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निवेश क्या है

निवेश क्या है
Investment क्यू करें,

कोटक रियल एस्टेट फंड में एडीआईए का निवेश

कोटक इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स ने एक अरब डॉलर के आकार वाले अपने 13वें रियल एस्टेट फंड के लिए अबु धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (एडीआईए) से 50 करोड़ डॉलर का एंकर निवेश जुटाया है। कंपनी ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि देश में रियल एस्टेट निवेश पर केंद्रित इस नए फंड के साथ उसने अब तक रियल एस्टेट फंड शृंखला में 3.3 अरब डॉलर से अधिक राशि जुटाने के साथ उसका प्रबंधन किया है।

कोटक रियल्टी फंड के मुख्य कार्याधिकारी विकास चिमाकुर्ती ने कहा कि नया फंड रियल एस्टेट क्षेत्र की तमाम परिसंपत्ति वर्गों और पूंजी क्षेत्रों (ऋण एवं इक्विटी) में निवेश का मौका देगा। उन्होंने कहा कि मुख्य रूप से आवासीय परिसंपत्तियों में निवेश पर जोर दिया जाएगा।

निवेश क्या होता हैं | What is Investment? और निवेश क्यों करना चाहिए और कैसे करना चाहिए जानिए इस आर्टिकल में 2021 ?

Investment क्यू करें,

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निवेश क्या होता हैं /What is Investment?

निवेश किसे कहते हैं /What is Investment?

निवेश किसे कहते हैं /What is Investment?

निवेश एक ऐसा व्यवस्था हैं जो किसी व्यक्ति को आर्थिक रूप से उन्नति की ओर ले जाता हैं। मान लीजिये किसी व्यक्ति के पास एक लाख रूपये हैं, जिस पैसा का वर्तमान में उस व्यक्ति के पास कोई अवसायक कार्य नही हैं।

अगर वह व्यक्ति उस पैसे को अपने पास(पेटी,बक्से)में रखता हैं तो उस व्यक्ति को उस पैसे से कोई लाभ नही होगा।अगर वह व्यक्ति उसी पैसे को एफ डी में जमा करा देता हैं तो उसे वार्षिक आधार पर 6% से 9% तक का ब्याज मिल जायेगा यानि की साल में उसे 6 हजार से 9 हजार तक का फयदा होगा। वह व्यक्ति जो एक लाख रुपये को एफ डी में जमा किया उसे ही निवेश/Investment कहते हैं। और इस तरह से अपने जमा पैसे से लाभ कमा सकते हैं।

भले ही हम सब 21वी सदी में जी रहे हैं लेकिन जीवन में चुनौतिया भी साथ साथ बढ़ रही हैं, इसके साथ ही कमाई का साधन बढ रहा हैं , लेकिन इसके साथ ही जरुरत के खर्चे भी कफी तेजी से बढ़ रहे हैं, शायद हम सब इस बात से अच्छी तरह वाकिफ होंगे की आज के समय में प्रत्येक परिवार के सामने आर्थिक चुनौतिया रहता ही हैं, इन सब आर्थिक चुनौतियो से निपटने के लिए “”एक छोटा सा निवेश “” हम सब की बहुत मददत कर सकता हैं,इसलिए आप भी आज से ही एक छोटा निवेश का प्लान बनाइये और शुरुआत कीजिये [

निवेश करने के तरीका और माध्यम / Methods and means of investing:-

निवेश करने के भी अलग अलग तरीके/माध्यम होते है, यह प्रत्येक व्यक्ति के जरुरत और आर्थिक विचारों पर निर्भर करता हैं।

