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अभी बिटकॉइन का क्या मोल है

अभी बिटकॉइन का क्या मोल है
कोई क्रिप्टो फेस बुक के मेटावर्स जैसे प्रोजेक्ट के लिए उपयोगी होती है तो कोई क्रिप्टो अन्य हेतु के लिए| इस प्रकार आपके पास जमा क्रिप्टो की एक वेल्यु होती है| और वेल्यु के आधार पर ही आपके पास रही क्रिप्टो का एक निश्चित प्राइस होता है|
अभी बिटकॉइन का क्या मोल है

क्रिप्टो करेंसी Goods है या Services, इस सवाल ने टैक्स अधिकारियों के पसीने क्यों छुड़ा रखे हैं?

अगर आप इस सरकारी बहस से ऊब गए हों कि क्रिप्टो करेंसी एसेट है या करेंसी, तो अब एक नई बहस आपका इंतजार कर रही है. हाल ही में बिटकॉइन जैसी आभासी मुद्राओं का व्यापार कराने वाले क्रिप्टो एक्सचेंजों पर पड़ी जीएसटी रेड के बाद टैक्स विभाग और क्रिप्टो इंडस्ट्री में रस्साकशी शुरू हो गई है कि क्रिप्टो करेंसी 'गुड्स' (Goods) है या 'सर्विसेज' (Services). एक ऐसी आभासी मुद्रा जिसे न कोई देख सकता है, न छू सकता है और न ही जब्त कर सकता है. न इसके मालिक का पता होता है और न ही इसकी खरीद-बिक्री यानी सप्लाई चेन ट्रेस हो सकती है. ऐसे में जब तक क्रिप्टो करेंसी पर बैन या रेग्युलेशन नहीं आ जाता, विभागों के लिए एक बड़ी चुनौती इससे टैक्स वसूलने की भी है.
डायरेक्टरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस (DGGI) ने हाल ही में देश के कई क्रिप्टो एक्सचेंजों पर छापा मारा था. फिलहाल इनकी फीस और मार्जिन को कमाई का आधार बनाकर लाइबिलिटी तय की गई है और टैक्स जमा कराने को कहा गया है. जानकारों की मानें अभी बिटकॉइन का क्या मोल है तो आम कमोडिटी एक्सचेंजों की तर्ज पर फीस और मार्जिन से टैक्स वसूलने का मतलब है कि सरकार क्रिप्टो एजेंसियों के काम को 'सर्विसेज' मानकर चल रही है, जिस पर 18 पर्सेंट जीएसटी लगता है. लेकिन कुछ क्रिप्टो एजेंसियां इस पर कानूनी सफाई मांग रही हैं. चूंकि किसी भी कानून में क्रिप्टो करेंसी का कहीं जिक्र नहीं है और न ही इसका व्यापार किसी तरह के मौजूदा ट्रेड से मेल खाता है, ऐसे में अब यह मसला जीएसटी काउंसिल या सरकार के शीर्ष स्तरों तक जाता दिख रहा है.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

जाने-माने जीएसटी कंसल्टेंट और पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (PHDCCI) की इनडायरेक्ट टैक्स कमिटी के चेयरमैन बिमल जैन ने 'दी लल्लनटॉप' को बताया-

"एक डिजिटल करेंसी, जो ब्लॉकचेन इनक्रिप्शन यानी कोडेड तकनीक से संचालित होती है. जहां यही तय नहीं है कि इसे गुड्स मानें या सर्विसेज. ट्रेड वैल्यू और प्लेस ऑफ सप्लाई जैसी मूलभूत सूचनाएं नदारद हैं. यानी कौन, कितना, किससे खरीद रहा है और किसको, कहां बेच रहा है, कुछ भी पता नहीं. ऐसे में टैक्सेबिलिटी अंधेरे में तीर मारना जैसा ही है. आप शेयर ट्रेडिंग करते हैं. सिक्योरिटीज टैक्सेबल भले न हों, लेकिन एक्सचेंज और ब्रोकरेज हाउस के डेटा के जरिए प्रोसेसिंग या ट्रांजैक्शन फीस और टैक्स तो लगता ही है. यह सब होता है, क्योंकि शेयर मार्केट रेग्युलेटेड है. जब तक क्रिप्टो करेंसी का रेग्युलेशन नहीं होगा. उससे वाजिब टैक्स वसूली संभव नहीं है."

