉजीज IFC मार्केट अंतिम दिन 200 गुना से ज्यादा सब्सक्राइब हुआ, जो तीन साल में सबसे ज्यादा भरने वाला IPO है।

इश्यू लाने की तैयारी में कंपनियां
शेयर बाजार के पॉजिटिव सेंटिमेंट के चलते कंपनियों में पब्लिक इश्यू लाने की होड है। अब तीन नई कंपनियों का नाम सामने आया है, जो जल्दी ही इश्यू ला सकती हैं। इनमें डिजिटल पेमेंट कंपनी फिनो पेमेंट बैंक और उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक शामिल हैं, जबकि श्रेम ग्रुप इंफ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट ट्रस्ट (इनविट) जरिए फंड जुटाएंगे।

फिनो पेमेंट बैंक जुटाएगी 1,200 करोड़ रुपए
फिनो पेमेंट बैंक IPO के जरिए 1,000 से 1,200 करोड़ रुपए जुटाना चाहती है। इसके लिए एक्सिस कैपिटल, नोमुरा, ICICI सिक्योरिटीज और CLSA को अपना इंवेस्टमेंट बैंकर और लीड मैनेजर नियुक्त किया है। कंपनी जल्द ही मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रोस्पेक्टस (DRHP) फाइल करने वाली है।

फिनो पेमेंट बैंक में BPCL सहित ब्लैकस्टोन का भी निवेश
अगर सेबी फिनो पेमेंट बैंक के IPO को मंजूरी देती है, तो यह किसी भी भारतीय डिजिटल पेमेंट बैंक का पहला IPO होगा। इसमें भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL), LIC, ICICI ग्रुप, IFC, इंटेल कैपिटल और अमेरिकी प्राइवेट इक्विटी फर्म ब्लैकस्टोन जैसी बड़ी कंपनियों का निवेश है। फिनो पेमेंट बैंक का कॉम्पिटिशन एयरटेल पेमेंट बैंक, इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक, पेटीएम पेमेंट बैंक, जियो पेमेंट बैंक और NSDL पेमेंट बैंक से है।

इस कंपनी के पास खुद के 3 लाख से अधिक बैंकिंग प्वाइंट्स हैं और BPCL के साथ पार्टनरशिप में 8 हजार से ज्यादा आउटलेट्स हैं। इसके अलावा कंपनी के पास साझेदारी में 2.5 लाख बैंकिंग प्वाइंट्स हैं, जिससे इसके बैंकिंग प्वाइंट्स की कुल संख्या करीब 5.5 लाख हो जाती है। कंपनी अगले 3 साल में और 10 लाख आउटलेट्स खोलने की योजना पर काम कर रही है।

उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक IPO में 750 करोड़ रुपए के फ्रेश शेयर जारी करेगी
उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक (USFB) 1,350 करोड़ रुपए जुटाने के लिए IPO लाने की तैयारी में है। इसके लिए सेबी के पास DRHP भी फाइल किया है, जिसमें बैंक ने कहा है कि वह इश्यू के लिए 750 करोड़ रुपए का फ्रेश शेयर और प्रमोटर 600 करोड़ रुपए के शेयर ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिये जारी करेगी।

IPO से पहले 250 करोड़ रुपए जुटाने की योजना
कंपनी अपने इन्वेस्टमेंट बैंकर्स के साथ बातचीत करके 250 करोड़ रुपए का प्री-IPO प्लेसमेंट भी लाने की सोच रही है। IPO के लिए उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक ने ICICI सिक्योरिटीज, IIFL सिक्योरिटीज, कोटक इन्वेस्टमेंट बैंक को अपना लीड मैनेजर नियुक्त किया है। IPO के जरिये जुटाये गए फंड का इस्तेमाल टियर-1 शहरों में अपने कैपिटल बेस को मजबूत बनाने और सामान्य कॉर्पोरेट जरूरतों को पूरा करने में करेगी।

सबसे अधिक मुनाफे वाला स्मॉल फाइनेंस बैंक
वित्त वर्ष 2019-20 में उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक की टोटल इनकम 1,406.24 करोड़ रुपए रहा, जो पिछले साल 958.25 करोड़ रुपए था। कंपनी का नेट प्रॉफिट 186.74 करोड़ रुपए रहा, यह FY19 में 110.87 करोड़ रुपए था। ग्लोबल रेटिंग एजेंसी क्रिसिल (CRISIL) के मुताबिक, यह सबसे अधिक मुनाफे वाला स्मॉल फाइनेंस बैंक (SFB) है।

श्रेम ग्रुप इनविट के जरिए जुटाएगी 600 करोड़ रुपए
श्रेम ग्रुप ने इंफ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट ट्रस्ट (InvIT) IPO लाने की तैयारी में है। सूत्रों के मुताबिक यह 600 करोड़ रुपए का हो सकता है। इस इश्यू का मैनेजर ICICI सिक्योरिटीज होगा, जबकि इनविट की यूनिट नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर लिस्ट होगी।

इस ग्रुप के प्रमोटर्स चटवाल बंधु हैं, जो भारत में फेयरमॉन्ट होटल्स की चेन चलाते हैं। मुंबई स्थित नानावटी हॉस्पिटल में भी इसकी हिस्सेदारी है। रेटिंग एजेंसी फिच की घरेलू यूनिट इंडिया रेटिंग्स ने श्रेम के इनविट को ट्रिपल ए रेटिंग दी है।

