कुशल बाजार

राजनीति के कुशल पुरोधा थे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी
जौनपुर। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर सोमवार को विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने दीप जलाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। मोमबत्ती मार्च निकाल कर उन्हें नमन किया।
पन्नालाल स्वतंत्रता संग्राम सेनानी जन कल्याण समिति के संरक्षक शिवा कुमार वर्मा ( सोनू भगत ) की देखरेख में मोमबत्ती जलाकर पूर्व प्रधानमंत्री को नमन किया। इस मौके पर जासोपुर गांव में ज्योति वर्मा, डा. प्रकाश यादव, संदीप, मो. अहमद, दीपू, हिमांशु,. डा. आशा, सुभाष युवराज आदि मौजूद थे। वक्ताओं ने उनके जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला। मीरगंज: नागरिक पीजी कॉलेज जंघई में वाजपेयी की स्मृति में श्रद्धांजलि सभा हुई। सभा की शुरुआत में वाजपेयी के चित्र पर प्राचार्य डॉ प्रमोद कुमार तिवारी और संयोजक डा. गंगेश दीक्षित द्वारा माल्यार्पण किया गया। प्राध्यापकों और छात्र-छात्राओं ने भी श्रद्धा सुमन अर्पित किए। डा. रत्नेश शुक्ल ने अटल के विचारों पर चर्चा की। डा. गंगेश दीक्षित ने उन्हें महामानव की संज्ञा दी। अटल के समन्वय सौम्यता दृष्टि एकरूपता को उन्होंने अद्वितीय बताया। कार्यक्रम का संचालन समाजशास्त्र विभाग के अध्यक्ष डा. रवि कुमार मिश्र ने किया। प्राचार्य डा. प्रमोद कुमार तिवारी ने अटल जी ने राजनीतिक चिंतन, परिपक्वता साहसिक और दूर गामी निर्णय को विविध घटनाओं से स्पष्ट किया। इस अवसर पर डा. रमाकांत, नीरज, डा. ज्ञान प्रकाश, डा. ओम प्रकाश, अमित सिंह, डा. अरविंद राय, ब्रजेश यादव एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
मीरगंज: भाजपा कार्यकर्ताओं ने मीरगंज बाजार में रविवार रात मोमबत्ती मार्च निकाल कर श्रद्धांजलि अर्पित की। भाजपा कार्यकर्ताओं ने सांसद प्रतिनिधि राजेश सिंह के नेतृत्व में रविवार रात हनुमान मंदिर से होते हुए मेन बाजार होते हुए पोस्ट आफिस, यूनियन बैक तिराहा होते हुए मीरपुर सब्जी मंडी तक अटल की चित्र प्रतिमा के साथ मोमबत्ती मार्च निकाला। उनके साथ सैकड़ों कार्यकर्ता चल रहे थे। मार्च में राजेश सिंह, महेन्द्र सिंह, अनिल कौशल आदि मौजूद रहे।
जौनपुर। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर सोमवार को विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने दीप जलाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। मोमबत्ती मार्च निकाल कर उन्हें नमन किया।
पन्नालाल स्वतंत्रता संग्राम सेनानी जन कल्याण समिति के संरक्षक शिवा कुमार वर्मा ( सोनू भगत ) की देखरेख में मोमबत्ती जलाकर पूर्व प्रधानमंत्री को नमन किया। इस मौके पर जासोपुर गांव में ज्योति वर्मा, डा. प्रकाश यादव, संदीप, मो. अहमद, दीपू, हिमांशु,. डा. आशा, सुभाष युवराज आदि मौजूद थे। वक्ताओं ने उनके जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला। मीरगंज: नागरिक पीजी कॉलेज जंघई में वाजपेयी की स्मृति में श्रद्धांजलि सभा हुई। सभा की शुरुआत में वाजपेयी के चित्र पर प्राचार्य डॉ प्रमोद कुमार तिवारी और संयोजक डा. गंगेश दीक्षित द्वारा माल्यार्पण किया गया। प्राध्यापकों और छात्र-छात्राओं ने