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किस कंपनी का शेयर खरीदें?

किस कंपनी का शेयर खरीदें?
by बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो ।।
Published - Sunday, 13 November, 2022

शेयर बाजार में निवेश करने से पहले इन 7 बातों का रखें ध्‍यान

Stock Market: अगर आप शेयर बाजार (Stock Market) में निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो आपको कुछ बातों का ध्‍यान रखना जरूरी है.

  • Jaya Rai
  • Publish Date - April 7, 2021 / 01:14 PM IST

शेयर बाजार में निवेश करने से पहले इन 7 बातों का रखें ध्‍यान

सेंसेक्स में एचसीएल टेक दो प्रतिशत से अधिक की बढ़त के साथ शीर्ष पर था, वहीं इन्फोसिस, भारती एयरटेल, टेक महिंद्रा, एलएंडटी, रिलायंस इंडस्ट्रीज और आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों में भी तेजी देखी गयी

अगर आप शेयर बाजार (Stock Market) में निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो आपको कुछ बातों का ध्‍यान रखना जरूरी है. अगर इन बातों को जाने बिना आपने निवेश किया तो आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है. शेयर बाजार (Stock Market) में अगर समझदारी से निवेश किया जाए तो आपको बेहतरीन रिटर्न मिलता है. वहीं कई बार जाने-अनजाने में निवेशकों को भारी नुकसान भी उठाना पड़ जाता है. ऐसे में शेयर बाजार (Stock Market) में निवेश करने से पहले उसके बारे में अच्‍छे से जान लेना बेहद जरूरी है. यहां हम आपको 7 ऐसी बातें बताने जा रहे हैं जिनका ध्‍यान रखने से आपको शेयर बाजार में अच्‍छा रिटर्न मिलेगा.

पहले मूल बात को समझें:
शेयर बाजार (Stock Market) में निवेश करने से पहले आपको इसके बारे में अच्‍छे से जानकारी होना जरूरी है. वहीं इससे भी ज्‍यादा जरूरी ये है कि आप जिस कंपनी के शेयर खरीदने जा रहे हैं उसके बारे में भी अच्‍छी जानकारी हो. इसी के साथ आपको इस बात का भी अंदाजा होना चाहिए कि शेयर बाजार में निवेश करने का सबसे अच्‍छा समय कौन सा है.

स्टॉप लॉस का करें इस्‍तेमाल:
यह शेयर बाजार में आपके नुकसान को कम करने के सबसे अच्‍छे तरीकों में से एक है. ये बाजार में आपके मुनाफे को बनाए रखता है. आप अपने स्टॉक के लिए स्टॉप लॉस को ठीक कर सकते हैं. इसके इस्‍तेमाल से विशेष स्टॉप लॉस के किस कंपनी का शेयर खरीदें? स्तर पर कीमत हिट होने पर आपका स्टॉक अपने आप बिक जाएगा. वहीं अगर शेयर की कीमत गिरती है तो आपको ज्‍यादा नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा.

अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाएं:
केवल एक कंपनी या एक सेक्टर में निवेश करना कभी भी अच्छा विचार नहीं है. इसे ऐसे समझें कि अगर कंपनी अच्‍छा प्रदर्शन नहीं करती है तो आपको नुकसान होगा. ऐसे में छोटे, मध्‍य और बड़े-कैप शेयरों में निवेश करना हमेशा अच्‍छा होता है. इससे शेयर बाजार में आपके मुनाफा कमाने की संभावना ज्‍यादा होती है.

एक स्थापित व्यवसाय में करें निवेश:
निवेश करने से पहले समझदारी बेहद जरूरी है. हमेशा व्यापार में निवेश न करें बल्कि किस कंपनी का शेयर खरीदें? उन व्यवसायों में निवेश करें जो टर्नअराउंड कंपनियों के लिए जाने के बजाय अच्छी तरह से स्थापित हैं. निवेश करने से पहले कंपनी की बुनियादी बातों के साथ भविष्य के विकास और क्षमता को समझें. वहीं किसी शेयर के मूल्यांकन पर ध्यान दें.

लांग टर्म पर दें ध्‍यान:
कई बार लोग जब शेयर बाजार में प्रवेश करते हैं तो तुरंत मुनाफा कमाने की सोचने लगते हैं. लेकिन शेयर बाजार में जल्‍दबाजी ठीक नहीं है. शॉर्ट टर्म के लिए शेयर बाजार में सोचने की जगह इसमें लांग टर्म के लिए निवेश करने के बारे में सोचे. हमेशा लांग टर्म में मिलने वाले रिटर्न को ध्‍यान में रखकर शेयर खरीदने के बारे में सोचे. इसकी वजह है कि शेयर बाजार में लांग टर्म के लिए निवेश लंबे समय में अन्य परिसंपत्तियों की तुलना में काफी बेहतर प्रदर्शन करते हैं.

