विपणन रणनीतियों

श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘एसयूवी खंड को मजबूत करना कुल बाजार हिस्सेदारी को फिर से हासिल करने की हमारी रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। एसयूवी खंड में उपस्थिति नहीं होने की वजह से हमने इसे गंवा दिया था।’’
मारुति को एसयूवी खंड में अपनी बाजार हिस्सेदारी उल्लेखनीय रूप से बढ़ने की उम्मीद
नयी दिल्ली, 20 नवंबर (भाषा) देश की प्रमुख कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) को चालू वित्त वर्ष में स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहन (एसयूवी) खंड में अपनी बाजार हिस्सेदारी में उल्लेखनीय रूप से बढ़ोतरी की उम्मीद है।
कंपनी के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी (विपणन एवं बिक्री) शशांक श्रीवास्तव ने पीटीआई-भाषा से कहा कि नई ब्रेजा और ग्रैंड विटारा को काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। इससे हमें एसयूवी खंड में अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ने की उम्मीद है।
मारुति की योजना चालू वित्त वर्ष की शेष अवधि में और एसयूवी मॉडल उतारने की है।
श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘जुलाई में एसयूवी खंड में हमारी बाजार हिस्सेदारी 7.1 प्रतिशत थी … यह अगस्त में बढ़कर विपणन रणनीतियों 10.8 प्रतिशत, सितंबर में 13.01 प्रतिशत और अक्टूबर में 14.4 प्रतिशत हो गई। यह लगातार बढ़ रही है।’’
विपणन रणनीतियों
डिजिटल डेस्क, हरियाणा। भारतीय सौर स्टार्ट-अप Su-vastika ने 10 KVA से 250 KVA तक की परिवर्तन क्षमता वाले ESS (Energy Storage System) लॉन्च किए हैं, जिन्हें क्षमता के अनुरूप बढ़ाने के लिए श्रृंखला में रखा जा सकता है; उदाहरण के लिए, 100 KVA की पांच इकाइयां 500 KVA आकार के ईएसएस का उत्पादन कर सकती हैं। Su-vastika’s Founder Khushboo Sachdev के नेतृत्व वाली एक कंपनी है और इसके पास अनुभवी इंजीनियरों की एक मजबूत टीम है। Su-Kam ब्रांड के संस्थापक Mr Kunwer Sachdev का इस स्टार्ट-अप में मार्गदर्शक और वास्तविक शक्ति हैं। भारत का भविष्य सौर भंडारण और इलेक्ट्रिक वाहन है। यह स्टार्ट-अप भारतीय तकनीक को सबसे आगे लाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है, विशेष रूप से भारतीय परिस्थितियों के लिए बनाया गया है और भारतीय गर्मी, धूल और बिजली की स्थिति का सामना कर सकता है।
चूंकि पिछले 5 वर्षों में भारतीय शहरों में बिजली कटौती में भारी कमी आई है, सामान्य उपयोग के लिए 2 घंटे निरंतर बैकअप समय की आवश्यकता होती है। ईएसएस बहुत तेजी से चार्ज हो जाता है, इसलिए यह आपको बैकअप देता रह सकता है, और तेज चार्जिंग क्षमता के साथ, यह अलग-अलग अवधि में बिजली की विफलता के मामले में 4 से 6 घंटे का बैकअप प्रदान कर सकता है। डीजी सेट पुरानी तकनीक है जो Pollution उत्पन्न करती है, और आपको कुछ दिनों के लिए ईंधन को स्टोर करने की आवश्यकता होती है, जिसके लिए अतिरिक्त भंडारण और सावधानियों की आवश्यकता होती है। वहीं, ईएसएस को ग्रिड या सोलर सिस्टम के जरिए चार्ज किया जा सकता है। इसलिए ईएसएस की रनिंग कॉस्ट डीजी सेट का लगभग एक-चौथाई है, और डीजल प्राप्त करना और उसका भंडारण करना, जो कि उपयोगकर्ता के लिए एक बड़ी चुनौती है, से भी बचा जा सकता है। प्रारंभिक निवेश डीजी की तुलना में अधिक है। फिर भी, समग्र रूप से, उपयोगकर्ताओं को पैसे की बचत के मामले में लाभ मिलता है क्योंकि ईएसएस बैटरी किसी विशेष स्थान पर ईएसएस के उपयोग के आधार पर 7 से 10 वर्षों तक चलती है।
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डिजिटल डेस्क, भोपाल। Harshit Pandey एक युवा उद्यमी और सोशल मीडिया विज्ञापनों और प्रबंधन में विशेषज्ञता रखने वाली मार्केटिंग एजेंसी Harpanx के संस्थापक हैं। उनकी मार्गदर्शन में कंपनी ने विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी उपस्थिति बनाकर विभिन्न व्यवसायों को उनकी बिक्री बढ़ाने में मदद करके बाजार में अपनी प्रमुख उपस्थिति स्थापित की है। Harpanx हर्षित के दिमाग की उपज है, जिन्होंने एक Photographer के रूप में अपनी यात्रा शुरू की और Lucknow शहर के कैफे में वेटर के रूप में अंशकालिक काम किया। बाईस वर्षीय संस्थापक, एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखते हैं, जिन्होंने बड़े सपने देखने की हिम्मत की। उन्होंने साल 2018 में एक किराए के कमरे से काम करना शुरू किया, जब उन्हें फेसबुक विज्ञापन और जैविक विकास जैसे शब्द मिले। इस विचार से प्रभावित होकर, हर्षित ने एक पेज बनाया और धीरे-धीरे इसे एक सौ पचास मिलियन लोगों तक बढ़ाया, जिन्होंने व्यावसायिक घरानों और फॉर्च्यून जैसे 500 कंपनियों के संपर्क के लिए दरवाजे खोल दिए।
