क्रिप्टो करेंसी या डिजिटल करेंसी क्या है

Digital Currency : डिजिटल करेंसी या डिजिटल रुपया क्या है ? सम्पूर्ण जानकारी
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी 2022 को केंद्रीय बजट पेश करते हुए डिजिटल रुपए बारे में बताया जो कि एक CBDC (सेंट्रल बैंक डिजिटल करंसी) होगी। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के द्वारा बहुत पहले ही डिजिटल करेंसी को शुरू करने का संकेत दे दिया गया था। दुनिया भर के दूसरे केंद्रीय बैंक भी अपने देश में डिजिटल करेंसी को लॉन्च क्रिप्टो करेंसी या डिजिटल करेंसी क्या है करने के प्रोसेस में है, ये भारत का पहला डिजिटल रुपया होगा और ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि कुछ क्षेत्र में यह बहुत ही क्रांतिकारी साबित हो सकता है।
Table of Contents
क्या है डिजिटल करेंसी ?( What is Digital Currency?)
डिजिटल करेंसी एक प्रकार का ऐसा पैसा होगा जिसे आप छू या देख नहीं पायंगे, ये बस आपको एक इलेक्ट्रॉनिक रूप में उपलब्ध होगा अर्थात जैसे आप अपने अकाउंट से किसी दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर करते हैं तब आप इसको अपने मोबाइल या कंप्यूटर ऑनलाइन लेन- देन में इस्तेमाल करते हैं या फिर आपको कुछ ख़रीदना है, बेचना है तो आप इलेक्ट्रॉनिक रूप में इसका आदान-प्रदान करते हैं बिलकुल ऐसे ही ये काम करेगा लेकिन इसके लिए किसी बैंक अकाउंट या वॉलेट की आवश्यकता नहीं होगी।
कैसे होगा इसके द्वारा लेन-देन ? (How will the transaction be done through)
ये एक प्रकार से देश की क़ानूनी मुद्रा होगी जो कि क्रिप्टो करेंसी की ही तरह ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी पे आधारित होगी। आप जब भी चाहे इसे मुद्रा में बदल कर अपने बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करके निकल सकते हैं लेकिन इसके लिए आपको किसी तरह के बैंक अकाउंट की या वॉलेट की जरुरत नहीं होगी न ही आप इसको नोट कि तरह अपनी जेब में नहीं रख पाएंगे बाकी सभी ट्रांसक्शन लेन देन में ये सक्षम होगी।
उदहारण के लिए आपने किसी को १000 डिजिटल क्रिप्टो करेंसी या डिजिटल करेंसी क्या है रुपया ट्रांसफर किया तब उसको डिजिटल रूप में ही वो प्राप्त हो जायेगा। अब वो चाहे तो इस डिजिटल रुपये को अपनी बैंक में ट्रांसफर कर सकता है क्रिप्टो करेंसी या डिजिटल करेंसी क्या है और नकदी के रूप में एटीएम या बैंक से निकाल सकता है, लेकिन जब तक ये डिजिटल रूपये के रूप में उसके पास है वो इसे नहीं निकाल सकता।
किस तरह अलग है डिजिटल करेंसी, क्रिप्टो करेंसी से ?(How is digital currency different from crypto currency?)
