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कैंडलस्टिक चार्ट के उपयोग करने के फायदे

कैंडलस्टिक चार्ट के उपयोग करने के फायदे
तकनीकी विश्लेषण में क्या शामिल है? तकनीकी विश्लेषण में क्या शामिल है?

Candle Stick Chart Pattern

Candlestick pattern in Hindi | Analysis | chart | PDF

क्या आप जानते है की कैंडलस्टिक चार्ट क्या है(candlestick in Hindi) और कैंडलस्टिक चार्ट का एनालिसिस कैसे किया जाता है? अगर आप नहीं जानते तो यह लेख आपके लिए काफी लाभप्रद होने वाला है | क्योंकि इस लेख के माध्यम से हम आपके साथ कैंडलस्टिक चार्ट के सन्दर्भ में सभी कैंडलस्टिक चार्ट के उपयोग करने के फायदे इम्पोर्टेन्ट इनफार्मेशन को Hindi में शेयर करने वाले है जिसे आसानी से समज में आये|

कैंडलस्टिक चार्ट शेयर बाजार में शेयर की कीमतों का टेक्निकल एनालिसिस करने के लिए काफी उपयोगी है| शेयर बाजार में सबसे महत्वपूर्ण यह तय करना है की शेयर को कब खरीदना चाहिए और कब बेचना चाहिए| कैंडलस्टिक चार्ट के उपयोग करने के फायदे कैंडलस्टिक चार्ट के द्वारा हमें शेयर की price का अंदाजा लगाने में आसानी होती है|

किसी भी शेयर की price का अंदाजा लगाने के लिए उस शेयर के भूतकाल में हुए ट्रेडिंग को अवश्य देखना चाहिए| भूतकाल में क्या बदलाव हुए थे और किसी एक निश्चित समय पर शेयर ने कैसा परफॉर्म किया था उस पर से कैंडलस्टिक चार्ट बनता है| जो हमें आने वाले समय में शेयर कैसा परफॉरमेंस करेगा यह समजने में मदद करेगा|

कैंडलस्टिक चार्ट बनता कैसे है?(candlestick patterns in hindi)

यह chart किसी एक निश्चित समय में शेयर के मूल्य में जो भी परिवर्तन आता है उससे बनता है| शेयर के लिए सबसे महत्वपूर्ण चार वैल्यू होती है जो की इस तरह है| इस चार value के आधार कैंडलस्टिक चार्ट (candlestick patterns) बनता है| इस chart या पैटर्न को बनाने के लिए Body और shadow की आवश्यकता होती है| निचे दी गयी आकृति में यह अच्छे से समजाया है की कैंडलस्टिक चार्ट कैसे बनता है और उसमे Body और shadow का कोनसा हिस्सा किस कीमत को दर्शाता है|

आकृति में दिया गया ग्रीन स्क्वायर candlestick patterns की बॉडी को दर्शाता है और उपर नीची दो काली लाइन shadow को दर्शाती है|

candlestick patterns को बनाने के लिए दो तरह के रंग को अधिक प्रयोग होता है लाल और हरा| लेकिन यह कोई भी व्यक्ति अपनी सुविधा के अनुसार बदल सकता है|

कैंडलस्टिक चार्ट का एनालिसिस (Candlestick chart analysis in Hindi)

कैंडलस्टिक चार्ट का एनालिसिस करने के लिए उसकी बॉडी (Body) और shadow को अच्छे से समजना चाहिए|

Candlestick chart body analysis

इस chart में बॉडी को दो रंगों से दिखाया जाता है| आम तौर पर इसे लाल और हरे रंग से ही दिखाया जाता है लेकिन कुछ किस्सों में इसे काले और सफ़ेद रंग में दिखाया जाता है| बॉडी chart का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है| यह ओपन price और क्लोजिंग price को मिलाकर बनता है|

opening price की कीमत closing price से अधिक हो तब यह माना जाता है की मार्केट में डाउनट्रेड चल रहा है| लाल या काले रंग का कैंडलस्टिक बॉडी डाउनट्रेड को दर्शाता है| लाल रंग की बॉडी में ओपन price उपर की और दिखाया जाता है और क्लोजिंग price निचे की और दिखाया जाता है|

Closing price की कीमत opening price से अधिक हो तो यह माना जाता है की मार्केट में अपट्रेड चल रहा है| जब की हरा या सफ़ेद कैंडलस्टिक बॉडी अपट्रेड को दर्शाता है| हरे रंग की बॉडी में ओपन price निचे की और दिखाया जाता है और क्लोजिंग price उपर की और दिखाया जाता है|

