भारत में बिटकॉइन का भविष्य

Bitcoin Kya Hai Puri Jankari Hindi Me 2023 | बिटकॉइन क्या होता है?
Bitcoin Kya Hai Puri Jankari Hindi Me 2023 | बिटकॉइन क्या होता है? | भारत में क्या है क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य? | बिटकॉइन अकाउंट | बिटकॉइन किस देश की करेंसी है | बिटकॉइन के नुकसान | बिटकॉइन का भविष्य | बिटकॉइन कैसे खरीदें | बिटकॉइन का भविष्य 2022
दुनियाभर के बाजारों में इस साल के शुरुआत से मंदी के कारण क्रिप्टो बाजार में भी इसका असर देखने को मिला है। साल 2022 में भारत में Bitcoin से जुड़े कुछ नए नियम भी प्रभाव में आए हैं। Bitcoin से होने वाली आमदनी पर 30 प्रतिशत टैक्स और क्रिप्टो की लेनदेन में 1 प्रतिशत TDS का प्रावधान इनमें शामिल है।
साल 2021 में Bitcoin के बाजार में पिछले वर्ष की तुलना में साढ़े 15 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिली थी। जहां 2020 में भारतीय निवेशकों ने Bitcoin में महज 28.10 मिलियन यूएस डॉलर का निवेश किया था वहीं साल 2022 में यह बढ़कर लगभग 438.18 मिलियन यूएस डॉलर हो गया था। साल 2022 के बीते छह महीनों में क्रिप्टोकरेंसी में लगभग 139.9 मिलियन डॉलर का निवेश देखने को मिला है।
Bitcoin Kya Hai Puri Jankari 2023
दुनियाभर के बाजारों में इस साल के शुरुआत से मंदी के कारण Bitcoin बाजार में भी इसका असर देखने को मिला है। बीते कुछ समय से बाजार में क्रिप्टोकरेंसी के कमजोर होने से बड़े पैमाने पर भारतीय निवेशक भी इससे पैसा बाहर निकालते दिख रहे हैं। इससे बाजार में इस बात पर बहस शुरू हो गई है कि क्या भारत में क्रिप्टोकरेंसी के दिन ढल गए हैं या भारत में बिटकॉइन का भविष्य एक बार फिर एनएफटी या क्रिप्टोकरेंसी के बाजार में रंगत लाैटेगी?
साल 2022 में भारत में Bitcoin से जुड़े कुछ नए नियम भी प्रभाव में आए हैं। क्रिप्टो से होने वाली आमदनी पर 30 प्रतिशत टैक्स और क्रिप्टो की लेनदेन में 1 प्रतिशत TDS का प्रावधान इनमें शामिल है। जानकार मानते हैं कि इसका असर क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के आकड़ों भारत में बिटकॉइन का भविष्य पर देखने को मिल रहा है। ZebPay के सीईओ अविनाश शेखर के अनुसार नए नियमों के प्रभाव में आने से दिनोंदिन क्रिप्टों में निवेश और इससे जुड़े स्टार्टअप्स के शुरुआत होने के आंकड़ों में कमी देखने को मिली है।
बिटकॉइन क्या होता है?
