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बढ़ रहा क्रिप्टोकरेंसी का चलन

बढ़ रहा क्रिप्टोकरेंसी का चलन
4. ऑफ-चेन हस्तांतरण क्या है?
-जब कोई उपयोगकर्ता किसी एक्सचेंज से क्रिप्टो निकालता है तो उसे अपना वॉलेट पता बताना होता है, जिसके बाद टोकन ट्रांसफर किया जाता है। इसका ब्योरा ब्लॉकचेन पर भी रखा जाता है। हालांकि, इसके लिए उन्हें एक शुल्क देना होता है जिसका उपयोग ब्लॉकचेन पर भुगतान में किया जाता है। इस शुल्क से बचने के लिए, दो प्लेटफॉर्म एक-दूसरे के साथ एकीकृत हो सकते हैं और उपयोगकर्ताओं को ब्लॉकचेन का उपयोग किए बिना क्रिप्टो ट्रांसफर करने की अनुमति दे सकते हैं। ब्लॉकचेन पर रिकॉर्ड नहीं रखे जाते, ऐसे में इस तरह के लेन-देन से धन की खोज के संबंध में सवाल उठते रहते हैं।

NFT क्या है?

वर्तमान समय में दुनिया डिजिटाइजेशन की ओर बहुत तेजी से बढ़ रही है | इसके साथ ही बिटकॉइन, एथेरियम आदि जैसी विभिन्न प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी का चलन बढ़ता जा रहा है | इसी बीच पिछले कुछ दिनों से बीच एनएफटी (NFT) का नाम कुछ ज्यादा ही चर्चा में चल रहा है | दरअसल यह एक नॉन-फंजिबल टोकन है, जिसे आप क्रिप्टोग्राफिक टोकन भी कह सकते है | एनएफटी एक प्रकार की डिजिटल संपत्ति है, जिसने इसी वर्ष मार्च में एनएफटी कलाकृतियों के लाखों डॉलर में बिकने के बाद लोकप्रियता हासिल की।

बाद में, किंग्स ऑफ लियोन रॉक ग्रुप जैसे संगीतकारों ने भी उन्हें अपने नवीनतम एलबम के लिए अपनाया। हालाँकि अर्थशास्त्रियों का मानना है कि भले ही इसकी लोकप्रियता बढ़ रही है लेकिन यह सब एक बुलबुला है, जो जल्द ही फट जाएगा। NFT क्या है ? यदि आपको इसके बारें में जानकारी नहीं है, तो आपको यहाँ NFT का फुल फॉर्म और एनएफटी कैसे काम करता है ? इसके बारें में पूरी जानकारी दी जा रही है |

एनएफटीका फुल फॉर्म (NFT Full Form)

Table of Contents

NFT का फुल फॉर्म “Non Fungible Token (नॉन-फंजिबल टोकन)”बढ़ रहा क्रिप्टोकरेंसी का चलन होता है | यह प्रकार का डिजिटल टोकन होता है,जिसे डिजिटल मार्केटप्लेस में बड़ी सरलता से खरीदा या बेचा जा सकता है | यदि आप इसका उपयोग करना चाहते है, तो आप इसे डिजिटल असेट्स या सामानों के लिए कर सकते है | नॉन-फंजिबल टोकनको स्टैंडर्ड और ट्रेडिशनल एक्सचेंजेज में ट्रेड नहीं किया जा सकता है।

एनएफटी का क्या मतलब होता है

नॉन-फंजिबल टोकन अर्थात एनएफटी को पहली बार मई 2014 में केविन मैककॉय (Kevin McCoy) और अनिल दास (Anil Dash) द्वारा बनाया गया था | यह इथेरियम (Ethereum) ब्लॉक चैन टेक्नोलॉजी के सिद्धांत पर कार्य करता है। कोई ऐसी तकनीकी आर्ट जिसके बारे में यह दावा किया जाता है, कि वह यूनिक है और साथ ही यह स्थापित किया जाता है, कि उसका ओनर्स राइट किसी स्पेसिफिक परसन के पास है, तो उसे नॉन-फंजिबल टोकन या एनएफटी कहा जाता है।

