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बिटकॉइन की कीमत की गणना कैसे की जाती है

बिटकॉइन की कीमत की गणना कैसे की जाती है
    #1. निवेश कर पैसा कमाने के लिए: बिटकॉइन के रेट पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़े हैं ऐसे में लोग इसे निवेश का सबसे अच्छा जरिया बता रहे हैं और इसका इस्तेमाल अपने पैसे से मुनाफा कमाने के लिए कर रहे हैं।

Ethereum Case Study in Hindi | क्या Ethereum बिटकॉइन से आगे निकल सकता है?

क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में बिटकॉइन के बाद दूसरा सबसे भरोसेमंद कॉइन Ethereum को ही माना जाता है। बिटकॉइन की तुलना इस कॉइन का उपयोग बहुत ही ज्यादा है । ऐसा माना जाता है बिटकॉइन को अगर कोई कॉइन ( मार्केट कैप के अनुसार ) पीछे कर सकता है तो वो Ethereum ही है । तो चलिए इस पोस्ट (Ethereum Case Study in Hindi ) को पूरा पढ़ते है और Ethereum के बारे में सब कुछ जानते हैं।

Table of Contents

Ethereum क्या है?

यह एक क्रिप्टोकरेंसी है ,जो डिसेंट्रलिजेड ब्लॉकचैन पर बना है। इसपर स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट रन करते हैं, जिसकी द्वारा आप डिसेंट्रलिजेड एप्लीकेशन बना सकते हैं। इस पर अभी तक 3000 से ज्यादा एप्लीकेशन बन चुका है। Ethereum पर बने कुछ बड़े और फेमस एप्लीकेशन के नाम इस प्रकार है – Compound Protocol , Metamask , Uniswap , Brave Etc. ढ़ेर सारे एप्लीकेशन बनने के कारण यह समय के साथ धीमा होता जा रहा है। इसलिए इसे अपडेट कर Ethereum 2.0 को लांच किया जा रहा है। जिसमे ढ़ेर सारे अच्छे – अच्छे फीचर है ।

Ethereum का इतिहास

Ethereum को 6 जुलाई 2015 को रिलीज किया बिटकॉइन की कीमत की गणना कैसे की जाती है गया था। इसके फाउंडर का नाम विटालिक बुटेरिन है । इसे बनाने का मकसद ये था कि बिटकॉइन में सिर्फ पियर टू पियर भेजने के अलावा कोई और दूसरा फीचर नहीं था और इसके साथ बिटकॉइन माइनिंग में बिजली की बहुत ही ज्यादा खपत होती है। इसलिए क्रिप्टो की दुनिया मे नए नए फीचर के साथ क्रिप्टोकरेंसी को लाया गया । ethereum बिटकॉइन की तुलना में बहुत ही ज्यादा समस्याओं को हल करता है।

Price Story of Ethereum ( हिन्दी मे )

Hurry! तो चलिए अब Ethereum के प्राइस हिस्ट्री के बारे में जानते हैं-

Ethereum को अगस्त 2014 में ICO के जरिए लांच किया गया था। उस समय 5 करोड़ Ethereum ICO के जरिए जारी किए गए। 6 जुलाई 2015 को इसे एक्सचेंज में लिस्ट किया गया , उस समय इसकी कीमत 24 रुपये थी । फरवरी 2017 को इसने 1000 रुपये को छुआ और साल के अंत तक वो 50 हजार तक पहुँच गया। फिर जनवरी 2018 तक ethereum 1 लाख तक पहुँच गया।

उस समय लोग ये भी कह रहे थे कि बिटकॉइन को अगर कोई कॉइन पीछे करेगा तो वो Ethereum ही है। लेकिन 2018 में बहुत बड़ा मार्केट क्रैश आया था जिसमे लगभग सभी कॉइन बहुत ही ज्यादा नीचे गिर गया। उस समय ethereum भी 28 हजार रुपये पर आ गया था। समय के साथ यह और नीचे गिरता गया। 2019 तक यह गिरते गिरते 8 हजार तक आ गया। 2020 के अंत तक यह कॉइन 53 हजार को भी पर कर गया । उसके बाद इस कॉइन ने कभी पीछे मुरके नही देखा और 2021 में इसने अपना All Time High बनाया। जो की 3 लाख 68 हजार रुपये थी। आज (20 जनवरी 2022 ) इस कॉइन की कीमत 2 लाख 6 हजार रुपये है ।

स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट क्या है? ( What is Smart Contract )

स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट एक प्रकार का कंप्यूटर प्रोग्राम है । जिसे ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के द्वारा स्टोर किया जाता है। इसका उपयोग तब किया जाता है जब दो लोगो के बीच पहले से तय शर्ते होती है । इसका उपयोग Insurance सेक्टर में , रियल बिटकॉइन की कीमत की गणना कैसे की जाती है स्टेट में किया जाएगा ।

आप इस example के माध्यम से समझ सकते हैं : –

मान लीजिए 1970 में आपके दादा जी ने एक insurance लिया था । जिसमे आपके दादा जी की 65 साल की उम्र में 80 लाख रुपये मिलेंगे। तो अब काम आता है स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट का । जैसे ही आपके दादा जी उम्र 65 साल की होगी , स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट के जरिए वो पैसे आपके दादा जी बैंक एकाउंट में चला जाएगा। बिना किसी तीसरे आदमी के छेड़छाड़ के और बिना किसी पेपर वर्क के ।

Ethereum इतना चर्चित कैसे हुआ ?