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (World Economic Forum) के आंकड़ों के अनुसार साल 2022 में क्रिप्टोकरेंसी सेक्टर में टोटल मार्केट कैपिटलाइजेशन में 187.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिली थी। पूरे क्रिप्टोबाजार में सिर्फ बिटकॉइन ने ही लगभग 60 प्रतिशत (59.8%) रिटर्न दिया था।
साल 2021 में एनएफटी (Non-Fungible Token) और मेटावर्स बाजार में निवेश क्रमशः 65 मिलियन अमेरिकी डॉलर और 0.84 मिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश किया गया है। इन निवेशों को देखते हुए इस भारत में बिटकॉइन का भविष्य बात का अनुमान लगाया जा सकता है कि इस सेक्टर में निवेशकों का भरोसा बना हुआ है।
एनएफटी कंपनी nonfungible.com की एक स्टडी के अनुसार एनएफटी में निवेश के ओवरऑल परिदृश्य में साल 2022 में 21000 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिली है।
एनएफटी और मेटावर्स ने ब्लॉकचैन पर उपयोगकर्ताओं को स्वामित्व के प्रमाण की अनुमति भी दे दी है। gurdianlink के सीईओ और कोफाउंडर रामकुमार सुब्रमण्यम के अनुसार साल 2022 में भारतीय डिजिटल बाजार में एनएफटी के कई प्रारूप देखने को मिले। इस दौरान भारतीय सेलिब्रिटीज और ब्राण्ड्स ने भी खुलकर एनएफटी और मेटावर्स कल्चर की वकालत की है।
Bitcoin बाजार से जुड़े विशेषज्ञों का मानना है कि साल 2022 में एनएफटी और मेटावर्स मार्केट में अधिक उपयोगिता-उन्मुख और उपयोगकर्ता भारत में बिटकॉइन का भविष्य आधारित परियोजना देखने को मिल सकते हैं। प्ले टू अर्न की अवधारणा का भी असर देखने को मिलेगा। कई सरकारी इनिशियेटिव्स में भी एनएफटी और मेटावर्स का असर देखने को मिल सकता है।
वहीं अगर बात वैश्विक बाजारों की करें तो साल 2022 में Bitcoin, एनएफटी ओर मेटावर्स बाजार में क्रमशः 14270.38 मिलियन डॉलर, 5005.67 मिलियन डॉलर और 661.33 मिलियन डॉलर का निवेश देखने को मिला है। क्रिप्टो बाजार से जुड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी एक्सक्यूब लैब्स के वाइस प्रेसिडेंट मार्केटिंग निलेश जहारगिरदार का मानना है कि वैश्विक बाजार में भारत को लीडर के रूप में स्थापित करने के लिए ब्लॉकचेन तकनीक के तहत और अधिक निवेश की जरुरत है। उनका मानना है कि साल 2022 में भारत सरकार के बजट में डिजिटल करेंसी को लेकर जो घोषणाएं की गई हैं उससे भारत में आने वाले दिनों में डिजिटल करेंसी का बाजार बढ़ने की उम्मीदें जगी हैं।
भारत में क्या भारत में बिटकॉइन का भविष्य है क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य?
ऐसे में हम यह कह सकते हैं कि भले ही Bitcoin वर्तमान में ग्लोबल बाजारों की अस्थिरता के कारण निवेशक डरकर Bitcoin बाजार से पैसे निकाल रहे हैं पर बाजार जैसे ही संभला इसमें दोबारा रंगत लौटने की उम्मीद बनी हुई है। बात अगर मेटावर्स की करें तो भारतीय बाजार अब तक इसके शॉपिंग और लेन-देन के लिए वर्जुअल हब नहीं बन पाया है।
हालांकि इस पूरी चर्चा का एक पक्ष यह भी है कि सरकार और केन्द्रीय बैंक भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से अब तक एनएफटी को लेकर कोई स्पष्ट नीति सार्वजनिक नहीं की गई है। अभी हाल ही में रिजर्व बैंक के गवर्नर शशिकांत दास ने कहा है कि क्रिप्टोकरेंसी खतरनाक है।
Bitcoin Related FAQs
1 बिटकॉइन की कीमत कितनी होती है?
बिटकॉइन का मूल्य कई चीजों में निर्भर होता है। उनमें से दो सबसे महत्वपूर्ण चीजें आपूर्ति और माँग है। बिटकॉइन भारत में बिटकॉइन का भविष्य सीमित संख्या में पाया जाता है। 2,10,00,000 बिटकॉइन ही माइन किया जा सकता है। ऐसे में अगर आपूर्ति से कम माँग हो तो बिटकॉइन का मूल्य घटता है और उल्टा होने पर इसका मूल्य बढ़ता है। भारत में बिटकॉइन का मूल्य सबसे अधिक 44,54,673 भारतीय रुपए था।
बिटकॉइन क्या है और कैसे काम करता है?
