इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज

लीबिया में पाइपलाइन बंद होने से 10 दिनों की ऊंचाई पर कच्चा तेल, भारत में बढ़ सकते हैं पेट्रोल-डीजल के दाम
तनावग्रस्त लीबिया से कच्चे तेल की आपूर्ति प्रभावित होने से सोमवार को तेल के दाम में एक फीसदी से ज्यादा की तेजी इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज आई। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव तकरीबन 10 दिनों की ऊंचाई पर चला गया है।
Reported by: IANS
Published on: January 20, 2020 14:23 IST
लीबिया में पाइपलाइन बंद होने से 10 दिनों की ऊंचाई पर कच्चा तेल
नई दिल्ली। तनावग्रस्त लीबिया से कच्चे तेल की आपूर्ति प्रभावित होने से सोमवार को तेल के दाम में एक फीसदी से ज्यादा की तेजी आई। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव तकरीबन 10 दिनों की ऊंचाई पर चला गया है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में आई तेजी से घरेलू वायदा में भी तेल के भाव में तेजी का रुझान बना हुआ था।
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मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर कच्चे तेल के फरवरी अनुबंध में पूर्वाह्न् 10.50 बजे 57 रुपये यानी 1.37 फीसदी की तेजी के साथ 4,219 रुपये प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था, जबकि इससे पहले तेल का भाव 4,222 रुपये प्रति बैरल तक उछला। अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड के मार्च डिलीवरी अनुबंध में 1.31 फीसदी की तेजी के साथ 65.70 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले ब्रेंट क्रूड का भाव 66 डॉलर प्रति बैरल तक उछला। बीते नौ जनवरी के बाद का ब्रेंट क्रूड के दाम का यह सबसे ऊंचा स्तर है।
वहीं, न्यूयार्क मर्के टाइल एक्सचेंज (नायमैक्स) पर अमेरिकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) के मार्च डिलीवरी अनुबंध में 1.14 फीसदी की तेजी के साथ 59.25 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था। काफी लंबे अरसे से राजनीतिक अस्थिरता के दौर से गुजर रहे लीबिया की ताजा घटना से तेल की आपूर्ति प्रभावित होने की आशंकाओं से कीमतों में तेजी आई है। लीबिया में फौज द्वारा एक पाइपलाइन को बंद किए जाने के बाद नेशनल ऑयल कॉरपोरेशन ने कहा कि उसने दक्षिण-पश्चिम इलाके में दो ऑयलफील्ड को बंद करना शुरू कर दिया है।
भारत में फिर बढ़ सकते हैं पेट्रोल-डीजल के दाम
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में तेजी आने से भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में फिर इजाफा हो सकता है। घरेलू तेल विपणन कंपनियों ने बीते पांच दिनों से पेट्रोल और डीजल की कीमतें घटाकर उपभोक्ताओं को बड़ी राहत दी है। लगातार पांच दिनों की कटौती के बाद दिल्ली में पेट्रोल 72 पैसे प्रति लीटर सस्ता हो गया है और डीजल का दाम भी 80 पैसे प्रति लीटर कम हो गया है।
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल के दाम घटकर क्रमश: 74.98 रुपये, 77.58 रुपये, 80.58 रुपये और 77.89 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं। वहीं, चारों महानगरों में डीजल की कीमत भी घटकर क्रमश: 68.26 रुपये, 70.62 रुपये, 71.57 रुपये और 72.13 रुपये प्रति लीटर हो गई है।
पेट्रोल के दाम में सोमवार को दिल्ली और कोलकाता में 11 पैसे, जबकि मुंबई में 10 पैसे और चेन्नई में 12 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई। वहीं, डीजल के दाम फिर दिल्ली और कोलकाता में 19 पैसे, जबकि मुंबई और चेन्नई में 20 पैसे प्रति लीटर कम हो गए हैं।
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Petrol-Diesel Price Today: देश में पेट्रोल-डीजल के भाव किसी से भी नहीं छुपे है। बुधवार के दिन इसके भाव में काई बदलाव नहीं देखा गया, वहीं अगर आज के भाव यानी 25 अगस्त 2021 की बात करें तो पेट्रोल-डीजल के भाव में आज भी कोई परिवर्तन देखने को नहीं मिला। मंगलवार के दिन पेट्रोल-डीजल की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई थी और यही भाव बिना किसी परिवर्तन के आज देखने को मिला। ओएमसी द्वारा जारी भाव के अनुसार आज दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 101.49 रूपये और डीजल की कीमत 88.92 रूपये प्रति लीटर दर्ज की गई है। वहीं अगर महानगर मुंबई में इसकी आज की कीमत पर नजर डालें तो 107.53 रूपये प्रति लीटर है, चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 99.20 रूपये प्रति लीटर दर्ज की गई है। चलिए इसी सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए बड़े शहरों में आज के पेट्रोल-डीजल के दाम जानते हैं।
जानकारी के लिए आपको बतादें कि इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज पर ब्रेंट कच्चे तेल का अक्टूबर अनुबंध 65.18 डाॅलर पर कारोबार कर रहा था, तो वहीं अब वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बीच फ्यूल की कीमतों में कटौती आंकी गई है। लेकिन लोग ऐसी आस लगाए हुए हैं कि एक न एक बार फिर से पेट्रोल और डीजल अपने भाव पर आएगा और जन-साधारण को राहत की सांस देगा। मंगलवार को केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि सरकार फ्यूल में हो रही वृध्दि के मुद्दे पर बहुत संवेदनशील है आने वाले माह में जरूर लोगों को इससे राहत मिलेगी। मंत्री ने बताया कि वैश्विक तेल की कीमतें धीरे-धीरे कम हो रही हैं और स्थिर हो रही है। वहीं दूसरी ओर सरकार का बचाव करते हुए मंत्री ने कहा कि केन्द्र 32 रूपये प्रति लीटर का उत्पाद शुल्क लगाता है, और इससे जो फायदा होता है उसे वह विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं में खर्च करता है।