कैंडलस्टिक चार्ट से सिख और खासीयत

  • जब भी chart में लाल रंग की बॉडी अधिक दिखे तब बेचना और हरे रंग की बॉडी दिखे तब बेचना चाहिए|
  • तकनिकी आधार पर इस chart का एनालिसिस करना काफी फायदेमंद रहता है|
  • intra-day ट्रेडर को candlestick chart analysis करना काफी मददरूप रहता है|
  • इसे एनालिसिस समय थोड़ी फ्लेक्सिबिलिटी रखनी चाहिए|

Candlestick पैटर्न के कई फायदे है| जिसमे से इस लेख में हम आपको दो सबसे अधिक महत्वपूर्ण है इस पर बात करेंगे|

यह बाजार में कब प्रवेश करना (Entry) मतलब की खरीदारी करना और बाजार में से कब बहार निकलना अर्थात कब शेयर की बिक्री करने का अच्छा समय दर्शाता है|

Intraday जैसी पद्धतियों से ट्रेडिंग करना काफी जोखिम कारक है| ऐसे में यह पद्धति से काफी लाभ होता है और सही अंदाजा लगाया जा सकता है जोखिम कितना है| और ट्रेडिंग करना चाहिए या नहीं|

what is Japanese charts Candlesticks pattern - कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न क्या है

यदि आप stock market, commodity market अथवा currency market में ट्रेडिंग या इन्वेस्टिंग करते है तो आपको कैंडल स्टिक चार्ट पैटर्न का ज्ञान होना बहुत ही जरूरी है,इनका अविष्कार जापान के चावल के व्यापारियों ने किया था इसलिए इनको Japanese Candlesticks Pattern के नाम से जाना जाता है। यह रियल टाइम प्राइस एक्शन को दर्शाता है, इसके साथ आप lagging indicator टेक्निकल टूल्स का उपयोग करके बहुत अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकते हैं जैसे RSI, Stochastic Oscillator आदि, इनका उपयोग केवल सिग्नल को कन्फर्म करने के लिए करना चाहिए, ज्यादातर बड़े निवेशक यही युक्ति अपनाते हैं। आप एक technical indicator यूज़ करके श्योर हो सकते कि Candlestick pattern जो बता रहा है वह सही है या नहीं। इस पोस्ट को पड़ने के बाद आप किसी भी कैंडलस्टिक चार्ट को बहुत ही आसानी से कैंडलस्टिक चार्ट के उपयोग करने के फायदे समझ सकते हैं। Price action strategy को समझने के लिए Technical Analysis के साथ -साथ कैडलस्टिक्स पैटर्न को समझना भी बहुत ही जरूरी है तभी आप stocks में entry तथा exit के सही समय के बारे में जान पाएगें। Japanese Candlestick Chart Pattern Analysis in Hindi.

Basic Candle Stick Pattern:


Candlestick दो प्रकार की होती हैं, पहली bullish candlestick (बुलिश ) तथा दूसरी bearish candlestick (बेयरिश), बुलिश कैंडलस्टिक हरे या सफेद रंग होती हैं तथा बेयरिश लाल या काले रंग की होती है। बुलिश यानि बुल्स (BULLS ) जो मार्केट को ऊपर ले जाना चाहते हैं, बेयर्स ( BEARS) जो मार्केट को गिरना चाहते हैं। स्टॉक मार्केट में एक तरह से बुल्स और बेयर्स के बीच में फाइट होती रहती है जिस दिन मार्केट गिरता है उस दिन बेयर्स की जीत होती है तथा लाल रंग की कैंडल बनती है तथा जिस दिन मार्केट चढ़ता है उस दिन बुल्स की जीत होती है तथा हरे रंग की कैंडल बनती है। कैंडल के रंग से हमे यह पता चल जाता है कि stock market को कंट्रोल कौन कर रहा है ? बुल्स या बेयर्स तथा कौन कंट्रोल खो रहा है ? इनके हिसाब से हम अपनी प्राइस एक्शन स्ट्रेटेजी बना सकते हैं।

