रणनीति चुनना

ट्रेडिंग के प्रकार

ट्रेडिंग के प्रकार

Type of Trading in Hindi- ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है

Type of Trading in Hindi – Hello दोस्तों क्या आप जानते है Trading में तरह-तरह की Trading स्टाइल होती है|आप अपनी ट्रेडिंग स्टाइल या जो आपकी की पर्सनैलिटी को शूट करे आप उस तरह की ट्रेडिंग स्टाइल अपनाए|आएये जानते है की Type of Trading in Hindi कितने प्रकार की होती है और आपको कौन सी ट्रेडिंग स्टाइल शूट करती है या आप के लिए जो स्टाइल फायदेमंद है , उसके बारे में आज जानेंगे, आएये जानते है |

आप ट्रेडिंग में कुछ मिनटों के ट्रेड से लेकर कुछ दिनों तक के ट्रेड कर सकते है|इसी Time को देखकर ट्रेडर अपनी ट्रेडिंग स्टाइल चुनता है,आएये जानते है की Type of Trading in Hindi कितने प्रकार की होती है |

Trading मुख्य रूप से चार तरह की होती है |

Scalping Trading

Scalping Trading को Micro Trading भी कहते है,Scalping Trading की पोजीशन कुछ सेकंड से कुछ मिनटों तक रहती है|Scalping Trading भी Day Trading की तरह एक दिन की Trading होती है|

Scalping Trading में Pairs में उतार-चढाव बहुत ज्यादा होता है,इसीलिए इस Trading Style में Volatility बहुत ज्यादा होती है,इसी कारण से Scalping Trading ज्यादातर Experienced ट्रेडर करते है,क्योकि उन्हें मार्केट की पूरी समझ होती है|जो नए ट्रेडर है वो इस Trading Style को शुरुवात में नहीं अपनाए|वह लोग Day Trading से स्टार्ट करे,जब मार्केट को पूरी तरह से समझ जाये तब Scalping Trading करने की सोचे|

Gyan by Mr. Singh

5+Types of Trading in Stock Market in Hindi | शेयर बाजार में ट्रेडिंग के कितने प्रकार है | Gyan by Mr. singh

हेलो दोस्तों आज हम बात करने जा रहे है, Stock Market में कितने टाइप की इंट्राडे ट्रेडिंग होती है, उससे पहले आपको में Stock Market के बारे में बता देदा हूँ, Stock Market के बहुत ही बड़ा टॉपिक है, अगर आप इस में आ रहे है, तो में आपसे एक ही बात बोलना चाहूंगा की Stock Market का पूरा ज्ञान नहीं तो बैसक के साथ साथ टेक्निकल एनालिटिक्स और फंडामेंटल जरूर पढ़ के आए। कोई कि आप इस में अपनी मेहनत कि कमाई इस्तमाल करे गए। अगर आपको पूरी नॉलेज नहीं हुई तो आप अपना पैसा गवा सकते है। और के जरुरी बात अगर आप अपनी वेल्थ को बनाने में सोच रहे है, तो फिर आप LongTerm Investment कर सकते है, आप कोई भी Stock को चुने और उस बारे में पूरी सर्च करे कंपनी क्या करती है, क्या फ्यूचर प्लान है कंपनी, पिछले क्या रिकॉर्ड है कंपनी का मतलब प्रॉपर रास्च करे फिर अगर आपको लगये इस Stock में Investment करनी चाहिए तभी आप फिर उस में अपना पैसे लगाए।

Types of Trading in Stock Market (Stock Market में कितने तेरा की Trading होती है)|

अगर आप शेयर मार्किट से जल्दी पैसा कमाना चाहते है तो फिर आप Intraday Trading कर सकते है, सो आज हम जाने गए कि Types of trading in stock market in Hindi | शेयर बाजार में इंट्राडे ट्रेडिंग के कितने प्रकार है, उसके बात फिर आपको जौन्सी भी Intraday Trading समझ आए फिर आप उसमे पूरी जानकारी लेकर स्टार्ट कर सकते हो। हर Trading अलग है और हर ट्रेडिंग के फैयदे और नुकसान अलग है, आपको जौन्सी भी Trading समझ आए फिर आप उस हिसाब से डीप नॉलेज ले सकते हो। अब बात करते है, Types of Stock Market Trading in India