भारतीय लोगो का कुछ निवेश करने का पारम्परिक तरीके निम्नलिखित हैं।

  1. अधिकांश भारतीय एफ. डी. में निवेश करते हैं।
  2. बड़ा वर्ग जो हैं ओ पीपीएफ/PPF में भी निवेश करते हैं।
  3. हमारे भारत में सोने अथवा सोने से बने आभूषण को खरीदना भी निवेश का एक तरीका माना जाता हैं।
  4. भारतीय पारम्परिक निवेश बचत बिमा योजना को माना जाता हैं जो पारम्परिक निवेश में सबसे पहली नंबर पर आता हैं।
  5. कुछ ऐसे लोग जिनके पास अधिक अतिरिक्त पूंजी हैं ओ लोग रियल एस्टेट में भी निवेश करते हैं ,जैसे किसी शहर में प्लॉट,फ्लैट इत्यादि खरीदना ताकि आने वाले भविष्य में कीमते बढ़े तो इसका फयदा उठाया जा सके।

उपरोक्त निवेश के पारम्परिक तरीके हैं जिसमे अधिकांश भारतीय निवेश करते हैं।

WHERE TO INVEST

निवेश कहाँ करें,Where to invest

ये सभी के अलावा वर्तमान निवेश क्या है समय में निवेश के तरीके में भी बदलाव हो रहा हैं,अब कुछ लोग कुछ जोखिम के साथ अन्य निवेश का योजना भी बना रहे हैं। जैसे म्यूच्यूअल फण्ड (Mutual Fund), एसआईपी (SIP), शेयर बाजार (Stock Market), एनपीएस (NPS), आईपीओ (IPO), ईटीएफ (ETF), बॉन्ड्स (Bonds), एनसीडी (NCD) इत्यादि। ये सभी गैर पारम्परिक निवेश के तरीके हैं। इस योजना में लगभग 2 -3 फीसदी भारतीय लोग ही निवेश करते हैं। जिसका सबसे प्रमुख कारण हैं की अभी भी अधिकांश भारतीय लोगो को इसकी सही जानकारी नही हैं। वैसे भी हमारे भरतीये लोग जोखिम लेना बिलकुल पसंद नही करते हैं इसमें 2 -3 निवेश क्या है फीसदी लोग ही होते हैं जो जोखिम ले कर निवेश करते हैं।

निवेश का एक सीधा सा सिद्धांत हैं की जितना जोखिम उतना ही रिटर्न , अर्थात कह सकते हैं की एक निवेशक बिना जोखिम वाले योजना में निवेश करते हैं तो उन्हें एक निश्चित धनराशि वार्षिक आधार पर रिटर्न मिलता हैं।

ठीक इसके विपरीत यदि कोई निवेशक जो जोखिम के साथ निवेश करता हैं तो उसे काफी अधिक रिटर्न मिल सकता हैं,मगर यह निश्चित नही होता हैं।

mutual fund Investment

Mutual fund Investment

म्यूच्यूअल फण्ड(Mutual Fund) में किया गया निवेश बाजार जोखिम के अधीन होता हैं,यहाँ आपको लाभ तो काफी अधिक मिल सकता हैं, लेकिन यहाँ आपको कोई गारंटी नही दी जा सकती हैं, ये बाजार के प्रर्दशन के अनुसार आधारित होता हैं।

निवेश करना क्यों जरुरी हैं/Why is it Important to Investment?

यदि कोई व्यक्ति मासिक या वार्षिक आधार पर अपनी कमाई से बचत करने के बाद यदि अपने बचत का एक छोटा सा हिस्सा भी निवेश करता हैं तो यह धनराशि उसके आने वाले भविष्य को सुरक्षित बनाती हैं।

जैसे आप और हम जानते हैं की किसी भी कार्य को एक साथ करना हमेशा कठिनायों से भरा होता हैं,जबकि छोटे छोटे हिस्से में किसी भी कार्य को आसानी से किया जा सकता हैं।

निवेश करने की एक आदत होनी चाहिए यह आपको जिम्मेदार बनता हैं। सही समय और सही धनराशि का किया गया निवेश आपको आर्थिक परेशानियों से बचता हैं।

निवेश करना भविष्य की जरूरतों के लिए आवशयक हैं ,यदि आप सही समय पर निवेश करने का शुरुआत कर देंगे तो कई लक्ष्यों को पूरा कर सकते हैं, जैसे बच्चे के लिए उच्च शिक्षा,अपनी स्वं की मकान या फिर खुद का रिटायरमेंट के बाद आर्थिक आजादी से भरा जीवन।

निवेश से क्या आशय है?