अफवाहों से बचे:
शेयर बाजार में हमेशा अपनी योजना से चलना अच्‍छा होता है. शेयर बाजार में निवेश कर रहे हैं तो कभी भी स्टॉक और उनके प्रदर्शन के बारे में अफवाहों पर ध्‍यान न दें और इसके आधार पर निर्णय न लें. अफवाहों से दूर रहना हमेशा अच्‍छा होता है. हमेशा ही ऐसे एक विशेष स्टॉक को खरीदें या बेचे जिसे आप प्रभावित हुए बिना समझते हैं.

ब्रोकर को चुनने में बरतें सावधानी:
जब शेयर बाजार में ट्रेडिंग या निवेश करते हैं, तो आपको ब्रोकर चुनने में बहुत सावधानी बरतनी होती है. हमेशा उनके साथ अपना ट्रेडिंग खाता खोलने से पहले ब्रोकर की पृष्ठभूमि या प्रतिष्ठा की जांच करें. ब्रोकर चुनने में सावधानी बरतने से आपको बाद में किसी तरह की समस्‍या नहीं होगी.

Grey Market में किस IPO का क्या चल रहा भाव? जानिए आपको फायदा होगा या नुकसान?

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो

by बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो ।।
Published - Sunday, 13 November, 2022

GMP IPO

नई दिल्ली: जब भी कोई निवेशक किसी कंपनी के किस कंपनी का शेयर खरीदें? IPO में अप्लाई करता है तो उसकी नजर Grey Market पर जरूर रहती है. उसे देखने के बाद वह, खासकर रिटेल इन्वेस्टर्स यह तय करते हैं कि उन्हें किस कंपनी के IPO में अप्लाई करना चाहिए और किसमें नहीं. आइए, सबसे पहले यह समझते हैं कि आखिर ये Grey Market होता क्या है?

क्या होता है IPO ग्रे-मार्केट
शेयर बाजार में जो ट्रेडिंग होती है उसकी निगरानी मार्केट रेगुलेटर सेबी करता है, इसे White Market कहते हैं, क्योंकि ये कानून के दायरे में होता है. दूसरी तरफ कुछ बिजनेस काले धंधे या Black Market होते हैं, जो कानून की नजर में गलत होते हैं, जैसे कोई चीज स्मगलिंग या चोरी करके बेची जाए, लेकिन इन सबके बीच में एक ग्रे एरिया होता है, जो न तो White Market के दायरे में आता है और न Black Market के दायरे में. यानी न तो वो कानूनी है और न ही गैर-कानूनी. बस वो रेगुलेटेड नहीं है. ठीक ऐसे ही होते हैं IPO ग्रे मार्केट, जिसमें शेयरों की ट्रेडिंग तो होती है, लेकिन उन पर सेबी के नियम लागू नहीं होते. सेबी के नियम लिस्टेड कंपनियों पर ही लागू होते हैं, लेकिन अगर कोई IPO लिस्ट ही नहीं हुआ तो उस पर सेबी के नियम लागू नहीं हो सकते.

ग्रे-मार्केट निवेशकों के लिए कैसे मददगार है?
ग्रे मार्केट और कुछ नहीं बल्कि एक संकेत होता है कि कोई शेयर लिस्ट होने के बाद कैसा परफॉर्म करेगा. यदि कोई शेयर ग्रे-मार्केट में IPO Price ने नीचे ट्रेड कर रहा होता है तो उसकी परफॉर्मेंस अच्छी नहीं मानी जाती है और जो IPO Price से ऊपर ट्रेड कर रहा होता है, उसके प्रति रिटेल इन्वेस्टर्स अट्रैक्ट होते हैं. भले ही ग्रे-मार्केट आधिकारिक नहीं है, लेकिन गैर-कानूनी भी नहीं है.