What is day trading in hindi

Table of Contents

Intraday Trading | Day Trading

दोस्तों Intraday Trading को Day Trading भी बोलते है, क्योकि जो ट्रेडर ट्रेडिंग कर रहा होता है यः तो वोह उस Stock को Buy करता है यह फिर Sell केवल उसी दिन के लिए। ट्रेडर को जब भी लगता है, कि अब मुझे इस Stock में ट्रेड करनी चाहिए तो वोह कभी भी Stock को Buy यह Sell कर सकता है पुरे दिन में जब टाक Stock Market कि Closing Bell ना बज जाये।

दोस्तों Intraday Trading उनके लिए है जो Market में एक्टिव है और Intraday Trading आपको जयदा पैसा तो बना के दे सकती है, लेकिन Intraday Trading उतनी ही Risky भी है, सो अगर आप Trading शुरू कर रहे हो। तो यह बात याद रखना कि Intraday Trading एक्सपीरियंस लोगो के लिए है, जिनको पहले से ही Market का नॉलेज है।

Delivery Trading in Hindi

अब बात करते है, Delivery Trading कि दोस्तों Delivery Trading को Position Trading भी बोलते है, क्योंकि Position मतलब अपनी जगा फिक्स करना जैसे कि Intraday Trading हम एक दिन के लिए Trading कर सकते थे, ठीक वैसे ही Delivery Trading में हम अपने Stock को जो हमे Buy या Sell क्या है उसको हम होल्ड करके रख सकते है, कुछ टाइम के लिए जैसे एक हफ्ते के लिए यह एक महीने के लिए।

Delivery Trading में एक बहुत बड़ा चैलेंज यह होता कि trend को देखना और ग्राफ को फॉलो करना कि ग्राफ का कैसे बर्ताव है उस हिसाब से trading करना कि प्राइस बड़े गा यह कम होगा। यह सब ट्रेडर को सोचना पढता है, अगर ट्रेडर को लगता है कि उभरते ट्रेंड है तब ट्रेडर उस स्टॉक को बुय करता है, और इसी प्रकार अगर ट्रेडर को लगता है, कि स्टॉक अब निचे जाएगा तब ट्रेडर सेल्ल करता है। शेयर मार्किट एक बहुत ही बड़ा टॉपिक है और इसमें बहुत कुछ है कि ट्रेंड कैसे पता चलता है। इस ट्रेडिंग स्टाइल को बिगिनर्स भी इस्तमाल करते है, बाकि आपका डिसिशन है। So Keep Learing and then Earning Money

Short Sell Trading

Short Sell Trading के बहुत कि पॉपुलर ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी। इस Short Sell Trading में अगर आपके पास शेयर नहीं है तो भी आप बेच सकते हो , कैसे बताता हूँ, दोस्तों अगर ट्रेडर को लाग रहा है, कि Stock Market Bearish रहे गयी, प्राइस और फॉल होगा, सो ट्रेडर इस टाइम पे अभी Short Position (Sell Shares) करके और जब ट्रेडर को लगे कि अब टारगेट पूरा हो गया मार्किट इदार से बड़ना स्टार्ट होगा तो उस टाइम पे ट्रेडर शेयर्स को Buy करके अपनी पोजीशन को Square off कर देदा है। इस ट्रेडिंग को बोलते है Short Sell Trading इसमें अपने शेयर Sell कर दिए High प्राइस पर और अपने शेयर करिदे Low प्राइस पर। इस ट्रेडिंग एक्सपीरियंस लोगो ही इस्तमाल करे थो बेटर रहे गए। बाकि आपका डिसिशन है।