डिजिटल करेंसी और क्रिप्टो करेंसी का सबसे बड़ा अंतर है कि डिजिटल करेंसी को RBI द्वारा रेगुलेट किया जायेगा लेकिन क्रिप्टो करेंसी किसी भी प्रकार के रेगुलेशन से मुक्त है। यही वजह है कि डिजिटल करेंसी पूरी तरह सुरक्षित होगी और क्रिप्टो करेंसी को सुरक्षा की दृस्टि से देखा जाये तो ये पूर्णतया असुरक्षित है ये किसी भी व्यक्ति को रातों-रात अर्श से फर्श पर और फर्श से अर्श पर ला सकती है।
इसके अलावा ये एक स्थिर रूप में होगी इसके मूल्य में किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं होगा, दूसरी ओर क्रिप्टो करेंसी लगातार उतार चढ़ाव के अधीन है।
Digital Rupee: जल्द आ रही भारत की डिजिटल करेंसी, जानें क्रिप्टो से होगी कितनी अलग
Digital Rupee at Union Budget 2022: CBDC या Digital Rupee लीगल टेंडर का डिजिटल रूप है जो केंद्रीय बैंक के कंट्रोल में होगा।
- Mohammad Faisal
- @itsmeFSLMohammad Faisal -->
- Updated: February 1, 2022 3:06 PM IST
Union Budget 2022: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज, 1 फरवरी को केंद्रीय बजट 2022 पेश किया, जहां इन्होंने Digital Rupee भी अनाउन्स किया। इन्होंने बताया कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) 2022-23 में Central Bank Digital Currency (CBDC) लॉन्च करेगी, जो भारतीय मुद्रा का डिजिटल रूप होगा। सीतारमण ने बताया कि यह करेंसी “ब्लॉकचेन और दूसरी तकनीकों” के इस्तेमाल से उतारी जाएगी। Bitcoin और Ether जैसी क्रिप्टोकरेंसी भी ब्लॉकचेन पर काम करती हैं। आइए जानते हैं कि यह Digital Rupee या CBDC क्या है क्रिप्टो करेंसी या डिजिटल करेंसी क्या है और यह करेंसी कैसे काम करेगी। Also Read - RBI Digital Rupee आज से होगा यूज, कैश रखने की नहीं पड़ेगी जरूरत!
क्या है Digital Rupee?
Digital Rupee लीगल टेंडर होगा जिसे, केंद्रीय बैंक (RBI) द्वारा पेश किया जाएगा। यह डॉलर, पाउंड या भारतीय रुपये की तरह फिएट मुद्रा होगी, मगर इसका रूप अलग होगा। यह वैल्यू में भी रुपये के जैसा ही होगा बस यह सिक्के या नोट की जगह पर डिजिटल रूप में मौजूद होगा। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो, Digital Rupee देश में इस्तेमाल की जाने वाली कानूनी मुद्रा के समान है, बस यह डिजिटल रूप में है। Also Read - Bitcoin की वैल्यू में एक बार फिर हुई बड़ी गिरावट, कीमत जानकर हैरान रह जाएंगे आप
क्रिप्टोकरेंसी से कितनी अलग CBDC?
RBI 2022-23 तक Digital Rupee या CBDC पेश करेगी, जो ब्लॉकचेन और दूसरी तकनीकों के इस्तेमाल से बनाई जाएगी। सरकार ने अभी इन दूसरी तकनीकों के बारे में नहीं बताया है मगर अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, CBDC क्रिप्टोकरेंसी की चलित परिभाषा में फिट नहीं बैठती। Also Read - Apex Legends Mobile कर बैठा गलती, वक्त से पहले जोड़ दिया Crypto लेजेंड
CBDC या Digital Rupee लीगल टेंडर का डिजिटल रूप है जो केंद्रीय बैंक के कंट्रोल में होगा। इसके उलट क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल ऐसेट है, जो किसी केंद्रीय बैंक के कंट्रोल में न होकर डेवलपर द्वारा बनाए गए प्रोजेक्ट से जुड़ी होती है। क्रिप्टोकरेंसी किसी सरकारी संस्था द्वारा रेग्युलेट नहीं की जाती हैं और इनकी वैल्यू इनकी डिमांड पर निर्भर करती है।
क्रिप्टो क्रिप्टो करेंसी या डिजिटल करेंसी क्या है मार्केट में स्टेबल कॉइन भी मौजूद हैं– ये ब्लॉकचेन पर मौजूद वो टोकन्स हैं, जिनकी कीमत फिएट करेंसी से जुड़ी रहती है। उदाहरण के तौर पर Tether (USDT) एक स्टेबल कॉइन है, जो डॉलर की वैल्यू पर सेट है। मगर यह भी फिएट करेंसी की तरह सेंट्रल बैंक के कंट्रोल में नहीं है। आने वाले दिनों में हमें Digital Rupee और क्रिप्टोकरेंसी के बीच फर्क या समानताओं के बारे में ज्यादा क्लैरिटी मिल पाएगी।
- Published Date: February 1, 2022 2:41 PM IST
- Updated Date: February 1, 2022 3:06 PM IST
दुनियाभर की लेटेस्ट tech news और reviews के साथ best recharge, पॉप्युलर मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव offers के लिए हमें फेसबुक, ट्विटर पर फॉलो करें। Also follow us on Facebook Messenger for latest updates.
