शेयर मार्केट में निवेश करते वक्त ये सावधानियां रखें?

प्रारम्भिक सार्वजनिक ऑफरिंग (आईपीओ), निवेशकों को शेयर जारी करके स्टॉक मार्केट से पूंजी जुटा कर किसी निजी रूप से धारित कंपनी को पब्लिक कंपनी बनाने की प्रक्रिया को कहा जाता है। आईपीओ से निजी फर्में अपनी आने वाली परियोजनाओं या विस्तार के लिए फंड जुटाने में समर्थ होती हैं और इसके बाद कंपनी की सार्वजनिक रूप से स्क्रूटनी किया जाना संभव होता है। स्टॉक एक्सचेंज में शेयरों की लिस्टिंग से कंपनी को अपना वास्तविक मूल्य प्राप्त करने में सहायता मिलती है। इस प्रकार की ऑफरिंग से आम निवेशक कंपनी के भावी विकास में भागीदारी करने में सक्षम होते हैं।
Things Before Investing: निवेश करने से पहले ध्यान रखें ये 9 जरूरी बातें
Things Before Investing: सभी जानते हैं कि आम जनता से जमा राशियां प्राप्त करने का अधिकार आमतौर पर केवल विधिवत रूप से स्थापित बैंकों को है। फिर भी समय-समय पर ऐसी घटनाएं होती रहती है, जिनमें निवेश की किसी स्कीम में बहुत अधिक लाभ का लालच देकर लोगों को गुमराह करके हजारों-लाखों लोगों से भारी-भरकम राशि इकट्ठी कर ली जाती है और इसे बाद स्कीम चलाने वाले लोग या तो गायब हो जाते हैं या फिर लाभ नहीं दे पाते या निवेशकों का मूलधन भी वापस नहीं कर पाते। देश में लाखों ऐसे व्यक्ति हैं जो अपने निवेश के धन को वापस प्राप्त करने के लिए अदालतों के चक्कर काट रहे हैं। परंतु वर्षो की कानूनी लड़ाई के बाद भी उन्हें निराशा ही हाथ लगती है। ऐसे में यदि आप अपना पैसा किसी भी तरह के निवेश में लगाने से पहले कुछ सावधानियां बरत लें तो न केवल अपने पैसे को सुरक्षित रख सकते हैं परंतु अच्छा लाभ भी प्राप्त कर सकते हैं।
2. किसी भी व्यक्ति की बातों में न आएं
ऐसे ही विज्ञापनों की श्रेणी में वे विज्ञापन भी आते हैं, जिनमें कोई व्यक्ति खुद को किसी प्रतिष्ठित संस्था या बैंक का प्रतिनिधि बता कर राशि जमा करने की बात करता है। सभी बैंक या प्रतिष्ठित संस्थाओं के अधिकृत कार्यालय या शाखाएं होती हैं, जिनमें जाकर निवेश की किसी योजना का पता लगाया जा सकता है। बाजार में घूम रहे सेल्समैन या एसएमएस भेजने वाले किसी व्यक्ति की बात पर विश्वास करके निवेश करना एक बड़ी भूल है।
सभी तरीके के निवेश में से मान्यता प्राप्त बैंकों में पैसे जमा करवाना सबसे सुरक्षित तरीका है। परंतु इसमें ऐसा नहीं कि कुछ भी जोखिम नहीं या सावधानी बरतने की जरूरत नहीं। कई बार बैंकों के कर्मचारी भी किसी ग्राहक के खाते से धोखाधड़ी से पैसा निकाल लेते हैं यानी निवेशक का निकट व्यक्ति संबंधित चेक पर जाली हस्ताक्षर करके या एटीएम कार्ड का पिन डालकर धोखाधड़ी से पैसा निकाल सकता हैं। निवेशकों को चाहिए कि वे बैंक में अपनी बचत की जानकारी गोपनीय रखें, अपनी चेक बुक सुरक्षित रखें, अपने एटीएम के पिन की गोपनीयता बनाए रखें एवं अपने सहकर्मियों या मित्रों पर अंधविश्वास न रखें।
4. किसी एक जगह ज्यादा पैसा न लगाएं
धोखाधड़ी के डर के अतिरिक्त निवेश का एक मूलभूत सिद्धांत यह है कि किसी एक शेयर मार्केट में निवेश करते वक्त ये सावधानियां रखें? ही जगह बहुत ज्यादा पैसा न लगाया जाए। अगर कोई निवेशक कई तरह की अलग-अलग परिसंपत्तियों में पैसा लगाता है तो चाहे वह अपना पैसा शेयर बाजार में ही क्यों न लगाए, एक मोटे नुकसान की आशंका से बच सकता है। ऐसी उम्मीद कम ही है कि लंबे समय तक अलग-अलग कंपनियों के शेयरों के दाम में भी भारी गिरावट हो।