Buy Today Sell Tomorrow Trading

दोस्तों जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है, खरीदो आज और बेचो कल इसका मतलब अपने आज जो शेयर ख़रीदे अगर उनका प्राइस बाड़ क्या अगले दिन तो आप उनको सेल्ल करके अपना प्रॉफिट बना सकते हो। इस Buy Today Sell Tomorrow Trading में आपको स्टॉक डिलीवरी पर नहीं मिलते। आपको में बताता हूँ कि Delivey Trading और Buy Today Sell Tomorrow Trading में क्या डिफरेंस है,

Delivery Trading में आपको Delivery Stocks Demat Account में मिलते है, तभी आप उनको सेल्ल कर सकते हो, अगले दिन आपको 9:15 से 9:20 तक का टाइम है सेल्ल करने है। जितना प्रॉफिट हुआ आपका जितना लोस्स हुआ ट्रेडिंग के प्रकार आपका। इस से बोलते है BTST Trading.

STBT (Sell Today Buy Tomorrow) Trading

STBT (Sell Today Buy Tomorrow) Trading बिल्कुल उलती है, इसकी इसमें आप आज Sell करे कल Buy करोगे। पर यह ट्रेडिंग अल्लोव नहीं होती Equity Trading पर। इस में ट्रेडर पहले Short Sell करता है, उसके बात अगले दिन चाहिए उससे प्रॉफिट हो यह लोस्स ट्रेडर को अपनी पोजीशन Square Off करनी ही है।

Margin Trading

Margin Trading ट्रेडर्स के लिए बहुत ही बड़ियाऔर यह एक क्विक मनी Trading है, Futures & Options के लिए Margin Trading बहुत उसेफुल है, इस में आपको एक मिनिमम लोट साइज Buy करना परता है,

सो दोस्तों यह थे कुछ Types of Intraday Trading जो भी आपको इंटरेस्टिंग लगयी उसके बारे में आप और जानकारी लेके रिसर्च करे। इन् में से बहुत से क्विक मनी मेकिंग ट्रेडिंग भी है आपको जोणसि इंटरेस्टिंग लगयी आप उसमे सिख सकते हो।

Discliamer:-

इस वेबसाइट पर आपको जो भी कंटेंट शेयर किया गया हो सिर्फ आपकी जानकारी के लिए है, शेयर मार्किट में पैसा लगाना है की नहीं यह आपके हाथ में है।

क्या आप शेयर ट्रेडिंग के बारे में ये बातें जानते हैं?

आम तौर पर जब शेयर का भाव कम होता है या बाजार में कमजोरी होती है, तब शेयर खरीदने का सबसे अच्छा समय माना जाता है.

stock-market-investors-thin

आपको यह ध्यान में रखना होगा कि शेयरों में निवेश से काफी जोखिम जुड़ा होता है. अगर आप खुद कंपनियों के नतीजे समझने, उसके शेयरों का मूल्यांकन करने और बाजार की चाल समझ सकते सकते हैं तभी आपको शेयरों में सीधे निवेश करना चाहिए.

किसी कंपनी के शेयर में निवेश करने से पहले उसके कारोबार, शेयरों की सही कीमत (मूल्यांकन) और उसके कारोबार की संभावनाओं को जानना जरूरी है. शेयर बाजार में शेयरों के भाव स्थिर नहीं रहते. आम तौर पर जब शेयर का भाव कम होता है या बाजार में कमजोरी पर शेयर खरीदने के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता है.

आपने जो शेयर खरीदा है, जब उसका दाम बढ़ जाए तो उसे आप बेच सकते हैं. शेयर मार्केट में ट्रेडिंग की शुरुआत बहुत कम रकम से की जा सकती है.

शेयर ट्रेडिंग कितने तरह के होते हैं?

1. इंट्रा-डे ट्रेडिंग (Intra Day Trading)
इंट्रा-डे ट्रेडिंग में एक ही दिन में शेयर खरीद कर उसे बेच दिया जाता है. मार्केट खुलने के बाद आप शेयर खरीदते हैं और मार्केट बंद होने से पहले उसे बेच देते हैं.
इसे डे-ट्रेडिंग, MIS (Margin Intra day Square off) आदि भी कहते हैं.