आपने Uniswap और Compound का नाम तो सुना ही होगा । ये दोनों Ethereum के ब्लॉकचैन पर बने कॉइन है । आज Ethereum के ब्लॉकचैन पर 3000 से ज्यादा क्रिप्टो बन चुके हैं। यही इसकी popularity को भी बढ़ाता है । इसपर जितना ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी बनेंगे , यह उतना ही पॉपुलर होगा साथ ही साथ इसकी कीमत भी बढ़ेगी। NFT के आने के कारण इसका उपयोग और ज्यादा हो गया है । Ethereum के चर्चित होना का सबसे बड़ा कारण है इसके शानदार फ़ीचर और इसकी तेजी से बढ़ती कीमत ।

महत्वपूर्ण सारणी

  • नाम – Ethereum
  • वेबसाइट – ethereum.org
  • नीक नाम – ETH
  • All Time High – 3 लाख 68 हजार रुपये
  • All Time Low – 24 रुपये
  • रिस्क – यह सबसे सुरक्षित कॉइन माना जाता है।
  • भविष्य – काफी सुनहरा माना जाता है।
  • मार्केट कैप – 24 लाख करोड़
  • मार्केट रैंकिंग – 2th
  • मार्केट डोमिनांस – 19%
  • अभी तक कि सप्लाई – 11.9 करोड़ Ethereum

Ethereum में अगर 10,000 रुपये लगाए होते तो कितना होता ?

तो चलिए अब सबसे मजेदार सवाल पर आते हैं जिसका हम सभी को बहुत ही बेसब्री से इंतजार रहता है। Ethereum को ICO के जरिए लांच किया गया है। जब यह लांच हुआ उस समय इसकी कीमत मात्र 24 रुपये थी । आज इस कॉइन की कीमत 2 लाख 6 हजार है । मतलब अगर हम इस कॉइन में 10,000 रुपये लगाए होते तो वो आज लगभग 9 करोड़ रुपये हो गए होते। इतना सारा पैसा बाप रे।

Ethereum बिटकॉइन की कीमत की गणना कैसे की जाती है बिटकॉइन से कैसे है बेहतर ?

Ethereum के फाउंडर विटालिक वुटेरिन कहते हैं – बिटकॉइन और Ethereum की तुलना नही की जा सकती है । वो बिटकॉइन की तुलना calculator से करते हैं तो ethereum की तुलना स्मार्टफोन से। जिस तरह calculator से हम सिर्फ गणना कर सकते हैं लेकिन स्मार्टफोन के जरिए हम गणना के साथ ढेर सारे काम कर सकते हैं।

बिटकॉइन का उपयोग peer to peer transaction के लिए किया जाता है। मतलब आप बिना किसी थर्ड पार्टी के अपने पैसो को बिटकॉइन के जरिए कही ही भेज सकते हैं।

Ethereum का उपयोग peer to peer transaction के लिए तो किया ही जाता है , साथ ही साथ इसके कई महत्वपूर्ण उपयोग और भी है । जैसे – डिसेंट्रलिजेड एप्लीकेशन बनाने में, NFT बनाने में , Stable coin बनाने में

बिटकॉइन में जहाँ बहुत ही ज्यादा बिजली की खपत होती है । वही Ethereum में इससे बिजली की खपत बहुत ही कम होती है और Ethereum 2.0 लांच होते ही और कम हो जाएगा।

बिटकॉइन में जहाँ 1 सेकंड में 7 transaction होते हैं तो वही Ethereum में 1 सेकंड में 29 transaction होते हैं। एक्सपर्ट का कहना है कि Ethereum 2.0 एक सेकंड में 1 लाख transaction कर सकता है। जो बहुत ही बड़ा नंबर है , इसी के कारण इसकी फीस भी बहुत कम होगी।

FAQ ( लोगो के सवाल )

क्या Ethereum बिटकॉइन को पीछे कर सकता है?

– क्रिप्टो गुरु का कहना है कि मार्केट कैप के अनुसार, बिटकॉइन को अगर कोई पीछे कर सकता है तो वो Ethereum ही है । लेकिन ये कितने समय मे होगा ये कहना बेवकूफी होगी। अभी जहाँ बिटकॉइन की कीमत 36 लाख रुपये है वही Ethereum की कीमत 2 लाख रुपये है । तो अभी बहुत ही लंबा समय लग सकता है ।

क्या Ethereum में निवेश करना सही है?

– ये कहना मुश्किल है क्योंकि क्रिप्टो के दुनिया मे टिप लेकर कभी भी निवेश नही करना चाहिए। इससे आप बहुत बड़ी मुशीबत में फस सकते हैं। किसी भी कॉइन में निवेश करने से पहले खुद का रिसर्च जरूर करें। अभी के समय में ethereum की कीमत 2 लाख रुपये है और इसका All Time High 3 लाख 68 हजार है । साथ मे यह दुनिया का सबसे भरोसेमंद कॉइन में से है । हर साल यह अच्छा खासा प्रॉफिट देकर जाता है। तो आप इसमे अपना 10 % निवेश कर सकते हैं। लेकिन याद रखे इसमे आप लंबे समय के लिए निवेश करें तभी आपको एक अच्छा खासा प्रॉफिट की उम्मीद कर सकते हैं।

ETHEREUM ने 2021 में कितना % प्रॉफिट दिया है ?

