डायरेक्ट ब्रोकर

डायरेक्ट-एक्सेस ब्रोकर
डायरेक्ट-एक्सेस ब्रोकर एक स्टॉकब्रोकर है जो गति और ऑर्डर निष्पादन पर ध्यान केंद्रित करता है-एक पूर्ण-सेवा ब्रोकर के विपरीत जो निवेश अनुसंधान और सलाह पर ध्यान केंद्रित करता है। डायरेक्ट-एक्सेस ब्रोकर्स आमतौर पर जटिल कंप्यूटर सॉफ़्टवेयर का उपयोग करते हैं जो ग्राहकों को इलेक्ट्रॉनिक संचार नेटवर्क (ईसीएन) के माध्यम से सीधे एक्सचेंज या अन्य व्यक्तियों के साथ व्यापार करने की अनुमति देता है ।
चाबी छीन लेना
- अपने त्वरित लेन-देन के समय के कारण डायरेक्ट-एक्सेस ब्रोकर सक्रिय व्यापारियों के बीच बहुत लोकप्रिय हो गए हैं, लेकिन अन्य सेवाओं जैसे कि स्ट्रीमिंग कोट्स, इंटरैक्टिव चार्ट, लेवल II नैस्डैक कोट्स और अन्य रियल-टाइम फीचर्स ने भी इस सफलता में योगदान दिया है।
- जैसे-जैसे बाजार प्रौद्योगिकी संवर्द्धन के साथ अधिक कुशल होते जाते हैं, वैसे-वैसे त्वरित व्यापार-निष्पादन की आवश्यकता बढ़ती जा रही है। अधिक से अधिक खुदरा निवेशक एक मानव के साथ डेस्कटॉप या वॉयस-निर्देशित ट्रेडों का उपयोग करने के बजाय अपने स्मार्टफोन के साथ बाजार में पहुंच रहे हैं।
- हाइपर लो-कॉस्ट विकल्पों में पूर्ण सेवा के ब्रोकर स्पेक्ट्रम के साथ फायदे और नुकसान हैं। इन-हाउस अनुसंधान टीमों के साथ परिष्कृत संस्थागत निवेशक पूर्ण-सेवा निष्पादन के लिए भुगतान नहीं करना चाहते हैं जिसमें अनुसंधान और व्यापारिक विचार शामिल हैं।
जैसे-जैसे बाजार प्रौद्योगिकी संवर्द्धन के साथ अधिक कुशल होते जाते हैं, वैसे-वैसे त्वरित व्यापार-निष्पादन की आवश्यकता बढ़ती जा रही है। अधिक से अधिक खुदरा निवेशक एक मानव के साथ डेस्कटॉप या वॉयस-निर्देशित ट्रेडों का उपयोग करने के बजाय अपने स्मार्टफोन के साथ बाजार में पहुंच रहे हैं।
डायरेक्ट-एक्सेस ब्रोकर को समझना
अपने त्वरित लेन-देन के समय के कारण डायरेक्ट-एक्सेस ब्रोकर सक्रिय व्यापारियों के बीच बहुत लोकप्रिय हो गए हैं, लेकिन अन्य सेवाओं जैसे कि स्ट्रीमिंग कोट्स, इंटरैक्टिव चार्ट, लेवल II नैस्डैक कोट्स और अन्य रियल-टाइम फीचर्स ने भी इस सफलता में योगदान दिया है। इन दलालों ने तीसरे पक्ष की भूमिका को समाप्त करके अपनी लागत और बढ़ी हुई दक्षता में कटौती की है, जो बदले में उन्हें पारंपरिक दलालों की तुलना में कम कमीशन चार्ज करने की अनुमति देता है।
ऑनलाइन दलालों के लिए नवीनतम प्रवृत्ति स्टॉक, ईटीएफ और विकल्पों पर कमीशन मुक्त व्यापार है। हालांकि, इन मुफ्त प्लेटफार्मों में से अधिकांश, बाजार-निर्माताओं और एचएफटी हेज फंडों को ऑर्डर-फ्लो बेचते हैं । ये व्यवस्थाएं ऑर्डर-फ्लो या पीएफओएफ के लिए भुगतान हैं ।
पारंपरिक ऑनलाइन ब्रोकर आम तौर पर एक केंद्रीकृत ट्रेडिंग डेस्क के लिए ग्राहक व्यापार के आदेशों को निर्देशित करते हैं जो तब फर्म के अपने बाजार निर्माताओं या अन्य पूर्व-निर्धारित तरलता प्रदाताओं के लिए पूर्व-संधि क्रम प्रवाह व्यवस्था के माध्यम से करते हैं। ये मंच शुद्ध निष्पादन सेवाओं पर अनुसंधान और मौलिक विश्लेषण कार्यों को आगे बढ़ाते हैं। ये दलाल स्व-निर्देशित निवेशकों और खुदरा स्विंग व्यापारियों को पूरा करते हैं।