एनएफटी एक प्रकार के यूनिक टोकन्स होते हैं अर्थात यह डिजिटल असेट्स होते हैं, जो वैल्यू को जनरेट करते हैं। उदाहरण के लिए आप 10 रुपये के नोट को 5 रुपये के दो नोटों में बदल सकते हैं और इसका मूल्य समान होगा। नॉन-फंजिबल टोकनमें अद्वितीय गुण होते हैं, यह एक घर या एक पेंटिंग हो सकती है |

जिसमें अद्वितीय गुणऔर विशेषताएं हों, आप मूल पेंटिंग का फोटो या प्रिंटआउट ले सकते बढ़ रहा क्रिप्टोकरेंसी का चलन हैं, लेकिन केवल एक ही मूल पेंटिंग होगी । आज की इस डिजिटल दुनिया में एनएफटी एक तरह की संपत्ति की गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं। किसी भी संपत्ति या टुकड़े की तरह, एनएफटी को खरीदा और बेचा जा सकता है। हालांकि, इसकी बिक्री और खरीद डिजिटल रूप से होती है।

एनएफटी कैसे काम करते हैं (How do NFTs work) ?

नॉन-फंजिबल टोकन एनएफटी का उपयोग डिजिटल संपत्ति या सामानों के लिए किया जा सकता है | सभी उपलब्ध एनएफटी के पास एक अद्वितीय डिजिटल हस्ताक्षर है। मुख्य रूप से यह देखा गया है, कि एनएफटी को क्रिप्टोक्यूरेंसी ईथर के साथ या डॉलर में खरीदा जाता है। एक ब्लॉकचेन एनएफटी के लिए हुए लेनदेन का रिकॉर्ड रखता है। इंटरनेट पर उपलब्ध डिजिटल वस्तुओं जैसे छवियों, वीडियो, संगीत, टेक्स्ट और यहां तक ​​कि ट्वीट्स को एक अनूठी प्रक्रिया के माध्यम से एनएफटी में बदला जा सकता है।

डिजिटल प्रारूप में उपलब्ध कलाकृति और अन्य संपत्तियों को इसके रचनाकारों द्वारा टोकन किया जा सकता है। वह इसे एक अद्वितीय डिजिटल प्रमाणपत्र और स्वामित्व के हस्ताक्षर बनाकर करते हैं, इसलिए एनएफटी बनाते हैं और बाद में वह इसे डिजिटल रूप से बेचते हैं।

उदाहरण के रूप में, यदि आपके पास कोई यूनिक पेंटिंग है और आप इसे बेचना चाहते है, तो इस पेंटिंग के लिए सबसे अधिक बोली लगाने वाले को यह पेंटिंग दे दी जाती है और उस पेंटिंग के बदले में ओरिजनल आर्टिस्ट को पैसे मिल जाते है | ठीक इसी प्रकार नॉन फंजिबल टोकन भी का र्य करता है | लेकिन यह डिजिटली रूप में किया जाता है अर्थात इसमें ऑनलाइन बोली लगाई जाती है और आर्ट्स भी डिजिटल गिफ्ट, पेंटिंग, वीडियो को ऑनलाइन NFTs प्लेटफार्म पर बेचा और खरीदा जा सकता है।

वजीर एक्स की संपत्तियों को ईडी ने किया फ्रीज, मनी लॉन्ड्रिंग में क्रिप्टोकरंसी के इस्तेमाल से बड़ी चिंता

नई दिल्ली। वित्तीय अपराधों (financial crimes) के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने वाले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज (cryptocurrency exchange) कंपनी वजीर एक्स की संपत्तियों को फ्रीज कर दिया। ब्लॉकचेन की अंतर्निहित क्षमता के बावजूद ईडी क्रिप्टो प्लेटफॉर्म (Crypto Platform) पर इस तरह के आरोप लगाने वाली पहली एजेंसी नहीं है। जांच एजेंसियों (investigative agencies) के लिए यह एक नई चिंता बनकर उभरा है।