कोई भी निवेश योजना बनाने से पहले निवेशक को आकलन करना चाहिए कि उसे किस पैसे की कब जरूरत होगी। कुछ पैसा बैंक सावधि जमा खाते (एफडी) में रखने का लाभ यह है कि किसी भी समय जरूरत पडऩे पर सावधि जमा राशि का भुगतान लिया जा सकता है जबकि कुछ अन्य तरह की परिसंपत्तियों में परिसंपत्ति को कैश कराने में कठिनाई आ सकती है। अगर हम पिछले 40-50 साल के निवेश के माध्यमों का अध्ययन करें तो शेयर बाजार में लगाई गई पूंजी से निवेशकों को सबसे अधिक लाभ शेयर मार्केट में निवेश करते वक्त ये सावधानियां रखें? मिला है। अगर दस वर्ष या अधिक अवधि के लिए निवेश करना है तो आप निसंकोच शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं।
6. एसआईपी है सबसे बेहतर
निवेश का एक आधुनिक तरीका है जो एसआईपी के नाम से जाना जाता है। इसका मतलब है- सिस्टेमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान। इसमें निवेशक एक या दो म्युचुअल फंड चुन सकता है और अपने बैंक को निर्देश दे शेयर मार्केट में निवेश करते वक्त ये सावधानियां रखें? सकता है कि हर महीने एक निश्चित राशि किसी म्युचुअल फंड में लगा दी जाए। क्योंकि म्युचुअल फंड मैनेजर सैकड़ों कंपनियों के शेयरों में निवेश करते हैं, इसलिए निवेश का जोखिम उन सैकड़ों कंपनियों में विभाजित हो जाता है। इसके साथ ही क्योंकि एसआईपी में निवेशक का निवेश हर महीने कई साल तक चलता है इसलिए किसी विशेष समय पर शेयर बाजार में अत्यधिक उतार-चढ़ाव का प्रभाव भी निवेश पर नहीं पड़ता। यही वजह है कि एसआईपी यानी सिप में निवेश सुरक्षित माना जाता है।
शुरुआती के लिए 6 बेस्ट शेयर मार्केट टिप्स
लेकिन इससे पहले कि हम सुझावों को समझें, शेयर बाजार और शेयर बाजार क्या है? शेयर बाजार और शेयर बाजार वह जगह है जहां शेयर जारी और कारोबार किया जाता है। शेयर बाजार और शेयर बाजार में अंतर की छोटी सी बात यह है कि वित्तीय साधन जैसेम्यूचुअल फंड्स बांड सभी शेयर बाजार में कारोबार कर रहे हैं। शेयर बाजार केवल शेयरों के व्यापार के लिए।
शुरुआती के लिए सर्वश्रेष्ठ शेयर बाजार युक्तियाँ
1. लिटिल . से शुरू करें
यह शायद सबसे महत्वपूर्ण में से एक हैस्टॉक मार्केट टिप्स भारत में पालन करने के लिए। अधिक पैसा कमाने की उम्मीद में आप अधिक नकदी के साथ अपना व्यापार शुरू करने के लिए ललचा सकते हैं। हालांकि, अधिकांश स्थितियों में यह सच नहीं है। शेयर बाजार में, यह हमेशा अनुशंसा की जाती है कि आप व्यावहारिक ज्ञान के साथ व्यापार के बारे में समझ हासिल करने के बाद छोटी शुरुआत करें और अंततः अपनी ट्रेडिंग राशि बढ़ाएं।
हालाँकि, पहले से योजना बनाना अधिक महत्वपूर्ण हैनिवेश शेयर खरीदने में पैसा। इन पांच आवश्यक प्रश्नों को याद रखें और शुरू करने से पहले उनका उत्तर दें:
- मैं शेयरों में कैसे निवेश करना चाहता हूं?
- स्टॉक खरीदने का मेरा लक्ष्य क्या है?
- स्टॉक खरीदने के लिए मेरा बजट क्या है?
- मुझे ट्रेडिंग और स्टॉक के बारे में कितना पता है?
- क्या मैं अभी निवेश शुरू करने के लिए तैयार हूं?
पूछे जाने वाले प्रश्न
1. विविधीकरण क्या है?
विविधीकरण एक ऐसी तकनीक है जिसके द्वारा आप इसमें शामिल जोखिम को कम कर सकते हैंशेयर बाजार निवेश. विभिन्न उद्योगों, उपकरणों और अन्य श्रेणियों में निवेश आवंटित किए जाते हैं।
2. लाभांश क्या है?