बिजनेस मॉडल पर सवाल

क्रिप्टो करेंसी का अभी बिटकॉइन का क्या मोल है व्यापार एक ऐसे कंप्यूटर नेटवर्क पर आधारित है, जहां हर टर्मिनल अपने आप में सर्वर का काम करता है. इसे पीयर टु पीयर (Peer to peer) प्लैटफॉर्म भी कहते हैं. DGGI ने क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX से टैक्स और पेनल्टी के तौर पर 50 करोड़ की वसूली की है. लेकिन जांच के दायरे में आए Unocoin जैसे एक्सचेंजों को अभी टैक्स और पेनल्टी का फाइनल नोटिस नहीं दिया जा सका है.
इन एक्सचेंजों की शिकायत है कि सरकार यह तय नहीं कर पाई है कि उन्हें किस बिजनेस मॉडल के तहत ट्रीट किया जाए. किसी पर ई-कॉमर्स अभी बिटकॉइन का क्या मोल है अभी बिटकॉइन का क्या मोल है मार्केट प्लेस वाले रूल लगाए जा रहे हैं तो किसी को ब्रोकरेज रेग्युलेशन के तहत चार्ज किया जा रहा है. लेकिन जीएसटी अधिकारियों के हवाले से आई रिपोर्टों में कहा गया है कि खुद इन एक्सचेंजों का बिजनेस मॉडल एक जैसा नहीं है. मसलन, वजीरएक्स जैसे एक्सचेंज पीयर टु पीयर (Peer to peer) डील कराते हैं और इसके एवज में कमीशन चार्ज करते हैं. उन्होंने इसी को अपनी इनकम बताई है. लेकिन यूनोक्वॉइन (Unocoin) और क्वॉइनस्विच कुबेर (Coinswitch Kuber) जैसे एक्सचेंज ब्रोकर या एग्रीगेटर्स के तौर पर काम कर रहे हैं. ये यूजर्स से उनके मुनाफे अभी बिटकॉइन का क्या मोल है पर एक तय रकम चार्ज करते हैं.
अधिकारियों के मुताबिक इस मॉडल की जांच और रेग्युलेशन की ज्यादा जरूरत है. चूंकि जीएसटी कारोबार के वैल्यू एडिशन पर लगता है, ऐसे में यह हर उस स्टेप पर लगना चाहिए जहां मुनाफा कमाया गया है. यह तब संभव है, जब करेंसी को एक टैक्सेबल गुड्स या कमोडिटी माना जाए. वह भी तब, जब सरकार इसे मान्यता दे या रेग्युलेट करे.

क्रिप्टो करेंसी Goods है या Services, इस सवाल ने टैक्स अधिकारियों के पसीने क्यों छुड़ा रखे हैं?

अगर आप इस सरकारी बहस से ऊब गए हों कि क्रिप्टो करेंसी एसेट है या करेंसी, तो अब एक नई बहस आपका इंतजार कर रही है. हाल ही में बिटकॉइन जैसी आभासी मुद्राओं का व्यापार कराने वाले क्रिप्टो एक्सचेंजों पर पड़ी जीएसटी रेड के बाद टैक्स विभाग और क्रिप्टो इंडस्ट्री में रस्साकशी शुरू हो गई है कि क्रिप्टो करेंसी 'गुड्स' (Goods) है या 'सर्विसेज' (Services). एक ऐसी आभासी मुद्रा जिसे न कोई देख सकता है, न छू सकता है और न ही जब्त कर सकता है. न इसके मालिक का पता होता है और न ही इसकी खरीद-बिक्री यानी सप्लाई चेन ट्रेस हो सकती है. ऐसे में जब तक क्रिप्टो करेंसी पर बैन या रेग्युलेशन नहीं आ जाता, विभागों के लिए एक बड़ी चुनौती इससे टैक्स वसूलने की भी है.
डायरेक्टरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस (DGGI) ने हाल ही में देश के कई क्रिप्टो एक्सचेंजों पर छापा मारा था. फिलहाल इनकी फीस और मार्जिन को कमाई का आधार बनाकर लाइबिलिटी तय की गई है और टैक्स जमा कराने को कहा गया है. जानकारों की मानें तो आम कमोडिटी एक्सचेंजों की तर्ज पर फीस और मार्जिन से टैक्स वसूलने का मतलब है कि सरकार क्रिप्टो एजेंसियों के काम को 'सर्विसेज' मानकर चल रही है, जिस पर 18 पर्सेंट जीएसटी लगता है. लेकिन कुछ क्रिप्टो एजेंसियां इस पर कानूनी सफाई मांग रही हैं. चूंकि किसी भी कानून में क्रिप्टो करेंसी का कहीं जिक्र नहीं है और न ही इसका व्यापार किसी तरह के मौजूदा ट्रेड से मेल खाता है, ऐसे में अब यह मसला जीएसटी काउंसिल या सरकार के शीर्ष स्तरों तक जाता दिख रहा है.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

