क्रिप्टोकरेंसी क्या है?

एम्स-दिल्ली का सर्वर छठे दिन भी डाउन, हैकर्स ने क्रिप्टोकरेंसी में मांगे 200 करोड़ रुपये
नयी दिल्ली, 28 नवंबर (भाषा) अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), दिल्ली से हैकर्स ने कथित तौर पर क्रिप्टोकरेंसी में करीब 200 करोड़ रुपये की मांग की है जिसका सर्वर लगातार छठे दिन खराब रहा। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
सेंधमारी का बुधवार को सुबह पता चला था। आशंका जताई जा रही है कि सेंधमारी के कारण लगभग 3-4 करोड़ मरीजों का डेटा प्रभावित हो सकता है। सूत्रों ने कहा कि सर्वर डाउन होने के कारण आपातकालीन इकाई में रोगी देखभाल सेवाएं, बाह्य रोगी, भर्ती रोगी और प्रयोगशाला अनुभाग को क्रिप्टोकरेंसी क्या है? कागजी रूप से प्रबंधित किया जा रहा है। भारतीय कंप्यूटर आपात प्रतिक्रिया दल (सर्ट-इन), दिल्ली पुलिस और गृह मंत्रालय के प्रतिनिधि रैंसमवेयर हमले की जांच कर रहे हैं।
रैंसमवेयर हमले के कारण कंप्यूटर तक पहुंच बाधित हो जाती है और पहुंच देने के लिए हैकर धन की मांग करते हैं। दिल्ली पुलिस की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (आईएफएसओ) इकाई द्वारा 25 नवंबर को जबरन वसूली और साइबर आतंकवाद का मामला दर्ज किया गया था।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि जांच एजेंसियों की सिफारिशों पर अस्पताल में कंप्यूटर पर इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। एम्स के सर्वर में पूर्व प्रधानमंत्रियों, मंत्रियों, नौकरशाहों और न्यायाधीशों समेत कई अति महत्वपूर्ण व्यक्तियों (वीआईपी) का डेटा स्टोर है। एक सूत्र ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘हैकर्स ने क्रिप्टोकरेंसी में कथित तौर पर करीब 200 करोड़ रुपये की मांग की है।’’
इस बीच, एनआईसी ई-हॉस्पिटल डेटाबेस और ई-हॉस्पिटल के लिए एप्लिकेशन सर्वर बहाल कर दिए गए हैं। क्रिप्टोकरेंसी क्या है? एक आधिकारिक सूत्र ने कहा कि राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) की टीम एम्स में स्थित अन्य ई-हॉस्पिटल सर्वर से ‘इन्फैक्शन’ को स्कैन और साफ कर रही है, जो अस्पताल सेवाओं के वितरण के लिए आवश्यक हैं। ई-हॉस्पिटल सेवाओं को बहाल करने के लिए व्यवस्थित किए गए चार सर्वर को स्कैन करके डेटाबेस और एप्लिकेशन के लिए तैयार किया गया है।
उन्होंने कहा कि एम्स के नेटवर्क को वायरस मुक्त करने का काम चल रहा है। सर्वर और कंप्यूटर के लिए एंटी-वायरस समाधान व्यवस्थित किए गए हैं। यह 5,000 में से लगभग 1,200 कंप्यूटर पर स्थापित किया गया है। सूत्र ने कहा कि 50 में से 20 सर्वर को स्कैन किया जा चुका है और यह गतिविधि लगातार की जा रही है।
सूत्र ने कहा, ‘‘नेटवर्क को ठीक करने का काम पांच और दिनों तक जारी रहने की संभावना है। इसके बाद, ई-अस्पताल सेवाओं को चरणबद्ध तरीके से शुरू किया जा सकता है। आपातकालीन, बाह्य रोगी, भर्ती रोगी, प्रयोगशाला जैसी सेवाओं सहित रोगी देखभाल सेवाओं का काम हाथ से किया जा रहा है।’’
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
क्या है क्रिप्टोकरेंसी ? जानें फ़ायदा और नुकसान
What is cryptocurrency: पूरे दुनिया के लोगों या फिर यूं कहें की किसी संस्था को क्रिप्टोकरेंसी क्या है? असल में अपनी बेसिक जरूरतों को सही तरीके से पूरा करने के लिए और किसी से भी आपसी लेनदेन करने के लिए करेंसी की जरूरत होती है, जिसे हम मुद्रा भी कहते हैं. हर देश की मुद्रा को हम अलग-अलग नाम से जानते हैं. जैसे कि भारत में रुपया, अमेरिका में डॉलर, सऊदी अरब में रियाल, यूरोपीय देशों में यूरो आदि.