मंत्री ने यह भी बताया कि केंद्र सरकार न सिर्फ पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों को लेकर बल्कि हमारी अन्य जिम्मेदारियों के प्रति भी बहुत संवेदनशील है। सरकार ने 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन, मुफ्त टीके और अन्य सभी सुविधाएं प्रदान की हैं, बस यही कारण है कि ईंधन से जो उत्पाद शुल्क लगता है उससे प्राप्त राजस्व विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं पर खर्च किया जाता है। अप्रैल 2010 से लेकर अभी तक इस उत्पाद शुल्क में कोई भी बढ़ोत्तरी नहीं की गई है। पुरी ने बताया कि देश में ईंधन की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार द्वारा निर्धारित की जाती हैं, कयोंकि कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए ने 2010 में तेल की कीमतों को विनियमित किया था। उन्होंने यह भी बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा लगाए गए उत्पाद शुल्क के बाद तमाम राज्य वैट भी लगाते हैं।
जानकारी के लिए आपको बतादें कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड की कीमत के आधार पर विदेशी मुद्रा दरों के साथ पेट्रोल-डीजल की इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज कीमत रोजाना अपडेट की जाती है। ऑयल मार्केटिंग कंपनी फ्यूल की कीमतों की समीक्षा के बाद रोज पेट्रोल और डीजल के दाम तय करती है। हिन्दुस्तान पेट्रोलियम, भारत पेट्रोलियम और इंडियन ऑयल तेल कंपनियां हर दिन सुबह विभिन्न शहरों की पेट्रोल-डीजल की कीमतों की जानकारी अपडेट करती हैं।
RBI ने बैंकों से Libor को बंद करने के लिए निर्देश दिए
LIBOR एक ब्याज दर औसत है जिसकी गणना लंदन में अग्रणी बैंकों द्वारा प्रस्तुत अनुमानों के आधार पर की जाती है। LIBOR को पहले BBA Libor (British Bankers’ Association Libor or trademark BBA LIBOR) कहा जाता था। LIBOR के प्रशासन की जिम्मेदारी इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज के पास है। यह दुनिया भर में अल्पकालिक ब्याज दरों के लिए प्राथमिक बेंचमार्क है। 2021 के अंत तक LIBOR को चरणबद्ध तरीके से समाप्त कर दिया जाएगा। इसलिए, बाजार सहभागियों को अन्य जोखिम-मुक्त दरों की ओर परिवर्तन के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
LIBOR दरों की गणना कैसे की जाती है?
अवधि से अधिक LIBOR दरों की गणना प्रमुख बैंकों द्वारा प्रदत्त दरों के औसत के रूप में की जाती है। इस दर का उपयोग तब ऋण उपकरणों और डेरिवेटिव जैसे मुद्रा स्वैप और ब्याज दर स्वैप की कीमत के लिए किया जाता है।
लगातार 11वें दिन बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम, जानें आज की कीमत
अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज यानी आईसीई पर बुधवार को अगस्त डिलीवरी ब्रेंट क्रूड के वायदा अनुबंध में पिछले सत्र से 1.12 फीसदी की कमजोरी के साथ 40.50 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था।
नई दिल्ली। पेट्रोल और डीजल की महंगाई का सिलसिला बुधवार को 11वें दिन जारी रहा, जबकि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव में नरमी बनी रही। लगातार 11 दिनों की बढ़ोतरी के बाद देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 6.02 रुपए प्रति लीटर महंगा हो गया है और डीजल की कीमत 6.42 रुपये प्रति लीटर बढ़ गई है। तेल विपणन कंपनियों ने बुधवार को दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल की कीमतों में क्रमश: 55 पैसे 53 पैसे, 53 पैसे, 49 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की। वहीं, डीजल के दाम में चारों महानगरों में क्रमश: 60 पैसे, 54 पैसे, 57 पैसे और 52 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई।
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल की कीमत बढ़कर क्रमश: 77.28 रुपये, 79.08 रुपये, 84.15 रुपये और 80.86 रुपये प्रति लीटर हो गई। डीजल का दाम भी चारों महानगरों में बढ़कर क्रमश: 75.79 रुपये, 71.38 रुपये, 74.32 रुपये और 73.69 रुपये प्रति लीटर हो गया है।
अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज यानी आईसीई पर बुधवार को अगस्त डिलीवरी ब्रेंट क्रूड के वायदा अनुबंध में पिछले सत्र से 1.12 फीसदी की कमजोरी के साथ 40.50 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था।
वहीं, न्यूयार्क मर्के टाइल एक्सचेंज यानी नायमैक्स पर अमेरिकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट यानी डब्ल्यूटीआई के जुलाई डिलीवरी अनुबंध पिछले सत्र से 1.69 फीसदी की नरमी के साथ 37.73 डॉलर प्रति बैरल पर कोराबार चल रहा था।
कच्चे तेल का भाव 61 डॉलर के पार , क्या आगे और बढ़ेंगी पेट्रोल-डीजल कीमतें ?