किस कंपनी के IPO का ग्रे-मार्केट में क्या चल रहा भाव
- Fusion Micro Finance का IPO Price 368 रुपये है और इसका GMP 5 रुपये अधिक चल रहा है.
- Global Health का IPO Price 336 रुपये है और इसका GMP 20 रुपये अधिक चल रहा है.
- Bikaji Foods का IPO Price 300 रुपये है और इसका GMP 35 रुपये अधिक चल रहा है.
- Archeran Chemicals का IPO Price 407 रुपये है और इसका GMP 80 रुपये अधिक चल रहा है.
- Five Star Business Finance का IPO Price 474 रुपये है और इसका GMP 5 रुपये अधिक चल रहा है.
- Kaynes Technology का IPO Price 587 रुपये है और इसका GMP 85 रुपये अधिक चल रहा है.
- Inox Green Energy का IPO Price 65 रुपये है और इसका GMP 10 रुपये अधिक चल रहा है.
- Daps Advertising का IPO Price 30 रुपये है और इसका GMP 8 रुपये अधिक चल रहा है.
- Vital Chemtech का IPO Price 101 रुपये है और इसका GMP 80 रुपये अधिक चल रहा है.
- Amiable Logistics का IPO Price 81 रुपये है और इसका GMP 55 रुपये अधिक चल रहा है.

IPO ग्रे-मार्केट कैसे काम करता है
आमतौर पर IPO ग्रे-मार्केट तब एक्टिव होता है जब कोई कंपनी अपना IPO लाने का ऐलान करती है और उसका प्राइस बैंड तय करती है. प्राइस बैंड तय होने और लिस्टिंग के बीच में करीब 10-12 दिन का वक्त होता है, इस अवधि के दौरान भी ग्रे मार्केट में शेयरों की ट्रेडिंग शुरू हो जाती है, भले ही IPO शेयर मार्केट में लिस्ट न हुआ हो. इस दौरान IPO एप्लीकेशन को खरीदा या बेचा जाता है, अगर किसी को शेयर अलॉट हो जाते हैं तो भी उन शेयरों को एडवांस में ही खरीदा और बेचा जाता है. इसको ऐसे समझिए कि इसमें कोई सेलर IPO अलॉटमेंट के लिए एप्लीकेशन देता है, तो दूसरी ओर कोई खरीदार इश्यू की लिस्टिंग से पहले ही इश्यू प्राइस से ज्यादा पैसे देकर उन शेयरों को खरीदना चाहता है. ये सौदा बीच में मौजूद एक डीलर करवाता है. डीलर सेलर से कॉन्टैक्ट करके उन शेयरों को प्रीमियम पर ग्रे मार्केट में बेचने को कहता है. अगर सेलर लिस्टिंग के खतरे को मोल नहीं लेना चाहता और एक फिक्स मुनाफा कमाकर निकल जाना चाहता है तो वो शेयरों को एक फिक्स्ड अमाउंट पर ग्रे मार्केट में बेचने के लिए राजी हो जाता है. इसके बाद डीलर बायर को ये बताता है कि उसने शेयरों को सेलर से खरीद लिया है. ये शेयर बायर को ट्रांसफर कर दिए जाते हैं. अब इसके बाद बायर की मर्जी कि लिस्टिंग के बाद वो उन शेयरों को रखता है या बेच देता है.

लोग ग्रे मार्केट में ट्रेड क्यों करते हैं
जब कोई IPO बाजार में किस कंपनी का शेयर खरीदें? आने वाला होता है तो लोगों में उसे लेकर काफी उत्सुकता रहती है, खासतौर पर तब जब कोई बड़ा IPO आता है. जैसे कि मान लीजिए कि Paytm किस कंपनी का शेयर खरीदें? का IPO. लोगों को लगता है कि अगर ये इश्यू बाजार में आएगा तो काफी अच्छा लिस्ट होगा, तो क्यों न इसे लिस्टिंग से पहले ब्लॉक करके रख लिया जाए. मान लीजिए कि शेयर का इश्यू प्राइस 1000 रुपये है और उसे ग्रे मार्केट में 20 रुपये प्रति शेयर के प्रीमियम पर खरीदा गया और शेयर 40 रुपये के प्रीमियम पर लिस्ट हुआ है तो निवेशक को 20 रुपये प्रति शेयर का फायदा हो जाएगा.

ग्रे-मार्केट के खतरे
सबसे बड़ा खतरा तो ये है कि ये सेबी के दायरे में नहीं आता है, इसमें सबकुछ जुबानी होता है कुछ भी कॉन्ट्रैक्ट लिखित में नहीं होता है. इसलिए कब कोई मुकर जाए, इसका खतरा हमेशा बना रहता है. हालांकि सेलर और बायर के बीच में हमेशा एक डीलर होता है जो ये दोनों के बीच में इस डील को कराता है और ये सुनिश्चित कराता है कि किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो पाए.