Intra Day ट्रेडिंग के लिए ब्रोकर आपके ट्रेडिंग अकाउंट में मौजूद रकम का 20 गुना आप को मुहैया कराता है. इसका मतलब यह है कि आप उधार रकम लेकर शेयर खरीद सकते हैं और उसी दिन बेच कर उसे वापस कर सकते हैं. यह वास्तव में वैसे निवेशकों के लिए जिन्हें बाजार की बहुत ज्यादा समझ होती है.

2. स्कैल्पर ट्रेडिंग ( Scalper Trading)
यह शेयर ट्रेडिंग का ऐसा तरीका है, जिसमें शेयर को खरीदने के 5-10 मिनट के अंदर ही बेच दिया जाता है. स्कैल्पर ट्रेडिंग किसी कानून के आने या आर्थिक जगत की किसी बड़ी खबर आने पर की जाती है.

शेयर मार्केट के पुराने दिग्गज स्कैल्पर ट्रेडिंग करते हैं. इसमें जोखिम सबसे ज्यादा होता है. स्कैल्पर ट्रेडिंग के लिए ब्रोकर कंपनियां मार्जिन मुहैया कराती हैं.

3. स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading) या शार्ट टर्म ट्रेडिंग
स्विंग ट्रेडिंग थोड़े लंबे समय के लिए किया जाता है. इसमें आम तौर पर शेयर खरीदने के बाद उसकी डीमैट अकाउंट में डिलीवरी ले ली जाती है. स्विंग ट्रेडिंग के लिए ब्रोकर कोई मार्जिन मुहैया नहीं कराता है.

अगर आप अपने निवेश के लक्ष्य के हिसाब से 5-10 % लाभ की उम्मीद पर शेयर बाजार में ट्रेडिंग कर रहे है, तो स्विंग ट्रेडिंग से आप पैसे कमा सकते हैं.

4. LONG TERM ट्रेडिंग
जब आप किसी शेयर को खरीद कर लंबी अवधि के लिए रख लेते हैं तो उसे Long term ट्रेडिंग कहते हैं. स्टॉक मार्केट में ट्रेड करने के बाद अगर आप एक निवेशक के रूप में किसी शेयर में 6 महीने से लेकर कुछ साल तक बने रहें तो यह लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग है.

अगर आप किसी कंपनी के शेयर को एक, तीन या पांच साल या इससे ज्यादा अवधि के लिए खरीदते सकते हैं. कंपनी के कारोबार में अगर तेजी से वृद्धि हो तो लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग में आप बहुत अच्छा लाभ कमा सकते हैं.

आप जिन बड़े निवेशकों के बारे में सुनते हैं वे सभी लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग से ही मुनाफा कमाते हैं. इनमें राकेश झुनझुनवाला, पोरिन्जू वेलियथ, डॉली खन्ना जैसे नाम शामिल हैं.

हिंदी में पर्सनल फाइनेंस और शेयर बाजार के नियमित अपडेट्स के लिए लाइक करें हमारा फेसबुक पेज. इस पेज को लाइक करने के लिए यहां क्लिक करें.

Trading kise kahate hain | ट्रेडिंग कैसे करते हैं | ट्रेडिंग के प्रकार क्या हैं

यदि आप स्टॉक मार्किट में जरा भी दिलचस्पी रखते हैं, तो आपने ट्रेडिंग शब्द जरूर सुना होगा, क्या आप जानते हैं, ट्रेडिंग क्या होता है, Trading kise kahate hain, ट्रेडिंग क्यों की जाती है, और ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है। तो ट्रेडिंग के बारे में विस्तार से जानने के लिए इस पोस्ट को पूरा पढ़ें।

दरअसल जब आप स्टॉक मार्किट में अपनी शुरुवात करते हैं, तो आप के लिए कई शब्द बिलकुल नए होते हैं, जिनके बारे में आपको कोई जानकारी नहीं होती है, जैसे स्टॉक एक्सचेंज, आईपीओ, सेंसेक्स, निफ़्टी, इन्वेस्टर, रिटेलर इत्यादि, और इन्ही में से एक शब्द Trading भी है। तो चलिए जानते हैं, Trading क्या होता है।