हाइपर लो-कॉस्ट विकल्पों में पूर्ण सेवा के ब्रोकर स्पेक्ट्रम के साथ फायदे और नुकसान हैं। इन-हाउस अनुसंधान टीमों के साथ परिष्कृत संस्थागत निवेशक पूर्ण-सेवा निष्पादन के लिए भुगतान नहीं करना चाहते हैं जिसमें अनुसंधान और व्यापारिक विचार शामिल हैं।
हालांकि, मालिकाना अनुसंधान और विचारों को भुनाने के लिए, समय पर, वे तेजी से व्यापार निष्पादन के लिए एक प्रीमियम की तलाश करेंगे और भुगतान करेंगे। इसके विपरीत, लंबी अवधि के निवेशकों को खरीदने के लिए तत्काल निष्पादन की आवश्यकता नहीं होती है, इसलिए प्रीमियम का भुगतान करने से समझदारी नहीं होगी। लेकिन अनुसंधान और सलाह जो खुद को इकट्ठा करने के लिए महंगी हो सकती है, मूल्य-वर्धित सेवा हो सकती है।
वैश्विक पूंजी बाजारों में प्रगति, साथ ही साथ सूचना डायरेक्ट ब्रोकर प्रौद्योगिकी, वित्तीय बाजार सहभागियों के लिए लागत को कम करना जारी रखते हैं – कई मायनों में, पूर्ण-सेवा और ऑनलाइन डिस्काउंट ब्रोकरेज के बीच पारंपरिक लाइनों को कभी भी धुंधला हो जाता है।
डायरेक्ट-एक्सेस ब्रोकर का उदाहरण
मान लें कि एक ग्राहक स्टॉक एबीसी के 100 शेयरों को खरीदना चाहता है। क्योंकि उसका ब्रोकर, अमेरिका का मार्केट ब्रोकरेज, एक ऐप के माध्यम से एक्सचेंजों को सीधे पहुंच प्रदान करता है और फोन पर एक मानव के साथ व्यापार करने की क्षमता है – ग्राहक के पास एक विकल्प है। एक विकल्प त्वरित है यदि खुदरा व्यापारी केवल निष्पादन के लिए देख रहा है और दूसरा विकल्प सबसे अधिक समझ में आता है अगर ग्राहक को मानव सहायता से आगे मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है।
ऐप के माध्यम से व्यापार करने का विकल्प ग्राहक के लिए सबसे अधिक समझ में आया क्योंकि उसने पहले ही कंपनी एबीसी पर शोध किया है और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म से परिचित है। उसके फोन के साथ ऐप की सीधी पहुंच का उपयोग डायरेक्ट ब्रोकर करने का यह निर्णय समय और कमीशन डॉलर दोनों बचाता है।
फोनपे को एक और सफलता: कंपनी को IRDAI से डायरेक्ट इंश्योरेंस ब्रोकर का लाइसेंस मिला, सभी कंपनियों के इंश्योरेंस प्रोडक्ट डिस्ट्रीब्यूट करेगी
डिजिटल पेमेंट कंपनी फोनपे को डायरेक्ट इंश्योरेंस ब्रोकर का लाइसेंस मिल गया है। यह लाइसेंस इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉर्टी ऑफ इंडिया (IRDAI) से मिला है। अब डायरेक्ट ब्रोकिंग लाइसेंस के साथ फोनपे भारत में सभी इंश्योरेस कंपनियों के इंश्योरेंस प्रोडक्ट को डिस्ट्रीब्यूट कर सकेगी।
नया ब्रोकिंग लाइसेंस मिलने के बाद फोनपे अब अपने यूजर्स को पर्सनलाइज्ड प्रोडक्ट्स की पेशकश भी कर सकती है। साथ ही भारतीय उपभोक्ताओं के लिए इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स के ज्यादा डायवर्स पोर्टफोलियो की भी पेशकश कर सकती है।
2020 में की थी इंश्योरेस के क्षेत्र में एंट्री
फोनपे ने पिछले साल 2020 में एक कॉर्पोरेट एजेंट के रूप में इंश्योरेंस सेगमेंट में एंट्री की। कंपनी ने हर कैटेगरी में सिर्फ 3 इंश्योरेंस कंपनियों के साथ पार्टनरशिप करने तक सीमित रखा। तब से कंपनी ने जनरल इंश्योरेंस, टर्म इंश्योरेंस और हेल्थ इंश्योरेंस में ऑफर लॉन्च किए।
