परिचालन योजना

योजनेचा कालावधी आणि कुटंब साठी ग्राह्य केलेली रक्कम :
राज्यातील दारिद्रयरेषेखालील (पिवळी शिधापत्रिका धारक) आणि दारिद्रयरेषेवरील (केशरी शिधापत्रिका धारक) कुटुंबांना अधिक चांगल्या वैद्यकीय सुविधा उपलब्ध व्हाव्यात, या हेतूने महाराष्ट्र राज्य सरकारने राजीव गांधी जीवनदायी योजना सुरू केली आहे. अशा कुटुंबांना अधिक दर्जेदार वैद्यकीय सेवा प्राप्त होण्याच्या दृष्टीने ही योजना उपयुक्त ठरेल.
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रॉयल इनफील्ड की विदेशी परिचालन के विस्तार की योजना
रॉयल इनफील्ड ने अपने परिचालन का विस्तार करने की योजना बनाई है।
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- Updated: February 15, 2022 4:43 PM IST
मोटरसाइिकल कंपनी रॉयल इनफील्ड की विदेशों में अपने परिचालन को मजबूत बनाने के उद्देश्य से आने वाले पांच साल में दक्षिण पूर्व एशिया व लातिन अमेरिका में परिचालन के विस्तार की योजना है। रॉयल इनफील्ड के सीईओ सिद्धार्थ लाल ने यहां ईआईसीएमए के 2017 के अवसर पर पीटीआई भाषा को यह जानकारी दी। Also Read - 2023 Triumph Street Triple: ट्रायम्फ की 3 धांसू बाइक्स ने दी दस्तक, Kawasaki Z650 और Honda CB650R से होगा मुकाबला
उन्होंने कहा कि कंपनी फिलहाल कई देशों में परिचालन कर रही है और नये देशों के लिए टीम बना रही है। उन्होंने कहा कि थाइलैंड व इंडोनेशिया से शुरू करते हुए कंपनी अब फिलीपीन व वियतनाम जैसे देशों को पहुंची है। लाल ने कहा, ‘इन देशों में हमारी थोड़ी बहुत मौजूदगी है। लेकिन अब हम वहां एक टीम बना रहे हैं। हम ऐसा लातिन अमेरिका के लिए भी कर रहे हैं।’ इसे भी देखें: सामने आया शाओमी Mi Mix 2 का टीयरडाउन Also Read - Jawa 42 Bobber भारत में हुई लॉन्च, जानें कितनी है कीमत और परिचालन योजना क्या हैं फीचर्स
बता दें कि हाल ही में आई रिपोर्ट के अनुसार कंपनी रॉयल एनफील्ड की बिक्री इस साल सितंबर में 22 प्रतिशत बढ़कर 70,431 इकाई रही। रॉयल एनफील्ड ने एक बयान में कहा कि कंपनी ने सितंबर 2016 में 57,842 वाहन बेचे थे। कंपनी की घरेलू बिक्री आलोच्य महीने में 22 प्रतिशत बढ़कर 69,393 इकाई रही। इसे भी देखें: क्या आप जानते हैं कि आधार आधारित DBT का लाभ उठाने के लिए आप अपने बैंक अकाउंट को बदल भी सकते हैं?
अंतरराष्ट्रीय बाजार में बिक्री सितंबर 2017 में 17 प्रतिशत बढ़कर 1,038 इकाई रही। चालू वित्त वर्ष में अबतक कंपनी की संचयी बिक्री 23 प्रतिशत बढ़कर 3,86,863 इकाई रही जो इससे पूर्व वर्ष के इसी महीने में 3,14,424 इकाई थी। इसे भी देखें: फेसबुक ने निकाला रिवेंज पोर्न को रोकने का सॉल्यूशन
- Published Date: November 10, 2017 8:00 AM IST
- Updated Date: February 15, 2022 4:43 PM IST
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ओंकारेश्वर में निर्माण, स्वामित्व और परिचालन माडल पर होगा सौर ऊर्जा का उत्पादन
खंडवा (नईदुनिया प्रतिनिधि)। जिले में ओंकारेश्वर बांध के जलाशय में प्रस्तावित 600 मेगावाट क्षमता के फ्लोटिंग सोलर पार्क के प्रथम चरण में करीब 300 मेगावाट बिजली का उत्पादन निर्माण, स्वामित्व और परिचालन योजना अंतर्गत होगा। इसके लिए नवीन और नवकरणीय ऊर्जा विभाग द्वारा आमंत्रित निविदाएं में रुचि दिखाने वाली एएमपी एनर्जी दिल्ली, एनएचडीसी भोपाल और एसजेवीएन हिमाचल प्रदेश की कंपनियों की दरों को प्रदेश की शिवराज कैबिनेट ने हरी झंडी दे दी है। इनके द्वारा करीब 100-100 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जाएगा। निविदाएं और बिजली खरीदी की दरों को स्वीकृति मिलने से फ्लोटिंग सोलर पावर पार्क के कार्य में गति आएगी। इसके चलते वर्ष 2024 तक प्रदेश को बिजली मिलने लगेगी।
मध्य प्रदेश को बिजली उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने और रोशन रखने में जिले की बिजली परियोजनाएं महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। यहां 1520 मेगावाट की इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध जल परियोजनाएं तथा 2520 मेगावाट क्षमता की संत सिंगाजी थर्मल पावर परियोजना स्थापित है। आगामी दो साल में 600 मेगावाट सोलर पावर एनर्जी का उत्पादन भी प्रस्तावित है। इसके प्रथम चरण में 300 मेगावाट सोलर एनर्जी के लिए तीन कंपनियों का टैरिफ आधारित प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के माध्यम से चयन भी हो गया है। एएमपी एनर्जी, एनएचडीसी परिचालन योजना और एसजेवीएन कंपनियां क्रमशः 3.21 रुपये, 3.22 रुपये और 3.26 रुपये प्रति यूनिट के लगभग दर का प्रस्ताव दिया था। इसे स्वीकृति मिलने के बाद अब अनुबंध सहित अन्य प्रक्रियां पूर्ण होते ही कंपनियां जलाशय में फ्लोटिंग पैनल लगाकर बिजली का उत्पादन प्रारंभ कर देंगी।
