कंपनी में कितनी शेयरधारिता है

विपक्ष ने आरोप लगाया था कि सरकार इस विधेयक के जरिये बंदरगाहों को निजी हाथों में सौंपना चाहती कंपनी में कितनी शेयरधारिता है है, क्योंकि इसमें बंदरगाहों के प्रबंधन के लिए 13 सदस्यीय बोर्ड का प्रस्ताव किया गया है, जिसके सात सदस्य गैर-सरकारी होंगे. ऐसी स्थिति में निर्णय लेने का अधिकार निजी क्षेत्र को मिल जाएगा और इससे देश की सुरक्षा भी प्रभावित हो सकती है.
ICICI बैंक के बारे में जानकारी: आईसीआईसीआई बैंक के अध्यक्ष, सीईओ, मालिक और फुल फॉर्म
आईसीआईसीआई बैंक एक भारतीय निजी वाणिज्यिक बैंक है जिसका मुख्यालय वडोदरा, गुजरात में है और कॉर्पोरेट कार्यालय बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स, मुंबई में है. आईसीआईसीआई बैंक भारत का दूसरा सबसे बड़ा निजी क्षेत्र कंपनी में कितनी शेयरधारिता है का बैंक है।
आईसीआईसीआई बैंक
बैंक का प्रकार | निजी बैंक |
उद्योग | वित्तीय सेवाएं |
स्थापित | 5 जनवरी 1955 |
मुख्यालय | वडोदरा, गुजरात (पंजीकृत कार्यालय) बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स, मुंबई (कॉर्पोरेट कार्यालय) |
शाखाओं की संख्या | 5,275 (2020) |
सेवा क्षेत्र | दुनिया भर में |
अध्यक्ष | गिरीश चंद्र चतुर्वेदी |
एमडी और सीईओ | संदीप बख्शी |
कर्मचारियों की संख्या | 97,354 (2020) |
वेबसाइट | icicibank.com |
पांच साल में रक्षा क्षेत्र की छह सरकारी कंपनियों में हिस्सेदारी बेचकर 26,457 कंपनी में कितनी शेयरधारिता है करोड़ जुटाए: केंद्र
राज्यसभा में रक्षा राज्यमंत्री श्रीपद नाइक ने बताया कि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड में सरकार की हिस्सेदारी घटाकर कुल 14,184.70 करोड़ रुपये एकत्र किए, जबकि भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड में हिस्सेदारी घटाकर 8,073.29 करोड़ रुपये कंपनी में कितनी शेयरधारिता है और भारत डायनामिक्स लिमिटेड में हिस्सेदारी की बिक्री से 2,371.19 करोड़ रुपये जुटाए गए.
राज्यसभा में रक्षा राज्यमंत्री श्रीपद नाइक ने बताया कि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड में सरकार की हिस्सेदारी घटाकर कुल 14,184.70 करोड़ रुपये एकत्र किए, जबकि भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड में हिस्सेदारी घटाकर 8,073.29 करोड़ रुपये और भारत डायनामिक्स लिमिटेड में हिस्सेदारी की बिक्री से 2,371.19 करोड़ रुपये जुटाए गए.
(प्रतीकात्मक फोटो: रॉयटर्स)
नई दिल्ली: सरकार कंपनी में कितनी शेयरधारिता है ने पिछले पांच साल में छह रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (डीपीएसयू) में अपनी हिस्सेदारी घटाकर 26,457 करोड़ रुपये जुटाए हैं. राज्यसभा में रक्षा राज्यमंत्री श्रीपद नाइक द्वारा दिए गए विवरण से कंपनी में कितनी शेयरधारिता है यह जानकारी प्राप्त हुई है.
बीते सोमवार को एक सवाल के जवाब में नाइक ने कहा कि सरकार ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) में अपनी हिस्सेदारी घटाकर कुल 14,184.70 करोड़ रुपये एकत्र किए, जबकि भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) में हिस्सेदारी घटाकर 8,073.29 करोड़ रुपये और भारत डायनामिक्स लिमिटेड (बीडीएल) में हिस्सेदारी की बिक्री से 2,371.19 करोड़ रुपये जुटाए.
बिग बुल के फेवरेट स्टॉक में जबरदस्त कंपनी में कितनी शेयरधारिता है खरीदारी,एक्सपर्ट बोले-अभी और बढ़ेगा भाव
नई दिल्ली। शेयर बाजार में बिग बुल के नाम से मशहूर राकेश झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो में कई स्टॉक हैं जो निवेशकों को मालामाल कर रहे हैं। इनमें से एक स्टॉक इंडियन होटल का भी है। गुरुवार के कारोबार में इस स्टॉक की तगड़ी खरीदारी हुई है। एक्सपर्ट का कहना है कि यह स्टॉक अभी और बढ़ेगा। टाटा ग्रुप से जुड़ी इस कंपनी पर एक्सपर्ट ने बाय रेटिंग दी है।
शेयर का कितना रिटर्न:इंडियन होटल के शेयर ने पिछले एक साल में मल्टीबैगर रिटर्न दिया है। पिछले एक साल में, यह 125 प्रतिशत कंपनी में कितनी शेयरधारिता है तक बढ़ गया है। वहीं, 2022 कंपनी में कितनी शेयरधारिता है में यह स्टॉक 35 प्रतिशत तक बढ़ गया है। हालांकि, ब्रोकरेज हाउस आईसीआईसीआई कंपनी में कितनी शेयरधारिता है सिक्योरिटीज इस मल्टीबैगर स्टॉक में अभी और तेजी देखता है।
बदलाव का प्रस्ताव, बैंकों में निजी इक्विटी फर्मों की बढ़ेगी हिस्सेदारी
केंद्र सरकार सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में केवल 10 फीसदी की निजी होल्डिंग की सीमा को हटाने पर विचार कर रही है। यह कदम निजी इक्विटी फर्मों को निजीकरण के समय सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में अधिक हिस्सेदारी लेने की अनुमति देगा। सरकार इस बदलाव का कंपनी में कितनी शेयरधारिता है प्रस्ताव बैंकिंग एक्ट (संशोधन) बिल के कंपनी में कितनी शेयरधारिता है जरिए कर सकती है। विधेयक में बैंकिंग कंपनी (अधिग्रहण और उपक्रम हस्तांतरण) अधिनियम और बैंकिंग विनियमन अधिनियम में संशोधन का प्रस्ताव है।
बैंकिंग विनियमन अधिनियम में प्रस्तावित संशोधन का उद्देश्य उस प्रतिबंध को हटाना है जिसके तहत व्यक्तिगत निवेशक बैंक की चुकता पूंजी का केवल 10 प्रतिशत तक ही रख सकते हैं। इस सीमा को हटाने के साथ-साथ भारतीय रिजर्व बैंक को समय-समय पर शेयरधारिता सीमा के बारे में सूचित किया जाता है।