ग्रोथ में तेजी आएगी
फोनपे के वाइस प्रेसिडेंट और इंश्योरेंस के हेड गुंजन घई ने बताया कि लाइसेंस इश्योरेंस जर्नी में एक बड़ा मील का पत्थर है। ब्रोकिंग के इस डायरेक्ट ब्रोकर कदम से हमें और गति मिलेगी और इस क्षेत्र में हमारी ग्रोथ में तेजी आएगी।
फोनपे के 30 करोड़ से ज्यादा यूजर्स
फोनपे भारत का लीडिंग डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म है, जिसके 30 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं। फोनपे के जरिए यूजर्स पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं। इसके अलावा मोबाइल, डीटीएच, डेटा कार्ड रिचार्ज कर सकते हैं। स्टोर पर पेमेंट कर सकते हैं। फोनपे के जरिए सोना भी खरीद सकते हैं और निवेश कर सकते हैं।
फोनपे ऐप भारत का लीडिंग UPI ऐप बनकर उभरा
फोनपे ऐप भारत का लीडिंग यूनीफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) ऐप बनकर उभरा है। जुलाई 2021 में कुल 1.4 बिलियन ट्रांजैक्शन किए गए, जिसका कुल मार्केट शेयर करीब 46% रहा है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के जारी आंकड़ों के मुताबिक फोनपे ऐप से जुलाई 2021 में कुल 2,88,572 करोड़ रुपए का लेनदेन किया गया है।
शेयर ब्रोकर क्या है, Stock broker meaning in Hindi
यदि आप शेयर मार्केट में काम करते है या करना चाहते है तो आज के इस पोस्ट में हम आप सभी को स्टॉक ब्रोकर के बारे में जानकारी देंगे की शेयर ब्रोकर क्या है और इनका काम क्या होता है यदि कोई शेयर ब्रोकर बनना चाहे तो इसके लिए क्या प्रोसेस है योग्यता क्या होनी चाहिए आदि कुछ महत्वपूर्ण जानकारी शेयर ब्रोकर के बारे में। Stock broker kya hai
stock broker kya hai in Hindi
शेयर ब्रोकर एक वित्तीय पेशेवर होता है और इसका काम इनके ग्राहकों की ओर से बाजार में ऑर्डर एक्सीक्यूट करना होता है, यानि जब हम किसी भी शेयर को Buy या sell करते है तो हमारा ब्रोकर हमारे शेयर के आर्डर को एनएसई या बीएसई एक्सचेंज पर हमारे दिए गए आर्डर को मार्केट में एक्सीक्यूट करना होता है, शेयर मार्केट में एक शेयर ब्रोकर को एक रजिस्टर्ड प्रतिनिधि या एक निवेश सलाहकार के रूप में भी जाना जाता है।
या एक तरह से ऐसा भी कह सकते है की उस ब्रोकर या दलाल उस व्यक्ति या संस्था को कहते हैं, जो शेयर लेने वाले और शेयर बेचने वाले बीच शेयर की खरीददारी या बिकवाली कराने में मदद करता है, और जब शेयर की डिल तय हो जाती है, तो इसके बदले में शेयर ब्रोकर को इसके लिए तय commission मिलता है।
ब्रोकर प्रत्येक क्षेत्र में होते है जहा भी किसी भी चीज की खरीददारी या बिकवाली होती है तो वहां पर कोई न कोई ब्रोकर होता है, जिसके माध्यम से चीजों को ख़रीदा और बेंचा जाता है।
Share broker ki jarurat kab padti hai
मै आपको जानकारी के लिए बता दूँ की जब भी आप वित्तीय बाजार में शेयर ट्रेडिंग या किसी भी शेयर में पैसे इन्वेस्ट करने जाते है तो आप डायरेक्ट किसी भी कंपनी का शेयर buy या sell नहीं कर सकते है इसके लिए आपको इस शेयर ब्रोकर की आवस्यकता होती है आपको किसी भी प्रमाणित शेयर ब्रोकर के पास अपना डीमैट अकाउंट ओपन करवाते है और आप अपने ब्रोकर से किसी भी शेयर को buy या sell करने के लिए कहते है।
