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Where to Invest: म्युचुअल फंड या शेयर मार्केट. जानिए, कहां और कैसे करें निवेश की शुरुआत
Where to Invest जब भी पैसे को निवेश करने की बात आती है तो हमारे सामने कई यक्ष-प्रश्न आते हैं। आज हम कुछ ऐसे ही मूलभूत प्रश्नों के उत्तर जानेंगे जिससे निवेश के बारे में फैसले लेने में हमें मदद मिलेगी. तो आइए शुरू करते हैं सवालों-जवाबों की ट्रेडिंग.
नई दिल्ली, आशीष पाण्डेय। जब भी आप अपने पैसे को निवेश करने के बारे में सोचते होंगे, आपके सामने भी कई यक्ष-प्रश्न जरूर आते होंगे। जैसे – म्युचुअल फंड या शेयर मार्केट. कहां पैसे लगाना होगा ठीक? कब और कितने दिन के लिए लगाऊं पैसे? किस शेयर में या किस फंड में निवेश करूं? क्या सिर्फ आईपीओ में निवेश करना होगा सही निर्णय? क्या शेयर ट्रेडिंग और निवेश एक ही बात है, या यह दोनों अलग चीजें हैं? निवेश के लिए म्युचुअल फंड स्कीम या कोई शेयर कैसे सेलेक्ट करूं? कम से कम कितने शेयरों या कितनी स्कीमों में करना चाहिए निवेश? आज हम कुछ ऐसे ही मूलभूत प्रश्नों का उत्तर जानेंगे, जिससे अपने निवेश के बारे में महत्वपूर्ण फैसले लेने में हमें मदद मिलेगी। तो आइए देखें सवालों के निवेश पर जवाबों के रिटर्न.
कहां लगाएं पैसे – म्युचुअल फंड या शेयर मार्केट में.
जैसे ही आप निवेश करने का मन बनाते हैं, तो सबसे पहला और बेसिक प्रश्न जो दिमाग में तुरंत आता है वो यह कि पैसे कहां लगाएं? और इसका जवाब जानने के लिए आपको ईमानदारी से खुद से कुछ और प्रश्न करने होंगे, जैसे – क्या आपको शेयर मार्केट के बारे में पूरी जानकारी है? क्या आप अर्थव्यवस्था के संकेतों को समझते हैं? क्या आप कंपनियों की वार्षिक रिपोर्ट, बैलेंस निवेश कैसे करे शीट और प्रॉफिट-लॉस स्टेटमेंट समझ पाते हैं? क्या आप खुद किसी शेयर से संबंधित रिसर्च कर सकते हैं? क्या आप नियमित समय पर अपने निवेश का मूल्यांकन खुद कर सकते हैं? और सबसे महत्वपूर्ण, क्या यह सब रिपोर्ट पढ़ने, मार्केट या किसी स्टॉक संबंधित रिसर्च करने और अपने निवेश को मॉनिटर करने के लिए आपके पास पर्याप्त समय है? यदि इन सवालों के जवाब हां में हैं, तो निश्चित ही आपको शेयर मार्केट में निवेश करना चाहिए, अन्यथा आपके लिए म्युचुअल फंड सबसे अच्छा विकल्प है।
किसी भी म्युचुअल फंड में हर स्कीम के लिए एक अलग फंड मैनेजर होता है जिसकी अपनी एक पूरी टीम होती है, जो रिसर्च और निवेश से संबंधित संबंधित सभी निर्णय लेती है। नियमित अंतराल पर निवेशक से रिपोर्ट शेयर की जाती है, और इसके अतिरिक्त आप जब चाहें अपने पोर्टफोलियो या निवेश की वास्तविक स्थिति देख सकते हैं।
कैसे लगाएं पैसे - एसआईपी (SIP) या एकमुश्त निवेश.
निवेश से संबंधित एक बहुत ही स्वाभाविक प्रश्न जो दिमाग में आता है, वह यह कि पैसे किस तरह से निवेश किए जाएं? मैंने कई लोगों से सुना है कि उन्होंने SIP में निवेश किया है, जबकि ध्यान देने वाली बात यह है कि SIP कोई फंड या स्कीम नहीं, बल्कि पैसे लगाने का एक तरीका है। आइए, इसे थोड़ा और विस्तार से समझते हैं.