लाभांश एक कंपनी की आय के वितरण को संदर्भित करता हैशेयरधारकों.
3. पेपर ट्रेडिंग क्या है?
पेपर ट्रेडिंग एक ऐसा व्यवहार है जो आपको वास्तविक धन को जोखिम में डाले बिना खरीदने और बेचने की अनुमति देता है। सॉफ्टवेयर में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ने पेपर ट्रेडिंग को बढ़ा दिया है।
4. आईपीओ शेयर मार्केट में निवेश करते वक्त ये सावधानियां रखें? क्या है?
IPO का मतलब इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) से है। यह एक स्टॉप इश्यू के माध्यम से एक निजी कंपनी के शेयरों को जनता को देने की प्रक्रिया है।
डीआरएचपी को गहराई से पढ़ें
नई इकाई के ड्राप्ट रेड हेरिंग प्रोस्पेक्ट्स या डीआरएचपी में आईपीओ पेश करने वाली नई इकाई के बारे में विस्तृत जानकारी शामिल की गई होती है। डीआरएचपी, जिसे सिक्योरीटीज मार्केट रेगुलेटर यानी सिक्योरीटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (एसईबीआई) के यहां सब्मिट कराया जाता है, एक महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है और इसमें कंपनी के बारे में विस्तृत जानकारी शामिल की जाती है, जिसमें इसका कारोबार, पिछला परफॉर्मेंस, सम्पत्ति और देयताएं, आईपीओ के ज़रिए प्राप्त फंड्स की क्यों जरूरत है और वह इस फंड का क्या करेगी, और संभावित जोखिम फैक्टर्स, जो कंपनी के परफॉर्मेंस को प्रभावित कर सकते हैं। उसका ब्यौरा भी शामिल होता है, और इस प्रकार, शेयर की कीमत तय की जाती है। शेयर मार्केट में निवेश करते वक्त ये सावधानियां रखें? निवेश करने से पहले आपको इसे गहराई से पढ़ने में कोई गलती नहीं करनी चाहिए, क्योंकि डीआरएचपी में वह महत्वपूर्ण जानकारी शामिल होती है जिससे आपको कारोबार को बेहतर समझने में मदद मिल सकती है और आप एक समझदार निवेशक बन सकते हैं।
प्रोमोटर्स को जानिए
कंपनी को चलाने वाले लोगों पर बहुत अधिक ध्यान दिया जाना चाहिए। इसमें फर्म के प्रोमोटर्स और मैनेजमेंट में अन्य महत्वपूर्ण अधिकारी शामिल होते हैं। क्योंकि यह व्यक्ति कंपनी के लिए ड्राइविंग फोर्स हैं, इसलिए विकास की संभावनाएं उनकी सही कारोबारी निर्णय लेने की योग्यता पर निर्भर करती हैं। निवेशकों को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि महत्वपूर्ण मैनेजमेंट अधिकारियों द्वारा कितने शेयर मार्केट में निवेश करते वक्त ये सावधानियां रखें? समय उस कंपनी में बिताया गया है।
विभिन्न ग्रोथ ड्राईवर्स में कंपनी जिस सेक्टर में काम करती हैं, उसमें इसकी पोजिशन क्या है, इसका मार्केट शेयर कितना है, इसके उत्पादों की एक्सेसिबिलिटी और विजिबिलिटी कितनी है, भौगोलिक विस्तार कितना है, विस्तार योजनाएं क्या हैं, अनुमानित प्रोफिटेबिलिटी, आपूर्ति सीरीज, संकट को झेलने की क्षमता और कार्यकुशलता जैसे फेक्टर्स से भावी कारोबारी की संभावनाओं को निर्धारित किया जाता है।
जोखिम फैक्टर्स
कंपनी द्वारा अपने डीआरएचपी में बताए गए जोखिम फैक्टर्स पर ध्यान दिया जाना चाहिए। ये फिल्टर्स की तरह काम करते हैं और जब बात आईपीओ में निवेश करने की आती है, तो इन्हीं के आधार पर तय किया जाता है कि क्या आईपीओ में निवेश किया जाए अथवा नहीं। कानूनी मुकदमेबाजी से लेकर मौसमी की आपदाएं और ब्याज दरों में नीतिगत परिवर्तन आदि अनेक जोखिम फैक्टर्स हो सकते हैं, जो कंपनी की भावी विकास संभावनाओं को बाधित कर सकते हैं।
अंत में