मध्य प्रदेश ऊर्जा विकास निगम की जननिज परिचालन योजना भागीदारी योजना अंतर्गत आकार लेने वाले इस सोलर प्लांट के दोनों चरण पूर्ण हो जाने पर हर साल करीब 1200 मिलियन यूनिट सोलर बिजली का उत्पादन हो सकेगा। यह प्रदेश का पहला पानी पर तैरने वाला सोलर प्लांट होगा। इससे गुणवत्तापूर्ण बिजली मिलने के साथ ही जलाशय के पानी का वाष्पीकरण भी रुकेगा।
- ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर पावर पार्क में प्रथम चरण में करीब 300 मेगावाट सोलर पावर जनरेशन के लिए टेंडर डालने वाली कंपनियों की दरों को कैबिनेट से मंजूरी मिल गई है। 100-100 मेगावाट उत्पादन के लिए तीन कंपनियों का चयन मुख्यालय से हुआ है। जल्द ही कंपनियां काम शुरू करेंगी- राजेंद्र गोयल, जिला प्रबंधक ऊर्जा विकास निगम
15 अप्रैल से ट्रेनों का परिचालन बहाल करने की कोई योजना नहीं: रेल मंत्रालय
15 अप्रैल से ट्रेन परिचालन शुरू करने की ख़बरों को ग़लत बताते हुए रेल मंत्रालय ने कहा है कि मीडिया ऐसे समय में अपुष्ट और असत्यापित ख़बरों को प्रकाशित करने से बचे, क्योंकि इससे जनता के दिमाग में अनावश्यक भ्रम पैदा होता है. The post 15 अप्रैल से ट्रेनों का परिचालन बहाल करने की कोई योजना नहीं: रेल मंत्रालय appeared first on The Wire - Hindi.
15 अप्रैल से ट्रेन परिचालन शुरू करने की ख़बरों को ग़लत बताते हुए रेल मंत्रालय ने कहा है कि मीडिया ऐसे समय में अपुष्ट और असत्यापित ख़बरों को प्रकाशित करने से बचे, क्योंकि इससे जनता के दिमाग में अनावश्यक भ्रम पैदा होता है.
नई दिल्लीः रेल मंत्रालय ने 15 अप्रैल से यात्री ट्रेनों का परिचालन बहाल करने संबंधी सभी रिपोर्टों का खंडन करते हुए कहा है कि फिलहाल ऐसी कोई योजना नहीं है.
रेल मंत्रालय ने इस संबंध में एक स्पष्टीकरण जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि ट्रेन सेवाएं शुरू करने को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है.
रेल मंत्रालय की ओर से कहा गया है, ‘बीते दो दिनों से मीडिया में कुछ खबरें देखने को मिलीं, जिसमें बताया परिचालन योजना गया कि रेल यात्रा को लेकर कई प्रोटोकॉल जारी किए गए हैं. इन खबरों में यह भी बताया जा रहा है कि एक निश्चित तारीख से यात्री ट्रेनों की सेवाएं बहाल हो रही हैं.’
रेल मंत्रालय ने कहा, ‘यह मीडिया के ध्यान में लाया जा रहा है कि इस संबंध में अभी अंतिम फैसला नहीं लिया गया है और इस तरह के मामलों में अपरिपक्व रिपोर्टिंग इस तरह के समय में जनता के दिमाग में अनावश्यक भ्रम पैदा करती है, जिससे बचना चाहिए. मीडिया से अनुरोध है और सलाह दी जाती है कि वह इस तरह की अपुष्ट और असत्यापित खबरों को प्रकाशित न करें, जिससे संदेह की स्थिति पैदा होती है.’
रेल मंत्रालय ने कहा, ‘लॉकडाउन के बाद रेल यात्रा को लेकर रेलवे सभी हितधारकों को ध्यान में रखते हुए फैसला लेगा और जब भी इस पर कोई फैसला लिया जाएगा, सभी संबंधित पक्षों को इसकी जानकारी दी जाएगी.’
रेलवे मंत्रालय ने किसी भी तरह की फर्जी और भ्रामक खबरों से दूर रहने और इस पर विश्वास नहीं करने की भी अपील की है.
मालूम हो कि मीडिया में आई कुछ खबरों में दावा किया गया था कि रेलवे ने एक प्रोटोकॉल तैयार किया है, जिसके तहत यात्रियों को सफर से कई घंटे पहले स्टेशन पहुंचना होगा ताकि थर्मल स्क्रीनिंग जैसी प्रक्रिया को पूरा किया जा सके.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 24 मार्च को देशभर में परिचालन योजना लॉकडाउन लागू करने के बाद रेलवे ने भी यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 21 दिनों के लिए ट्रेन सेवाएं निलंबित कर दी थीं.
इस परिचालन योजना दौरान सिर्फ मालवाहक ट्रेनों के परिचालन को चलते रहने देने की मंजूरी दी गई है.
डेली अपडेट्स
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही के दौरान सार्वजनिक-निजी भागीदारी के तहत निर्माण-परिचालन-हस्तांतरण (Build-Operate-Transfer) मॉडल का उपयोग करके परिचालन योजना निजी साझेदारों को कम-से-कम दो राजमार्ग उन्नयन परियोजनाओं की पेशकश करने की योजना बनाई है।