तो आपका ब्रोकर आपके बताय शेयर को उसके प्राइस पर खरीदता है और आपके द्वारा ओपन करवाए गए डीमैट अकाउंट में आपके शेयर को रखता है और जब आप अपने शेयर को sell करना चाहते है तो आपको फिर से अपने शेयर ब्रोकर के आप पर या उसको फोन करके sell के लिए कहना होता है तो आपका ब्रोकर आपके शेयर को एनएसई या बीएसई एक्सचेंज पर आपके शेयर को किसी दूसरे ग्राहक को बेच देता है।
Share broker kaise bane
यदि कोई भी ब्यक्ति शेयर ब्रोकर बनना चाहते है तो आप बहुत ही आसानी से एक ब्रोकेट बन सकते है इसके लिए पहले आपको ये समझना होगा की शेयर मार्केट में कितने तरह से ब्रोकर होते है, तो मै आपको जानकारी के लिए बता दूँ की शेयर मार्केट ,में शेयर ब्रोकर मुख्यतः दो ही प्रकार से होते है पहला ब्रोकर और दूसरा शेयर ब्रोकर।
ब्रोकर
शेयर मार्केट में ब्रोकर बनने के लिए किसी भी व्यक्ति को सब पहले सेबी से रजिस्टर्ड होना पड़ता है, सेबी में रजिस्टर्ड होने के लिए जब आप आवेदन करते है तो सेबी बहुत कुछ चेक करती है , जैसे जो ब्यक्ति रेजिस्ट्रेशन किया है उसके पास ऑफिस है या नहीं, और ब्रोकर के लिए जो भी ग्राहक को देने वाली सभी सुविधा के लिए माध्यम है, और सेबी में रजिस्ट्रेशन प्रोसेस को पूरा करने के बाद सेबी की तरफ से आपको एक रजिस्ट्रेशन नंबर मिलता है
फिर आपको स्टॉक एक्सचेंज पर एनएसई और बीएसई में मेम्बर सिप लेनी होती है , इसके लिए आपको मेंबर सिप फीस और सेक्योरिटी डिपोसिट भरना होता है, और इसके लिए आपको उम्र कम से कम 21 वर्ष होनी चाहिए और आपके पास किसी भी ब्रोकर के पास काम करने का 2 वर्ष का एक्सपीरियंस प्रमाण पत्र होना चाहिए।
ब्रोकर
सब ब्रोकर के पास किसी भी प्रकार का ब्रोकिंग फर्म नहीं होता यह शेयर ब्रोकर के हिसाब पर काम करता है, इसमें पेपर वर्क कम लगता है और पैसे भी बहुत कम लगते है, इसके लिए आपको बस स्टॉक एक्सचेंज के साथ रजिस्टर्ड होना पड़ता है, और ये भी आपको खुद डायरेक्ट ब्रोकर से रजिस्ट्रेशन नहीं करना होता आपका रजिस्ट्रेशन आपका ही करवा का देता है जिसके पास आप सब ब्रोकर बनने जा रहे है।
इसके लिए आपको 12 पास होना जरूरी है, और आपके पास आपकी बेसिक डिटेल होनी चाहिए तभी आप सब ब्रोकर के लिए आवेदन कर सकते है, और इसके लिए आपको 2 से 3 हजार रुपये भी देना होता है।
सब ब्रोकर बनने के बाद आप जितने ज्यादा अपने अंडर में डीमैट अकाउंट ओपन करवाते है तो उस अकाउंट से जनरेट ब्रोक्रेज में से आपको कुछ कमीशन आपका ब्रोकर देता है।
भरतीये शेयर बाजार के कुछ लोकप्रिय शेयर ब्रोकर
क्र.सं. | Zerodha |
1. | Upstox |
2. | ICICIdirect |
3. | Angel Broking |
4. | 5paisa |
5. | Sharekhan |
6. | Motilal Oswal |
7. | Alice Blue |
8. | HDFC Securities |
9. | Groww |
10. | Kotak Securities |
Zerodha