बिटकॉइन एक वर्चुअल यानी आभासी मुद्रा है, आभासी मतलब कि अन्य मुद्रा की तरह इसका कोई भौतिक स्वरुप नहीं है यह एक डिजिटल करेंसी है। यह एक ऐसी मुद्रा है जिसको आप ना तो देख सकते हैं और न ही छू सकते हैं। यह केवल इलेक्ट्रॉनिकली स्टोर होती है। अगर किसी के पास बिटकॉइन है तो वह आम मुद्रा की तरह ही सामान खरीद सकता है।
बिटकॉइन से क्या फायदा है?
क्रिप्टो माइनिंग या बिटकॉइन माइनिंग का मतलब पजल्स को सॉल्व करके नई बिटकॉइन बनाना है। चलिए थोड़ा आसान भाषा में समझते हैं। जिस तरह हम किसी को पैसे भेजने को लिए कोई ट्रांजेक्शन करते हैं तो वह पहले बैंक के पास जाती है और फिर बैंक उसे वैलिडेट कर के आगे भेजता है।
बिटकॉइन का भविष्य क्या है?
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा को बिटकॉइन जैसी वर्चुअल मुद्राओं के सम्बन्ध में एक प्रेस प्रकाशनी जारी की गयी थी। इसमें कहा गया था की इन मुद्राओं के लेन-देन को कोई अधिकारिक अनुमति नहीं दी गयी है और इसका लेन-देन करने में कईं स्तर पर जोखिम है। हाल ही में बिटकॉइन पर आर बी आई द्वारा लगाई गई रोक सुप्रीम कोर्ट की तरफ से हटाई गई है। फिर बाद में RBI ने पुन: इसके बारे में सावधानी जारी की थी।
भारत में Bitcoin का फ्यूचर क्या है | Future of Bitcoin in India in Hindi
इस आर्टिकल हम जानेगे की bitcoin या यु कहो की क्रिप्टो करेंसी का भारत में क्या भविष्य है और भारत सरकार ,इस क्रिप्टो करेंसी को कब लागु करेगी तो क्या bitcoin सुरक्षित है क्या हमें bitcoin में निवेश करना चाहिए इन तमाम सवालो के जवाब हमने इस आर्टिकल के माध्यम से बताया है तो आइये जानते है भारत में Bitcoin का फ्यूचर क्या है.
Table of Contents
भारत में Bitcoin का फ्यूचर क्या है (Future of Bitcoin in India in Hindi)
दोस्तों भारत में अभी पूरी तरह क्रिप्टो को रेगुलेट नहीं किया गया है जब तक सरकार क्रिप्टो को लेकर कोई बिल पास नहीं करेगी और क्रिप्टो को लेकर कोई कानून नहीं बनाएगी तब तक bitcoin जैसे अन्य क्रिप्टो करेंसी भारत में लागु नहीं हो सकती है ,भारत सरकार क्रिप्टो करेंसी को लेकर काफी समय से विचार विमर्श कर रही है विशेषज्ञ की माने तो क्रिप्टो निवेश की द्रष्टि से इन्वेस्टर को फ़ायदा का सौदा साबित हो सकता है और अभी भारत में क्रिप्टो इन्वेस्टर की संख्या करोड़ो में है चुकी पूरी दुनिया में क्रिप्टो करेंसी यानि की bitcoin को Transaction और अन्य कामो के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है.
भारत सरकार bitcoin को भारत में बिटकॉइन का भविष्य लागु क्यों नहीं कर रही :
भारत सरकार जब तक क्रिप्टो पर कोई कानून नहीं लती तब तक क्रिप्टो करेंसी भारत में लागु नहीं हो सकती क्योकि क्रिप्टो decentralize करेंसी है और इस करेंसी पर सरकार का कोई कण्ट्रोल नही होता है इस पर सरकार क्रिप्टो को लाने के पहले इसके भविष्य में होने वाले इस्तेमाल को लेकर विचार विमर्श करेगी तभी इसे पूरी तरह लागु करेगी.