क्या होता है ग्रे-मार्केट प्रीमियम
ग्रे मार्केट का पूरा कामकाज ही प्रीमियम की धुरी पर घूमता है. इसे समझने के लिए एक उदाहरण लेते हैं. मान लीजिए किसी कंपनी ABC ने अपना IPO लाने का ऐलान किया, इश्यू प्राइस तय किया 1000 रुपये, 15 शेयरों का लॉट है.

ग्रे मार्केट का कोई खरीदार इसे 300 रुपये ज्यादा देकर पर भी लेने को राजी है, उसे लगता है कि ये करीब 1600 रुपये प्रति शेयर के ऊपर ही लिस्ट होगा, इसलिए उसे कम से कम 300 रुपये प्रति शेयर का फायदा हो जाएगा. ऐसे में वो खरीदार किसी विक्रेता से 300 रुपये के प्रीमियम पर शेयर खरीदने की डील कर लेता है. इसमें विक्रेता को एक लॉट पर 300X15 यानी 4500 रुपये का फिक्स प्रॉफिट मिल जाता है. जब भी शेयर लिस्ट होगा विक्रेता को 15 शेयर खरीदार को ट्रांसफर करने होंगे. ऐसे में जो ग्रे मार्केट प्रीमियम होगा वो 300 रुपये होगा. मगर विक्रेता को ये लगता है कि इश्यू की लिस्टिंग काफी अच्छी हो सकती है और 300 रुपये का प्रीमियम कम है, इसे 500 रुपये होना चाहिए तो यहीं से शुरू होता है डिमांड और सप्लाई का खेल, और तय होता है ग्रे मार्केट का प्रीमियम.

VIDEO : इस बैंक ने पेश किया स्पेशल FD स्कीम, अब मिलेगा ज्यादा ब्याज; जानें नियम-शर्तें

ये स्टॉक्स आपको दिला सकते है आपको भयंकर रिटर्न

सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के शेयर की कीमत में 6 फीसदी से ज्यादा का इजाफा हुआ है और विशेष रूप से संस्थानों से बहुत अधिक ट्रेडिंग गतिविधि हुई है. वहीं शुक्रवार के कारोबारी सत्र के दौरान, यह अपने क्षेत्र के शीर्ष ट्रेंडिंग शेयरों में से एक था और तकनीकी रूप से, स्टॉक ने अपने आठ-सप्ताह के कप पैटर्न से सामान्य वॉल्यूम से ऊपर ब्रेकआउट दिया है

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के शेयरों में निवेशकों की दिलचस्पी एक बार फिर बढ़ रही है. यह सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के प्रदर्शन में हाल के सुधारों के कारण है और इस दौरान सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के शेयर में 6% से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है

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विशेष रूप से संस्थानों से बहुत अधिक व्यापारिक गतिविधि हुई है और शुक्रवार के कारोबारी सत्र के दौरान, यह अपने क्षेत्र के शीर्ष ट्रेंडिंग शेयरों में से एक था. तकनीकी रूप से, स्टॉक ने अपने आठ-सप्ताह के कप पैटर्न से सामान्य वॉल्यूम से ऊपर ब्रेकआउट दिया है और यह अब अपने पिछले 52-सप्ताह के उच्च स्तर के करीब कारोबार कर रहा है

स्टॉक लंबी और किस कंपनी का शेयर खरीदें? छोटी अवधि के सकारात्मक रुझान में है क्योंकि इसके सभी मूविंग एवरेज बढ़ रहे हैं और 14-दिन की समय सीमा (68.78) के लिए आरएसआई बहुत सकारात्मक किस कंपनी का शेयर खरीदें? किस कंपनी का शेयर खरीदें? है. वहीं इसका ADX (34.04) बढ़ रहा है और एक स्पष्ट पैटर्न प्रदर्शित कर रहा है. साथ ही इसके लिए केएसटी और टीएसआई दोनों संकेतक सकारात्मक दिखाई देते हैं

इसके अलावा मजबूत तकनीकी संकेतकों और अनुकूल मूल्य पैटर्न को देखते हुए स्टॉक अगले कुछ दिनों में गति पकड़ सकता है. बैंक का शेयर अब एनएसई पर 24 रुपये पर कारोबार कर रहा है और आने वाले दिनों में तेजी के कारोबारियों और लंबी अवधि के निवेशकों को इस शेयर पर नजर रखनी चाहिए