Cryptocurrency क्या है, Popular cryptocurrencies in Hindi
(Cryptocurrency in Hindi) is a digital currency, secured by cryptography and based on blockchain technology.
क्रिप्टो करेंसी क्या है (Cryptocurrency in Hindi)
क्रिप्टो करेंसी एक डिजिटल, क्रिप्टोग्राफ़ी द्वारा सुरक्षित और ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी पर आधारित मुद्रा है।
Cryptocurrency is a digital, cryptographically secured and blockchain technology based currency.
क्रिप्टो करेंसी का मतलब | Cryptocurrency Meaning in Hindi
टेक्नोलॉजी बहुत तेजी से बदल रही है जिससे लोगों के काम करने, संवाद करने, खरीदने और भुगतान करने का तरीका भी बदल गया है। यह सब समय के साथ बढ़ती टेक्नोलॉजी के साथ साथ बदलता रहता है।
आज के समय में लोगों ने कैश रखना बहुत कम कर दिया है जो लेनदेन हो रहे है उसमें ज्यादातर डिजिटल होते है, और यह डिजिटल लेनदेन आम जनमानस का हिस्सा बन गए है। कॉर्पोरेट्स और कंस्यूमर धीरे धीरे कैश से लेनदेन कम करते जा रहे हैं और स्मार्टफोन ने इस डिजिटल लेनदेन की प्रक्रिया को आसान और तेज कर दिया है।
डिजिटल लेनदेन के साथ डिजिटल करेंसी भी पैर जमा रही है, यह डिजिटल करेंसी क्रिप्टोकरेंसी है।
क्रिप्टोकरेंसी शब्द की उत्पत्ति | Origin of Cryptocurrency word in Hindi
क्रिप्टोकरेंसी शब्द कह सकते हैं नया शब्द है, जो 21 वीं सदी की शुरुआत से ही आया है। यह दो शब्दों – ग्रीक शब्द ‘kryptos’ जिससे ‘क्रिप्टो’ लिया गया है जिसका अर्थ है ‘छिपा हुआ या गुप्त’ और लैटिन शब्द ‘currere’ जिससे ‘करेंसी’ लिया गया है जिसका अर्थ है ‘चलाना’ से मिलकर बना है।
क्रिप्टोकरेंसी कैसे काम करती है? | How Does Cryptocurrency Work in Hindi?
क्रिप्टो करेंसी डिजिटल मनी है जिसे आप छू नहीं सकते, जेब में नहीं रख सकते यानी यह करेंसी का डिजिटल रूप है और यह पूरी तरह से ऑनलाइन है। इसे क्रिप्टोग्राफी द्वारा सुरक्षित किया जाता है। कई क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी पर आधारित हैं और इनकी कोई भी सेंट्रल अथॉरिटी नहीं है।
क्रिप्टोक्यूरेंसी एक नयी डिजिटल भुगतान प्रणाली है जिसका लेनदेन का सत्यापन बैंकों पर निर्भर नहीं होता है और क्रिप्टोक्यूरेंसी का इस्तेमाल वस्तुओं और सेवाओं के भुगतान के लिए ऑनलाइन आदान-प्रदान किया जा सकता है।
पहली क्रिप्टोक्यूरेंसी 2009 में आयी और एक दशक से भी कम समय में दुनिया भर में अरबों डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन में है। शायद आपने बिटकॉइन के बारे में सुना हो यह पहली क्रिप्टोकरेन्सी थी और उसे लोगों ने स्वीकार किया और उसके बाद अन्य क्रिप्टोकरेंसी आयी जो धीरे धीरे पॉपुलर हो रही हैं। आज के समय में लोग क्रिप्टोकरेंसी को ज्यादातर ऑनलाइन ट्रेड में लाभ के लिए इस्तेमाल करते हैं।
करेंसी किसे कहते हैं | What is Currency in Hindi
हर देश की अपनी मुद्रा (Currency) होती है जैसे कि अमेरिका की डॉलर, यूरोपियन यूनियन की यूरो, भारत की रुपया, पाकिस्तान की पाकिस्तानी रुपया, चीन की युआन है यानी एक ऐसी भुगतान प्रणाली जो किसी देश द्वारा मान्य/अधिकृत हो और वहां के लोग इसके इस्तेमाल से चीजें खरीद सकते हों, जिसकी कोई वैल्यू हो, करेंसी (Currency) कहलाती है।
क्रिप्टोकरेंसी कितनी सुरक्षित है? | How secure is Cryptocurrency in Hindi?
ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का उपयोग करके बनाई जाती है। ब्लॉकचेन डिजिटल कोड में लेनदेन को रिकॉर्ड करता है। यह एक काफी जटिल, तकनीकी प्रक्रिया है जिससे हैकर्स के लिए छेड़छाड़ करना मुश्किल है।
इसके अलावा, क्रिप्टोकरेंसी में लेनदेन के लिए two-factor authentication की प्रक्रिया भी होती है। जैसे, लेनदेन शुरू करने के लिए आपको Username और Password दर्ज करने के लिए कहा जा सकता है। या फिर, आपको एक authentication code दर्ज करना पड़ सकता है जो आपके व्यक्तिगत मोबाइल फ़ोन पर टेक्स्ट के माध्यम से आता है।
डिजिटल मुद्रा कहाँ स्टोर कर सकते हैं? | Where can you store Digital Currency in Hindi?
यदि आप क्रिप्टोकरेंसी खरीदते हैं, तो आप इसे क्रिप्टो एक्सचेंज पर या क्रिप्टो डिजिटल वॉलेट में स्टोर कर सकते हैं। कई अलग-अलग प्रकार के वॉलेट हैं, प्रत्येक के अपने फायदे और सुरक्षा हैं।
सबसे लोकप्रिय क्रिप्टो करेंसी कौन सी हैं? | What are the most popular Crypto Currencies?
इसमें कोई शक नहीं कि सबसे पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन है। बिटकॉइन (Bitcoin) अब तक की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी है, इसके बाद एथेरियम(Ethereum), लाइटकॉइन (Litecoin) और टीथर (Tether) जैसी अन्य क्रिप्टोकरेंसी हैं।
bitcoin
क्रिप्टो करेंसी के नाम | Cryptocurrency Names in Hindi
Bitcoin | बिटकॉइन |
Ethereum | एथेरियम |
Litecoin | लाइटकॉइन |
Binance Coin | बिनेंस कॉइन |
Cardano | कार्डानो |
Dogecoin | डॉगकॉइन |
Polka Dot | पोल्का डॉट |
Uniswap | यूनिस्वैप |
Ripple | रिपल |
Dash | डैश |
Tether | टीथर |
Popular Crypto Currency
भारत में क्रिप्टोक्यूरेंसी कानूनी है? | Cryptocurrency legal in India in Hindi?
अभी भारत में बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी गैर कानूनी नहीं हैं, लेकिन रेगुलेटेड भी नहीं हैं इसका मतलब अगर क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन में कुछ भी गलत होता हैं तो आप किसी अथॉरिटी, बैंक और सरकार के पास नहीं जा सकते।
भारत में निजी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन सरकार के पास कोई आधिकारिक डेटा नहीं है। और सरकार के पास इन एक्सचेंजों से जुड़े निवेशकों की संख्या के बारे में भी कोई जानकारी नहीं है।
Question for you?