इसे सुनेंरोकेंनिवेश (Investment) एक वस्तु, संपत्ति, उत्पाद या कोई अन्य संपत्ति है जिसे भविष्य में आय उत्पन्न करने के लिए खरीदा या उपयोग किया जाता है। एक निवेश किसी भी प्रकार की खरीद हो सकता है जैसे स्टॉक, संपत्ति, व्यवसाय इत्यादि। निवेशित संपत्ति का अधिकतर उपभोग नहीं किया जाता है बल्कि भविष्य की संपत्ति बनाने के लिए रखा जाता है।

निवेश खाते से आप क्या समझते है?

इसे सुनेंरोकेंसामान्यतः इसे किसी वर्ष में पूँजी स्टॉक में होने वाली वृद्धि के रूप में परिभाषित करते हैं। संचित निवेश या विनियोग ही पूँजी है। निवेश आय का वह भाग है जो वास्तविक पूंजी निर्माण के लिये खर्च किया जाता है। इसमें नए पूंजीगत उपकरणों तथा मशीनों, नई इमारतों का निर्माण, स्टॉक में वृद्धि आदि को शामिल किया जाता है।

निवेश के उद्देश्य क्या है?

इसे सुनेंरोकेंनिवेश का मुख्य उद्देश्य भविष्य की आय अर्जित करना है। साथ ही, निवेश अप्रत्याशित और आकस्मिक खर्चों को पूरा करने और किसी भी आपात स्थिति में सहायता करने में मदद करेगा। नीचे कारण बताए गए हैं कि किसी को पैसा क्यों निवेश करना चाहिए।

निवेश की विशेषता क्या है?

इसे सुनेंरोकेंधन या समय की हानि के बिना पूंजी की वापसी की निश्चितता के साथ निवेश की सुरक्षा की पहचान की जाती है। सुरक्षा एक और विशेषता है जो एक निवेशक निवेश से चाहता है। हर निवेशक को उम्मीद है कि परिपक्वता पर प्रारंभिक पूंजी बिना नुकसान और बिना देरी के वापस मिल जाएगी।

निवेश के तरीके कौन कौन से हैं?

  • फिक्स्ड डिपॉजिट
  • डीमैट अकाउंट
  • सिस्टमेटिक डिपॉजिट प्लान
  • म्यूचुअल फंड

निजी निवेश क्या है?

इसे सुनेंरोकेंनिवेश एक ऐसी गतिविधि है जहां आप भविष्य में उच्च राशि प्राप्त करने की प्रत्याशा में अब कुछ पैसे अलग रखते हैं। उदाहरण के लिए, आज तीन साल की अवधि के लिए एक सावधि जमा (एफडी) में 10,000 रुपये जमा करने से आपको निर्दिष्ट अवधि के बाद 11,910 रुपये मिल सकते हैं। (यह मानते हुए कि एफडी 6% प्रति वर्ष का ब्याज देती है।

शैक्षिक निवेश क्या है?

इसे सुनेंरोकेंदूसरे शब्दों में आप कह सकते हैं कि देश, समाज एवं परिवार के विकास की प्रत्येक प्रविधि शिक्षा के विकास पर आधारित है और शिक्षा ही विविध प्रकार की उत्पादकता को जन्म देने में सार्थक है अत: शिक्षा पर किया गया पूँजीगत व्यय ही निवेश के रूप में जाना जाता हैं।

विनियोग क्या है इसके उद्देश्यों का वर्णन करें?

इसे सुनेंरोकें1. विनियोग की अवधारणा (Concept of Investment): निवेश एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके अन्तर्गत निवेशक अपने फण्ड को विभिन्न सम्पत्तियों एवं प्रतिभूतियों में निवेश करता है । विनियोग भविष्य में आय प्राप्ति के उद्देश्य से किया जाता है जो कि ब्याज, लाभांश, प्रीमियम अथवा पूँजी वृद्धि के रूप में हो सकती है ।

विनियोग के उद्देश्य क्या है?