क्या bitcoin सुरक्षित है :
bitcoin एक क्रिप्टो करेंसी है ना इसे छु सकते है ना ही देख सकते है यह एक डिजिटल करेंसी है यह नोट और सिक्के की तरह सॉलिड नहीं है बात करे bitcoin यानी की क्रिप्टो सुरक्षित है या नहीं तो आपको बता दे की क्रिप्टो का इस्तेमाल अन्य कई देशो में किया जा रहा है लेकिन देख जाये तो क्रिप्टो का इस्तेमाल गलत कामो के लिए इस्तेमाल किया जाता है और अच्छे कामो के लिए भी स्तेमाल किया जाता है और क्रिप्टो करेंसी को सुरक्षित माना गया है अगर कोई भी सरकार इस पर rules and regulation लाती है तो यह करेंसी सुरक्षित मानी जाएगी.
क्या है bitcoin की future value :
दोस्तों जब 2009 में क्रिप्टो करेंसी को लांच किया गया था तब इसकी किम्मत लगभग जीरो थी फिर इसकी किम्मत धीरे धीरे बढती गयी और आज 2021 और 2022 में 1 bitcoin की किम्मत लगभग 40 लाख के ऊपर है इसकी प्राइस वैल्यू कम ज्यादा होते रहती है लेकिन अगर इसके भविष्य की बात करे तो विशेषज्ञों का मानना है क्रिप्टोकरेंसी यानी की bitcoin की किम्मत बड़ने वाली है
क्रिप्टो करेंसी की इस दुनिया में कोई भी क्रिप्टो करेंसी उछाल ले सकती है जैसे की आपने देखा होगा दुनिया के सबसे आमिर इन्सान एलोन मस्क ने अपने ट्विटर अकाउंट में dogecoin का जिक्र किया तो बड़े बड़े इन्वेस्टर ने dogecoin में निवेश किया थे वैसे ही कोई भी क्रिप्टो करेंसी की किम्मत बड और घट सकती है.
क्या हमें bitcoin में निवेश करना चाहिए :
दोस्तों इस पूरी दुनिया में लगभग 5000 क्रिप्टो करेंसी है और करोडो लोग कोई ना कोई क्रिप्टो में कर रहे होते है क्रिप्टोकरेंसी में कुछ टॉप क्रिप्टोकरेंसी है जिनमे -bitcoin ,Ethereum ,cardano , binance , tether ,जैसे क्रिप्टो में लोग ज्यादा निवेश कर रहे है विशेषज्ञ की माने तो निवेशको में वैल्यू करेंसी में इन्वेस्ट करना चाहिए क्योकि यहाँ वोलाटिलिटी कम होती है जिससे निवेश को ज्यादा सुरक्षित माना जाता है भारत में बिटकॉइन का भविष्य हमारी राय यही होगी की आप bitcoin और Ethereum जैसे क्रिप्टो में निवेश कर सकते है कोशिस करे की जब क्रिप्टो की वैल्यू कम हो तब आपको निवेश करना सही रहेगा.
बिटकॉइन इतना महंगा क्यों है :
बिटकॉइन की किम्मत अभी 40 लाख के ऊपर है और अभी बिटकॉइन में गिरावट आई है क्योकि इसकी डिमांड कम हो गयी थी जैसे ही इसकी demand बढती है इसकी प्राइस भी बढती है जैसे आप जानते है बिजनेस में demand बढती है तो supply भी बढती है लेकिन बिटकॉइन के पुरे समय की बात करे तो इसकी demand बड़ी है क्योकि जब बिटकॉइन आया था तब इसकी किम्मत लगभग जीरो थी और आज 13 साल बाद 1 बिटकॉइन की किम्मत 40 लाख के पार पहुच चुकी है
यह ब्लाक चैन पर आधारित है जिसकी आने वाले समय में demand बहुत ज्यादा होने वाली है इसका उपयोग गलत कामो और अच्छे कामो में भी किया जाता है क्योकि इसका इस्तेमाल ब्लैकमनी, हवाला, ड्रग्स की खरीद-बिक्री, टैक्स चोरी और आतंकी गतिविधियों किया जाता है एसी बाते सुनने में आती रहती है अगर दुनिया के सारे transaction बिटकॉइन से होने लगे तो फ्यूचर में इसकी किम्मत करोड़ो में होगी.
Q : इंडिया की क्रिप्टो करेंसी कौन सी है?
Ans : इंडिया की कोई स्पेसिफिक क्रिप्टो करेंसी नहीं है
Q : कौन सी क्रिप्टोकरेंसी खरीदनी चाहिए?