लेकिन क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency)इन मुद्राओं से अलग होती है. क्रिप्टो वो मुद्रा है जिसे आप देख या छू नहीं सकते जो छुपा हुआ होता है. ये एक प्रकार का डिजिटल रुपया है जिसे आप छू नहीं सकते लेकिन रख सकते हैं, वो भी ऑनलाइन.
भौतिक रूप से क्रिप्टोकरेंसी(cryptocurrency) का मुद्रण नहीं किया जाता है. पिछले कुछ सालों में क्रिप्टोकरेंसी(cryptocurrency) लोगों के बीच काफी चर्चा में है. क्रिप्टोकरेंसी कंप्यूटर एल्गोरिद्म पर बनी हुई है. इसका कोई रेगुलेटर नहीं और कोई क्रिप्टोकरेंसी(cryptocurrency) को कंट्रोल नहीं करता.
यानी बाकी किसी मुद्रा की तरह कोई सरकार इसे संचालित नहीं करती. इसके प्रयोग के लिए क्रिप्टोग्राफी का इस्तेमाल किया जाता है. साल 2009 में शुरू होने के बाद क्रिप्टो की कीमत अब आसमान को पार कर रही है. यही कारण है कि निवेशकों को क्रिप्टो (crypto) में काफी रुचि होने लगी है. अब 1000 से ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी में कारोबार हो रहा है.
cryptocurrency को आप कैसे खरीद या बेच सकते हैं?
आज की तारीख में क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) की लोकप्रियता को देखते हुए पूरी दुनिया में बहुत सारे क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज प्लेटफॉर्म हैं. क्रिप्टोकरेंसी की खास बात यह है कि इसमें चौबीसोंं घंटे कारोबार होता है. शेयर बाजार की तरह यह हर दिन एक तय समय पर बंद नहीं होता.
भारत में इन apps जरिए आप क्रिप्टो (crypto)में खरीद-बिक्री
इसमें निवेश से आप हफ्ते में या दिन में किसी भी समय रकम निकाल, डाल सकते हैं और खरीद-बिक्री कर सकते हैं. भारत में कॉइनस्विच कुबेर, कॉइन्डिसिएक्स, वज़ीरएक्स, ज़ेबपे जैसे प्लैटफॉर्म के नाम से शामिल है जिनके जरिए आप क्रिप्टो (crypto)में खरीद-बिक्री कर सकते हैं.
इसकी खरीद-बिक्री के लिए प्रक्रिया काफी आसान है. आपको किसी भी ऑनलाइन ट्रांजेक्शन की तरह साइन-अप करना होगा. उसके बाद केवाईसी अपडेट कर आपको अपने वॉलेट से उसमें मनी ट्रांसफर करना होगा. साथ ही, क्रिप्टो खरीदारी करने से पहले आप जैसे शेयर्स में स्टॉपलॉस या टार्गेट तय करते हैं उसी प्रकार क्रिप्टो में प्रि-डिसाइड लिमिट तय कर सकते हैं.
आप किसी भी छोटे अमाउंट से खरीद-बिक्री शुरू कर सकते हैं. लेकिन, दिक्कत यह है कि कई बैंक ऐसे एक्सचेंज के साथ काम करने के लिए तैयार नहींं हैं, यही कारण है कि, खरीद-बिक्री में दिक्कत होती है.
क्रिप्टो में बैंकों द्वारा पी2पी यानी पर्सन टू पर्सन ट्रांजेक्शन और लेनदेन की प्रक्रिया होती है. क्रिप्टो ट्रांजेक्शन के लिए अभी यूपीआई सपोर्ट नहीं करता, इसलिए पी2पी के जरिए ही लेन-देन किया जा सकता है. क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से आप कुछ खरीद नहीं सकते है. ये सोने और चांदी की तरह आपको वैल्यू क्रिएट और बढ़ाने का एक माध्यम है.
क्रिप्टो में निवेश से पहले किन बातों का रखें ध्यान
क्रिप्टो में निवेश से पहले हमेशा यह ध्यान रहे कि किसी तरह के लालच में आकर ज्यादा पैसे एक साथ न लगाएं. क्रिप्टो एक वोलाटाइल यानी उतार-चढ़ाव वाला एसेट क्लास है.
ऐसे में क्रिप्टो में कभी भी बिना किसी चेतावनी के गिरावट देखने को मिल सकती है और भारी नुकसान हो सकता है, क्योंकि, अभी तक क्रिप्टो को लेकर कोई रेगुलेटर नहीं बना, ऐसे में पैसा डूबने का खतरा हो सकता है.