जब हम किसी म्युचुअल फंड में निवेश करते हैं तो हमारे सामने मोड चुनने का विकल्प होता है – SIP या एकमुश्त (Lumpsum)। SIP मतलब हर महीने एक निश्चित तिथि पर एक निश्चित राशि आपके बैंक खाते से आपकी चुनी हुई म्युचुअल फंड स्कीम में निवेश के लिए कट जाएगी। जबकि, एकमुश्त तरीके में आप जितना भी निवेश करना चाहते हैं वह एक बार में ही भुगतान करना होगा।
SIP के माध्यम से निवेश करना उन लोगों के लिए विशेषकर सुविधाजनक है, जो ज्यादा पैसा नहीं बचा पाते और सैलरी या अन्य किसी तरह की नियमित आय प्राप्त करते हैं। वहीं जो लोग पैसा बचा लेते हैं उन्हें म्युचुअल फंड या शेयर मार्केट में एकमुश्त निवेश करने में कोई समस्या नहीं आती।
कब लगाएं पैसे – कैसे जानें कि यह निवेश करने का सही समय है.
निवेश की टाइमिंग एक बहुत ही महत्वपूर्ण फैसला होता है, विशेषकर शेयर मार्केट के लिए। मार्केट या स्टॉक के निचले स्तर पर खरीदना और ऊंचे स्तर पर बेचना (Buying Low & Selling High) ही प्रॉफिट की रेंज घटाता या बढ़ाता है। हालांकि, किसी भी निवेशक या ट्रेडर के लिए हर बार एकदम निचले स्तर पर खरीदना और एकदम ऊंचे स्तर पर बेचना संभव नहीं है। फिर भी निवेश करते समय यह ध्यान जरूर देना होता है कि आप मार्केट या जिस शेयर में निवेश कर रहे हैं वो गिरावट के दौर में तो नहीं है।
म्युचुअल फंड में आप टाइमिंग के बारे में निर्णय लेने से बच जाते हैं, क्योंकि आपकी तरफ से यह निर्णय आपके फंड मैनेजर और उनकी एक्सपर्ट टीम लेती है। और यदि आप SIP के माध्यम से निवेश करते हैं तो टाइमिंग का फैक्टर काफी हद तक प्रभावहीन हो जाता है, क्योंकि हर महीने नियत समय पर पैसा कटने से आपके निवेश का खरीद मूल्य औसत स्तर पर आ जाता है। फिर मार्केट चाहे ऊपर रहे या नीचे, उससे कोई विशेष फर्क नहीं पड़ता।
निवेश से संबंधित और भी बहुत से ऐसे प्रश्न हैं जिनका उत्तर हम आगे आने वाले लेखों के माध्यम से जानेंगे. तो इंतजार करिए इस सीरीज़ में अगले आलेख का.
SIP के जरिये म्यूचुअल फंड में निवेश: ब्रोकर की जरूरत नहीं, ऑनलाइन ऐसे जमा करें पैसे
म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले आपको अपना केवाईसी पूरा करना होगा. आप केआरए (केवाईसी पंजीकरण एजेंसी) में ऑनलाइन केवाईसी पंजीकरण फॉर्म भरकर और सेल्फ एटेस्टेड पहचान और पते का प्रमाण जमा करके ऐसा कर सकते हैं.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: Ravikant Singh
Updated on: Apr 04, 2022 | 3:01 PM
म्यूचुअल फंड में निवेश के कई तरीके हैं. ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन भी निवेश कर सकते हैं. कम-कम पैसे जमा करके बाद में मोटी रकम जुटाई जा सकती है. यहां कम-कम पैसे जुटाने का अर्थ है एसआईपी के जरिये किया जाने वाला निवेश. एसआईपी का मतलब है सिस्टमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP). आप चाहें तो एसआईपी के माध्यम से म्यूचुअल फंड में ऑनलाइन निवेश कैसे करे पैसे जमा कर सकते हैं. एसआईपी म्यूचुअल फंड में निवेश करने का एक तरीका है जहां आप अपनी पसंद की म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) योजना में नियमित रूप से एक निश्चित राशि का निवेश करते हैं. आप अपनी पसंद की म्यूचुअल फंड स्कीम में एसआईपी के जरिए हर महीने कम से कम 500 रुपये का निवेश (SIP online investment) कर सकते हैं.