किसी अन्य निवेश की ही तरह, निवेश करने से पहले अपनी जोखिम उठाने की क्षमता का मूल्यांकन करें। आपको अपनी जोखिम को उठाने की क्षमता के अनुसार ही निवेश करना चाहिए। यदि बाजार में भागीदारी करने वालों के अनुसार कारोबार बहुत अधिक जोखिम भरा लगता है, और आपकी जोखिम को उठाने की योग्यता से मेल नहीं करता है, तो आईपीओ में निवेश करने से बचना ही बेहतर होगा। इसके अलावा, ऑफर की जाने वाली वैल्यूएशंस, विकास की संभावनाओं से मेल नहीं करती हैं, तो आपको इससे बचना चाहिए।
Investment Tips: शेयर मार्केट से करोड़पति कैसे बनें? आपका भी है यही सवाल? ये 7 जवाब
पैसा कमाना हर किसी को अच्छा लगता है. कहा जाता है कि शेयर बाजार में बहुत पैसा है. कुछ लोगों को उदाहरण दिया जाता है कि इन्होंने महज 5000 रुपये से निवेश की शुरुआत की थी, और आज शेयर बाजार से करोड़ों रुपये बना रहे हैं. आखिर उनकी सफलता का राज क्या है, आज हम आपको बताएंगे? (Photo: Getty Images)
दरअसल, आप भी कुछ आसान टिप्स को फॉलो कर शेयर बाजार से पैसे बना सकते हैं. शेयर बाजार में कुछ बातों का ध्यान रखकर आप लखपति से करोड़पति बन सकते हैं. लेकिन अक्सर लोग पैसे बनाने की होड़ में नियम और रिस्क को भूल जाते हैं, या फिर कहें जानबूझकर नजरअंदाज कर देते हैं. और फिर उनकी उनकी शिकायत होती है कि शेयर बाजार से बड़ा नुकसान हो गया. (Photo: Getty Images)
Golden Tips of Share Market (Share Market Tips In Hindi)
दोस्तों यदि आप शेयर मार्किट में रूचि रखते हैं और इस फील्ड में इन्वेस्ट करके अच्छा मुनाफा कमाना चाहते हैं तो गोल्डन टिप्स ऑफ़ मार्केट आपके लिए काफी इम्पोर्टेन्ट होने वाले हैं जो हम काफी रिसर्च के बाद लेकर आये हैं।
दोस्तों यह बात सही है शेयर बाजार से अच्छा ख़ासा पैसा कमाया जा सकता है। हालाँकि इक्विटी में पैसा कमाना इतना सरल नहीं है जितना नये निवेशक समझते हैं। इसके लिए धैर्य, बाजार के कार्यों के तरीके की एक अंतनिहित समझ और रिसर्च आवश्यक है। अपने निवेश में बेहतर नियंत्रण रखना। योजनाबद्ध तरीके और रणनीति के साथ स्टॉक में निवेश करने की आवश्यकता है। यहाँ कुछ शेयर मार्किट गोल्डन टिप्स दिए गए हैं जिन्हें आपको शेयर मार्किट में निवेश करने से पहले पता होना जरूरी है।
शेयर मार्केट में सफलता के लिए 12 गोल्डन टिप्स
1. पहले सीखें और समझें
शेयर मार्केट एक बिज़नेस करने जैसा ही है इसलिए पूरी जानकारी और समझ के साथ इस फील्ड में उतरना चाहियें। ज्यादातर इन्वेस्टर शेयर को एक लॉटरी की तरह समझते शेयर मार्केट में निवेश करते वक्त ये सावधानियां रखें? हैं और कुछ इसे किस्मत का खेल मानते हैं और बिना सीखे और सोचे समझे शेयर खरीदते और बेचते हैं और भारी नुकसान उठा बैठते हैं। शेयर मार्केट में 90 प्रतिशत सफलता के श्रेय सोच समझ, उचित रणनीत है जबकि दस प्रतिशन किस्मत या कुछ और जो किसी भी बुसिनेस की तरह है। जिस तरह पानी में छलांग लगाने से पहले तैरना सीखना जरूरी है उसी तरह शेयर मार्केट जो एक मुद्रा का सागर है और इसमें कूदने से पहले सीखें और समझें। तभी आप एक अच्ची रणनीत बना पाएंगे और मुनाफा कमा पायेंगें।
2. झुण्ड की मानसिकता से बचें
यह कहने की जरूरत नहीं है कि यदि आप शेयर मार्केट में निवेश कर रहें हैं और अपनी मेहनत की कमाई नहीं खोना चाहते हैं तो आपको हमेशा झुण्ड की मानसिकता से बचना चाहियें। दुनियां से सबसे बड़े निवेशक Warren Buffett के अनुसार “जब दूसरे लालची हों तो भयभीत हों और जब जब दूसरे भयभीत हों तो लालची हों।