जाने-माने जीएसटी कंसल्टेंट और पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (PHDCCI) की इनडायरेक्ट टैक्स कमिटी के चेयरमैन बिमल जैन ने 'दी लल्लनटॉप' को बताया-

"एक डिजिटल करेंसी, जो ब्लॉकचेन इनक्रिप्शन यानी कोडेड तकनीक से संचालित होती है. जहां यही तय नहीं है कि इसे गुड्स मानें या सर्विसेज. ट्रेड वैल्यू और प्लेस ऑफ सप्लाई जैसी मूलभूत सूचनाएं नदारद हैं. यानी कौन, कितना, किससे खरीद रहा है और किसको, कहां बेच रहा है, कुछ भी पता नहीं. ऐसे में टैक्सेबिलिटी अंधेरे में तीर मारना जैसा ही है. आप शेयर ट्रेडिंग करते हैं. सिक्योरिटीज टैक्सेबल भले न हों, लेकिन एक्सचेंज और ब्रोकरेज हाउस के डेटा के जरिए प्रोसेसिंग या ट्रांजैक्शन फीस और टैक्स तो लगता ही है. यह सब होता है, क्योंकि शेयर मार्केट रेग्युलेटेड है. जब तक क्रिप्टो करेंसी का रेग्युलेशन नहीं होगा. उससे वाजिब टैक्स वसूली संभव नहीं है."

बिजनेस मॉडल पर सवाल

क्रिप्टो करेंसी का व्यापार एक ऐसे कंप्यूटर नेटवर्क पर आधारित है, जहां हर टर्मिनल अपने आप में सर्वर का काम करता है. इसे पीयर टु पीयर (Peer to peer) प्लैटफॉर्म भी कहते हैं. DGGI ने क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX से टैक्स और पेनल्टी के तौर पर 50 करोड़ की वसूली की है. लेकिन जांच के दायरे में आए Unocoin जैसे एक्सचेंजों को अभी टैक्स और पेनल्टी का फाइनल नोटिस नहीं दिया जा सका है.
इन एक्सचेंजों की शिकायत है कि सरकार यह तय नहीं कर पाई है कि उन्हें किस बिजनेस मॉडल के तहत ट्रीट किया जाए. किसी पर ई-कॉमर्स मार्केट प्लेस वाले रूल लगाए जा रहे हैं तो किसी को ब्रोकरेज रेग्युलेशन के तहत चार्ज किया जा रहा है. लेकिन जीएसटी अधिकारियों के हवाले से आई रिपोर्टों में कहा गया है कि खुद इन एक्सचेंजों का बिजनेस मॉडल एक जैसा नहीं है. मसलन, वजीरएक्स जैसे एक्सचेंज पीयर टु पीयर (Peer to peer) डील कराते हैं और इसके एवज में कमीशन चार्ज करते हैं. उन्होंने इसी को अपनी इनकम बताई है. लेकिन यूनोक्वॉइन (Unocoin) और क्वॉइनस्विच कुबेर (Coinswitch Kuber) जैसे एक्सचेंज ब्रोकर या एग्रीगेटर्स के तौर पर काम कर रहे हैं. ये यूजर्स से उनके मुनाफे पर एक तय रकम चार्ज करते हैं.
अधिकारियों के मुताबिक इस मॉडल की जांच और रेग्युलेशन की ज्यादा जरूरत है. चूंकि जीएसटी कारोबार के वैल्यू एडिशन पर लगता है, ऐसे में यह हर उस स्टेप पर लगना चाहिए जहां मुनाफा कमाया गया है. यह तब संभव है, जब करेंसी को एक टैक्सेबल गुड्स या कमोडिटी माना जाए. वह भी तब, जब सरकार इसे मान्यता दे या रेग्युलेट करे.