– एक जनवरी 2021 को ethereum की कीमत 53 हजार रुपये थी और 31 दिसंबर 2021 को इसकी कीमत 2 लाख 76 हजार रुपये थी । मतलब इस कॉइन ने लगभग 512% का प्रॉफिट दिया है ।

Ethereum की Maximum सप्लाई कितनी है?

इसकी maximum सप्लाई अनलिमिटेड है । लेकिन 1 साल में सिर्फ 1.8 करोड़ Ethereum ही माइन किया जा सकता है। अभी तक इसकी टोटल सप्लाई 11.9 करोड़ है ।

आपने क्या सीखा

आज के इस पोस्ट ( Ethereum Case Study in Hindi | क्या Ethereum बिटकॉइन से आगे निकल सकता है? ) में हमने जाना कि Ethereum क्या है , इसे क्यों बनाया गया , यह बिटकॉइन से बेहतर कैसे है । ऐसे ढेर सारे सवालो के जवाब आपको इस पोस्ट में मिल गए होंगे । अगर सवाल आपके मन मे है तो आप कमेंट कर सकते हैं । अपबे दोस्तो को इस पोस्ट का लिंक भेजने के लिए धन्यवाद |

फ्यूचर्स अनुबंध के लिए लाभ और हानि की गणना कैसे करें

लाभ और हानि की गणना अनुबंध के संपार्श्‍विक (कोलैटरल) पर आधारित होती है। उदाहरण के लिए, USDT-मार्जिन्ड अनुबंध को USDT में डिनोमिनेट किया जाएगा। जबकि, BTC कॉइन-मार्जिन अनुबंधों को BTC में डिनोमिनेट किया जाएगा।

ध्यान दें कि अप्राप्त लाभ और हानि की गणना अंकित मूल्य के आधार पर की जाती है, जबकि वास्तविक लाभ और हानि की गणना अंतिम मूल्य के आधार पर की जाती है।

कॉइन-मार्जिन अनुबंध (BTCUSD) के लिए लाभ और हानि की गणना

एक BTC कॉइन-मार्जिन अनुबंध बिटकॉइन में डिनोमिनेट किया हुआ, संपार्श्विक किया हुआ और बसा हुआ है, जिसका अर्थ है कि बिटकॉइन को आधार मुद्रा के रूप में उपयोग किया जाता है। प्रत्येक BTC कॉइन-मार्जिन अनुबंध 100 USD का प्रतिनिधित्व करता है और जैसे, USD काउंटर मुद्रा है। चूंकि प्रत्येक अनुबंध USD की एक निश्चित मात्रा का प्रतिनिधित्व करता है, इसका मतलब है कि बिटकॉइन का उपयोग प्रारंभिक मार्जिन को निधि देने या लाभ और हानि की गणना करने के लिए किया जाता है।

मान लें कि आपने 100 बिटकॉइन-मार्जिन सतत अनुबंध(100 x 100 USD = $10,000) $50,000 प्रत्येक पर खरीदे हैं। ऐसा कर आप अनिवार्य रूप से 10,000 USD बेच रहे/रही हैं और बिटकॉइन के बराबर मूल्य (10,000/50,000 = 0.2 BTC) खरीद रहे/रही हैं।

मान लीजिए कि बिटकॉइन की कीमत बढ़कर $ 55,000 हो गई, और आप व्यापार से लाभ सुरक्षित करना चाहते/चाहती हैं। पोजीशन को बंद करने के लिए, आप 10,000 USD मूल्य के अनुबंध वापस खरीदते/खरीदती हैं और साथ ही साथ बिटकॉइन (10,000/55,000 = 0.1818 BTC) के बराबर बेचते/बेचती हैं।

इस व्यापार में, आपके लाभ की गणना इस प्रकार की जाएगी: प्रवेश के समय बिटकॉइन की मात्रा - बाहर निकलने पर बिटकॉइन की मात्रा = 0.2 - 0.18 = 0.0182 BTC।

Top 5 Crypto: दुनिया की इन टॉप 5 क्रिप्टोकरंसी का मुनाफा देखकर उड़ जाएंगे होश, 520000 % तक चढ़ी कीमतें

अब सवाल उठता है कि इतनी कानूनी अड़चनों के बाद भी लोग बिटकॉइन या अन्य क्रिप्टोकरेंसी में पैसा क्यों झोंक रहे हैं?