इसे सुनेंरोकेंविनियोग का मुख्य उद्देश्य किसी संपत्ति को अभी प्राप्त करना और भविष्य की तारीख में उसे अधिक कीमत पर बेचना है। बाजार में कई तरह के विनियोग उपलब्ध हैं। सबसे लोकप्रिय स्टॉक या इक्विटी, रियल एस्टेट, सावधि जमा, सोना और रियल एस्टेट हैं।

निवेश कैसे किया जाता है?

इसे सुनेंरोकेंकैसे करें म्यूचुअल निवेश क्या है फंड में निवेश: बैंक एफडी से कई बेहतर और सुरक्षित होता है एसआईपी के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश करना. जिसके जरिए आप 100 रुपये से 500 रुपये तक की राशि से शुरुआत निवेश क्या है कर सकते हैं. SIP के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश करने के कई तरीके होते हैं, जिसके जरिए आप अपना म्यूचुअल फंड पोर्टफोलियो बना सकते हैं.

भारत में एफडीआई नीति क्या है?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर: सेबी (एफ़पीआई) विनियमावली के अनुसार पंजीकृत विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक तथा अनिवासी / प्रवासी भारतीय, फेमा 20(आर) की अनुसूची क्रमशः 2 तथा 3 में निर्धारित व्यक्तिगत तथा कुल सीमाओं के अधीन भारत में स्टॉक एक्स्चेंज पर निवेश कर सकते हैं।

मैं म्यूचुअल फंड में सीधे कैसे निवेश कर सकता हूं?

इसे सुनेंरोकेंऑनलाइन म्यूचुअल फंड की स्कीमों में सीधे निवेश करने का सबसे आसान तरीका है और आपको कमीशन भी नहीं देना पड़ता. आप फंड की वेबसाइट या उसके RTA की साइट या फिर फिनटेक प्लेटफॉर्म से ऑनलाइन निवेश कर सकते हैं. फंड की वेबसाइट पर सीधे निवेश करने पर आपको कई लॉगिन मैनेज करने पड़ते हैं.

यूपी में निवेश कैसे करें?

यूपी निवेश मित्र पोर्टल में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कैसे करें?

  1. लाभार्थी व्यक्ति को निवेश मित्र पोर्टल उत्तर प्रदेश में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के लिए पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट में जाना होगा।
  2. वेबसाइट में जाने के पश्चात होम पेज में Entrepreneur Login के विकल्प में Registration Here में क्लिक करना है।

विनियोग के साधन क्या है?

इसे सुनेंरोकेंदीर्घकालीन विनियोग के साधनों में राष्ट्रीय बचत पत्र, बैंक का आवर्ती जमा योजना, किसान विकास पत्र, निश्चित अवधि खाता आदि प्रमुख हैं।

निवेश बनाम अटकलें (सट्टेबाज़ी): प्रमुख अंतर

लोग अक्सर खुद से सवाल पूछते हैं: मैं वित्तीय बाजार में कैसे सही तरीके से ट्रेड कर सकता हूँ? क्या लंबी अवधि के लिए क्रॉस-करेंसी जोड़े, शेयर या ETF खरीदना उचित होगा, या क्या यह उन्हें केवल कुछ घंटों के लिए रखकर बेच देना पर्याप्त होगा? हम अगले लेख में इस प्रश्न का उत्तर देने का प्रयास करेंगे।

क्या कार किराए पर लेना बेहतर है या एकमुश्त खरीदना?

एक ऐसी स्थिति की कल्पना करें जहां आप दूसरे शहर जा रहे हैं। आपने एक नया घर खरीदा, अपना सामान स्थानांतरित किया, लेकिन अब एक समस्या आन पड़ी है। काम पर कैसे जाएंगे। कार्यालय घर से काफी दूर है, और सार्वजनिक परिवहन की पहुँच वहाँ नहीं है।

इसके अलावा, आप को यात्रा करना पसंद है, लेकिन आप विमानों से यात्रा करना नहीं चाहते हैं। आपके पास दो विकल्प हैं: आप काम और यात्रा के लिए एक कार खरीद सकते हैं, या आप हर दिन किराए पर कार ले सकते हैं। आपको इस बात से सहमत होना होगा कि दोनों विकल्पों के अपने फायदे और नुकसान हैं।