पिछले कुछ समय में जिस गति से लोगों के बीच स्टॉक मार्किट में इन्वेस्टमेंट को लेकर चलन बड़ा है, खास करके युवा वर्ग की स्टॉक मार्किट में काफी दिलचस्पी देखि गई है, इस से पता चलता है, की आने वाले समय में भारत में नए निवेशकों की संख्या में बंपर बढ़ोतरी होने वाली है।

ट्रेडिंग क्या होता है | Trading kise kahate hain

ट्रेडिंग का हिंदी में अर्थ होता है, व्यापार, जब दो संस्थाओं के बीच आम तोर पर मुनाफे के उद्देश्य से वस्तुओं या सेवाओं का आदान प्रदान होता है, तो वह ट्रेडिंग केहलाता है। ट्रेडिंग यानि व्यापार द्वारा ही धन प्राप्त होता है, और यही समाज में प्रगति के चक्र को भी नियंत्रित करता है। ट्रेड वस्तुओं या सेवाओं के अनुसार अलग-अलग हो सकता है, लेकिन इसकी प्रक्रिया लगभग एक समान ही होती है।

अब यदि फाइनेंसियल मार्किट या स्टॉक मार्किट में ट्रेडिंग को समझें, की ट्रेडिंग क्या होती है? तो यहाँ पर आम बाजार की तरह प्रोडक्ट और सेवाओं के जगह कंपनियों के स्टॉक्स, शेयर्स, बांड्स इत्यादि को ख़रीदा व बेचा जाता है। वह व्यक्ति जो कपनियों के स्टॉक्स को मुनाफे के उद्देश्य से खरीदता व बेचता है, उसे Trader कहा जाता है, और बाजार जहाँ पर ट्रेडिंग की जाती है, वह शेयर बाजार केहलाता है।

ट्रेडिंग मुख्य रूप से छोटी अवधी में कंपनियों के स्टॉक्स को खरीद व बेच कर अधिक से अधिक मुनाफा कमाने से जुड़ा है, इसमें ट्रेडर द्वारा बाजार के उतार-चढ़ाव का लाभ लिया जाता है। बाजार से मुनाफा क्या और कितना होगा यह बाजार के मूड, ट्रेडर की तकनीक और उसकी एनालिसिस स्किल पर निर्भर करता है। भारत में मुख्य दो स्टॉक एक्सचेंज हैं, BSE और NSE इन दोनों में ट्रेडिंग का समय सुबह 9:15 AM से शाम 3:30 PM Monday से Friday तक होता है, इसके बाद मार्केट बंद हो जाता है।

ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास एक डीमैट अकाउंट होना अनिवार्य है, जिसके लिए में पर्सनली Grow App को दूसरे प्लेटफॉर्म्स की तुलना में बेहतर मानता हूँ, क्योंकि यह एक User friendly एप्प है, जिसका नेविगेशन काफी आसान है। नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर आप Grow App को Download, Install व Register कर सकते हैं।

स्टॉक मार्किट में ट्रेडिंग के प्रकार | Types of Stock market Trading in Hindi

स्टॉक मार्किट ट्रेडिंग के मुख्य तीन प्रकार हैं।

Intraday Trading :-

इंट्राडे ट्रेडिंग को डे ट्रेडिंग भी कहा जाता है, जब कोई निवेशक एक ही दिन के भीतर कोई स्टॉक्स खरीदता और बेचता है, तो वह Intraday trading केहलाता है। इसका अर्थ हुवा की यदि आपने आज के दिन में किसी कंपनी के स्टॉक्स ख़रीदे हैं, तो मार्किट बंद होने तक आज ही आपको उन स्टॉक्स को बेचना होगा। इस प्रकार की ट्रेडिंग अनुभवी ट्रेडर्स के द्वारा की जाती है, क्योंकि इसमें रिस्क अधिक होता है, और तेजी से निर्णय लेने पड़ते हैं।