Edited by: India TV Paisa Desk
Published on: January 06, 2022 17:25 IST

Top 5 Crypto: दुनिया की इन टॉप. - India TV Hindi

Top 5 Crypto: दुनिया की इन टॉप 5 क्रिप्टोकरंसी का मुनाफा देखकर उड़ जाएंगे होश, 5 लाख प्रतिशत तक चढ़ी कीमतें

Highlights

  • भारत में फिलहाल दुनिया के सबसे ज्यादा 10 करोड़ से ज्यादा क्रिप्टो निवेशक है।
  • बिटकॉइन और एथेरियम से लेकर डॉगकोइन तक, हजारों अलग-अलग क्रिप्टोकरेंसी हैं
  • बिनांस जैसी क्रिप्टो करेंसी ने 5.2 लाख प्रतिशत का रिटर्न दिया है

भारत में क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य फिलहाल अधर में है। आरबीआई क्रिप्टो के खिलाफ है और सरकार इसे बैन करने की धमकी कई बार दे चुकी है। संसद के शीत सत्र में क्रिप्टो पर कानून लाने की बात भी हुई, लेकिन यह फिलहाल टल गया। इस उहापोह की स्थिति के बाद भी देश में क्रिप्टो करेंसी में निवेश लगातार बढ़ रहा है। भारत में फिलहाल दुनिया के सबसे ज्यादा क्रिप्टो निवेशक है। इनकी संख्या 10 करोड़ से ज्यादा है। क्रिप्टो निवेशकों की औसतन उम्र 24 साल है। यह देश की करीब 7 प्रतिशत जनसंख्या के बराबर है। इन 10 करोड़ निवेशकों ने 7 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश किया है।

अब सवाल उठता है कि इतनी कानूनी अड़चनों के बाद भी लोग बिटकॉइन या अन्य क्रिप्टोकरेंसी में पैसा क्यों झोंक रहे हैं, तो इसका एक लाइन का सीधा जवाब है, क्रिप्टोकरेंसी पर मिलने वाला मुनाफा। जहां शेयर और म्युचुअल फंड जैसे जोखिम वाले निवेश निवेशकों को 20 से 30 प्रतिशत का रिटर्न देते हैं, वहीं बिनांस जैसी क्रिप्टो करेंसी ने 5.2 लाख प्रतिशत का रिटर्न दिया है। बिटकॉइन की कीमत की गणना कैसे की जाती है यह आंकड़ा इतना बड़ा है कि आप कैल्कुलेटर पर इसकी गणना भी नहीं कर सकते। दुनिया में बिटकॉइन और एथेरियम से लेकर डॉगकोइन और टीथर तक, हजारों अलग-अलग क्रिप्टोकरेंसी हैं। आज हम इन क्रिप्टोकरेंसी की मार्केट कैप के आधार पर टॉप 5 किप्टो करेंसी के बारे में बता रहे हैं:

बिटकॉइन (BTC)

मार्केट कैप: $882 बिलियन से अधिक

बिटकॉइन क्रिप्टो की दुनिया की पहली डिजिटल करेंसी है। इसकी शुरुआत 2009 में हुई थी। दरअसल बिटकॉइन (BTC) ही मूल क्रिप्टोकरेंसी है। दूसरी क्रिप्टोकरेंसी की तरह ही, बीटीसी एक ब्लॉकचेन पर चलता है, दूसरे शब्दों में कहें तो हजारों कंप्यूटरों के नेटवर्क में वितरित एक लेज़र लॉगिंग लेनदेन पर बिटकॉइन काम करता है। इसकी कीमतें बीते 5 साल में आसमान छू चुकी हैं। मई 2016 में, आप लगभग 500 डॉलर में एक बिटकॉइन खरीद सकते थे। 3 जनवरी, 2022 तक, एक बिटकॉइन की कीमत $46,000 से अधिक पहुंच गई थीं। ग्रोथ की बात करें तो बीते 6 साल में यह करीब 9,200% की ग्रोथ दे चुका है।

एथेरियम (ETH)

मार्केट कैप: $447 बिलियन से अधिक

बिटकॉइन के बाद क्रिप्टो कारोबार में एथेरियम सबसे चर्चित नाम है। क्रिप्टोक्यूरेंसी और ब्लॉकचैन प्लेटफॉर्म दोनों पर एथेरियम प्रोग्राम डेवलपर्स का पसंदीदा बना हुआ है। इथेरियम ने भी जबरदस्त ग्रोथ देखी है। अप्रैल 2016 से जनवरी 2022 तक, इसकी कीमत लगभग 11 डॉलर से बढ़कर 3,700 डॉलर से अधिक हो गई। ग्रोथ के पैमाने पर देखें तो यह 33,500% चढ़ चुका है।

बिनेंस कॉइन(बीएनबी)

मार्केट कैप: $86 बिलियन से अधिक

बिनेंस कॉइन, क्रिप्टोकरेंसी का एक रूप है जिसका उपयोग आप Binance पर व्यापार करने और शुल्क का भुगतान करने के लिए कर सकते हैं। यह दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में से एक है। 2017 में इसे लॉन्च किया गया था। अब, इसका उपयोग व्यापार, पेमेंट प्रोसेसिंग या यहां तक ​​कि यात्रा बुकिंग के लिए भी किया जा सकता है। 2017 में इसकी कीमत सिर्फ $0.10 थी; वहीं 3 जनवरी, 2022 तक, यह लगभग 520,000% की ग्रोथ के साथ 520 डॉलर का हो गया है।

कार्डानो (ADA)