आप म्यूचुअल फंड के डायरेक्ट प्लान में ऑफलाइन या ऑनलाइन सीधे एसेट मैनेजमेंट कंपनी या एएमसी के जरिए निवेश कर सकते हैं. इसके लिए आपको फंड हाउस की ब्रांच में जाना होगा और म्यूचुअल फंड का फॉर्म भरना होगा. अपना केवाईसी पूरा करने के लिए पासपोर्ट साइज फोटो के साथ खुद से अटेस्ट किया गया पहचान और पते का प्रमाण जमा कर सकते हैं.
कैसे करें म्यूचुअल फंड में निवेश
म्यूचुअल फंड के किसी भी डायरेक्ट प्लान में आप ऑनवाइन या एएमसी की वेबसाइट पर जाकर निवेश कर सकते हैं. इसके लिए निवेश कैसे करे आपको म्यूचुअल फंड एप्लिकेशन फॉर्म को जरूरी डिटेल जैसे कि नाम, बैंक की डिटेल के साथ भर सकते हैं. इसी के साथ ईकेवाईसी के लिए पैन और आधार की जानकारी देनी होगी. आप अपने ऑनलाइन बैंक अकाउंट के माध्यम से भी म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं. आइए जानते हैं कि एसआईपी के जरिये ऑनलाइन पैसे कैसे जमा कर सकते हैं.
म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले आपको अपना केवाईसी पूरा करना होगा. आप केआरए (केवाईसी पंजीकरण एजेंसी) में ऑनलाइन केवाईसी पंजीकरण फॉर्म भरकर और सेल्फ एटेस्टेड पहचान और पते का प्रमाण जमा करके ऐसा कर सकते हैं.
Mutual Fund में डायरेक्ट निवेश कैसे करते हैं, जानिए इसके क्या हैं फायदे व नुकसान
फंड ऑफ फंड्स कम रिस्क उठाने वाले छोटे निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प है.निवेश कैसे करे
Mutual Fund Investment: देश में म्यूचुअल फंड में निवेश तेजी से बढ़ा है. इस पर मिलने वाले अच्छे रिटर्न ने लोगों को अपनी ओर आकर्षित किया है. कुछ फंड्स ने तो साल भर में ही 100 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दिया है. लेकिन अक्सर लोगों के सामने समस्या आती है कि म्यूचुअल फंड में निवेश कैसे करें.
म्यूचुअल फंड्स में हम दो तरीके से निवेश कर सकते हैं. एक तो किसी भी निवेश प्लेटफॉर्म के माध्यम से पैसा लगा सकते हैं. जहां उनके फंड मैनेजर पैसे को अलग-अलग म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं. दूसरा तरीका होता सीधे म्यूचुअल फंड में निवेश. यहां हम विस्तार से जानेंगे कि म्यूचुअल फंड में डायरेक्ट निवेश कैसे करते हैं.
KYC जरूरी
अगर आपका KYC पूरा हो चुका है तो आप म्यूचुअल फंड में सीधे ऑफलाइन या ऑनलाइन निवेश कर सकते हैं. अगर आप ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करने में असहज महसूस करते हैं, तो आप नजदीकी शाखा में जाकर फंड में निवेश कर सकते हैं.
ऑनलाइन म्यूचुअल फंड की स्कीमों में सीधे निवेश करने का सबसे आसान तरीका है और आपको कमीशन भी नहीं देना पड़ता. आप फंड की वेबसाइट या उसके RTA की साइट या फिर फिनटेक प्लेटफॉर्म से ऑनलाइन निवेश कर सकते हैं. फंड की वेबसाइट पर सीधे निवेश करने पर आपको कई लॉगिन मैनेज करने पड़ते हैं.
डायरेक्ट प्लान में निवेश
डायरेक्ट प्लान में निवेश करने का मतलब है कि आप फिनांशियल प्लान बनाने, अपने गोल के लिए सबसे सही फंड्स को चुनने, अपने पोर्टफोलियो को नियमित तौर पर मैनेज करने और ज़रूरत पड़ने पर उसमें फेरबदल करने की जिम्मेदारी लेते हैं.