टेक्नोलॉजी हमेशा ही जन मानस की उत्सुकता को बढ़ाती रही है आप क्या कहते है की क्रिप्टोकरेंसी के साथ कैसे आगे बढ़ना चाहिए। कमेंट करिये-
जिस ब्लॉकचेन पर चलता है Bitcoin और अन्य क्रिप्टोकरेंसी, उसी पर आधारित RBI की डिजिटल करेंसी: जानिए कैसे करेगा काम
अर्थात, ये डिजिटल करेंसी किसी भी अन्य मुद्राओं (फिजिकल या डिजिटल) के बदले आदान-प्रदान में उपयोग में लाया जा सकेगा। इससे आम नागरिकों को सुविधा मिलेगी, क्योंकि 'डिजिटल करेंसी' ऑनलाइन सुरक्षित भी रहेगी। साथ ही सभी बैंकों में इसे मान्यता भी प्राप्त होगी।
RBI की नई डिजिटल करेंसी इसी साल होगी जारी (प्रतीकात्मक चित्र साभार: Bitcoin.Com)
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार (1 फरवरी, 2022) को आम बजट पेश करते हुए बताया कि ‘रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI)’ अपनी एक डिजिटल करेंसी लेकर आएगा। उन्होंने अपनी घोषणा में कहा कि ‘सेन्ट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (Central Bank Digital Currency)’ को चालू करने से डिजिटल अर्थव्यवस्था को बहुत अधिक बढ़ावा मिलेगा। बताया गया कि डिजिटल करेंसी के माध्यम से एक और अधिक दक्ष और सस्ती करेंसी प्रबंधन व्यवस्था देखने में आएगी।
केंद्रीय वित्त मंत्री ने जानकारी दी कि इस डिजिटल करेंसी का निर्माण एवं संचालन ब्लॉकचेन सहित अन्य तकनीकों के जरिए किया जाए। 2022-23 से ही इसे जारी कर दिया जाएगा और RBI इसे चालू करेगा। अगर आपने क्रिप्टोकरेंसी के बारे में सुना है तो आप ब्लॉकचेन तकनीक के बारे में भी जानते होंगे, जिस पर Bitcoin और Ethereum सहित ये सभी कॉइन्स आधारित हैं। क्रिप्टोकरेंसी से होने वाले लाभ पर भी सरकार ने 30% कर वसूलने की बात कही है।
आपके मन में ये सवाल ज़रूर उठ रहा होगा कि ये डिजिटल करेंसी आखिर है क्या? ये CBDC आखिर काम कैसे करेगा? दरअसल, रिजर्व बैंक CBDC के माध्यम से लीगल टेंडर जारी करेगा। मार्किट में जितनी भी क्रिप्टोकरेंसी हैं, उनमें से कोई भी ‘लीगल टेंडर’ नहीं हैं। अर्थात, मुद्रा के रूप में भारत सरकार ने उन्हें कोई मान्यता नहीं दी है। यह अंतर होगा CBDC और अन्य कॉइन्स में। ये एक ‘फ़िएट’ (Fiat) करेंसी के समान ही होगा, जिसे हम आजकल कागज़ की शक्ल में देखते हैं और प्रयोग करते हैं।
अर्थात, ये डिजिटल करेंसी किसी भी अन्य मुद्राओं (फिजिकल या डिजिटल) के बदले आदान-प्रदान में उपयोग में लाया जा सकेगा। इससे आम नागरिकों को सुविधा मिलेगी, क्योंकि ‘डिजिटल करेंसी’ ऑनलाइन सुरक्षित भी रहेगी। साथ ही सभी बैंकों में इसे मान्यता भी प्राप्त होगी। क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कई बार RBI ने मनी लॉन्ड्रिंग, आतंकी फंडिंग और टैक्स चोरी का जिक्र करते हुए आगाह किया है। आप आजकल सर्कुलेशन में जो देखते हैं, उनमें से अधिकतर ‘प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी’ हैं।
India took a step towards legalising crypto with a 30% tax on crypto income, but experts think the new tax may drive away retail investors.