cryptocurrency in hindi

cryptocurrency meaning in hindi

मित्रो काफी लोग ये जानते नहीं होते है की क्रिप्टोकरेंसी वास्तव में क्या होती है| अभी तक मैंने आपको क्रिप्टोकर्रेंसी क्या होती है और कैसे कार्य करती है इनके बारे में समजाया| मैंने आपको क्रिप्टोकरेंसी का example भी दिया ताकि आप सरल तरीके से समज सके| लेकिन आपको अब में cryptocurrency meaning in hindi आर्टिकल में क्रिप्टोकरेंसी के बारे में डिटेल में जानकारी देता हु|

दोस्तों जैसे हमारे रुपये की अलग अलग नोट्स और सिक्के होते है और हर रुपये और सिक्के की नोट्स का अलग अलग मूल्य होता है वैसे ही क्रिप्टोकरेंसी का मूल्य भी अलग अलग होता है| क्रिप्टोकरेंसी का मूल्य उनके उपयोग पर निर्भर करता है|

digital currency meaning in hindi

डिजिटल करेंसी का अर्थ होता है जिसे आप छू ना सके और सिर्फ डिजिटल फॉर्म में उपलब्ध हो ऐसी आभासी मुद्राएँ| क्रिप्टोकरेंसी भी ऐसी ही डिजिटल करेंसी है जिनका उपयोग आप भौतिक रूप से नहीं कर सकते लेकिन उनका अस्तित्व सिर्फ डिजिटल फॉर्म में ही होता है|

जैसे की आप अपने पैसे बैंक अकाउंट से दुसरे अकाउंट में ट्रान्सफर करते है तब वो पैसे बैंक के द्वारा डिजिटल करेंसी के रूप में ट्रान्सफर किये जाते है| इसके बाद अकाउंट होल्डर उसे अगर ATM से नोट्स के स्वरूप में बहार निकाले तब वो हमारी भौतिक कर्रेंसी कहलाती है|

शोर्ट शब्दों में कहे तो डिजिटल करेंसी ऐसी करेंसी है जिनका उपयोग आप खरीदी के लिए और दुसरे आर्थिक व्यवहारों को करने के लिए करते है लेकिन वो भौतिक रूप से हमारे पास नहीं होती है| इस प्रकार की करेंसी अभी बिटकॉइन का क्या मोल है को डिजिटल करेंसी के नाम से जाना जाता है|cryptocurrency meaning in hindi आर्टिकल में अब आपको पता चल गया होगा की ये क्रिप्टो करेंसी क्या होती है और कैसे कार्य करती है|

2013 के बाद बिटकॉइन में सबसे बड़ी गिरावट, 4 दिन में डूबे 6 लाख रुपए

Updated On: Dec 23, 2017 03:54 PM IST

FP Staff

2013 के बाद बिटकॉइन में सबसे बड़ी गिरावट, 4 दिन में डूबे 6 लाख रुपए


DB


NW

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cryptocurrency meaning in hindi| क्रिप्टोकरेंसी का मतलब 2023

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cryptocurrency meaning in hindi क्रिप्टोकरेंसी का अर्थ होता है आभाषी मुद्राएँ| क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल वर्चुअल करेंसी है जिसे आप छू नहीं सकते लेकिन इनका उपयोग हमारी अन्य करेंसी के माफक आर्थिक व्यवहार करने के लिए किया जाता है|क्रिप्टोकरेंसी एक ऐसा ओपन सोर्स नेटवर्क है जिनमे Peer To Peer टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाता है|