Zerodha शेयर ब्रोकर को भारत का नंबर 1 शेयर ब्रोकर माना जाता है, और ये भारत के साथ साथ और भी देशों में फैला है, इसी स्थापना 15 August 2010 को हुई थी, और इसमें लगभग 1100+ इम्प्लॉय है और इस ब्रोकर को 5 मिलियन से भी ज्यादा लोग इस्तेमाल करते है, और इसका मुख्यालय भारत में बंगलौर में और कर्नाटक में है और इसकी ऑफिसियल वेबसाइट https://zerodha.com/ है।
Upstox
upstox भी भारत के प्रमुख ब्रोकर कंपनीयों में से डायरेक्ट ब्रोकर एक है, और यह लगभग 15 वर्षो से ब्रोकिंग की सेवा प्रदान कर रहा है upstox में आप aap के माध्यम से ट्रेडिंग कर सकते है और इसके लिए लगभग 5 ;मिलियन से भी ज्यादा एक्टिव यूजर है।
upstox के मालिकाना हक़ मुंबई के एक RKSV Securities Pvt Ltd कंपनी के पास है और उसके फाउंडर व सीओ रवि कुमार और रघु कुमार जी है।
ICICIdirect
आईसीआईसीआई डायरेक्ट ब्रोकर की गिनती भी भारत के बड़े ब्रोकरेज हाउस में की जाती है, इसके करीब 50 लाख ग्राहक हैं, और इसके लिए एमडी और सीईओ विजय चंडोक जी है, और इस कंपनी में अपना कारोबार मई 1995 में शुरू किया था।
Angel Broking
angel ब्रॉकिंग ब्रोकर की गिनती भी भारत के बड़े ब्रोकरेज हाउस में की जाती है, इसकी स्थापना 8 August 1996 में की गई थी और इसके संस्थापक Dinesh D. Thakkar जी है और इसका मुख्यालय Ackruti Trade Center, Andheri (E), Mumbai, Maharashtra India में है। इसकी आधिकारिक वेबसाइट https://www.angelone.in/ है।
ऊपर जो भी ब्रोकर आपको बताये गए है सभी फिलहाल टॉप पर काम कर रहे है, आपको जिस भी ब्रोकर के पास अपना डीमैट अकाउंट ओपन करवाना चाहते है आप इनकी ऑफिसियल वेबसाइट पर जा कर उनसे संपर्क कर सकते है और आपके अकाउंट को ओपन करवाने का प्रोसेस जान सकते है।
इस लेख में आपने सीखा Share broker kya hai और Stock broker meaning in Hindi हमें उम्मीद है डायरेक्ट ब्रोकर ये जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी।
SIP के जरिये म्यूचुअल फंड में निवेश: ब्रोकर की जरूरत नहीं, ऑनलाइन ऐसे जमा करें पैसे
म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले आपको अपना केवाईसी पूरा करना होगा. आप केआरए (केवाईसी पंजीकरण एजेंसी) में ऑनलाइन केवाईसी पंजीकरण फॉर्म भरकर और सेल्फ एटेस्टेड पहचान और पते का प्रमाण जमा करके ऐसा कर सकते हैं.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: Ravikant Singh
Updated on: Apr 04, 2022 | 3:01 PM
म्यूचुअल फंड में निवेश के कई तरीके हैं. ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन भी निवेश कर सकते हैं. कम-कम पैसे जमा करके बाद में मोटी रकम जुटाई जा सकती है. यहां कम-कम पैसे जुटाने का अर्थ है एसआईपी के जरिये किया जाने वाला निवेश. एसआईपी का मतलब है सिस्टमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP). आप चाहें तो एसआईपी के माध्यम से म्यूचुअल फंड में ऑनलाइन पैसे जमा कर सकते हैं. एसआईपी म्यूचुअल फंड में निवेश करने का एक तरीका है जहां आप अपनी पसंद की म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) योजना में नियमित रूप से एक निश्चित राशि का निवेश करते हैं. आप अपनी पसंद की म्यूचुअल फंड स्कीम में एसआईपी के जरिए हर महीने कम से कम 500 रुपये का निवेश (SIP online investment) कर सकते हैं.