Position Trading :-

पोजीशन ट्रेडिंग में इंट्राडे की तुलना में निवेशक को ट्रेडिंग के लिए अधिक समय मिल जाता है, क्योंकि यह Buy और Hold रणनीति पर निर्भर करता है। इसमें निवेशक लंबे समय तक के लिए स्टॉक्स को होल्ड रख सकता है, जब तक की स्टॉक्स के दाम में वृद्धि ना हो जाए, यानि इसमें निवेशक हफ़्तों और महीनों तक स्टॉक्स को होल्ड रख सकता है।

Scalping Trading :-

स्काल्पिंग ट्रेडिंग का सबसे शार्ट टर्म फॉर्म है, जिसमे एक ही दिन के भीतर ट्रेडर कई ट्रेड कर लेते हैं, जिनकी संख्या 10 से कई 100 ट्रेड तक हो सकती है। इस ट्रेडिंग रणनीति में ट्रेडर का उद्देश्य स्टॉक की कीमतों में होने वाले छोटे बदलावों से मुनाफा कमाना होता है, क्योंकि उनके द्वारा ऐसा माना जाता है, की स्टॉक की कीमतों में होने वाले छोटे बदलावों का अनुमान लगाना बढे बदलावों की तुलना में ज्यादा आसान होता है। स्कल्पिंग ट्रेडिंग करने वाले ट्रेडर्स को Scalper कहा जाता है।

Swing Trading :-

स्कल्पिंग से उलट स्विंग ट्रेडिंग में ट्रेडर्स अपनी पोजीशन को दिनों और हफ़्तों तक बनाए रख सकते हैं। इसमें मुख्य रूप से ट्रेडर ट्रेंड को पेहचान कर अपना निर्णय लेते हैं, और ट्रेंड की पेहचान के लिए Technical indicators का उपयोग किया जाता है, जिसके द्वारा अनुमान लगाया जाता है, की कोई स्टॉक ऊपर ट्रेडिंग के प्रकार जाएगा या नीचे और उसी अनुसारी स्टॉक्स की buying और selling की जाती है।

अंतिम शब्द

ट्रेडिंग में जिस प्रकार युवाओं की दिलचस्पी बढ़ती जा रही है, अधिक से अधिक लोग प्रतिदिन ट्रेडिंग में अपने सफर की शुरुवात कर रहे हैं, ऐसे में स्टॉक मार्किट में उन सभी नए Users के लिए यह पोस्ट मददगार साबित हो सकती है। हमें उम्मीद है, इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आप जान गए होंगे Trading kise kahate hain और यह कितने प्रकार की होती है। इस पोस्ट से जुड़े यदि आपके कोई सवाल या सुझाव हैं, तो आप हमें कमेंट द्वारा नीचे बता सकते हैं।

Trading क्या है और यह कितने प्रकार की होती है? Trading Kya Hai?

Trading-Kya-Hai

दोस्तों एक बार फिर ट्रेडिंग के प्रकार से आपका स्वागत है हमारा सपोर्ट वेबसाइट पर। आज के इस आर्टिकल में हम ट्रेडिंग – Trading Kya Hai के बारे में आपको बताएंगे। आज के समय में ऑनलाइन ट्रेडिंग काफी ज्यादा प्रसिद्ध है और काफी सारी ऐसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। जिनकी मदद से आप ऑनलाइन ट्रेडिंग कर सकते हैं। लेकिन ऑनलाइन ट्रेडिंग करना काफी ज्यादा जोखिम भरा भी होता है। भारत में ट्रेडिंग काफी ज्यादा प्रसिद्ध हो गई है और काफी ज्यादा लोग ऑनलाइन ट्रेडिंग की ओर अग्रसर हो रहे हैं। इस आर्टिकल में हम आपको ट्रेडिंग के बारे में सभी जानकारी काफी आसानी से देने वाले हैं। इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि Trading Kya Hai? शेयर मार्केट ट्रेडिंग क्या है? इंट्राडे और स्विंग ट्रेडिंग क्या है? चलिए जानते हैं कि Trading Kya Hai?

Table of Contents

Trading Kya Hai?