वैश्विक अर्थव्यवस्था ( Global Economy ) में रिकवरी के साथ तेल की मांग बढने की उम्मीदों से दाम में तेजी बनी हुई है जिससे कच्चे तेल ( Crude Oil ) के उत्पादन में कटौती से सपोर्ट मिल रहा है.
Crude Oil price international market: आज डॉलर इंडेक्स में गिरावट देखी जा रही है. सुबह के 11 बजे डॉलर इंडेक्स -0.04% की गिरावट के साथ 92.882 के स्तर पर था. बॉन्ड यील्ड में आज गिरावट देखने को मिल रही है. इस समय 10 साल का अमेरिकी बॉन्ड यील्ड -0.87% की गिरावट के साथ 1.347 फीसदी के स्तर पर है. लगातार तीसरे दिन इंटरनेशनल मार्केट में कच्चा तेल मजबूती दिखा रहा इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज है. इस समय यह 71.45 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर है.
Feb 09, 2021 | 2:41 PM
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव एक साल से ज्यादा समय के उंचे स्तर पर बना हुआ है. बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड 61 डॉलर प्रति बैरल के उपर चला गया है जोकि 24 जनवरी 2020 के बाद का सबसे उंचा स्तर है. अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड के अप्रैल डिलीवरी अनुबंध में मंगलवार को बीते सत्र से 0.58 फीसदी की तेजी के साथ 61.05 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था. न्यूयार्क मर्केंटाइल एक्सचेंज ( Nymax ) पर वेस्ट टेक्सस इंटरमीडिएट (WTI) के मार्च अनुबंध में बीते सत्र से 0.81 फीसदी की तेजी के साथ 58.44 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था.
उर्जा विशेषज्ञ बताते हैं कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में रिकवरी के साथ तेल की मांग बढने की उम्मीदों से दाम में तेजी बनी हुई है जिसे तेल के उत्पादन में कटौती से सपोर्ट मिल रहा है. वहीं क्रूड उत्पादन करने वाले देशों में उत्पादन और मांग बढ़ने के कारण भी इसकी कीमतों में तेजी का रुख बना हुआ है.
पेट्रोल – डीजल की कीमतों पर असर
कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों का असर पेट्रोल-डीजल के दाम पर भी देखा जा रहा है. पेट्रोल और डीजल के दाम इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज में तीन दिन के विराम के बाद मंगलवार को फिर बड़ी वृद्धि दर्ज की गई. पेट्रोल का भाव दिल्ली में पहली बार 87 रुपये प्रति लीटर के ऊपर चला गया है. दिल्ली में पेट्रोल और डीजल के दाम में 35 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है.
मुख्य शहरों के मगंलवार के भाव
तेल विपणन कंपनियों ने मंगलवार को पेट्रोल का भाव दिल्ली में 35 पैसे, कोलकाता में 33 पैसे, मुंबई में 34 पैसे और चेन्नई में 31 पैसे प्रति लीटर बढ़ा दिया. वहीं डीजल के दाम में दिल्ली और कोलकाता में 35 पैसे, मुंबई में 37 पैसे और चेन्नई में 33 पैसे प्रति लीटर का इजाफा हुआ है. इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल का भाव बढ़कर क्रमश: 87.30 रुपये, 88.63 रुपये, 93.83 रुपये और 89.70 रुपये प्रति लीटर हो गया है. इसी तरह डीजल की कीमतें भी दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में बढ़कर क्रमश: 77.48 रुपए, 81.06 रुपए, 84.36 रुपए और 82.66 रुपए प्रति लीटर हो गई है.
क्या आगे और बढ़ेंगी कीमते
जानकार मानते हैं कि कच्चे तेल की कीमतों का असर पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर अक्सर देखा जाता है. एंजल ब्रोकिंग के बाइस प्रेसीडेंट अनुज गुप्ता का कहना है कि अगर कच्चे तेल की कीमतों में तेजी जारी रहती है तो इसका असर आने वाले दिनों में पेट्रोल-डीजल पर भी देखा जा सकता है. दरअसल कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने से तेल कंपनियों की कॉस्टिंग बढ़ जाती है जिसका असर आम जनता की जेब पर पेट्रोल-डीजल के बढ़ी कीमतों के रुप में देखा जाता है.