हर किसी को म्यूचुअल फंड में सही फंड चुनना और पोर्टफोलियो को मैनेज करना नहीं आता है. इसलिए डायरेक्ट प्लान उन निवेशकों के लिए है जो इसे आसानी से कर सकते हैं. अन्यथा, म्युचुअल फंड के बारे में कम जानकार लोगों को डिस्ट्रीब्यूटर द्वारा निवेश करने की सलाह दी जाती है.
डायरेक्ट म्यूचुअल फंड निवेश
ऐसी कई फिनटेक कंपनियां हैं जो मुफ़्त या फीस लेकर डायरेक्ट म्यूचुअल फंड निवेश प्लेटफ़ॉर्म पेश करती हैं. इनमें से ज्यादातर प्लेटफ़ॉर्म्स SEBI के साथ रजिस्टर्ड है इस लिए अच्छी तरह से विनियमित और SEBI द्वारा अनिवार्य किए गए सुरक्षा एवं गोपनीयता दिशानिर्देशों द्वारा नियंत्रित हैं. आजकल तो फॉर्च्यून 500 कंपनियों को भी हैक किया जा सकता है और वैसे ही म्यूचुअल फंड के प्लेटफॉर्म को भी. हालांकि, इसकी संभावना बिल्कुल ना के बराबर है.
पैसा सुरक्षित रहता है
क्योंकि फिलहाल ज़्यादातर डायरेक्ट प्लेटफॉर्म्स पर स्टार्टअप्स का मालिकाना अधिकार है, जो लंबे समय तक बाज़ार में नहीं थे, संभावना हो सकती है कि उनमें से कुछ बंद हो गयी होंगी या फिर बड़ी कंपनियों द्वारा खरीद ली गयी होंगी. लेकिन आपको इन रजिस्टर्ड प्लेटफार्मों द्वारा किए गए अपने निवेश के बारे में फ़िक्र करने की ज़रूरत नहीं है. भले ही ये प्लेटफार्म भविष्य में मौजूद ना रहें, क्योंकि आपके द्वारा निवेश किया गया पैसा म्यूचुअल फंड के अकाउंट में जाता है और फंड के पास आपके निवेश का लेखा-जोखा रखने के लिए SEBI से मान्यता प्राप्त रजिस्ट्रार है.
अपने निवेश को एक्सेस करने के लिए आप हमेशा फंड हाउस से संपर्क कर सकते हैं. अगर आप अपने यूज़र एक्सपीरियंस, फीस, इसकी सेवाओं से खुश हैं और अगर आपको संस्थापक टीम पर भरोसा है, तो डायरेक्ट प्लेटफ़ॉर्म चुनें. उनके भविष्य और उनके माध्यम से किए गए अपने निवेश के बारे में चिंता न करें. फंड हाउस के पास वे हमेशा सुरक्षित रहेंगे.
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Investment Tips: 5-10 लाख रुपये हैं, कहां निवेश करें? एफडी के अलावा इन चार विकल्पों में मिलेगा शानदार रिटर्न
एफडी के अलावा और भी कई विकल्प हैं, जिस पर आप गौर कर सकते हैं और महंगाई के मुकाबले पॉजिटिव रिटर्न हासिल कर सकते हैं.
एफडी के अलावा और भी कई विकल्प हैं, जिस पर आप गौर कर सकते हैं और महंगाई के मुकाबले पॉजिटिव रिटर्न हासिल कर सकते हैं.
Investment Tips: अगर आपके पास 5-10 लाख रुपये की एकमुश्त रकम है तो इसे कहां निवेश करेंगे? लंबे समय से फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) निवेश का बेहतर विकल्प माना जाता रहा है क्योंकि यह सुरक्षित और सुनिश्चित रिटर्न देने वाला है. हालांकि इंफ्लेशन को देखते हुए एफडी पर वास्तविक रिटर्न आपका पैसा बढ़ाने की बजाय घटा रहा है. ऐसे में एफडी के अलावा और भी कई विकल्प हैं, जिस पर आप गौर कर सकते हैं और महंगाई के मुकाबले पॉजिटिव रिटर्न हासिल कर सकते हैं. यहां ऐसे ही चार निवेश विकल्पों के बारे में जानकारी दी जा रही है.