Ans : जैसे की आप जानते है क्रिप्टोकरेंसी ने टॉप बिटकॉइन करेंसी ही है इसके साथ एथेरियम करेंसी भी दुसरे नंबर पर आती है ये 2 करेंसी में आप निवेश कर सकते है क्योकि इसकी demand फ्यूचर में बड़ने वाली है.
Q : सबसे सस्ती क्रिप्टो करेंसी कौन सी है?
Ans : सबसे सस्ती क्रिप्टो करेंसी शिबा इनु है जिसकी प्राइस अभी 0.002 है एक शिबा इनु की किम्मत है
Q : बिटकॉइन का मालिक कौन है?
Ans : बिटकॉइन का मालिक नहीं है यह ब्लाकचैन पर आधारित एक करेंसी है
Q : बिटकॉइन कौन से देश का है?
Ans : बिटकॉइन जापान की करेंसी है
Q : भारत में कितने क्रिप्टोकरेंसी निवेशक है?
Ans : भारत में अभी 10 करोड़ भारतीय निवेशक है जो क्रिप्टोकरेंसी में इन्वेस्ट किया है
Bitcoin के भविष्य को लेकर सरकार का संसद में बड़ा बयान, जानिए Finance Minister ने क्या कहा
भारत सरकार (Indian Govt) ने संसद में भारत में बिटकॉइन का भविष्य एक लिखित जवाब में साफ कर दिया है कि वो बिटकॉइन (Bitcoin) को एक करेंसी के रूप में मान्यता नहीं देगी। वहीं सरकार ने यह भी कह दिया है कि उनके पास बिटकॉइन को लेकर कोई डाटा नहीं है।
बिजनेस डेस्क। भले ही आज क्रिप्टो बिल (Crypto Bill 2021) संसद में पेश ना किया गया हो, लेकिन एक बात सरकार ने साफ कर दी है कि वो बिटकॉइन (Bitcoin) को एक करेंसी के रूप में मान्यता नहीं देगी। वहीं सरकार ने इस बात को भी स्वीकार कर लिया है कि बिटकॉइन को लेकर कोई डाटा नहीं है। वैसे भारत के क्रिप्टो एक्सचेंज में बिटकॉइन के दाम (Bitcoin Price) में 3 फीसदी की तेजी के साथ कारोबार कर रहे हैं। आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर सरकार ओर से क्रिप्टोकरेंसी और बिटकॉइन को लेकर और क्या जानकारी दी है।
सरकार के पास नहीं है डाटा
वित्त मंत्रालय की प्रमुख निर्मला सीतारमण ने संसद में एक सवाल के जवाब में कहा कि सरकार भारत में बिटकॉइन को करेंसी के रूप में मान्यता नहीं देगी। वहीं उन्होंने यह भी साफ कर दिया है कि सरकार के पास बिटकॉइन को लेकर कोई डाटा नहीं है। खास बात तो ये है कि सरकार की ओर ये जानकारी तब दी गई है जब संसद के शीत सत्र में क्रिप्टोकरेंसी बिल लाने की तैयारी हो रही है। जिसमें प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी पर लगाम लगाने का प्रस्ताव है। वहीं इस बिल के माध्यम से सरकारी डिजिटल करेंसी को लाने की तैयारी की जा रही है।
क्रिप्टोकरेंसी पर बिल लाने की तैयारी में सरकार
सरकार क्रिप्टो बिल 2021 के माध्यम से आरबीआई की डिजिटल करेंसी की मजबूत नींव तैयार करेगा। बिल को देखकर अनुमान लगाए जा रहे हैं कि सरकार सभी प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी को बैन कर देगी। वैसे अभी तक सरकार की ओर से प्राइवेट और पब्लिक क्रिप्टोकरेंसी की परिभाषा तय नहीं की है। जब इसकों लेकर लोकसभा की ओर से नोटिफिकेशन जारी हुआ था तो बिटकॉइन समेत सभी क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में 25 फीसदी तक दाम गिर गए थे।
मौजूदा समय में बिटकॉइन के दाम