मार्केट कैप: $44 बिलियन से अधिक

कार्डानो क्रिप्टो करेंसी ने भी बीते कुछ वर्षों में खूब सुर्खियां बटोरी हैं। अन्य प्रमुख क्रिप्टो कॉइन की तुलना में कार्डानो के एडीए टोकन में अपेक्षाकृत मामूली वृद्धि हुई है। 2017 में, ADA की कीमत $0.02 थी। वहीं 3 जनवरी 2022 तक इसकी कीमत $1.34 थी। इस तरह अपनी शुरुआत के बाद से यह 6,600% की ग्रोथ दे चुका है।

एक्सआरपी (XRP)

मार्केट कैप: $39 बिलियन से अधिक

इसे डिजिटल टेक्नोलॉजी और पेमेंट प्रोसेसिंग कंपनी, रिपल जैसे फाउंडर्स ने तैयार किया था। 2017 की शुरुआत में, XRP की कीमत $0.006 थी। 3 जनवरी, 2022 तक, इसकी कीमत $0.83 तक पहुंच गई। इस प्रकार यह क्रिप्टो 5 साल में 13,700% से अधिक की ग्रोथ दे चुका है।

बिटकॉइन क्या है? Bitcoin कैसे ख़रीदे? Mining की जानकारी हिंदी में

परंतु यदि आपको Digital Currency बिटकॉइन क्या है? यह कैसे काम करती है? इसके फायदे और नुकसान तथा इसका इस्तेमाल कहां किया जाता है इसके बारे में बुनियादी बातें नहीं पता तो आज के इस लेख में हम आपको इस डिजिटल मुद्रा (ई-करेंसी) के बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे हैं।

Bitcoin Kya Hai in Hindi

बिटकॉइन क्या है? (Bitcoin in Hindi)

वर्ष 2009 में सतोशी नाकामोतो द्वारा ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में निर्मित बिटकॉइन (Bitcoin) दुनिया की पहली विकेंद्रीकृत आभासी मुद्रा (Cryptocurrency) है। इस डिजिटल करेंसी का कोई भौतिक अस्तित्व नहीं है और ना ही इसे किसी सरकारी संस्थान या केंद्रीय बैंक द्वारा संचालित किया जाता है। यह एक स्वतंत्र मुद्रा है जिसे कंप्यूटर प्रोग्रामिंग के जरिए बनाया गया है।

वर्चुअल करेंसी होने के कारण इसे देख या छू पाना, सिक्कों या नोट की तरह इसे जेब में रखकर घूम पाना संभव नहीं है यह कंप्यूटर/स्मार्टफोन में प्रोग्रामिंग के जरिए इलेक्ट्रॉनिकली स्टोर होता है।

Bitcoin कैसे काम करता है?

Bitcoin पीयर-टू-पीयर तकनीक पर काम करता है जिसका अर्थ है यहां होने वाले सभी लेनदेन एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर के बीच होते हैं और इन सभी लेन-देन का हिसाब ब्लॉकचेन में सुरक्षित होता है तथा हर ट्रांजैक्शन वेरीफाई की जाती है।

ब्लॉकचेन ही वह सार्वजनिक बहीखाता है जिस पर बिटकॉइन का पूरा नेटवर्क टिका हुआ है इसकी मदद से ही बिटकॉइन वॉलेट बैलेंस और खर्च करने वाले के बैलेंस की गणना और नई ट्रांजैक्शन को वेरीफाई किया जा सकता है।

Bitcoin को स्टोर करने के लिए Wallet की आवश्यकता होती है। बिटकॉइन वॉलेट का इस्तेमाल करना काफी आसान है यहां अकाउंट बनाने पर आपको एक एड्रेस मिलता है जिसे आप अपने दोस्त या किसी ऐसे व्यक्ति को दे सकते हैं जिससे आप पेमेंट प्राप्त करना चाहते हैं।

बिटकॉइन वॉलेट 1 सीक्रेट key रखता है जिसे Private Key या seed कहते हैं जो लेन-देन पर हस्ताक्षर करने के लिए इस्तेमाल में लाए जाते हैं। हर लेनदेन बिटकॉइन वॉलेट्स के बीच मूल्यों का हस्तांतरण है जो ब्लॉक चैन में शामिल हो जाता है।

Bitcoin Mining Meaning in Hindi

बिटकॉइन बनाने और इसके ट्रांजैक्शन को ब्लॉकचेन में सुरक्षित करने की प्रक्रिया को ‘बिटकॉइन माइनिंग‘ (Bitcoin Mining) कहा जाता है, जिसमें क्रिप्टोग्राफी तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है। और यह काम बड़े-बड़े कंप्यूटर पर बैठे वह लोग करते हैं जिन्हें क्रिप्टोग्राफिक इक्वेशन को सॉल्व करना आता है इन्हें माइनर्स (Bitcoin Miners) कहा जाता है। और इन्हें माइनिंग के बदले Rewards के रूप में Bitcoins मिलते है।

Bitcoin Mining पूरी तरह से ब्लॉकचेन पर निर्भर होती है सभी बिटकॉइन नेटवर्क पर मौजूद पब्लिक Ladger (बही खाते) को देखा जा सकता है केवल कंफर्म हो चुके ट्रांजैक्शन ही ब्लॉकचेन में शामिल होते हैं। और सभी नए ट्रांजैक्शन को वेरीफाई किया जाता है जिससे यह पता लगाया जा सके कि नए ट्रांजैक्शन को करने वाले के पास इतने बिटकॉइन है या नहीं और क्या वह ही इसका मालिक है। इस पूरे सिस्टम को ‘प्रूफ ऑफ वर्क‘ कहा जाता है।