ट्रेडिंग को हिंदी में “व्यापार” कहते हैं। ट्रेडिंग में हम किसी वस्तु या फिर किसी सेवा को कम दाम में खरीद कर उस वस्तु या सेवा को दाम बढ़ जाने पर बेचते हैं। ट्रेडिंग का सबसे मुख्य मकसद यह है कि किसी भी वस्तु को कम दाम में खरीद कर अधिक दाम में बेचकर मुनाफा कमाना है। आज के समय में सबसे ज्यादा ट्रेडिंग शेयर मार्केट में की जाती है। लोग कंपनियों के शेयर को खरीदते हैं और इन्हीं शेयर को बेचकर हजारों लाखों रुपए काफी आसानी से कमा लेते हैं। अगर आप ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको शेयर मार्केट ट्रेडिंग के बारे में जानकारी होनी चाहिए। चलिए जानते हैं कि शेयर मार्केट ट्रेडिंग क्या होती है?

शेयर मार्किट ट्रेडिंग क्या है?

जब आप शेयर मार्केट में किसी भी शेयर को खरीदते हैं और 1 साल के भीतर आपके द्वारा खरीदे गए शेयर को प्राइस बढ़ने के बाद बेचते हैं तो यह शेयर मार्केट ट्रेडिंग कहलाती है। शेयर मार्केट 9:15 AM से 3:30 PM तक खुलती है। इस बीच ट्रेडर्स कम दाम में शेयर को खरीदते हैं और दाम बढ़ जाने पर उन शेयर को बेच भी देते हैं जिससे कि उनको मुनाफा हो सके। इस तरह से ट्रेडर्स शेयर मार्केट Trading के जरिए काफी आसानी से पैसे कमा सकते हैं। लेकिन शेयर मार्केट ट्रेडिंग काफी ज्यादा जोखिम भरी है क्योंकि कभी-कभी इसमेें आपके द्वारा खरीदे गए शेयर के दाम नहीं बढ़ते हैं और इस तरह से आपके पैसे चले भी जाते हैं। अब हम जानेंगे कि ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है।

ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है?

शेयर मार्केट के अंतर्गत ट्रेडिंग मुख्य रूप से केवल चार प्रकार की होती है। सभी ट्रेडर्स पैसे कमाने के लिए अपनी सुविधा के अनुसार ट्रेडिंग करते हैं।

option-trading-kya-hai

  • Intraday Trading
  • Scalping Trading
  • Swing Trading
  • Positional Trading

Intraday Trading क्या है?

Intrading Trading एक ऐसी ट्रेडिंग होती है जिसमें केवल 1 दिन के लिए ट्रेडिंग की जाती है। इंट्राडे ट्रेडिंग में ट्रेडर्स मार्केट खुलने के बाद शेयर को खरीद लेते हैं और और मार्केट को बंद होने से पहले वह अपने खरीदे गए शेयर को भेज देते हैं। इस प्रकार यह ट्रेडिंग केवल 1 दिन ही चलती है। ऐसे ट्रेडर्स को जो इंट्राडे ट्रेडिंग करते हैं इंट्राडे ट्रेडर्स कहलाते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग Scalping Trading से थोड़ी कम जोखिम भरी होती है।

Scalping Trading क्या है?

Scalping Trading एक ऐसी ट्रेडिंग होती है जिसमें ट्रेडर्स केवल कुछ सेकंड और मिनटों के लिए ट्रेडिंग करते हैं। यह ट्रेडिंग काफी ज्यादा जोखिम भरी होती है क्योंकि इस ट्रेडिंग में ट्रेडर्स अपने पैसे गवा सकते हैं। स्काल्पिंग ट्रेडिंग केवल वो ट्रेडर्स ही करते हैं जो शेयर को कुछ मिनट या कुछ सेकंड के लिए खरीदते हैं और बेच देते हैं। जो ट्रेडर्स स्काल्पिंग ट्रेडिंग करते हैं उन्हें स्केपर्स कहा जाता है।

Swing Trading क्या है?