यदि शेयर के बंद होने का प्राइस शेयर के खुलने के प्राइस से ऊपर है तो हरे अथवा सफेद रंग की कैंडल बनेगी और यदि शेयर के बंद होने का प्राइस शेयर के खुलने के प्राइस से नीचे है तो लाल अथवा काले रंग की कैंडल बनेगी। आप उपर्युक्त चित्र में देख सकते हैं। Candlestick के बीच का जो हिस्सा होता है उसे Real body कहते हैं। Real body के ऊपर और नीचे जो पतली लाइन होती है उसे शैडो (shadow ) या विक (wick )कहते हैं। Upper shadow का टॉप शेयर के हाई प्राइस को दर्शाता है तथा Lower shadow का निचला सिरा शेयर के low प्राइस को दर्शाता है। यदि कैंडल की रियल बॉडी छोटी होती है तो यह कम मात्रा में buying और selling के रुझान को दर्शाती है।
लम्बी हरी जापानी कैंडलस्टिक स्ट्रांग बाइंग प्रेशर को दर्शाती है, इसमें शेयर के प्राइस अपने खुलने के प्राइस से ऊपर बंद होते हैं। लम्बी लाल कैंडलस्टिक स्ट्रांग सेलिंग प्रेशर को दर्शाती है तथा इसमें प्राइस अपने खुलने के प्राइस से नीचे बंद होते हैं। छोटी शैडो वाली Japanese candlestick ये दर्शाती है कि ज्यादातर ट्रेडिंग सेशन अपने ओपनिंग एवं क्लोजिंग प्राइस के आसपास ही घूमता रहा।

कैंडलस्टिक पैटर्न कई प्रकार हैं उन्हें निम्नलिखित कैटेगरी में बाँटा जा सकता हैं -


एक - बेसिक कैंडलस्टिक पैटर्न
दो - सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न
तीन - डबल कैंडलस्टिक पैटर्न
चार - ट्रिपल कैंडलस्टिक पैटर्न
Opening and closing time of stock market in India

Candlesticks pattern एक बड़ा सब्जेक्ट है इसलिए इसको एक पोस्ट में कवर नहीं किया सकता, इसके ऊपर मैं और भी पोस्ट लिख रही हूँ। कृपया कैंडलस्टिक पैटर्न की सम्पूर्ण जानकारी के लिए उन्हें भी पढ़े।
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कैंडलस्टिक चार्ट

कैंडलस्टिक चार्ट किसी असेट के मूल्य में उतार-चढ़ाव का एक ग्राफिकल प्रतिनिधित्व है। प्रत्येक कैंडलस्टिक की समय-सीमा अनुकूलन योग्य है और एक निश्चित अवधि का प्रतिनिधित्व कर सकती है। प्रत्येक कैंडलस्टिक में खुली कीमत/करीबी कीमत/उच्च कीमत/कम कीमत के साथ-साथ अवधि में उच्चतम और निम्नतम मूल्य शामिल होता है।

कैंडलस्टिक कैसे काम करता है, इस बारे में अधिक विस्तृत जानकारी के लिए, हमारे बायनेन्स अकादमी कैंडलस्टिक चार्ट का शुरुआती गाइड देखें ।

अपने कैंडलस्टिक चार्ट को अनुकूलित करने के लिए, [ट्रेडिंगव्यू] में किसी भी कैंडल पर डबल क्लिक करके उसकी सेटिंग खोलें।

  • [शैली] आपको अपनी कैंडलस्टिक के दिखने के तरीके को बदलने की अनुमति देती है।
  • [स्केल] आपके कैंडलस्टिक के स्केलिंग और मार्जिन के लिए कई विकल्प प्रदान करता है, जिसमें ऑटो स्केल, लॉग स्केल और प्रतिशत स्केल शामिल हैं।
  • [पृष्ठभूमि] कैंडलस्टिक चार्ट की पृष्ठभूमि का रूप बदलने के लिए विकल्प प्रदान करता है।
  • [समयक्षेत्र/सत्र] आपको अपना समय क्षेत्र चुनने की अनुमति देता है।

कैंडलस्टिक अंतराल

प्रत्येक कैंडलस्टिक द्वारा दर्शाई गई समय-सीमा को ग्राफ के ऊपर डिफॉल्ट विकल्पों में से किसी एक को चुनकर बदला जा सकता है। यदि आपको अधिक अंतराल की आवश्यकता है, तो दाईं ओर नीचे की ओर स्थित तीर पर क्लिक करें।

यहां आप एक नया अंतराल चुन सकते/सकती हैं या अपने डिफॉल्ट विकल्पों में अधिक अंतराल जोड़ने के लिए [संपादित करें] बटन दबा सकते/सकती हैं।