भी श्रद्धा सुमन अर्पित किए। डा. रत्नेश शुक्ल ने अटल के विचारों पर चर्चा की। डा. गंगेश दीक्षित ने उन्हें महामानव की संज्ञा दी। अटल के समन्वय सौम्यता दृष्टि एकरूपता को उन्होंने अद्वितीय बताया। कार्यक्रम का संचालन समाजशास्त्र विभाग के अध्यक्ष डा. रवि कुमार मिश्र ने किया। प्राचार्य डा. प्रमोद कुमार तिवारी ने अटल जी ने राजनीतिक चिंतन, परिपक्वता साहसिक और दूर गामी निर्णय को विविध घटनाओं से स्पष्ट किया। इस अवसर पर डा. रमाकांत, नीरज, डा. ज्ञान प्रकाश, डा. ओम प्रकाश, अमित सिंह, डा. अरविंद राय, ब्रजेश यादव एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
मीरगंज: भाजपा कार्यकर्ताओं ने मीरगंज बाजार में रविवार रात मोमबत्ती मार्च निकाल कर श्रद्धांजलि अर्पित की। भाजपा कार्यकर्ताओं ने सांसद प्रतिनिधि राजेश सिंह के नेतृत्व में रविवार रात हनुमान मंदिर से होते हुए मेन बाजार होते हुए पोस्ट आफिस, यूनियन बैक तिराहा होते हुए मीरपुर सब्जी मंडी तक अटल की चित्र प्रतिमा के साथ मोमबत्ती मार्च निकाला। उनके साथ सैकड़ों कार्यकर्ता चल रहे थे। मार्च में राजेश सिंह, महेन्द्र सिंह, अनिल कौशल आदि मौजूद रहे।
आजीविकाबे साइट पर मिलेंगे कुशल कारीगर, ग्रामीण उत्पादों की होगी फ्री होम डिलेवरी
दीपक सविता फोटो ग्वालियर। नईदुनिया प्रतिनिधि ग्रामीण क्षेत्रों में बनने वाले उत्पादों को बाजार में उपलब्ध कराने के लिए जिला पंचायत अभिनव पहल करने जा रहा है। इस पहल के तहत वह ग्रामीण क्षेत्रों से जुड़े प्राकृतिक उत्पादों को आजीविकाबे वेबसाइट में स्थान देगा। साथ ही जिस किसी ग्राहक को इन उत्पादों की जरूरत होगी तो वह वेबसाइट पर ही उसकी मांग कर दे
ग्वालियर। कुशल बाजार नईदुनिया प्रतिनिधि
ग्रामीण क्षेत्रों में बनने वाले उत्पादों को बाजार में उपलब्ध कराने के लिए जिला पंचायत अभिनव पहल करने जा रहा है। इस पहल के तहत वह ग्रामीण क्षेत्रों से जुड़े प्राकृतिक उत्पादों को आजीविकाबे वेबसाइट में स्थान देगा। साथ ही जिस किसी ग्राहक को इन उत्पादों की जरूरत होगी तो वह वेबसाइट पर ही उसकी मांग कर देगा। इसके बाद ग्राहक के घर पर उत्पाद की फ्री होम डिलेवरी की जाएगी। इसके साथ ही आजीविकाबे पर ही ग्रामीण क्षेत्र के कुशल कारीगरों को रोजगार भी उपलब्ध कराया जाएगा।
ग्रामीण क्षेत्रों में खेती और दूध उत्पादन के साथ ही आय के अन्य स्रोतों को बढ़ाने की पहल जिला पंचायत द्वारा की जा कुशल बाजार रही है। चूंकि इंटरनेट का युग चल रहा है, इसमें अधिकांश कार्य ऑनलाइन ही हो रहे हैं। लेकिन ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की इंटरनेट तक पहुंच तो है लेकिन उन्हें कार्य करना नहीं आता है। इसलिए जिला पंचायत आजीविकाबे नाम से वेबसाइट तैयार कर रहा है। इस वेबसाइट पर ही ग्रामीण क्षेत्रों के सभी उत्पाद विक्रय के लिए उपलब्ध रहेंगे। साथ ही संभागीय हॉट बाजार में भी ग्रामीण क्षेत्रों में बनने वाले उत्पादों को प्रदर्शन के लिए रखा जाएगा। साथ ही इनके लिए शहर में ही विक्रय केन्द्र भी स्थापित किया जाएगा।
कॉल सेंटर भी बनेगा
जिला पंचायत द्वारा वेबसाइट के साथ ही कॉल सेंटर भी बनाएगा, जिसके चलते ग्राहकों और उत्पादनकर्ताओं को सुविधा हो सकेगी। यह अपनी समस्याओं को कॉल सेंटर पर बता सकेंगे, जिसका निराकरण भी तय समय में किया जाएगा।