अगर बात भारत के क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों की करें तो वजीरएक्स पर बिटकॉइन के दाम साढ़े तीन फीसदी की तेजी के साथ 43.79 लाख रुपए पर कारोबार कर रहा है। जबकि सैंड क्रिेप्टोकरें में 13 फीसदी की तेजी देखने को मिल रही है। इथेरियम के दाम में 5 फीसदी का इजाफा देखने को मिल रहा है। आईओएसटी में 18 फीसदी की तेजी देखने को मिल रही है।
नए साल में निवेशकों के और ज्यादा आंसू बहा सकता है Bitcoin, इस बड़े बैंक ने दी चेतावनी
बिजनेस डेस्कः दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन के लिए नया साल और भी ज्यादा बुरा हो सकता है। दुनिया के बड़े बैंकों में से एक स्टैंडर्ड चार्टर्ड ने अनुमान लगाया है कि नए साल में बिटकॉइन निवेशकों के आंसू और ज्यादा बहा सकता है और इसकी कीमत में 70 फीसदी की गिरावट देखने को मिल सकती है। बैंक ने कहा कि साल 2023 में बिटकॉइन की कीमत 5 हजार डॉलर के पास आ सकते हैं जो कि मौजूदा समय 17,500 डॉलर के करीब कारोबार कर रहा है।
कितने हो सकते हैं बिटकॉइन के दाम
बैंक के ग्लोबल हेड ऑफ रिसर्च एरिक रॉबर्टसन ने रविवार को एक नोट में लिखा है कि अगले साल लगभग 70 फीसदी यानी कीमत 5 भारत में बिटकॉइन का भविष्य हजार डॉलर तक देखने को मिल सकती है। रॉबर्टसन ने यह भी कहा कि मांग गोल्ड के डिजिटल वर्जन में निवेशकों के शिफ्टी होने के कारण बिटकॉइन की कीमतों में भारी गिरावट आने की संभावना है जबकि सोने के दाम में 30 फीसदी का इजाफा देखने को मिल सकता है। रॉबर्टसन ने कहा कि बिटकॉइन की कीमत में गिरावट की असल वजह इकोनॉमी में उथल-पुथल डिजिटल असेट्स में निवेशकों के विश्वास में कमी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि वह भविष्यवाणियां नहीं कर रहे है, बल्कि उन सिनेरियो पर विचार कर रहे हैं जो भौतिक रूप से मौजूदा बाजार सहमति से बाहर हैं।
क्रिप्टो मार्केट में अब जबरदस्ती की सेल खत्म
सैम बैंकमैन-फ्राइड के एफटीएक्स एक्सचेंज और सिस्टर ट्रेडिंग हाउस अल्मेडा रिसर्च के पतन के बाद डिजिटल असेट्स के लिए आगे क्या है, इस सवाल का जवाब देना यकीनन कभी कठिन नहीं रहा। इस धमाके की वजह से क्रिप्टो कंपनियों और बुफे टोकन की कीमतों में गिरावट का खतरा है। फंडस्ट्रैट में डिजिटल एसेट स्ट्रैटेजी के प्रमुख सीन फैरेल ने शुक्रवार को एक नोट में लिखा कि क्रिप्टो मार्केट में अब जबरदस्ती की सेल खत्म हो चुकी है। फैरेल ने डिजिटल करेंसी ग्रुप, संकट में घिरी हुई क्रिप्टो ब्रोकरेज जेनेसिस की मूल कंपनी के आसपास चल रही अनिश्चितता की ओर इशारा किया। ब्रोकरेज को दिवालिया होने से बचाने के लिए जेनेसिस के लेनदार विकल्प तलाश रहे हैं।
गोल्ड को मिल सकता है फायदा
स्टैंडर्ड चार्टर्ड के रॉबर्टसन ने कहा कि क्रिप्टो करेंसी मार्केट में गिरावट का फायदा गोल्ड की कीमत को मिल सकता है। उन्होंने कहा कि अगले सालद सोने की कीमत 2,250 डॉलर प्रति औंस देखने को मिल सकती है, जोकि मौजूदा समय में 1850 डॉलर प्रति ओंस से कम है। बीते कुछ दिनों में सोने की कीमत में अच्छी तेजी देखने को मिल रही है।
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