आप म्यूचुअल फंड के डायरेक्ट प्लान में ऑफलाइन या ऑनलाइन सीधे एसेट मैनेजमेंट कंपनी या एएमसी के जरिए निवेश कर सकते हैं. इसके लिए आपको फंड हाउस की ब्रांच में जाना होगा और म्यूचुअल फंड का फॉर्म भरना होगा. अपना केवाईसी पूरा करने के लिए पासपोर्ट साइज फोटो के साथ खुद से अटेस्ट किया गया पहचान और पते का प्रमाण जमा कर सकते हैं.
कैसे करें म्यूचुअल फंड में निवेश
म्यूचुअल फंड के किसी भी डायरेक्ट प्लान में आप ऑनवाइन या एएमसी की वेबसाइट पर जाकर निवेश कर सकते हैं. इसके लिए आपको म्यूचुअल फंड एप्लिकेशन फॉर्म को जरूरी डिटेल जैसे कि नाम, बैंक की डिटेल के साथ भर सकते हैं. इसी के साथ ईकेवाईसी के लिए पैन और आधार की जानकारी देनी होगी. आप अपने ऑनलाइन बैंक अकाउंट के माध्यम से भी म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं. आइए जानते हैं कि एसआईपी के जरिये ऑनलाइन पैसे कैसे जमा कर सकते हैं.
म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले आपको अपना केवाईसी पूरा करना होगा. आप केआरए (केवाईसी पंजीकरण एजेंसी) में ऑनलाइन केवाईसी पंजीकरण फॉर्म भरकर और सेल्फ एटेस्टेड पहचान और पते का प्रमाण जमा करके ऐसा कर सकते हैं.
फोनपे: अब सभी कंपनियों के इंश्योरेंस उत्पाद बांट सकेगी कंपनी, IRDAI से मिला लाइसेंस
डिजिटल पेमेंट कंपनी फोनपे को IRDAI से डायरेक्ट इंश्योरेंस ब्रोकर का लाइसेंस प्राप्त हुआ है। यानी कंपनी अब कंसी भी इंश्योरेस कंपनियों के उत्पाद बांट सकेगी।
देश भर में महामारी की वजह से हेल्थ इंश्योरेंस की मांग तेजी से बढ़ी है। जिन लोगों ने पहले इंश्योरेंस नहीं ली थी, वे अब खरीद ले रहे हैं, वहीं जिन्होंने पहले से ही बीमा करा रखा था, वे इसका दायरा बढ़ा रहे हैं। वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली डिजिटल पेमेंट कंपनी फोनपे को इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉर्टी ऑफ इंडिया (IRDAI) से डायरेक्ट इंश्योरेंस ब्रोकर का लाइसेंस मिल गया है। यानी अब फोनपे भारत में सभी इंश्योरेस कंपनियों के इंश्योरेंस उत्पादों को डिस्ट्रीब्यूट कर सकेगी।
इसके जरिए कंपनी को अपने ग्राहकों के लिए व्यक्तिगत उत्पाद अनुशंसाओं की पेशकश शुरू करने और भारतीय ग्राहकों के लिए इंश्योरेंस उत्पाद के ज्यादा डायवर्स पोर्टफोलियो की पेशकश करने की मंजूरी मिल गई है। मालूम हो कि फोनपे ने पिछले साल 2020 में एक कॉर्पोरेट एजेंट के रूप में इंश्योरेंस क्षेत्र में एंट्री की थी।
इश्योरेंस जर्नी में एक बड़ा मील का पत्थर है लाइसेंस