क्रिप्टोकरेंसी एक decentralized करेंसी है जिन पर किसी भी गवर्नमेंट का कोई हस्तक्षेप या नियंत्रण नहीं है| वर्चुअल करेंसी को कंप्यूटर पर कोडिंग के माध्यम से बनाया जाता है|

जैसे आप अपने पर्स में पैसे की नोट्स रखते है वैसे इस क्रिप्टोकरेंसी को आप अपने क्रिप्टो वॉलेट में स्टोर करके रख सकते है| इस क्रिप्टो वॉलेट से आप क्रिप्टो को किसी भी अन्य व्यक्ति के क्रिप्टो अकाउंट में आसानी से ट्रान्सफर कर सकते है|

cryptocurrency meaning in hindi with example

cryptocurrency meaning in hindi

दोस्तों cryptocurrency meaning in hindi आर्टिकल में अब आपको इसे example के माध्यम से समजाता हु| जैसे की आप सब जानते है की हमारे पास जो रुपये अभी बिटकॉइन का क्या मोल है होते है उसे हम अपने देश की करेंसी कहते है| हर देश की अलग अलग करेंसी होती है| ये सभी करेंसी पर गवर्नमेंट का नियंत्रण होता है|

हमारी करेंसी के अलग अलग नोट्स और सिक्के होते है| जिसे आप अपनी जेब में रखते है, उससे खरीदी करते है उसे बैंक में जमा करते है आदि आर्थिक व्यवहार आप अपने देश की करेंसी से करते है| करेंसी मतलब अपने देश का स्वीकृत चलन|cryptocurrency meaning in hindi आर्टिकल में अब इसे डिटेल में समजते है|

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मित्रो काफी लोग ये जानते नहीं होते है की क्रिप्टोकरेंसी वास्तव में क्या होती है| अभी तक मैंने आपको क्रिप्टोकर्रेंसी क्या होती है और कैसे कार्य करती है इनके बारे में समजाया| मैंने आपको क्रिप्टोकरेंसी का example भी दिया ताकि आप सरल तरीके से समज सके| लेकिन आपको अब में cryptocurrency meaning in hindi आर्टिकल में क्रिप्टोकरेंसी के बारे में डिटेल में जानकारी देता हु|

दोस्तों जैसे हमारे रुपये की अलग अलग नोट्स और सिक्के होते है और हर रुपये और सिक्के की नोट्स का अलग अलग मूल्य होता है वैसे ही क्रिप्टोकरेंसी का मूल्य भी अलग अलग होता है| क्रिप्टोकरेंसी का मूल्य उनके उपयोग पर निर्भर करता है|

digital currency meaning in hindi

डिजिटल करेंसी का अर्थ होता है जिसे आप छू ना सके और सिर्फ डिजिटल फॉर्म में उपलब्ध हो ऐसी आभासी मुद्राएँ| क्रिप्टोकरेंसी अभी बिटकॉइन का क्या मोल है भी ऐसी ही डिजिटल करेंसी है जिनका उपयोग आप भौतिक रूप से नहीं कर सकते लेकिन उनका अस्तित्व सिर्फ डिजिटल फॉर्म में ही होता है|

जैसे की आप अपने पैसे बैंक अकाउंट से दुसरे अकाउंट में ट्रान्सफर करते है तब वो पैसे बैंक के द्वारा डिजिटल करेंसी के रूप में ट्रान्सफर किये जाते है| इसके बाद अकाउंट होल्डर उसे अगर ATM से नोट्स के स्वरूप में बहार निकाले तब वो हमारी भौतिक कर्रेंसी कहलाती है|

शोर्ट शब्दों में कहे तो डिजिटल करेंसी ऐसी करेंसी है जिनका उपयोग आप खरीदी के लिए और दुसरे आर्थिक व्यवहारों को करने के लिए करते है लेकिन वो भौतिक रूप से हमारे पास नहीं होती है| इस प्रकार की करेंसी को डिजिटल करेंसी के नाम से जाना जाता है|cryptocurrency meaning in hindi आर्टिकल में अब आपको पता चल गया होगा की ये क्रिप्टो करेंसी क्या होती है और कैसे कार्य करती है|

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