यदि आप अपनी खुद की कार खरीदते हैं तो:

  1. यह महंगी है।
  2. आप को मरम्मत और बीमा शुल्क देने होंगे।
  3. यह भी संभव है कि आप कार से असंतुष्ट हो जाएं और उसे बेच दें, और बिक्री की कीमत आपके द्वारा खरीदी गई कीमत से कम होगी।

दूसरी ओर, आप अपनी कार की देखभाल करते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि यह कभी बिगड़े ना। इसके अलावा, यह कई सालों तक चल सकती है और यहां तक ​​कि यदि यह एक अच्छी कार है तो यह आपके बच्चों को भी विरासत में मिल सकती है।

यदि आप कार किराए पर लेते हैं तो:

  1. आपको कार की सवारी के लिए हर दिन भुगतान करना होगा, और लंबी अवधि के बाद, यह आपको अपनी कार खरीदने से अधिक पैसे खर्च कराएगा।
  2. उदाहरण के लिए, यदि आप को समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है यदि, आप दुर्घटना में पड़ जाते हैं, या आपकी गलती के कारण कार खराब हो जाती है।

हालांकि, अगर आपको कार पसंद नहीं आती है, तो आप इसे किसी भी समय व्यावहारिक रूप से वही शुल्क पर बदल सकते हैं।

निवेश क्या है?

निवेश करना और सट्टा लगाना (स्पेक्युलेट करना) काम और यात्रा के लिए कार चुनने जैसा है। निवेश मुख्य रूप से एक लंबी अवधि की प्रतिबद्धता है, ठीक उसी तरह जैसे अपनी खुद की कार खरीदना। इस प्रकार के निवेश के लिए अपेक्षाकृत बड़ी राशि की आवश्यकता होती है।

आपको एक उदाहरण देने के लिए, यदि आप शेयरों में अपना पैसा निवेश करने का निर्णय लेते हैं, तो Apple की कीमत वर्तमान में $133 प्रति शेयर, Amazon $3,400 और Tesla $680 है। निश्चित रूप से, आप एक कंपनी का एकल स्टॉक खरीद सकते हैं, लेकिन तब आप द्वारा पैसे कमा नहीं पाने (अपनी कार से दुर्घटना होने) की जोखिम काफी बढ़ जाती है।

इन जोखिमों को न्यून करने के लिए, आपको एक पोर्टफोलियो बनाने की आवश्यकता होगी जिसमें तथाकथित सुरक्षित स्टॉक सहित विभिन्न स्टॉक शामिल हैं, जिसका अर्थ है कंपनियों के स्टॉक या एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ETF) जो बाजार में गिरावट आने पर बढ़ते हैं। यह कार बीमा खरीदने जैसा है।

कल्पना कीजिए कि आप अपनी निजी कार से छुट्टियों में जाने की योजना बना रहे हैं। सड़क पर उतरने से पहले, आपको अपनी कार, तेल का स्तर, टायर के दबाव आदि की जांच करनी पड़ेगी। इसलिए, आपको अपनी कार के बारे में कम से कम थोड़ी जानकारी तो होनी ही चाहिए, ताकि यात्रा सुखद रहे। इसी तरह, निवेश करते समय, आपको यह समझना होगा कि आप जिस कंपनी में निवेश कर रहे हैं, वह कैसे कार्य कर रही है और भविष्य में मूल्य गतिविधियों से क्या अनुमान लगाया जाए।

इस प्रकार के विश्लेषण को मूलभूत (फंडामेंटल) विश्लेषण कहा जाता है, और इसका उद्देश्य दीर्घकालिक मूल्य प्रवृत्ति की भविष्यवाणी करना है। मूलभूत विश्लेषण सीखना आपकी कार के साथ क्या हो रहा है यह समझने जैसा ही है। इस मामले में, अप्रत्याशित रूप से खराब होने की जोखिम बहुत न्यून हो जाती है।