ड्रॉइंग उपकरण

चार्ट के बाईं ओर आपके चार्टिंग विश्लेषण में सहायता के लिए कई ड्राइंग टूल और विकल्प प्रदान किए गए हैं । टूल के प्राथमिक फंक्शन की विविधताओं को खोजने के लिए आप प्रत्येक टूल पर राइट-क्लिक भी कर सकते/सकती हैं।

एक पंक्ति में ग्राफ

एक लाइन चार्ट बार चार्ट या कैंडलस्टिक चार्ट से अलग होता है। स्टॉक की कीमत की गति को मापने में आपकी सहायता करने के लिए लाइन चार्ट पर एक लाइन को दर्शाया गया है, जैसा कि नाम में है। बार और कैंडलस्टिक चार्ट की तुलना में लाइन चार्ट को समझना अधिक कठिन होता है।

बार चार्ट की तरह, कैंडलस्टिक चार्ट मूल्य परिवर्तन दर्शाते हैं। यह एक निश्चित अवधि (15 मिनट, 1 घंटा, 4 घंटे आदि) के लिए स्टॉक, कमोडिटी या फॉरेक्स शेयर के ओपनिंग, हाई, लो और क्लोज (OHLC) को निर्धारित करने के लिए भी उपयोग किया जाता है।

बार चार्ट में स्टॉक को बार द्वारा दर्शाया जाता है। कैंडलस्टिक चार्ट में, शेयर की कीमत को मोमबत्तियों द्वारा दर्शाया जाता है। कैंडलस्टिक चार्ट बार चार्ट, लाइन चार्ट और अन्य प्रकार के चार्ट की तुलना में व्याख्या करना आसान होता है। एक तेजी के बाजार में, मोमबत्तियां हरी होती हैं, जबकि एक नकारात्मक बाजार में, मोमबत्तियां लाल होती हैं।

अंक और अंकों के साथ आरेख (Diagram with points and figures)

अंक और आंकड़ों के साथ आरेख बार चार्ट, जैसे कैंडलस्टिक चार्ट, स्टॉक मूल्य में उतार-चढ़ाव की भविष्यवाणी करने के लिए उपयोग किए जाने वाले ग्राफिक का एक प्रकार है। 1898 में प्रकाशित अपनी पुस्तक “हॉयल” में लेखक “हॉयल” ने इस तकनीक का परिचय दिया। नतीजतन, इसका उपयोग पुरानी चार्टिंग तकनीक में किया जाता है।

इस चार्ट दृष्टिकोण में, दो प्रकार के आंकड़े हैं: शून्य और क्रॉस। शून्य संख्या का उपयोग लाल बाजार, यानी मंदी के बाजार को दर्शाने के लिए किया गया है। क्रॉस को हरे रंग के रूप में प्रदर्शित किया जाता है, जो एक तेजी से बाजार का संकेत देता है।

तकनीकी विश्लेषण बुनियादी शब्दावली

Bear Market – बैल शब्द का तात्पर्य किसी ऐसे व्यक्ति से है जो बुलिश हो। बुल एक शब्द है जिसका इस्तेमाल शेयर बाजार में एक ऊपर की ओर प्रवृत्ति की दिशा में शेयर बाजार की गति का वर्णन करने के लिए किया जाता है।

(Bear Market) एक ऐसा शब्द है जिसका अर्थ है “मंदी”। कैंडलस्टिक चार्ट के उपयोग करने के फायदे शेयर बाजार के शब्दजाल में, मंदी का मतलब है कि शेयर बाजार का रुझान नीचे जा रहा है।

इंट्राडे – डे ट्रेडर्स को इंट्राडे ट्रेडर्स के रूप में भी जाना जाता है। इस रणनीति में भाग लेने के लिए आपको बाजार खुलने के बाद शेयर खरीदना चाहिए और बाजार बंद होने से पहले शेयर बेचना चाहिए। शेयर बाजार में इंट्राडे ट्रेडिंग का मतलब एक ही दिन में एक ही स्टॉक को खरीदना और बेचना है।

स्विंग ट्रेडिंग को आज एक स्टॉक खरीदने और इसे बेचने से पहले एक सप्ताह से अधिक समय तक रखने के रूप में परिभाषित किया गया है।