IAS, IPS और IFS की रैंक कैसे होती है निर्धारित, कहां और कितना है ट्रेनिंग का समय

UPSC rank wise post and salary

UPSC की परीक्षा भारत की सबसे कठिन Exams में से एक है। सालों तैयारी के बाद आखिरकार एक Aspirant अपने सपने को पूरा करता है। इस परीक्षा में लाखों लोग हर साल बैठते हैं, लेकिन मट्ठी बर लोगों को ही इसमें सफलता मिल पाती है। वैसे तो UPSC क्वालीफाई करना ही बड़ी बात है, लेकिन बड़ी पोस्ट पर जाना आपको औधे को और भी ज्यादा बढ़ा देता है। इस एग्जाम को पास करने के बाद IAS, IFS, IPS और IRS जैसी अधिकारियों का चयन किया जाता है। लेकिन इन अधिकारियों की रैंक का चयन किस तरह से किया जाता है, यह जानना बेहद दिलचस्प है।

आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि आखिर किस तरह से IAS, IPS या IRS की रैंक तय की जाती है। तो देर किस बात की आइए जानते हैं UPSC Exam से जुड़ी ये खास जानकारियां।

UPSC में हैं कुल 24 सर्विसेस-

Facts Related UPSC Exam

बता दें कि लोक संघ आयोग यानी UPSC एग्जाम में कुल 24 सर्विसेस होती हैं। इन सर्विसेस के लिए अधिकारियों का चयन UPSC Exam के द्वारा किया जाता है। इस परीक्षा को 2 कटेगरी में बांटा जाता है। पहली है ‘ऑल इंडिया सर्विसेस’ और दूसरी है ‘सेंट्रल सर्विसेस’।

ऑल इंडिया सर्विसेस -

ऑल इंडिया सर्विसेस IFC मार्केट के जरिए IPS और IRS का चयन किया जाता है। इनमें जो भी Aspirants चुने जाते हैं उन्हें केंद्र शासित प्रदेशों और राज्यों का कैडर दिया जाता है।

सेंट्रल सर्विसेस-

सेंट्रल सर्विसेस को 2 कटेगरीज में बांटा गया है। ग्रुप ए सर्विसेस में इंडियन फॉरेन सर्विस, इंडियन रेवेन्यू सर्विसेस, इंडियन रेलवे सर्विस और इंडियन इंफॉर्मेशन सर्विस जैसी सर्विसेज शामिल हैं। वहीं ग्रूप बी में आर्म्ड फोर्सेज हेडक्वार्टर सिविल सर्विस, दिल्ली एंड अंडमान निकोबार आइलैंड सिविल और पुलिस सर्विसेस आती हैं।

सबसे पहले होता है प्रीलिम्स एग्जाम-

upsc exam

UPSC का पहला चरण प्रीलिम्स एग्जाम से शुरू होता है। जिसके लिए ग्रेजुएट होना जरूरी है। इसमें 2- 2 घंटे को 2 पेपर होते हैं। पहले पेपर के आधार पर कटऑफ निर्धारित होता है, वहीं 2सरे पेपर की में 33 फीसदी नंबर लाने वाले Aspirants ही परीक्षा क्वालीफाई कर सकते हैं।

प्रीलिम्स एग्जाम के बाद होती है मेन्स की परीक्षा-

प्रीलिम्स एग्जाम के बाद मेन्स की परीक्षा होती है। इसमें 2 पेपर लैंग्वेज के होते हैं, जिसमें आपको 33 फीसदी नंबर लाने होते हैं। दोनों पेपर 3- 3 घंटे के होते हैं। इनमें से एक पेपर में आपको निबंध लिखना होता है तो वहीं दूसरे 3 घंटे में अपनी पसंद के अलग-अलग विषयों पर निबंध लिखना होता है। इसके अलावा मेंस में ही जनरल स्टडीज के 4 पेपर होते हैं। जिनके लिए 3-3 घंटे का समय मिलता है। आखिर में ऑप्शनल पेपर होता है, जिसमें 2 एग्जाम देने होता हैं। इसका विषय भी उम्मीदवार द्वारा ही चुना जाता है। मेंस एग्जाम की मेरिट लिस्ट में क्वालीफाइंग पेपर को छोड़कर सभी पेपर्स को शामिल किया जाता है।

इस तरह निर्धारित की जाती है रैंक-

मेंस क्वालीफाई करने के बाद उम्मीदवार को डिटेल एप्लीकेशन फॉर्म भरना होता है, जिसे DAF कहा जाता है। इसके आधार पर Aspirants का पर्सनैलिटी टेस्ट लिया जाता है। इंटरव्यू में मिले नंबर को जोड़कर मेरिट लिस्ट बनाई जाती है और इसी आधार पर ही ऑल इंडिया रैंक निर्धारित की जाती है।

कैटेगरी के हिसाब से तय की जाती है रैंकिंग-

IAS Ki Rank Kaise Decide Hoti Hai

रिजर्वेशन कैटेगरी के हिसाब से इन Aspirants की रैंकिंग तैयार होती है। रैंकिंग तैयार की जाती है और रैंकिंग के आधार पर ही IAS, IPS या IFS को रैंक दी जाती है। सबसे टॉप रैंक वालों को IAS का पद मिलता है, लेकिन कई बार टॉप रैंक वालों की प्रेफरेंस के हिसाब से उन्हें IPS या IRS की रैंक भी दी जाती है। इसके बाद के रैंक वालों के IPS और IFS की पोस्ट दी जाती है।

ऑफीसर्स और उनका ट्रेनिंग पीरियड-

IAS ऑफीसर्स की ट्रेनिंग कुल 2 साल की होती है, जिसे कई तरह के चरणों में बांटा गया है। वहीं IPS ट्रेनी ऑफीसर्स का ट्रेनिंग पीरियड 11 महीने का IFC मार्केट होता है। इसके साथ IFS ऑफीसर का ट्रेनिंग पीरियड कुल 36 महीनों का होता है। इस दौरान इन ऑफीसर्स को खास स्किल्स सिखाई जाती हैं।

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