Index Funds
अगर आपने स्टॉक्स में निवेश अभी शुरू ही किया है और अपने लिए बेहतर शेयर का चयन करने में कठिनाई महसूस कर रहे हैं तो इंडेक्स फंड्स निवेश का बेहतर विकल्प है. यह उस समय भी बेहतर विकल्प के रूप में है, अगर आप अपने लिए बेहतर म्यूचुअल फंड का चयन नहीं कर पा रहे हैं. इंडेक्स फंड किसी इंडेक्स को ट्रैक करता है. जैसे कि निफ्टी इंडेक्स 50 बड़ी कंपनियों का इंडेक्स है और निफ्टी इंडेक्स को खरीदने का मतलब है कि निफ्टी के बराबर आपको रिटर्न मिल सकता है.
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Sovereign Gold Bonds
गोल्ड खरीदने का सबसे बेहतर तरीका अब सोवरेन गोल्ड बॉन्ड्स है. यह एक तरह से 999 शुद्धता वाले गोल्ड को डिजिटल तरीके से खरीदने जैसा है और इस पर जो कैपिटल गेन होगा, उस पर टैक्स भी नहीं चुकाना होगा. इसके अलावा 2.5 फीसदी निश्चित ब्याज भी मिलेगा. केंद्रीय बैंक आरबीआई केंद्र सरकार के बिहाफ पर गोल्ड बॉन्ड को कई किश्तों में जारी करती है और इसके जरिए गोल्ड में आप निवेश कर सकते हैं. 2.5 फीसदी का सालाना ब्याज हर छह महीने पर मिलेगा. इसमें सिर्फ एक ही दिक्कत है कि एसजीबी में निवेश पर 8 साल का लॉक इन है लेकिन अगर पैसों की आपको जरूरत है तो इसे सेकंडरी मार्केट में बेचने का भी विकल्प है.
REITs
अगर 5-10 लाख में कोई घर नहीं खरीद सकते हैं लेकिन रीयल एस्टेट से जरूर कमा सकते हैं. रीयल एस्टेट इंवेस्टमेंट ट्रस्ट (REIT) एक म्यूचुअल फंड की तरह है जिसमें निवेशकों के पैसों का पूल बनाकर पार्क, मॉल जैसी कॉमर्शियल संपत्तियां खरीदी जाती है. यह ऐसी कंपनियां द्वारा लॉन्च किया जाता है जिनके पास कॉमर्शियल संपत्तियां होती हैं या ऑपरेट करती हैं या फाइनेंस करती हैं. इसमें निवेश कैसे करे अंडरलाइंग प्रोजेक्ट्स की कीमतों में बढ़ोत्तरी और किराए के जरिए पैसे बढ़ते हैं. एक यूनिट होल्डर के तौर पर आपको डिविडेंड और REIT की बढ़े भाव के रूप में कमाई होगी. इस विकल्प के जरिए बिना कोई संपत्ति खरीदे एक तरह से आप किसी प्रॉपर्टी के मालिक बनते हैं. हालांकि इसे खरीदते समय सावधानी बरतें क्योंकि अंडरलाइंग एसेट्स अच्छे हैं, तभी आपको फायदा मिलेगा.
सरकारी बचत योजनाएं
सरकारी छोटी बचत योजनाएं भी निवेश के लिए बेहतर विकल्प हैं. जैसे कि पीपीएफ (पब्लिक प्रोविडेंट फंड), पोस्ट ऑफिस सेविंग्स स्कीम, किसान विकास पत्र (केवीपी) इत्यादि. इसमें निवेश का सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि इस पर सरकार की गारंटी रहती है, बेहतर दरों पर ब्याज मिलता है और निवेश/मेच्योरिटी पर टैक्स बेनेफिट्स भी मिलता है. इसमें बस लॉक इन पीरियड की दिक्कत आपको दिख सकती है जैसे कि पीपीएफ में 15 साल का लॉक इन है. हालांकि अगर आप अपने पैसे को डेट में लगाना चाहते हैं तो छोटी बचत योजनाएं शुरुआत के लिए बेहतर है.
(Arricle: Kanika Agarwal, Co-founder of Upside AI, ML-backed PMS Firm)
(यह लेख जानकारी के लिए है और फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. निवेश से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने सलाहकार से सलाह लें.)