इसलिए, जैसे आपको नियमित रूप से अपनी कार की देखभाल करनी होगी और इसे मरम्मत के लिए ले जाना होगा ताकि यह अप्रत्याशित रूप से खराब न हो, आपको भी हर समय अपने पोर्टफोलियो का ध्यान रखना होगा। इसका मतलब यह है कि आप को, एक निवेशक के रूप में, नियमित रूप से अपने निवेश की निगरानी करनी होगी और यदि आवश्यक हो, तो पोर्टफोलियो में कुछ स्टॉक को जोड़ने या इसके विपरीत, कुछ को निकालने होंगे।

एक विश्वसनीय कार की तरह जिसकी नियमित रूप से देखभाल की गई हो, एक स्टॉक पोर्टफोलियो कई वर्षों तक चल सकता है, जिससे निवेशक को एक स्थिर आय प्राप्त होती रहती है। उदाहरण के लिए, पिछले पांच वर्षों में, Apple के स्टॉक 376%, Amazon के स्टॉक 940% और Tesla के स्टॉक लगभग 1500% बढ़ा है।

आपके बच्चे और पोते-पोतियां भी एक उपयुक्त ढंग से संकलित पोर्टफोलियो विरासत में हासिल कर सकते हैं।

सट्टेबाज़ी (स्पेक्युलेशन) क्या है?

जहां तक ​​सट्टेबाज़ी की बात है, यह कार किराए पर लेने जैसा ही है। सबसे पहले, आपको सट्टा लगाने के लिए बहुत अधिक धन की आवश्यकता नहीं होती है। ट्रेड करने के लिए, आप अपने ब्रोकर द्वारा उपलब्ध कराए गए फंड का उपयोग लीवरेज या गुणक के रूप में कर सकते हैं।

उदाहरण के लिए, X500 का गुणक ट्रेड राशि को 500 गुना बढ़ा देता है, जिसका अर्थ है कि यदि आप अपने स्वयं के फंड के केवल 10 डॉलर के साथ ट्रेड खोलते हैं, तो आप $5,000 तक का ट्रेड कर सकते हैं। दूसरी ओर, कार किराए पर लेने की तरह, आपको कमीशन के रूप में नियमित किराया देना होगा। बार-बार ट्रेडिंग करने के चलते, लंबी अवधि में, कमीशन पर्याप्त मात्रा में हो सकता है।

आप द्वारा किराये की कार में लंबी यात्रा करने की संभावना बहुत न्यून है। हालाँकि, आपको शायद तेल के स्तर और ईंधन के बारे में सोचने की ज़रूरत नहीं होगी। आप रास्ते और बिंदु ए से बी तक पहुंचने की सबसे कम दूरी के बारे में सोच रहे होंगे। इसी तरह, सट्टा (स्पेक्युलेट) लगाते समय, आपको कारोबार में क्या हो रहा है या, उदाहरण के लिए, देश की अर्थव्यवस्था जिसकी मुद्रा आप खरीद या बेच रहे हैं, के बारे में समझने की ज़रूरत नहीं है।

आपको केवल थोड़े समय के लिए मूल्य गतिविधि की निवेश क्या है भविष्यवाणी करनी होगी। इसके लिए आप एक अन्य प्रकार के विश्लेषण का उपयोग कर सकते हैं जिसे तकनीकी विश्लेषण कहा जाता है। इस प्रकार का विश्लेषण चार्ट और मूल्य गतिविधि का ही मूल्यांकन करता है। तकनीकी विश्लेषण विभिन्न परिसंपत्तियों या वित्तीय साधनों के लिए भविष्य की मूल्य गतिविधि और बर्ताव का काफी सफलतापूर्वक अनुमान लगा सकता है।

निवेश के विपरीत, जहां आपको लाभ कमाने के लिए अक्सर काफी समय तक इंतजार करना पड़ता है, सट्टा आपको काफी कम समय में लाभ दिलाता है, और ट्रेडर को अक्सर परवाह नहीं होता है कि कीमत कहाँ जाएगी – ऊपर या नीचे। केवल गतिविधि की अल्पकालिक दिशा की भविष्यवाणी करना ही महत्वपूर्ण है। उदाहरण के लिए, Apple के शेयरों पर एक नज़र डालें। यदि आप एक अटकलबाज़ी (स्पेक्युलेटिव) दृष्टिकोण अपनाते हैं, तो आप ऊपर और नीचे दोनों में ट्रेड करके अपनी आय में उल्लेखनीय वृद्धि कर सकते हैं।