यह सामान रहेगा विक्रय के लिए
वेबसाइट पर डबरा का ताजा गुड़, हाथ से बनी बिना प्लास्टिक के उपयोग वाली झाडू, कपड़े के बैग, जैविक खाद, जैविक दवाइयां, औषधियां, घर में बना अचार, दालें और मसाले आदि प्रारभिक तौर पर रखा जाएगा। इसके बाद ही बाजार के अनुरूप ग्रामीणों को ट्रेनिंग देकर इन सामानों का भी उत्पादन शुरू किया जाएगा।
बाजार उपलब्ध कराएगा जिला पंचायत
ग्रामीण क्षेत्रों में बनने वाले उत्पाद शहरों तक नहीं पहुंच पाते हैं, अगर पहुंच भी जाते हैं तो दूसरे उत्पादों से प्रतियोगिता में टिक नहीं पाते हैं। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र में बनने वाले उत्पादों का बाजार उपलब्ध कराने का कार्य जिला पंचायत द्वारा किया जाएगा।
मिस्त्री खोजने बाहर जाने की जरूरत नहीं, घर बैठे मिलेगी सुविधा
शहरी लोगों को छोटे से लेकर बड़े कार्यों के लिए अभी तक मिस्त्री और कारीगर को खोजने के लिए बाजार में जाना पड़ता था। लेकिन आजीविकाबे पर ऐसे ग्रामीण क्षेत्र के कारीगरों को संगठित कर उनका रजिस्ट्रेशन जिला पंचायत द्वारा किया जाएगा। इसके बाद जिस व्यक्ति को जिस कार्य के लिए मिस्त्री, कारीगर की जरूरत होगी वह इस वेबसाइट पर कार्य डाल देगा। वेबसाइट के माध्यम से मैसेज भेजकर मिस्त्री को संबंधित के घर पर पहुंचा दिया जाएगा। जिसके बाद ग्राहक का घर बैठे ही कार्य हो जाएगा।
इन चीजों के रखे गए हैं कारीगर
जिला पंचायत की आजीविकाबे साइट पर इलेक्ट्रीशियन, पिलम्बर, कारपेंटर, पेंटर, एप्लाएंस एण्ड इलेक्ट्रोनिक रिपेयर, सैलून एट होम, (पुरुष एवं महिला), घर पर मसाज, (पुरुष एवं महिला), फिटनेस एवं योग टीचर का रजिस्ट्रेशन कर इनकी सर्विस दी जाएगी।
पुलिस वैरिफिकेशन के बाद होगा रजिस्ट्रेशन
जिला पंचायत जिन मिस्त्री और कारीगरों का रजिस्ट्रेशन आजीविकाबे साइट कुशल बाजार पर करेगा। उनका पहले पुलिस वैरिफिकेशन होगा। साथ ही उन्हें पहचान पत्र दिया जाएगा। इसके साथ ही उसे ड्रेस भी दी जाएगी और सभी कारीगरों का मेडिकल चेकअप होगा।
आजीविकाबे जिला पंचायत का नवाचार है, अभी यह वेबसाइट तैयार की जा रही है, जल्द ही इसे मार्केट में लांच कर दिया जाएगा। इसके साथ ही शहरी लोगों को घर बैठे सुविधा मिलेगी। जबकि ग्रामीणों को रोजगार मिलेगा। जिन ग्रामीणों को जरूरत होगी उन्हें शासन की योजनाओं के तहत ट्रेनिंग भी दिलाई जाएगी।
कुशल बाजार
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राष्ट्रीय बिजली नीति में सुधार का प्रस्ताव
2021 का राष्ट्रीय बिजली नीति मसौदा प्रस्तावित किया गया है। यह बिजली अधिनियम 2003 के तहत बिजली उत्पादन, आपूर्ति और निवेश की योजना बनाने के लिए एक मार्गदर्शक नीति है। अपने नवीनतम संशोधन में यह नीति वितरण प्रणाली को आधुनिक बनाने पर जोर देती है।
यूं तो इस क्षेत्र में एक कुशल बाजार और पारदर्शी रूप से बजटीय मदद की आवश्यकता है। परंतु सबसे अधिक आवश्यकता वितरण से संबंधित बुनियादी ढांचे के उन्नयन कुशल बाजार के लिए संसाधन आवंटन में तेजी लाने की है। प्रस्तावित 3.03 लाख करोड़ की योजना में 101000 फीडर, 4 लाख कि.मी. लो-टेंशन ओवरहेड लाइन और प्रीपेड बिजली कनेक्शन के लिए 25 करोड़ स्मार्ट मीटर लगाने का प्रावधान है, ताकि बड़े पैमाने पर होने वाली राजस्व के नुकसान को रोका जा सके।