Miners चाह कर भी इस पूरे सिस्टम के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकते क्योंकि Bitcoin Nodes ऐसे ब्लॉक को रिजेक्ट कर देते है जिनमें इनवेलिड डाटा होता है।

बिटकॉइन के फायदे (Benefits)

  • बिटकॉइन के जरिए लेन-देन काफी सस्ता होता है, यहां ना के बराबर चार्ज और ट्रांजैक्शन फीस लगती है।

बिटकॉइन के नुकसान

    बिटकॉइन माइनिंग में काफी ज्यादा समय लगता है ऐसे में इस प्रोसेस में काफी ज्यादा बिजली (ऊर्जा) खर्च होती है।

Bitcoin का इस्तेमाल (Use)

बिटकॉइन को आसानी से किसी भी भौतिक मुद्रा की मदद से खरीदा या एक्सचेंज किया जा सकता है और भौतिक मुद्रा को आसानी से बिटकॉइन में कन्वर्ट किया जा सकता है। ऐसे में लोग इसका इस्तेमाल इन्वेस्टमेंट करने, रेमिटेंस (विदेशी लेन-देन) के लिए, काला धन छुपाने तथा कुछ लोग गैर कानूनी गतिविधियां करने के लिए भी कर रहे हैं।

    #1. निवेश कर पैसा कमाने के लिए: बिटकॉइन के रेट पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़े हैं ऐसे में लोग इसे निवेश का सबसे अच्छा जरिया बता रहे हैं और इसका इस्तेमाल अपने पैसे से मुनाफा कमाने के लिए कर रहे हैं।

1 बिटकॉइन की कीमत कितनी है?

बिटकॉइन की कीमत लाखों में है और यह निरंतर बढ़ती घटती रहती है, फरवरी 2021 की शुरूआत में दुनिया के सबसे अमीर लोगों में से एक Elon Musk ने बिटकॉइन में 1.5 अरब डॉलर का निवेश करने की घोषणा की जिसके बाद यह अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया। मंगलवार को बिटकॉइन ने $50000 यानी ≈ 3600000 रुपए का आंकड़ा छू लिया।

सोमवार को एलोन मस्क के निवेश के बाद एक बिटकॉइन (₿) की कीमत ≈ $48215 के उच्च स्तर पर थी।

बिटकॉइन की कीमत बढ़ती या घटती क्यों है?

बिटकॉइन प्रोटोकॉल के मुताबिक बिटकॉइन की माइनिंग फिक्स है और यह डिमांड और सप्लाई पर काम करती है एक रिपोर्ट के मुताबिक कुल 21 मिलियन बिटकॉइन ही माइन किए जा सकते हैं। ऐसे में जब माइनर्स की संख्या में बढ़ोतरी होती है तो इससे मुनाफा कमा पाना मुश्किल हो जाता है।

तथा यह एक डिसेंट्रलाइज्ड सिस्टम है इसीलिए किसी भी संस्थान या किसी व्यक्ति के पास इसे कंट्रोल करने की ताकत नहीं है।

क्या भारत में Bitcoin वैध (Legal) है? (इसका भविष्य क्या है?)

सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी होने के कारण बिटकॉइन का इस्तेमाल दुनिया के लगभग अधिकतर देश करते हैं कुछ देशों में यह लीगल है तो कुछ देशों में इसे बैन किया जा चुका है।

भारत में भी वर्ष 2018 में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने Bitcoin की कुछ कमियों को उजागर करते हुए इस पर बैन लगा दिया। परंतु मार्च 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने इसे वैध बताते हुए भारतीय रिजर्व बैंक के बैन को हटा दिया और अब यह भारत में पूरी तरह से Legal (मान्य) है। आप चाहे तो बिटकॉइन को खरीद, इसमें इन्वेस्ट या इसकी ट्रेडिंग आदि कर सकते है।

फिलहाल खबरें यह भी आ रही है कि भारत Bitcoin जैसी एक सरकारी डिजिटल करेंसी पर काम कर रहा है।

बिटकॉइन कैसे खरीदें? (Buy Bitcoins)

बिटकॉइन खरीदने के लिए इंटरनेट पर अलग-अलग तरीके के ऐप्स और वेबसाइट उपलब्ध है जिनमें से CoinSwitch Kuber, Zebpay और Unocoin, WazirX (Crypto Trading Exchange India) जैसे एप्स काफी पॉपुलर है। आप इन्हें अपने स्मार्टफोन में डाउनलोड करके अपना अकाउंट बनाकर आसानी से बिटकॉइन खरीद और एक्सचेंज व ट्रेडिंग कर सकते हैं।

इसके साथ ही आप इन एप्स के जरिए पेमेंट रिसीव या सेंड कर सकते हैं यहां आपको एक वॉलेट भी मिल जाता है तथा इन पर आप भारतीय रुपए में लेन देन कर सकते हैं और कुछ ऐप यूपीआई के जरिए भी बिटकॉइन खरीदने व एक्सचेंज करने की सुविधा देते हैं।