एक कार किराए पर लेने के समान, जहां आप इसे दूसरे से जल्दी से बदल सकते हैं, एक ट्रेडर कुछ परिसम्पत्तियों के ट्रेडिंग से दूसरों में स्विच कर सकता है। इस मामले में, नियमित रूप से पोर्टफोलियो की देखभाल करने की कोई आवश्यकता नहीं होती है क्योंकि इस प्रकार का पोर्टफोलियो अक्सर मौजूद नहीं होता है या समायोजित किया जा सकता है। निसंदेह, इस पद्दति के साथ, ट्रेडों की संख्या के कारण जोखिम काफी बढ़ जाती हैं।

निष्कर्ष

प्रश्न यह है कि क्या चुनेंगे – ट्रेडिंग के लिए एक निवेश या सट्टा (स्पेक्युलेटिव) दृष्टिकोण? सच्चाई, हमेशा की तरह, बीच में है। यात्रा करने के लिए, आपकी अपनी कार होना बेहतर है, लेकिन साथ ही, कभी-कभार यात्राओं के लिए किराये की कार उपयोग को कोई भी मना नहीं करता है।

आप अपने निवेश पोर्टफोलियो में दो पद्धतियों को आसानी से जोड़ सकते हैं, जिससे आपको लंबी अवधि में लाभ होगा। वहीं, आपके पैसों के एक हिस्से को सट्टे (स्पेकुलेशन) में लगा सकते हैं, जिससे आप बाजार के अल्पकालिक उतार-चढ़ाव से आय अर्जित कर सकते हैं।

PPF की मैच्योरिटी के बाद अब क्या करना सही? निवेश या निकालना क्या है फायदेमंद, जानिए डिटेल

PPF की मैच्योरिटी के बाद अब क्या करना सही? निवेश या निकालना क्या है फायदेमंद, जानिए डिटेल

PPF में टैक्स छूट का फायदा मिलता है और साथ में कई लाभ भी मिलते हैं। यह पूरी तरह सुरक्षित भी है। अगर आपके अकाउंट को बंद कराने की सोच रहे हैं तो 15 साल के बाद काम को बंद कराया जा सकता है। इसके लिए अप्लिकेशन फॉर्म के साथ आपको ओरिजिनल पासबुक और कैंसल्ड चेक जमा करने होते हैं। फिर रकम सेविंग अकाउंट में ट्रांसफर हो जाती है।

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15 साल के बाद भी निवेश कर सकते हैं अकाउंट में

कई लोग होते हैं जो मैच्योरिटी के बाद भी पीपीएफ में निवेश जारी रखना चाहते हैं। खास बात यह है कि पीपीएफ में इसकी सुविधा मौजूद है। जब पीपीएफ अकाउंट को 15 साल हो जाते हैं तो इसे पांच-पांच साल की अवधि के लिए कई बार बढ़ा सकते हैं।

हर साल कम से कम 500 रुपये जमा करना जरूरी

अगर आप अकाउंट को आगे कंटिन्यू करना चाहते हैं तो आपको मैच्योरिटी से करीब 12 महीने पहले बैंक को पत्र के जरिए इसकी जानकारी देनी होगी। इसके बाद आपको हर साल कम से कम 500 रुपये जमा करने होते हैं। इस मिनिमम राशि को जमा करना जरूरी है, वरना आपका खाता बंद हो जायेगा। और फिर इसे दुबारा खुलवाने के लिए आपको 50 रुपए सालाना के हिसाब से पेनाल्टी भरना होगा।

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Satyam Kumari

Journalist from Bihar. Associated with Gulfhindi.com since 2020. Can be reached at [email protected] with Subject line "Reach Satyam kumari."

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