कंपनी के बारे में: 1911 में स्थापित होने पर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया भारत का पहला वाणिज्यिक बैंक था जो पूरी तरह से भारतीयों के स्वामित्व में था और भारतीयों द्वारा चलाया जाता था. वास्तव में, सर सोराबजी पोचखानावाला इस बैंक के निर्माण से इतने प्रसन्न थे कि उन्होंने सेंट्रल बैंक की घोषणा की।

Disclaimer: इस आर्टिकल को कुछ अनुमानों और जानकारी के आधार पर बनाया है हम फाइनेंसियल एडवाइजर नही है आप इस आर्टिकल को पढ़कर शेयर बाज़ार (Stock Market), म्यूच्यूअल फण्ड (Mutual Fund), क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) निवेश करते है तो आपके प्रॉफिट (Profit) और लोस (Loss) के हम जिम्मेदार नही है इसलिए अपनी समझ से निवेश करे और निवेश करने से पहले फाइनेंसियल एडवाइजर की सलाह जरुर ले

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Milk Price Hiked: अब दूध पर पड़ी महंगाई की मार, मदर डेयरी ने एक साल में चौथी बार बढ़ाए दूध के दाम, जानें कितना महंगा हुआ

Milk Price Hiked : मदर डेयरी ने टोकन वाले दूध के दाम में भी बढ़ोतरी कर दी है और इसे 2 रुपये प्रति लीटर महंगा कर दिया है। मदर डेयरी ने टोकन मिल्क की कीमतों को 48 रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 50 रुपये प्रति लीटर कर दिया है।

November 20, 2022

नई दिल्ली। महंगाई से जूझ रही जनता को राहत नहीं मिल रही है। पहले घरेलू चीजों पर महंगाई की मार पड़ी और अब दूध भी इस महंगाई से बच नहीं पाया है। अब दूध के दाम फिर बढ़ गए हैं। मदर डेयरी ने दूध के दाम में इजाफा कर दिया है और फुल क्रीम मिल्क अब 63 रुपये प्रति लीटर की जगह 64 रुपये प्रति लीटर पर मिलेगा। दूध के दाम में एक रुपये प्रति लीटर का इजाफा हो गया है।

मदर डेयरी का टोकन वाला दूध भी हुआ महंगा

साधारण दूध के अलावा मदर डेयरी ने टोकन वाले दूध के दाम में भी बढ़ोतरी कर दी है और इसे 2 रुपये प्रति लीटर महंगा कर दिया है। मदर डेयरी ने टोकन मिल्क की कीमतों को 48 रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 50 रुपये प्रति लीटर कर दिया है। यानी अब हर रोज सुबह शाम की दूध-चाय भी आपको महंगी पड़ेगी।

अब आखिर राहत कहां मिलेगी
भले ही मदर डेयरी ने टोकन वाले दूध की कीमत में बढ़ोतरी कर दी है लेकिन इसके बावजूद भी ग्राहकों के लिए एक राहत की बात है कि फुल क्रीम दूध के आधे लीटर (500 ML) के पैकेट के दाम पर कोई इजाफा नहीं किया गया है। यानी अगर आप 1 किलो के लिए 500 मिलीलीटर वाले 2 पैक खरीदते हैं तो आपको पहले के दाम पर ही मदर डेयरी का फुल क्रीम मिल्क मिलेगा।

ग्राहकों के लिए कल से महंगा होगा दूध

बढ़ती महंगाई के बीच मदर डेयरी की बढ़ी हुई कीमतें कल यानी सोमवार से लागू हो जाएंगी। ये कीमतें बढ़ने का सबसे ज्यादा असर दिल्ली-एनसीआर वालों पर पड़ेगा क्योंकि मदर डेयरी कंपनी दिल्ली एनसीआर में सबसे ज्यादा मिल्क सप्लाई करने किस कंपनी का शेयर खरीदें? वाली कंपनियों में से एक है।

एक वर्ष के भीतर चौथी बार बढ़ाए गए मदर डेयरी दूध के दाम

गौर करने वाली बात यह है कि इस साल में मदर डेयरी के दूध में कीमतों में बढ़ोतरी पहली बार नहीं हुई है बल्कि इससे पहले भी मदर डेयरी ने तीन बार इसी साल अपने दूध की कीमतों में बढ़ोतरी की थी। 16 अक्टूबर को इसने दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर भारत के अन्य शहरों मेंगाय के दूध के साथ फुल क्रीम दूध के दाम 2 रुपये प्रति लीटर बढ़ा दिए थे। इससे पहले मार्च और अगस्त में भी मदर डेयरी ने अपने मिल्क पैकेट्स के दाम में दो रुपये प्रति लीटर का इजाफा कर दिया था।

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