इस संदर्भ में फोनपे के उपाध्यक्ष और बीमा प्रमुख गुंजन घई ने बताया कि लाइसेंस इश्योरेंस जर्नी में एक बड़ा मील का पत्थर है। ब्रोकिंग के इस कदम से हमें और गति मिलेगी और इस क्षेत्र में हमारी ग्रोथ में तेजी आएगी। वहीं इससे पहले अप्रैल में फोनपे के उपाध्यक्ष और बीमा प्रमुख गुंजन घई ने कहा था कि, देश भर में कोविड-19 मामलों में दोबारा तेजी देखने को मिल रही है। केंद्र और राज्य डायरेक्ट ब्रोकर सरकारें प्रकोप को रोकने के लिए कई कदम उठा रही हैं। कई भारतीयों के पास अभी भी स्वास्थ्य बीमा कवर नहीं है, जिसके कारण उन्हें अतिरिक्त वित्तीय बोझ उठाना पड़ सकता है। यह ध्यान में रखते हुए, हम बाजार में 2870 लाख से अधिक पंजीकृत उपयोगकर्ताओं के लिए कोरोना वायरस वायरस उत्पाद पेश कर रहे हैं।
फोनपे के कईं फायदे
फोनपे के जरिए ग्राहक पैसों का लेनदेन कर सकते हैं। इसके 30 करोड़ से ज्यादा ग्राहक हैं। लेनदेन के अतिरिक्त इसके जरिए आप मोबाइल, डीटीएच, डाटा कार्ड भी रिचार्ज कर सकते हैं। साथ ही किसी स्टोर पर पेमेंट भी कर सकते हैं।
विस्तार
देश भर में महामारी की वजह से हेल्थ इंश्योरेंस की मांग तेजी से बढ़ी है। जिन लोगों ने पहले इंश्योरेंस नहीं ली थी, वे अब खरीद ले रहे हैं, वहीं जिन्होंने पहले से ही बीमा करा रखा था, वे इसका दायरा बढ़ा रहे हैं। वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली डिजिटल पेमेंट कंपनी फोनपे को इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉर्टी ऑफ इंडिया (IRDAI) से डायरेक्ट इंश्योरेंस ब्रोकर का लाइसेंस मिल गया है। यानी अब फोनपे भारत में सभी इंश्योरेस कंपनियों के इंश्योरेंस उत्पादों को डिस्ट्रीब्यूट कर सकेगी।
इसके जरिए कंपनी को अपने ग्राहकों के लिए व्यक्तिगत उत्पाद अनुशंसाओं की पेशकश शुरू करने और भारतीय ग्राहकों के लिए इंश्योरेंस उत्पाद के ज्यादा डायवर्स पोर्टफोलियो की पेशकश करने की मंजूरी मिल गई है। मालूम हो कि फोनपे ने पिछले साल 2020 में एक कॉर्पोरेट एजेंट के रूप में इंश्योरेंस क्षेत्र में एंट्री की थी।
इश्योरेंस जर्नी में एक बड़ा मील का पत्थर है लाइसेंस
इस संदर्भ में फोनपे के उपाध्यक्ष और बीमा प्रमुख गुंजन घई ने बताया कि लाइसेंस इश्योरेंस जर्नी में एक बड़ा मील का पत्थर है। ब्रोकिंग के इस कदम से हमें और गति मिलेगी और इस क्षेत्र में हमारी ग्रोथ में तेजी आएगी। वहीं इससे पहले अप्रैल में फोनपे के उपाध्यक्ष और बीमा प्रमुख गुंजन घई ने कहा था कि, देश भर में कोविड-19 मामलों में दोबारा तेजी देखने को मिल रही है। केंद्र और राज्य सरकारें प्रकोप को रोकने के लिए कई कदम उठा रही हैं। कई भारतीयों के पास अभी भी स्वास्थ्य बीमा कवर नहीं है, जिसके कारण उन्हें अतिरिक्त वित्तीय बोझ उठाना पड़ सकता है। यह ध्यान में रखते हुए, हम बाजार में 2870 लाख से अधिक पंजीकृत उपयोगकर्ताओं के लिए कोरोना वायरस वायरस उत्पाद पेश कर रहे हैं।
फोनपे के कईं फायदे
फोनपे के जरिए ग्राहक पैसों का लेनदेन कर सकते हैं। इसके 30 करोड़ से ज्यादा ग्राहक हैं। लेनदेन के अतिरिक्त इसके जरिए आप मोबाइल, डीटीएच, डाटा कार्ड भी रिचार्ज कर सकते हैं। साथ ही किसी स्टोर पर पेमेंट भी कर सकते हैं।