कैसे बढ़ रही क्रिप्टो चोरी
चेनअनालिसिस 2022 क्रिप्टो क्राइम रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2021 में क्रिप्टोकरंसी चोरी और अवैध खातों में पैसा हस्तांतरित करने का चलन 80 फीसदी तक बढ़ गया।

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2018 में 4.4
2019 में 11.7

2020 में 7.8
2021 में 14.0

1. क्या ब्लॉकचेन से लेनदेन का आकलन संभव है ?
ब्लॉकचेन (blockchain) पर लेनदेन हमेशा जांच योग्य होता है। दुनिया भर में अधिकांश अदालत और कानून प्रवर्तन निकाय ब्लॉकचेन रिकॉर्ड को लेनदेन इतिहास के कानूनी प्रमाण के रूप में स्वीकार करते हैं। हालांकि, क्रिप्टो लेनदेन कभी-कभी ऑफ-चेन हो सकता है, या धन के प्रवाह को बाधित करने के लिए अन्य तरीकों का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा, ब्लॉकचेन कन्वेयर बेल्ट की तरह हैं, जो क्रिप्टो के प्रवाह को एक वॉलेट से दूसरे में भेजने की सुविधा देते हैं। वॉलेट सेवा देने वाली कंपनी वॉलेट रखने वाले के बारे में गोपनीयता का ध्यान रखती है।

2. हस्तांतरण किस तरह छिपाए जाते हैं?
हैकर्स द्वारा उपयोग किए जाने वाले सबसे आम तरीकों में से एक को मिक्सिंग या टम्बलर कहा जाता है। चूंकि हर क्रिप्टो टोकन का पता लगाया जा सकता है, टंबलर विभिन्न ब्लॉकचेन से कई टोकन तोड़ते हैं और उन्हें मिलाते हैं। फिर वे मूल राशि को उसके मालिक को हस्तांतरित कर देते हैं, लेकिन कई माध्यमों से लेन-देन के चलते इसका पता लगाना कई बार मुश्किल हो जाता है। कुछ अवैध उपयोगकर्ता ट्रेस करने योग्य टोकन को गोपनीयता-केंद्रित ब्लॉकचेन जैसे मोनेरो में भी स्थानांतरित करते हैं, जो वॉलेट का पता और विवरण छिपा लेते हैं। ऐसे दलाल भी हैं जो नकद सहित अन्य रूप में भुगतान लेकर समान राशि को क्रिप्टो में उपयोगकर्ता के वॉलेट में भेज देते हैं।

Indian Currency:कहा गए 2 हजार के नोट,दिन प्रतिदिन विलुप्त होते जा रहे ये नोट,जानिए क्या राज है इसके पीछे

Indian Currency

Indian Currency:कहा गए 2 हजार के नोट,दिन प्रतिदिन विलुप्त होते जा रहे ये नोट,जानिए क्या राज है इसके पीछे ज‍िस नोट के हाथों में आने से चेहरे पर चमक आ जाती है वो 2000 का नोट आजकल बाजार के चलन में कम द‍िख रहा है. शायद आपने भी इसे नोट‍िस क‍िया हो. आख‍िर इसके बाजार से गायब होने के पीछे का सच क्‍या है। सरकार की तरफ से लोकसभा में जानकारी दी गई थी क‍ि वित्त वर्ष 2020 और 2021 में 2 हजार का नया नोट नहीं छापा गया है।

ऐसे घट रहा 2000 के नोट का चलन

आरबीआई के डाटा के अनुसार 2019 में एक लाख रुपये के नोटों में 2 हजार के नोटों (Bank Note) की संख्या 32910 रुपये होती थी. यह मार्च 2021 तक घटकर 24510 रुपये रह गई. 30 लाख करोड़ रुपये के कुल सर्कुलेशन में 2 हजार के नोटों का मूल्य 2019 में 6 लाख 58 हजार करोड़ था. एक साल बाद 2020 में यह घटकर 4 बढ़ रहा क्रिप्टोकरेंसी का चलन लाख 90 हजार करोड़ रह गया।