आप चाहे तो इन Website/Apps की मदद से बिटकॉइन के अलावा किसी अन्य क्रिप्टोकरेंसी में भी निवेश कर सकते हैं।

Zebpay (Crypto Trading Exchange), CoinSwitch Kuber जैसे ऐप्स केवल ₹100 से बिटकॉइन में निवेश करने की सुविधा देते हैं।

बिटकॉइन खरीदें और निवेश करें:

    सबसे पहले Unocoin App डाउनलोड करें या इसकी वेबसाइट पर जाएं।

अंतिम शब्द

क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से पहले आपको इसके बारे में कुछ बुनियादी बाते पता होनी चाहिए, जिससे आप Bitcoin में अपने हिसाब से निवेश कर सकें। साथ ही इसके फायदे और नुकसान तथा इसका इस्तेमाल कहाँ किया जाता है यह भी आपने जान लिया है। आप चाहे तो अपनी रिस्क लेने की क्षमता के अनुसार इसमें निवेश कर सकते है।

परन्तु ध्यान रहे किसी से पैसा उधार लेकर या लोन आदि लेकर कभी इस तरह के निवेश में पैसा न लगाएं, केवल वही राशि लगाएं जिसका आप वहन कर सकें।

डिस्क्लेमर: यहां साझा की गई सामग्री कानूनी, वित्तीय, निवेश, या अन्य प्रकार की सलाह नहीं है।

गजब की चीज है बिटकॉइन, जानें इसके बारे में बहुत सी खास बातें

नए साल में क्रिप्टोकरेंसी का जोर रहेगा। साल बीतते ही बिटकॉइन की कीमत 20 हजार डॉलर के पार जा चुकी है। तीन साल पहले इसे पहली बार अमेरिकी शेयर बाजार में कारोबार को मंजूरी मिली थी।

Roshni Khan

गजब की चीज है बिटकॉइन, जानें इसके बारे में बहुत सी खास बातें

लखनऊ: नए साल में क्रिप्टोकरेंसी का जोर रहेगा। साल बीतते ही बिटकॉइन की कीमत 20 हजार डॉलर के पार जा चुकी है। तीन साल पहले इसे पहली बार अमेरिकी शेयर बाजार में कारोबार को मंजूरी मिली थी। तबसे यह करेंसी छलांग लगती ही जा रही है। अनिश्चितता के इस दौर में पैसा सुरक्षित रखने के दूसरे तरीकों की तरह ही बिटकॉइन को भी कोरोना महामारी से काफी फायदा हुआ है।

कोरोना काल में सोना, चांदी, प्लैटिनम की कीमत कई गुना बढ़ी है। इस लिस्ट में बिटकॉइन भी शामिल हो गया है। अपनी खास बनावट के कारण अब बिटकॉइन ज्यादा संख्या में नहीं बन पा रहा है सो ऐसे में जो भी बिटकॉइन हैं, उनका कारोबार तेज हो गया है।

बिटकॉइन कैसे काम करता है

पहले तो अनजान लोग यह जान लें कि बिटकॉइन है क्या? तो जनाब यह एक डिजिटल मुद्रा है। यह किसी बैंक या सरकार से नहीं जुड़ी है। इसे बिना पहचान जाहिर किए खर्च किया जा सकता है। यानी इस मुद्रा को लेने या देने वाले गुप्त रहते हैं। बिटकॉइन या इसके जैसी किसी भी क्रिप्टोकरेंसी को यूजर खुद ही बनाते हैं। इसके लिए उन्हें इनको ‘माइन’ करना पड़ता है।

माइन को खदान न समझिये, यह कंप्यूटर में जटिल कैलकुलेशन वाली माइनिंग है। इसमें बहुत ज्यादा बिजली और कंप्यूटर की जबरदस्त ताकत लगती है। यह मान लीजिये कि क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग में किसी छोटे शहर जितनी बिजली खप जाती है।

bitcoin

bitcoin (PC: social media)

यूजर को ‘माइन’ के लिए उन्हें गणना करने की क्षमता देनी होती है

बहरहाल, यूजर को ‘माइन’ के लिए उन्हें गणना करने की क्षमता देनी होती है। इसके बदले में उन्हें बिटकॉइन मिलते हैं। बिटकॉइन के सिक्कों को शेयर बाजारों में अमेरिकी डॉलर और दूसरी मुद्राओं के बदले खरीदा भी जा सकता है। कुछ कारोबार में बिटकॉइन मुद्रा के रूप में इस्तेमाल होती है हालांकि बीते कुछ सालों में इसकी लोकप्रियता ठहरी हुई है।

बिटकॉइन को स्टॉक एक्सचेंज की मंजूरी

दिसंबर 2017 में बिटकॉइन फ्यूचर को शिकागो मर्केंटाइल एक्सचेंज और शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड ने इनकी खरीद बिक्री को मंजूरी दी थी। बिटकॉइन को लेकर दिलचस्पी इतनी ज्यादा थी कि कारोबार की अनुमति मिलते ही इसकी कीमतों में भारी उछाल आया।2017 के शुरुआत में इस मुद्रा की कीमत 1000 डॉलर थी जो साल के आखिर में बढ़ कर 19,783 तक पहुंच गई।