कॉइनडीसीएक्स (CoinDCX) के एक्जीक्यूटिव वीपी (ग्रोथ एंड स्ट्रैटेजी) मृणाल ठकराल का मानना है कि-‘क्रिप्टो प्रारंभिक अवस्था में है लेकिन एक उभरता हुआ संपत्ति वर्ग बन गया है. यह देखते हुए कि इस क्षेत्र में कीमतों में उतार-चढ़ाव है, पहली बार निवेश करने वाले निवेशकों को किसी परियोजना में निवेश करने से पहले सावधान रहने की जरूरत है.
एक निवेशक को अपना उचित शोध करना चाहिए और परियोजना के विभिन्न पहलुओं को समझना चाहिए. किसी परियोजना के टोकन, टोकनोमिक्स की उपयोगिता जैसे कारकों को समझना और यह समझना कि परियोजना का उद्देश्य किसी विशेष समस्या को कैसे हल करना है, महत्वपूर्ण है.
एक निवेशक अपने धन के एक छोटे से हिस्से से शुरुआत कर सकता है और लंबी अवधि की मानसिकता के साथ निवेश कर सकता है.
मुद्रेक्स (Mudrex) के सीईओ एवं को-फाउंडर एडुल पटेल का कहना है कि- ‘किसी भी तरह के एसेट क्लास में निवेश से पहले डाइवर्सिफिकेशन का ध्यान देना जरूरी होता है.
हर व्यक्ति के लिए ये जरूरी है कि एक साथ पूरा पैसा कभी भी क्रिप्टो में न लगाएं. कई रिटेल निवेशक आज की तारीख में ये सोचते हैं कि वो क्रिप्टो में पैसा लगाकर बहुत जल्द अमीर बन जाएंगे, तो ऐसा नहीं है.
ऐसे निवेशकों को अक्सर भारी नुकसान उठाना पड़ता है. साथ ही, 4-7 फीसदी ही पैसा क्रिप्टो में लगाएं उससे ज्यादा नहीं. अगर किसी व्यक्ति के पास 1000 रुपये हैं तो वो सिर्फ 40 से 70 रुपये ही क्रिप्टो में निवेश करें.
रिटर्न की बात करें तो क्रिप्टो में अगर समझदारी से निवेश किया जाए तो एक व्यक्ति हर महीने 4-5 फीसदी तक का रिटर्न प्राप्त कर सकता है. साथ ही, सालाना 60 फीसदी तक का भी रिटर्न मिलने की संभावना होती है.’
खूबसूरती का जाल, Crypto-Queen ने दुनिया को यूं लगाया 30 हजार करोड़ रुपये से अधिक का चूना!
Ruja Ignatova Stuck in Biggest Cryptocurrency Scam : नई दिल्ली। Cryptocurrency को लेकर अभी ज्यादा चर्चा नहीं हो रही है लेकिन, पिछले साल ये हॉट-टॉपिक बना हुआ था। इसकी वजह से काफी लोगों को अमीर बनने का भी मौका मिला। हालांकि, कई लोग अपनी जमा-पूंजी क्रिप्टो में लगाकर कंगाल भी हो गए। लेकिन, हम यहां पर Cryptocurrency के नाम पर हुए एक बड़े स्कैम के बारे में बात करने वाले हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, क्रिप्टो के नाम पर बड़ा स्कैम Ruja Ignatova ने किया था। लोग इन्हें क्रिप्टो-क्वीन के नाम से भी जानते हैं। रुजा इग्नातोवा ने क्रिप्टो करेंसी की लोकप्रियता का फायदा उठाकर लोगों को फर्जी क्रिप्टो में पैसे लगवा दी थी।
क्रिप्टो में निवेश से पहले जरूर करें वेरिफाई
आपको बता दें कि OneCoin कोई ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर बेस्ड था ही नहीं। ब्लॉकचेन वैसी टेक्वनोलॉजी है जिस पर बिटक्वाइन और दूसरी क्रिप्टोकरेंसी काम करती है। लोग केवल मार्केटिंग और उसकी बातों में आकर इनवेस्ट करने लगे थे। इस वजह से किसी भी नई क्रिप्टोकरेंसी में पैसे लगाने से पहले उसे वेरिफाई करने की सलाह लोगों को दी जाती है। फिलहाल मूल रूप से बुल्गारिया की रहने वाली रुजा इग्नातोवा FBI के टॉप 10 मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल है।
साल 2014 में लॉन्च हुई थी OneCoin
लोग केवल उनकी बातों से प्रभावित होकर पैसे लगाने लगे थे। साल 2014 में पीएचडी होल्डर रुजा इग्नातोवा ने अपनी क्रिप्टोकरेंसी को लॉन्च किया था। हालांकि, ये क्रिप्टोकरेंसी का शुरुआती दौर था। लेकिन लोगों को इससे अमीर बनने के सपने दिखाए गए।