Heiken Ashi कैंडलस्टिक चार्ट पहचान और प्रयोग

जापानी शब्दों Heiken Ashi का अर्थ है “औसत बार” – औसत मूल्य का बार| यह परिवर्तनीय घातों के बगैर भी आंकड़ों का बहुत अच्छी तरह विश्लेषण कर सकता है| बेसिक जापानी कैंडलस्टिक चार्ट से विकसित हुआ, Heiken Ashi चार्ट में हाई, लो और समाप्ति पर कैंडलस्टिक चार्ट के उपयोग करने के फायदे कीमतें आदि सभी औसत के फार्मूला द्वारा एडजस्ट की हुई होती हैं| फार्मूला लगाने के लिए आपको जापानी कैंडलस्टिक चार्ट लगाना होता है| खास तौर पर फार्मूला कुछ ऐसा होता है:

Recipe for calculating Heiken Ashi candles

  • Close: जापानी कैंडल समाप्ति पर मूल्य है
  • Open: जापानी कैंडल की शुरुआत पर मूल्य
  • High: जापानी कैंडल पर उच्चतम मूल्य
  • Low: जापानी कैंडल पर सबसे कम मूल्य
  • HA Open: Heiken Ashi कैंडलस्टिक पर शुरूआती मूल्य
  • HA Close: Heiken Ashi कैंडलस्टिक पर समाप्ति मूल्य
  • 0: वर्तमान सत्र
  • -1: पिछला सत्र
  • Max: विकल्पों में उच्चतम मूल्य
  • Min: विकल्पों में निम्नतम मूल्य

Heiken Ashi कैंडल्स के लाभ?

ट्रेंड की पहचान करना आसान है

Heiken Ashi कैंडलस्टिक चार्ट की सहायता से प्राइस ट्रेंड की पहचान करना आसान होता है| निचली छाया रहित UP(बढ़त) कैंडल मजबूत अपट्रेंड दिखाती है, जबकि ऊपरी छाया रहित DOWN(गिरावट) कैंडल मजबूत डाउनट्रेंड दिखाती है| Heiken Ashi कैंडल पर रिवर्स विश्लेषण तकनीक बहुत आसानी से लग जाती है| पिछली कैंडल की जानकारी के औसत से बनी होने के कारण Heiken Ashi कैंडलस्टिक चार्ट में कोई गैप नहीं होते हैं|

Heiken Ashi candlestick in technical analysis Photo: Olymp Trade

शोर कम करना

जब बाजार में संतुलन होता है और अस्थिरता बहुत कम होती है तो Heiken Ashi कैंडलस्टिक तकनीक शोर को कम करती है| यह ट्रेडरों को इस जोन में ट्रेडिंग करने से बचने में सहायता करती है| खासतौर पर गैप का शोर जिसके कारण विश्लेषण टूल कीमत का विश्लेषण नहीं कर पाते| औसतों के मीन द्वारा, अधिक आसान विश्लेषण के लिए जानकरी देकर, यह अनावश्यक उतार-चढ़ाव को कम करती है|

Heiken Ashi और Renko के बीच अंतर

Heiken Ashi चार्ट दो क्रमागत कैंडल्स की जानकारियों के आधार पर औसत के सूत्र का उपयोग करता है| इसी बीच, Renko चार्ट केवल स्पष्ट आकार वाली गतिविधियाँ दिखाता है| Renko चार्ट में बॉक्स के आकार होते हैं जो समय द्वारा नियंत्रित नहीं होते बल्कि अप और डाउन चाल को फॉलो करते हैं| Heiken Ashi हर निश्चित समयावधि में नयी कैंडलस्टिक बनाती है जबकि Renko केवल तब नया ब्लॉक बनाती है जब कीमत में एक विशेष वृद्धि होती कैंडलस्टिक चार्ट के उपयोग करने के फायदे है|

Swing के लिए उचित नहीं होती है

Heiken Ashi तकनीक विश्लेषण के लिए दो क्रमागत सत्रों की जानकारी का उपयोग करती है, इसलिए इस अक्सर दीर्घावधि ट्रेडिंग के लिए प्रयोग किया जाता है| जो ट्रेडर Swing ट्रेडिंग करना पसंद करते हैं उनके लिए यह ठीक नहीं है| फिर भी, ट्रेडरों को अक्सर तत्काल कदम उठाने पड़ते हैं लेकिन Heiken Ashi समय पर प्रतिक्रिया नहीं देती है| थोड़ी बहुत ट्रेडिंग करने के बाद आपको यह पता चलने लगेगा|

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