हमें ऊर्जा दक्षता को बढ़ावा देने, वोल्टेज में सुधार और बिजली के नुकसान को कम करने के लिए ट्रांसफॉर्मर और कैपेसिटर बैंकों को व्यवस्थित रूप से बदलने की जरूरत है।
ज्ञातव्य हो कि वितरण में तकनीकी और वाणिज्यिक नुकसान अभी 20% है। यह बहुत अधिक है। इसलिए वितरण प्रणालियों को मजबूत करने की आवश्यकता है।
आधुनिक कैपेसिटर वितरण सर्किट पर पावर फैक्टर और वोल्टेज को समायोजित करके बिजली को अधिक कुशलता से वितरित करने में सहायक होते हैं। उनका इंस्टॉलेशन और प्रतिस्थापन कड़े निरीक्षण से किया जाना चाहिए। बदले में वह बड़ी उत्पादन क्षमताओं के लिए उच्च वोल्टेज डायरेक्ट करंट ट्रांसमिशन लाइनों और अल्ट्रा एच वी डी सी लाइनों जैसे संशोधित आपूर्ति बुनियादी ढांचे के लिए बहुत संभावनाएं खोलेगा।
इस योजना में भाग लेने के लिए राज्यों को बिजली वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) के लेखा परीक्षा वित्तीय परिणामों को प्रकाशित करना होगा। डिस्कॉम को राज्य सरकारों की बकाया राशि के अग्रिम भुगतान का विकल्प चुनना होगा। वास्तविक विद्युत सुधार एक मजबूत अर्थव्यवस्था की कुंजी है, और इसमें देर नहीं की जानी चाहिए।
‘द इकॉनामिक टाइम्स’ में प्रकाशित संपादकीय पर आधारित । 30 जून, 2021
कुशल बाजार
बचत लैम्प योजना के उद्देश्य (BLY) योजना एक ही लागत अर्थात 15 रुपये में ऊर्जा कुशल कॉम्पैक्ट फ्लोरोसेंट लैंप (सीएफएल) प्रदान करने के लिए, तापदीप्त बल्बों के रूप में है। लागत अंतर अर्जित कार्बन क्रेडिट जो क्योटो प्रोटोकॉल की क्लीन डेवलपमेंट मैकेनिज्म (सीडीएम) के तहत अंतरराष्ट्रीय बाजार में कारोबार किया जा सकता है के माध्यम से परियोजना implementer द्वारा किया जाएगा। बीईई छोटे पैमाने पर गतिविधियों का कार्यक्रम (एसएससी-पीओए) निर्देशांक और बिजली वितरण कंपनियों (णडस्कॉमों) के साथ सहयोग के माध्यम से भारत में सीडीएम कार्यक्रम गतिविधियां (CPAs) को लागू करने में परियोजना implementer (एस) का समर्थन करता है। ग्रिड से जुड़े बिजली संयंत्रों से जीएचजी उत्सर्जन (सीओ 2) को कम करने में कार्यान्वयन के परिणाम के बाद योजना
क्रियाएँ की BLY सीडीएम कार्यक्रम (पीओए) 29 अप्रैल 2010 पर यूएनएफसीसीसी के साथ पंजीकृत है अब तक भारत के विभिन्न हिस्सों से 50 छोटे पैमाने BLY परियोजनाओं इस पंजीकृत छाता ढांचे में शामिल किया गया है और 44 परियोजनाओं को लागू किया गया है। नतीजतन, के बारे में 29 लाख सीएफएल ग्यारहवीं योजना अवधि के दौरान वितरित किया गया है।
बचत लैम्प योजना पीओए एक योजना बीईई द्वारा विकसित भारत में ऊर्जा कुशल प्रकाश व्यवस्था को बढ़ावा देना है। घरेलू स्तर पर ऊर्जा कुशल सीएफएल के उपयोग की आवश्यकता होती है भारत में कोई अनिवार्य आवश्यकताओं हैं। सभी मधुमक्खी की तरह इस योजना के तहत और भाग लेने वाले implementer (एस) प्रमुख खिलाड़ियों, णडस्कॉमों और घरों स्वेच्छा से इस योजना के तहत हिस्सा ले रहे हैं।
415 मेगावाट की उत्पादन क्षमता बचा ग्यारहवीं योजना के दौरान सीएफएल वितरण जो तीसरे पक्ष द्वारा सत्यापित किया जाता है के द्वारा प्राप्त किया गया है। BLY पीओए की निगरानी और सत्यापन प्रक्रिया पूरी की परियोजनाओं के लिए सीईआर जारी करने के लिए शुरू हो गई है।