इस करेंसी का नाम OneCoin रखा गया था। इसका विस्तार कई देशों में क्रिप्टो क्वीन ने किया। वो लोगों को OneCoin खरीदने और इसको समझने के लिए एजुकेशन मैटेरियल खरीदने के लिए कहती थी। लोग उनके बोलने से प्रभावित हो जाते और लाखों रुपये इन्वेस्ट कर देते हैं।
लगभग 2 साल तक लाखों लोगों ने इसमें पैसे लगाए. उसने लोगों को विश्वास दिलाया कि OneCoin की वैल्यू बिटक्वॉइन से भी आगे जाएगी। इसके लिए वो कई सेमिनार क्रिप्टोकरेंसी क्या है? करती थी। कई बड़ी मैग्जिन में उसने ऐड न्यूज के फॉर्म में पब्लिश करवाई। लोग इन ऐड्स को सही न्यूज मानकर उससे जुड़ते चले गए।
छोटा पैकेज 140 यूरो का था
Ruja Ignatova Stuck in Biggest Cryptocurrency Scam : रिपोर्ट के अनुसार, वनक्वॉइन का सबसे छोटा पैकेज 140 यूरो का था और सबसे बड़ा एक लाख 18 हजार यूरो का। लोगों से एक्सचेंज खोलने का वादा किया गया था, जिससे भविष्य में वो अपने OneCoin डॉलर या यूरो में बदल सकते थे।
इस दौरान कई क्रिप्टोकरेंसी सपोर्टर को OneCoin पर संदेह होने लगा और वो इसको लेकर Ruja Ignatova से जवाब चाहते थे। Ruja Ignatova सबके सवालों का जवाब देने का वादा कर फरार हो गई। उसने 30 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का स्कैम किया।
Cryptocurrency Rate Today 5 December: क्रिप्टो मार्केट में आज तेज उतार-चढ़ाव, जानें बिटकॉइन सहित अन्य क्रिप्टो के दाम
क्रिप्टोकरेंसी के दाम में आज जोरदार उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है और देश में बिटकॉइन के दाम में भी तेजी देखी जा रही है.
Cryptocurrency Rate Today 5 December: क्रिप्टोकरेंसी के बाजार में आज जोरदार उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है. क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप आज 868,977,471,502 डॉलर पर आ चुका है और इसमें बिटकॉइन का हिस्सा 38.3 फीसदी का है और इथेरियम का हिस्सा 18.3 फीसदी का है.
हालांकि बिटकॉइन के दाम में आज मामूली गिरावट देखी जा रही है पर ये 17,000 डॉलर के ऊपर कारोबार करने में कामयाब रही है. क्रिप्टो के मार्केट में आज बिटकॉइन के रेट 17,312.68 डॉलर पर हैं. इसके 24 घंटे के रेट 1.78 फीसदी उछले हैं और 7 दिनों के रेट 6.77 फीसदी की उछाल के साथ कारोबार कर चुके हैं.
भारत में क्रिप्टोकरेंसी के दाम
भारत में क्रिप्टोकरेंसी के दाम में आज उछाल देखा जा रहा है और इसमें सबसे क्रिप्टोकरेंसी क्या है? ज्यादा तेजी बिटकॉइन के रेट में देखी जा रही है. बिटकॉइन के रेट और इथेरियम के भाव दोनों आज बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं.
बिटकॉइन के भारत में दाम
भारत में आज बिटकॉइन 1,400,971.42 रुपये प्रति टोकन पर कारोबार कर रही है. इसमें बीते एक दिन में 1.47 फीसदी और बीते एक हफ्ते में 4.69 फीसदी की उछाल के साथ कारोबार देखा गया है.
इथेरियम के दाम
इथेरियम के दाम में भी उछाल देखा गया है और ये 105,064.44 रुपये प्रति कॉइन के रेट पर है. इथेरियम में आज 0.4 फीसदी की तेजी देखी गई है और बीते एक दिन में ये 2.57
फीसदी से ज्यादा चढ़ी है. वहीं बीते 7 दिनों में इथेरियम के दाम 8.38 फीसदी तक उछल चुके हैं.
BNB के दाम
BNB के रेट में मिलाजुला कारोबार देखा जा रहा है और ये आज 23,993.96 रुपये पर ट्रेड कर रही है. इसमें एक दिन का ट्रेड तो 1.04 फीसदी के उछाल के साथ दिख रहा है पर बीते 7 दिनों यानी एक हफ्ते का ट्रेड 2.14 फीसदी की गिरावट के साथ रहा है.