जम्मू-कश्मीर में कृषि-प्रौद्योगिकी स्टार्टअप हब बनने की क्षमता है: जितेंद्र सिंह
रविवार को पत्रकारों से बात करते हुए, केंद्रीय मंत्री ने कहा, "जम्मू में उगाए जाने वाले बांस को अगरबत्ती सहित कई उपयोगी उत्पादों में परिवर्तित किया जा सकता है। सेब और स्ट्रॉबेरी जैसे फलों की शेल्फ लाइफ को कोल्ड-चेन सुविधाएं स्थापित करके बढ़ाया जा सकता है और तकनीकी हस्तक्षेप के माध्यम से। "
जम्मू और कश्मीर में गैर-इमारती वन उत्पाद (NTFP) जैसे गुच्ची, मशरूम और अन्य औषधीय पौधे बड़ी मात्रा में पाए जाते हैं।
चिनाब घाटी या पीर पंजाल क्षेत्र (राजौरी, पुंछ) अच्छी गुणवत्ता वाले शहद और एनटीएफपी का घर है। हालाँकि, इनका सही ढंग से विपणन नहीं किया जाता है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राज्य के वन विभाग और जम्मू-कश्मीर औषधीय पादप बोर्ड को शामिल करते हुए एक सहयोगी पद्धति के माध्यम से उत्पादन, बिक्री और विपणन की आवश्यकता है।
देश में किसानों को कहीं भी फसल बेचने की आजादी
देश में किसानों को कहीं भी फसल बेचने की आजादी – (नई दिल्ली कार्यालय)। कृषि उपज में अंत:राज्य एवं अंतरराज्यीय व्यापार को बढ़ावा देने के लिए राज्यों की सुविधा एवं सहजता के लिए भी एक नया अध्यादेश अर्थात् किसानों का उत्पादन व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन एवं सरलीकरण) अध्यादेश, 2020 लाने का निर्णय लिया गया है। केंद्रीय कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने गत दिनोंं बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित कैबिनेट विपणन रणनीतियों विपणन रणनीतियों की बैठक में यह फैसला लिया गया। श्री तोमर ने कहा कि मोदी सरकार ने किसानों को कानूनी बंधनों से आजादी देना तय किया है, जिसका लाभ देश के करोड़ों किसानों को मिलेगा। राष्ट्रपति ने भी दोनों अध्यादेशों को मंजूरी प्रदान कर दी है।
श्री तोमर ने कहा- कोविड-19 के कारण, मानव उपभोग और औद्योगिक आवश्यकता दोनों दृष्टि से मांग का दबाव तेजी से बढ़ा है। इस अवस्था में लाइसेंस व्यवस्थाओं में सुधार जरूरी समझा गया है। इसलिए कृषि उपज के, राज्यों के भीतर एवं अंतरराज्यीय व्यापार की व्यवस्था में सुधार आवश्यक है। एक वैधानिक सरलीकृत व्यवस्था के माध्यम से लाइसेंस की बाधा को कम करते हुए इस समय मांग और आपूर्ति केन्द्रों के बीच कमियों को दूर करने की भी जरूरत है ताकि भावी खरीददारों की संख्या को बढ़ाते हुए किसानों को उनकी उपज की बिक्री बेहतर मूल्य पर करने के लिए सक्षम बनाया जा सके।
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उन्होंने कहा कि यदि कंपनी को पिछले महीने ब्रेजा के साथ आपूर्ति के मुद्दों से जूझना नहीं पड़ता, तो हमारी बाजार हिस्सेदारी और अधिक विपणन रणनीतियों होती. श्रीवास्तव ने कहा, मैं कोई आंकड़ा नहीं देना चाहूंगा, लेकिन यह कह सकता हूं कि हम इस वित्त वर्ष में बाजार हिस्सेदारी में अच्छी वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं, क्योंकि हम कुछ और एसयूवी मॉडल उतारने जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इससे कुल यात्री वाहन खंड में भी कंपनी की बाजार हिस्सेदारी बढ़ेगी. श्रीवास्तव ने कहा, एसयूवी खंड को मजबूत करना कुल बाजार हिस्सेदारी को फिर से हासिल करने की हमारी रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. एसयूवी खंड में उपस्थिति नहीं होने की वजह से हमने इसे गंवा दिया था.
मारुति की मध्यम आकार खंड में विश्वसनीय उपस्थिति नहीं थी. पिछले वित्त वर्ष में एसयूवी खंड में कंपनी की बाजार हिस्सेदारी 10.9 प्रतिशत थी. वित्त वर्ष 2018-19 में यात्री वाहन बाजार में कंपनी की कुल हिस्सेदारी 51 प्रतिशत थी, जो चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में घटकर 41 प्रतिशत रह गई है.