हालांकि कारोबार शुरू होने के बाद बिटकॉइन फ्यूचर अगले कुछ महीनों में तेजी से नीचे आया। एक साल बाद ही इसकी कीमत घट कर 4000 डॉलर पर चली गयी। निवेशकों और बिटकॉइन में दिलचस्पी रखने वालों का कहना है कि 2017 में आए उछाल की बड़ी वजहें सट्टेबाजी और मीडिया का आकर्षण थे।

बिटकॉइन का क्या मोल

डिजिटल करेंसी एक्सचेंज कॉइनबेस के मुताबिक एक बिटकॉइन की कीमत लगभग 20,700 डॉलर है। कॉइनबेस दूसरे टोकन और मुद्राओं का भी कारोबार करती है। हालांकि बिटकॉइन की कीमत अस्थिर है। यह एक हफ्ते में ही सैकड़ों या हजारों डॉलरों का उतार चढ़ाव देखती है। एक महीने पहले इसकी कीमत 17,000 डॉलर थी । एक साल पहले 7000 डॉलर।

जोखिम वाला निवेश

बिटकॉइन एक बहुत जोखिम वाला निवेश है और पारंपरिक निवेश के तरीकों जैसे कि शेयर या फिर बॉन्ड की तरह व्यवहार नहीं करता, जब तक कि खरीदार कई सालों तक इस मुद्रा को अपने पास ना रखे। उदाहरण के लिए एसोसिएटेड प्रेस ने 100 अमेरिकी डॉलर की कीमत के बिटकॉइन खरीदे ताकि वह इस मुद्रा पर नजर रख सके और व्यापार में इसके इस्तेमाल के बारे में खबर दे सके। इस पोर्टफोलियो का खर्च इस महीने जा कर अपने मूलधन पर पहुंचा है।

इतना लोकप्रिय क्यों

दरअसल कंप्यूटर कोड की एक सीरीज है। यह जब भी एक यूजर से दूसरे के पास जाता है तो इस पर डिजिटल सिग्नेचर किए जाते हैं। लेन देन खुद को गोपनीय रख कर भी किया जा सकता है। इसी वजह से यह अच्छे और बुरे, दोनों लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है।

‘ओवरस्टॉक डॉट कॉम’ बिटकॉइन में भुगतान स्वीकार करता है

बिटकॉइन को डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है जिसे या तो कॉइनबेस जैसे एक्सचेंज के जरिए ऑनलाइन हासिल किया जा सकता है या फिर ऑफलाइन हार्ड ड्राइव में एक खास सॉफ्टवेयर के जरिए। बिटकॉइन का समुदाय यह तो जानता है कि कितने बिटकॉइन हैं लेकिन वे कहां हैं इसके बारे में सिर्फ अंदाजा ही लगाया जा सकता है।

bitcoin

bitcoin (PC: social media)

कुछ कारोबार बिटकॉइन का इस्तेमाल कर रहे हैं जैसे कि ‘ओवरस्टॉक डॉट कॉम’ बिटकॉइन में भुगतान स्वीकार करता है। ये मुद्रा इतनी मशहूर है कि ब्लॉकचेन डॉट इंफो के मुताबिक औसतन हर दिन 3,00,000 लेनदेन होते हैं। हालांकि इसकी लोकप्रियता नगद या क्रेडिट कार्ड की तुलना में कम ही है। बहुत सारे लोग और कारोबार में इसे भुगतान के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।

बिटकॉइन की सुरक्षा

बिटकॉइन नेटवर्क सामूहिक अच्छाई के लिए कुछ लोगों की लालसा पर निर्भर करता है। तकनीक के जानकार कुछ लोग जिन्हें माइनर कहा जाता है वो इस तंत्र में गणना की क्षमता ब्लॉकचेन में डाल कर इसे ईमानदार बनाए रखते हैं। ब्लॉक चेन हर बिटकॉइन के लेनदेन का हिसाब रखता है। इस तरह बिटकॉइन की कीमत की गणना कैसे की जाती है से यह उन्हें दो बार बेचे जाने को रोकता है। माइनरों को उनकी कोशिशों के लिए तोहफों में बिटकॉइन दिए जाते हैं। जब तक माइनर ब्लॉकचेन को सुरक्षित रखेंगे इसकी नकल करके नकली मुद्रा बनने का डर नहीं रहेगा।

यहां तक कैसे पहुंचा बिटकॉइन

बिटकॉइन को 2009 में एक शख्स या फिर एक समूह ने शुरू किया जो सातोषी नाकामोतो के नाम से काम कर रहे थे। उस वक्त बिटकॉन को थोड़े से उत्साही लोग ही इस्तेमाल कर रहे थे। जब ज्यादा लोगों का ध्यान उस तरफ गया तो नाकामोतो को नक्शे से बाहर कर दिया गया। हालांकि इससे मुद्रा को बहुत फर्क नहीं पड़ा यह सिर्फ अपनी आंतरिक दलीलों पर ही चलता रहा।

2016 में एक ऑस्ट्रेलिया उद्यमी ने खुद को बिटकॉइन के संस्थापक के रूप में पेश किया। हालांकि कुछ दिनों बाद ही उसने कहा कि उसके पास सबूतों को जाहिर करने की "हिम्मत नहीं है।" इसके बाद से इस मुद्रा की जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली है।

रिपोर्ट- नीलमणि लाल

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