31 मार्च 2021 तक देश में चलन में आ रहे कुल नोट में 2000 और 500 रुपये के 85 प्रत‍िशत नोट थे. बाकी नोट 10, 20, 50 और 100 रुपये के थे. 31 मार्च 2020 में यह आंकडा 83 प्रतिशत था. इससे साफ है क‍ि सर्कुलेशन में 500 रुपये के नोटों की संख्‍या बढ़ी है. 2000 के नोट से छोटे लेन-देने में द‍िक्‍कत होती है. इससे यह साफ है क‍ि 2000 के मुकाबले 500 और 100 रुपये के नोटों का चलन बढ़ गया है।

बढ़ रहा क्रिप्टोकरेंसी का चलन

फायदे का सौदा बन सकती है क्रिप्टोकरेंसी, भारत में इसका भविष्य सुनहरा

बिज़नेस न्यूज़ डेस्क -भारत में भी इसका अच्छा चलन है, इसलिए केंद्र सरकार भी इसे नियंत्रित करने के लिए चर्चा में है। जानकारों के मुताबिक निवेश के नजरिए से यह जुआ नहीं बल्कि फायदे का सौदा है। उन्होंने कहा कि भारत में क्रिप्टो का भविष्य सुनहरा होगा। दुनिया भर में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वालों की संख्या बढ़ रही है। अच्छे रिटर्न की तलाश में निवेशक इसकी ओर आकर्षित होते हैं। भारत में भी इसका अच्छा चलन है, इसलिए केंद्र सरकार भी इसे नियंत्रित करने के लिए चर्चा में है। कई लोग इसे जुए का एक रूप बता रहे हैं और भारी रिटर्न का मुद्दा उठा रहे हैं। लेकिन, जानकारों के मुताबिक निवेश के नजरिए से यह जुआ नहीं बल्कि फायदे का सौदा है। उन्होंने कहा कि भारत में क्रिप्टो का भविष्य सुनहरा होगा। विशेषज्ञों का कहना है कि जिस तरह से लोग शेयर बाजार में पैसा लगाते हैं, वह क्रिप्टोकुरेंसी बाजार की तरह ही है। इसे भी शेयर बाजार की तरह ही देखा जा सकता है।

Cryptocurrency में भारत के निवेशकों का बढ़ रहा विश्वास, कई कंपनियों ने Bitcoin में पेमेंट लेना किया शुरू

Bitcoin

क्रिप्टोकरेंसी के बाज़ार में बिटकॉइन (BITCOIN) सबसे पहले आने वाली, सबसे महंगी और सबसे प्रचलित क्रिप्टोकरेंसी है। बिटकॉइन को 2009 में लांच किया गया था और आज इसका मार्केट कैप $732 अरब डॉलर (BITCOIN MARKET CAPITAL) है, यानी अकेले बिटकॉइन कई देशों के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) से ज़्यादा है। Read Also : पेमेंट कंपनी Square बनाएगी बिटकॉइन वॉलेट! जानिए कैसे कर सकेंगे इस्तेमाल

क्रिप्टो करेंसियों में सबसे चर्चित करेंसी बिटकॉइन (Bitcoin Cryptocurrency) है, पिछले हफ़्ते एक बिटकॉइन की क़ीमत लगभग 33 लाख रुपए थी। इसकी क़ीमत में लगातार भारी उतार चढ़ाव दिख रहा है, कुछ जानकारों का कहना है कि यह अगले कुछ महीनों में इसकी वैल्यू 50 प्रतिशत गिर सकती है, तो कुछ दूसरे विशेषज्ञों का मानना है कि यह 33 लाख से बढ़कर 75 लाख तक हो सकता है। दुनिया भर में दो करोड़ के क़रीब बिटकॉइन चलन में हैं|

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