आखिर ‘डिजिटल करेंसी’ से बदलाव क्या आ जाएगा? लोगों का पूछना है कि इसका लेनदेन कैसे होगा। इन सवालों के जवाब समय के साथ केंद्र सरकार खुद देगी, लेकिन तब तक इतना जान लीजिए कि इसके लेनदेन में समय नहीं लगेगा और ट्रान्जक्शन्स तेजी से होंगे। इसके लिए एक वॉलेट बनाया जा सकता है, या फिर बैंक ही इसकी लेनदेन के लिए खुद को ब्लॉकचेन तकनीक से जोड़ सकते हैं। माना जा रहा है कि नई प्रौद्योगिकी के प्रति मोदी सरकार के रुझान को भी ये कदम दिखाता है।
Digital Currency क्या है | डिजिटल करेंसी के प्रकार और फायदे नुकसान
Digital Currency की उपयोगिता भौतिक मुद्राओं के समान होती है। उनका उपयोग सामान खरीदने और सेवाओं के लिए भुगतान करने के लिए किया जा सकता है। आज कई देश डिजिटल करेंसी को अपने देश में सरकारी मान्यता देने की राह पर है। आने वाले दिनों में कई देशों में यह मुद्रा आम बात साबित होगी। इस लेख में हम Digital Currency क्या है और डिजिटल करेंसी के प्रकार व फायदे नुकसान को जानेंगे।
Digital Currency क्या है
Digital Currency, मुद्रा का एक रूप है जो केवल डिजिटल या इलेक्ट्रॉनिक रूप में उपलब्ध है। इसे Digital money, Electronic money, Electronic currency या Cybercash भी कहा जाता है। डिजिटल करेंसी में भौतिक स्वरूप नहीं होता है, यह केवल डिजिटल रूप में उपलब्ध होती हैं। मतलब इसे आप नहीं छू सकते है। यह आपके इंटरनेट अकाउंट पर स्टोर रहती है। Digital Currency से जुड़े लेनदेन कंप्यूटर या इंटरनेट नेटवर्क से जुड़े इलेक्ट्रॉनिक वॉलेट का उपयोग करके किए जाते हैं।
इसके विपरीत, भौतिक मुद्राएं, जैसे कि बैंकनोट और सिक्के मूर्त हैं, जिसका अर्थ है कि आप उन्हे छू सकते है और उसे किसी दूसरे को भी प्रत्यक्ष दे सकते है। इसका अर्थ हम जो बैंक-नोट या सिक्के का इस्तेमाल करते है, यह भौतिक पैसा है और जिसे हम केवल इंटरनेट के जरिए खर्च कर सकते है वह डिजिटल पैसा है।
Digital Currency तत्काल लेनदेन का कार्य सक्षम बनाती हैं, जिन्हें देशों की सीमा भी नहीं रोक सकती है। उदाहरण के लिए, आज अमेरिका में स्थित एक व्यक्ति को सिंगापुर में रहने वाले एक प्रतिपक्ष को डिजिटल करेंसी में भुगतान करना तुरंत संभव है, बशर्ते वे दोनों एक ही नेटवर्क से जुड़े हों। यह लेनदेन अगर सामान्य होता तो इसमें बेशक समय लगता।
डिजिटल करेंसी के प्रकार
1. Cryptocurrency
Cryptocurrency, डिजिटल मुद्राएं हैं जो एक नेटवर्क में लेनदेन को सुरक्षित और सत्यापित करने के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग करती हैं। Cryptography का उपयोग ऐसी मुद्राओं के निर्माण के प्रबंधन और नियंत्रण के लिए भी किया जाता है। बिटकॉइन और एथेरियम क्रिप्टोकरेंसी के उदाहरण हैं। अधिकार क्षेत्र के आधार पर, क्रिप्टोकरेंसी को विनियमित किया जा सकता है या नहीं भी।
2. Virtual Currency
Virtual Currency डेवलपर्स या प्रक्रिया में शामिल विभिन्न हितधारकों से मिलकर एक संस्थापक संगठन द्वारा नियंत्रित अनियमित डिजिटल करेंसी हैं। आभासी मुद्राओं को भी एक परिभाषित नेटवर्क प्रोटोकॉल द्वारा एल्गोरिथम रूप से नियंत्रित किया जा सकता है। Virtual Currency का एक उदाहरण एक गेमिंग नेटवर्क टोकन है जिसका अर्थशास्त्र डेवलपर्स द्वारा परिभाषित और नियंत्रित किया जाता है।
3. Central Bank Digital Currencies
Central Bank Digital Currencies (CBDCs) किसी देश के केंद्रीय बैंक द्वारा जारी की गई विनियमित डिजिटल करेंसी हैं। सीबीडीसी पारंपरिक फिएट मुद्रा का पूरक या प्रतिस्थापन हो सकता है। फिएट मुद्रा के विपरीत, जो भौतिक और डिजिटल दोनों रूपों में मौजूद है, एक सीबीडीसी विशुद्ध रूप से डिजिटल रूप में मौजूद है। इंग्लैंड, स्वीडन और उरुग्वे कुछ ऐसे देश हैं जो अपनी मूल फिएट मुद्राओं का डिजिटल संस्करण लॉन्च करने की योजना पर विचार कर रहे हैं।