स्विंग ट्रेडिंग एक ऐसी ट्रेडिंग है जो कुछ दिनों के लिए चलती है । ट्रेडर्स इस प्रकार की ट्रेडिंग में खरीदे गए शेयर को कुछ दिनों के बाद भी बेच सकते हैं। अगर कोई भी ट्रेडर्स चाहता है कि वह खरीदे गए शेयर को 10 से 12 दिनों के बाद बेचना है तो वह स्विंग ट्रेडिंग ही करता है। स्विंग ट्रेडिंग की खास बात यह है कि ट्रेडिंग में चार्ट को दिनभर देखना ट्रेडिंग के प्रकार नहीं होता है। यह ट्रेडिंग उन लोगों के लिए काफी ज्यादा बेहतर है जो लोग जॉब करते हैं या फिर स्टूडेंट हैं। इस ट्रेडिंग में उनका पूरा दिन नहीं जाएगा आपको केवल शेयर को खरीदना है और जब आप चाहे तो शेयर को बेच सकते हैं।

Positional Trading क्या है?

Positional Trading एक ऐसी ट्रेडिंग होती है जिसमें आप कुछ महीने के लिए भी ट्रेड कर सकते हैं। यानी कि आप खरीदे गए शेयर को कुछ महीने के बाद भी बेच सकते हैं। इस प्रकार की ट्रेडिंग में ट्रेडर्स काफी आसानी से पैसे कमा लेते हैं। ट्रेडर्स शेयर को तभी बेचते हैं जब उन्हें अच्छा मुनाफा मिलता है। यह ट्रेडिंग सबसे कम जोखिम भरी होती है। इस ट्रेडिंग में शेयर बाजार के Up-down से कोई ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है।

Trading Account क्या है?

अगर आप Trading करना चाहते हैं तो ट्रेडिंग करने के लिए एक ट्रेडिंग अकाउंट जरूर होना चाहिए। ट्रेडिंग अकाउंट एक ऐसा अकाउंट होता है जिसकी मदद से आप शेयर को खरीद और भेज सकते हैं। ट्रेडिंग अकाउंट की मदद से आप खरीद या बिक्री का आर्डर, स्टॉक एक्सचेंज कर सकते हैं। जो ट्रेडर्स ट्रेडिंग करते हैं वह सभी ट्रेडिंग अकाउंट जरूर खुलबाते हैं।

trading-meaning-in-hindi

अगर आप किसी भी शेयर को खरीदना चाहते हैं और इसके लिए आप ट्रेडिंग अकाउंट में पैसे जमा करना चाहते हैं तो यह भी आप काफी आसानी से कर सकते हैं। जितने रुपए की मदद से आप किसी शेयर को खरीदना चाहते हैं, उतने रुपए आप अपने ट्रेडिंग अकाउंट में जमा करें और बाद में आप शेयर को खरीद कर रख सकते हैं। अगर आपके ऑर्डर के अनुसार आपका शेयर स्टॉक एक्सचेंज पर बिकने के लिए तैयार होगा तो आपको वे शेयर मिल जाएंगे और इतने ही रुपए आपके ट्रेडिंग अकाउंट से भी कट जाएंगे। तो इस तरह से आप ट्रेडिंग करने के लिए एक ट्रेडिंग अकाउंट जरूर खुलवाएं। अब तक आप जान चुके होंगे कि Trading Kya Hai?

निष्कर्ष

दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने आपको ट्रेडिंग – Trading Kya Hai के बारे में संपूर्ण जानकारी दे दी है। आप हमारे इस आर्टिकल की मदद से काफी आसानी से Trading Kya Hai इसके बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। सबसे पहले हमने आपको बताया है कि Trading Kya Hai और ट्रेडिंग कितनी प्रकार की होतीहै। ट्रेडिंग चार प्रकार की होती है जिसमें से सबसे सरल ट्रेडिंग पोजीशनल ट्रेडिंग होती है क्योंकि इसमें सबसे कम जोखिम होता है। अगर आप ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो काफी सावधानी से करें। दोस्तों अगर आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया हो तो हमें जरूर बताएं। साथ ही हमारे इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा लोगों में शेयर करें।

रेटिंग: 4.41
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 240
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *