क्रिप्टोकरेंसी खरीदते समय खुद को कैसे सुरक्षित रखें

एक बार भीड़ का बढ़ना बंद होता है तो आपकी प्राथमिकता खुद को अपने पैरों पर खड़े रखना है, अपनी बांहों को खुला रखने की कोशिश करें, अपनी छाती को बचाकर रखें और ऑक्सीजन संरक्षित करें. एमोस कहते हैं कि अपने पैरों पर टिके रहने के लिए आपको खुद को मजबूती से रोके रखने की जरूरत होती है, लेकिन साथ ही यह क्रिप्टोकरेंसी खरीदते समय खुद को कैसे सुरक्षित रखें भी ध्यान रखें कि भीड़ के विपरीत कभी नहीं जाएं, बल्कि प्रवाह के साथ चलें, क्योंकि आप में इतनी क्षमता नहीं है कि आप इतने सारे लोगों का मुकाबला कर सकें.
खतरों का सामना आप कैसे करें, और खुद को कैसे सुरक्षित रखें
‘खतरा’ शब्द ही ऐसा है जिससे डरना हर किसी के लिए जायज है। खतरा किसी भी चीज़ से कभी भी और कहीं भी हो सकता है। हम खुद को खतरों से बचाने की क्रिप्टोकरेंसी खरीदते समय खुद को कैसे सुरक्षित रखें लाख कोशिश कर लें, लेकिन कहीं न कहीं कुछ खतरे हम पर हावी हो ही जाते हैं। जिससे हमारी जान तक जा सकती है। बहरी क्रिप्टोकरेंसी खरीदते समय खुद को कैसे सुरक्षित रखें खतरों से बचने के लिए आप घर में रहने का विक्प्ल चुनते हैं। लेकिन क्या हो अगर आपको ये पता चल जाए कि आप जिस घर के अंदर हैं, उसी घर के अंदर हर तरफ खतरा ही ख़तरा हो? तो आप घबराइए मत, आज का ये विशेष लेख आपको घर के अंदर के खतरों के बारे में बताएंगे, और ये भी बताएंगे कि इन खतरों का सामना आप कैसे करें, और खुद को कैसे सुरक्षित रखें।
1. स्मोक डिटेक्टर– बदलते समय के साथ-साथ घर बनने की पद्यतियों में भी बदलाव क्रिप्टोकरेंसी खरीदते समय खुद को कैसे सुरक्षित रखें हुए हैं। ऐसे में घर के हर कमरे में स्मोक डिटेक्टर लगाया जाता है। जो धुवां होने पर अलार्म बजाता है। लेकिन क्या हो अगर आपको उस अलार्म की आवाज सुनाई ही न दें या धुंवा होने पर स्मोक डिटेक्टर अलार्म बजाए ही न। फिर तो आग का फैलना तय है। ऐसे में जरूरत है तो अपने स्मोक डिटेक्टर को दुरुस्त रखने की। इसके लिए आपको महीने में एक बार स्मोक अलार्म टेस्ट करना होगा। और हर 6 महीने में डिटेक्टर की बैट्री जरुर बदलें। हालांकि आप सुरक्षित रहने के लिए हर 10 साल में डिवाइस बदल भी सकते हैं।
UTI Infection: यूटीआई से बचने के लिए इन बातों का रखें ख्याल, नहीं तो बढ़ सकता है इंफेक्शन का खतरा
कई बार हमें टॉयलेट सीट से यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन या यूटीआई होने की चिंता होती है, खासकर जब हम पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल कर रहे हों. पब्लिक टॉयलेट कई बार काफी गंदे होते हैं, ऐसे में इंफेक्शन का डर होना लाजमी भी है. पुरुषों की तुलना में महिलाओं को यूटीआई से पीड़ित होने का अधिक खतरा हो सकता है.
यूटीआई से बचने के लिए इन बातों का रखें ख्याल- Keep These Things In Mind To Avoid UTI:
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1. टायलेट से यूटीआई होने का जोखिम
टायलेट से संक्रमण तब होता है जब सार्वजनिक शौचालयों का ठीक से रखरखाव नहीं किया जाता है या फिर जब कोई व्यक्ति खुद को साफ करने के लिए टॉयलेट पेपर का इस्तेमाल करता है. संक्रमित व्यक्ति के पेशाब के संपर्क में आने से भी ये संक्रमण हो सकता है.
2. टॉयलेट सीट क्रिप्टोकरेंसी खरीदते समय खुद को कैसे सुरक्षित रखें पर पेशाब पड़ने से
अगर पेशाब करते वक्त टॉयलेट सीट पर उसकी बूंदे गिर जाती हैं और इसके तुरंत बाद टॉयलेट इस्तेमाल करने वाले व्यक्ति को यूरिन इंफेक्शन हो सकता है. यह तब हो सकता है जब आप योनि को दूषित हाथों से छूते हैं. यदि व्यक्ति की प्रतिरोधक क्षमता कम है तो यूटीआई होने की संभावना अधिक हो सकती है.
कैसे करें बचाव- How To Prevent From UTI:
- पेशाब करने से पहले पब्लिक टॉयलेट सीट साफ करें.
- प्राइवेट पार्ट को आगे से साफ करें न कि पीछे से आगे की ओर.
- पेशाब के बाद हाथों को अच्छे से धोएं.
- शौचालय की सीट पर ठीक से बैठना चाहिए, ताकि पेशाब की छींटे न रहें.
- पेशाब करते हुए समय दें.
- अगर साफ-सफाई ठीक से रखी जाए तो व्यक्ति यूटीआई से हमेशा सुरक्षित रह सकता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
PM मोदी का ट्विटर अकाउंट हैक! अपने अकाउंट को कैसे सुरक्षित रखें, जानिए सबकुछ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ट्विटर हैंडल देर रात हैक कर लिया गया इससे क्रिप्टोकरेंसी को प्रमोट करने वाला एक ट्वीट भी किया गया।। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने रविवार को एक ट्वीट में कहा कि पीएम मोदी का ट्विटर अकाउंट कुछ समय के लिए कॉम्प्रोमाइज हो गया था। मामला ट्विटर तक पहुंचा और पीएम के निजी ट्विटर हैंडल @narendramodi को तुरंत सुरक्षित कर लिया गया। पीएमओ ने यह भी कहा कि अकाउंट से छेड़छाड़ के दौरान शेयर किए गए किसी भी ट्वीट को इग्नोर करें।
अब आपके मन में भी सवाल उठ रहा होगा कि जब प्रधानमंत्री का ट्विटर अकाउंट हैक हो सकता है तो क्या आम आदमी कैसे क्रिप्टोकरेंसी खरीदते समय खुद को कैसे सुरक्षित रखें सुरक्षित रहेगा? आपके अपने ट्विटर अकाउंट को सुरक्षित करने के लिए क्या करना चाहिए? यहां हमने आपकी सुविधा के लिए कुछ जरूरी स्टेप्स बताए हैं.
खतरों का सामना आप कैसे करें, और खुद को कैसे सुरक्षित रखें
‘खतरा’ शब्द ही ऐसा है जिससे डरना हर किसी के लिए जायज है। खतरा किसी भी चीज़ से कभी भी और कहीं भी हो सकता है। हम खुद को खतरों से बचाने की लाख कोशिश कर लें, लेकिन कहीं न कहीं कुछ खतरे हम पर हावी हो ही जाते हैं। जिससे हमारी जान तक जा सकती है। बहरी खतरों से बचने के लिए आप घर में रहने का विक्प्ल चुनते हैं। लेकिन क्या हो अगर आपको ये पता चल जाए कि आप जिस घर के अंदर हैं, उसी घर के अंदर हर तरफ खतरा ही ख़तरा हो? तो आप घबराइए मत, आज का ये विशेष लेख आपको घर के अंदर के खतरों के बारे में बताएंगे, और ये भी बताएंगे कि इन खतरों का सामना आप कैसे करें, और खुद को कैसे सुरक्षित रखें।
1. स्मोक डिटेक्टर– बदलते समय के साथ-साथ घर बनने की पद्यतियों में भी बदलाव हुए हैं। ऐसे में घर के हर क्रिप्टोकरेंसी खरीदते समय खुद को कैसे सुरक्षित रखें कमरे में स्मोक डिटेक्टर लगाया जाता है। जो धुवां होने पर अलार्म बजाता है। लेकिन क्या हो अगर आपको उस अलार्म की आवाज सुनाई ही न दें या धुंवा होने पर स्मोक डिटेक्टर अलार्म बजाए ही न। फिर तो आग का फैलना तय है। ऐसे में जरूरत है तो अपने स्मोक डिटेक्टर को दुरुस्त रखने की। इसके लिए आपको महीने में एक बार स्मोक अलार्म टेस्ट करना होगा। और हर 6 महीने में डिटेक्टर की बैट्री जरुर बदलें। हालांकि आप सुरक्षित रहने के लिए हर 10 साल में डिवाइस बदल भी सकते हैं।
Explainer: क्यों बेकाबू हो जाती है भीड़ और उसमें कैसे खुद को रखें सुरक्षित?
News18 हिंदी 01-11-2022 News18 Hindi
© News18 हिंदी द्वारा प्रदत्त "Explainer: क्यों बेकाबू हो जाती है भीड़ और उसमें कैसे खुद को रखें सुरक्षित?"
लंदन: भीड़ भरे कार्यक्रम कभी भी एक बुरे ख्वाब में बदल सकते है. अक्सर ऐसा देखने को मिलता है कि अच्छा और खुशनुमा माहौल भी बेकाबू होती भीड़ की वजह से चंद पलों में एक भयावह मंजर में बदल जाता है. हाल ही में सियोल में हो रहे हेलोवीन में जमा भीड़ के बेकाबू होने की वजह से करीब 150 लोगों की जान चली गई. भीड़ प्रबंधन के विशेषज्ञों का मानना है कि नागरिक सुरक्षा अधिकारियों और कार्यक्रम के आयोजक की यह जिम्मेदारी होती है कि क्रिप्टोकरेंसी खरीदते समय खुद को कैसे सुरक्षित रखें वह ऐसे विशाल कार्यक्रमों के दौरान लोगों की सुरक्षा की व्यवस्था करें. लेकिन जब भीड़ एक बार बेकाबू होने लगती है तो फिर उसे संभाल पाना बेहद मुश्किल हो जाता है. आइए ऐसे में यह समझने की कोशिश करते हैं कि ऐसी स्थिति में बचाव के क्या उपाय हो सकते हैं.